तीन बंदर के अलावा अन्य लघुकथा महेश राजा की
महासमुंद-जिले के प्रसिद्ध लघुकथाकार महेश राजा की लघुकथा तीन बंदर, विदाई, वादा व् मौन सुधि पाठकों के लिए उपलब्ध है।
तीन बंदर
नगर के आवासीय इलाके में थोड़ा दूर बसा एक सरकारी खाता-पीता दफ़्तर । कभी...
हम वो आखिरी पीढ़ी हैं ! उल्टी यात्रा 2021 से 1970 के दशक की
उल्टी यात्रा 2021 से 1970 के दशक अर्थात बचपन की तरफ़ जो 50 को पार कर गये हैं या करीब हैं उनके लिए यह खास है मेरा मानना है कि दुनिया में जितना बदलाव...
“पालक,खबर व् टेढ़ी पूँछ वाले कुत्ते की फिलासफी”-लघु कथा महेश राजा की
महासमुंद-जिले के प्रसिद्ध लघु कथाकार महेश राजा के "पालक,खबर व् टेढ़ी पूँछ वाले कुत्ते की फिलासफी" सुधि पाठकों के लिए लिए उपलब्ध है । रविवार की सुबह छुट्टी का दिवस पर,सौदा सुलफ के लिये...
लघु कथा महेश राजा की -व्यंजनों का मजा व् स्नेह का गणित
महासमुंद:-जिले के प्रसिद्ध लघु कथाकार महेश राजा के व्यंजनों का मजा व् स्नेह का गणित पाठकों के लिए उपलब्ध है शादी का सीजन चल रहा था। काफी दिनों से घर पर रहकर,घर का खाना...
आलोचक मित्र,कार्य कुशलता,पोस्टर,चुनाव,कुत्ता और ईंसान:- महेश राजा की लघु कथा
महासमुंद- जिले के ख्यातिप्राप्त लघुकथाकार महेश राजा की लघु कथाए आलोचक मित्र,कार्य कुशलता,पोस्टर,चुनाव,कुत्ता और ईंसान सुधि पाठकों के लिए उपलब्ध है
आलोचक मित्र- मित्र ने मेरी एक सामयिक रचना पर त्वरित टिप्पणी की,-"आजकल खूब अच्छा...
ग्वालियर की मासिक “इंगित कथा-गोष्ठी ” में हुई उत्कृष्ट “लघु कथाओं” की प्रस्तुति
ग्वालियर- "मध्यभारतीय हिन्दी साहित्य सभा ,लश्कर, ग्वालियर" के तत्वावधान में गत दिवस आयोजित ऑनलाइन " कथागोष्ठी" में देश के विभिन्न प्रांतों के कथाकारों, साहित्यकारों ने बहुरंगी लघुकथाओं की राष्ट्रीय भावना एवं सामयिक विषय पर...
महेश राजा की लघु-कथा:-सांँपो के होते हुए,कान्वेन्ट कल्चर,मानव धर्म
महासमुंद:-जिले के प्रसिद्ध लघु कथाकार महेश राजा की लघु कहानी वे अजनबी,अँधेरा उजाला,लेखक मित्र और शाही भरवां बैंगन व् धूमिल आकृति पाठकों के लिए उपलब्ध है -बारिश हो रही थी।तालाब में पानी भरने लगा...
प्रसिद्ध लघु कथाकार महेश राजा की पढ़िए लघुकथा
महासमुंद-जिले के प्रसिद्ध लघुकथाकार महेश राजा Mahesh Raja की लघुकथा कफन,जश्न,पलायन,उपयोग,अकेलापन व् एहसास सुधि पाठकों के लिए उपलब्ध है।
कफन
माधव मजदूरी का काम करता था।सब के साथ छोटी बस्ती में रहता था।उसका कोई न था।कहते...
प्रसिद्ध लघुकथाकार महेश राजा की लघुकथा अपने हिस्से का सुख के अलावा अन्य कथा
महासमुंद- जिले के ख्यातिप्राप्त लघुकथाकार महेश राजा की लघु कथाए -अपने हिस्से का सुख ,किसकी चिंता ,कोरा कागज,फेसबुक के बहाने,व्यापारी, भूख और मूड सुधि पाठकों के लिए उपलब्ध है ।
अपने हिस्से का सुख:-रीमा त्यौहार...
आम घटना,उपयोगिता,ए.टी.एम व् लाकर महेश राजा की लघु कथा
महासमुंद- जिले के ख्यातिप्राप्त लघुकथाकार महेश राजा की लघु कथाए आम घटना,उपयोगिता,ए.टी.एम व् लाकर सुधि पाठकों के लिए उपलब्ध है ।
आम घटना-एक ग्रामीण अंचल में एक मासूम के साथ गैंगरेप की घटना हो गयी।...