साहित्यिक पक्षधरता,भूख कीआग,वादा व् व्यंग्य की समझ:- महेश राजा की लघु-कथा
महासमुंद:-जिले के प्रसिद्ध लघु कथाकार महेश राजा की लघु कथाए साहित्यिक पक्षधरता,भूख कीआग,वादा व् व्यंग्य की समझ सुधि पाठकों के लिए उपलब्ध है
साहित्यिक पक्षधरता-मित्र एक रोज मेरे घर पधारे।मैंनै दरवाजे पर उनका स्वागत किया।रिक्शेवाले...
अनफिट,अब और नहीं,गुमनाम ताज-जितेन्द्र कुमार गुप्ता की लघु कथा
इंदौर-मध्यप्रदेश इंदौर के प्रसिद्ध लघु कथाकार जितेन्द्र कुमार गुप्ता की लघु कथा अनफिट,अब और नहीं व् गुमनाम ताज सुधि पाठकों के लिए उपलब्ध है ।
अनफिट "अरे,देखो कितना बड़ा हादसा हुआ है? लोगों ने जैसे...
“परिंदे” “मन का मीत” के अलावा अन्य लघुकथा महेश राजा की
महासमुंद-जिले के प्रसिद्ध व्यंगकार महेश राजा की लघुकथा परिंदे, मन का मीत,साहित्य सम्मेलन,और प्रवृति सुधि पाठकों के लिए उपलब्ध है।
परिंदे
अचानक अरूपा का फोन आया तो अन्विति आश्चर्य मिश्रित भाव से उछल पड़ी। वे दोनों...
लघुकथाकार महेश राजा की लघुकथा ऐसे भी वीर के अलावा अन्य कहानी
महासमुंद-जिले के प्रसिद्ध लघुकथाकार महेश राजा की लघुकथा ऐसे भी वीर,आलू के परांठे,एक आम आदमी की चिंता और जरूरत सुधि पाठकों के लिए उपलब्ध है।
ऐसे भी वीर
महामारी का कठिन दौर।ऐसे में सकारात्मक और नकारात्मक...
नये वर्ष की पार्टी और पीली पड़ती आँखें,नव वर्ष का स्वागत है व् दायित्व...
महासमुंद:-जिले के प्रसिद्ध लघु कथाकार महेश राजा की लघु कथाए नये वर्ष की पार्टी और पीली पड़ती आँखें,नव वर्ष का स्वागत है व् दायित्व बोध पाठकों के लिए उपलब्ध है ।
नये वर्ष की पार्टी...
स्मृति शेष,सेवा शर्त के अलावा महेश राजा की अन्य लघुकथा
महासमुंद-जिले के प्रसिद्ध व्यंगकार महेश राजा की लघुकथा स्मृति शेष,सेवा शर्त , दुलार,मेहमान,सुनहरे ख्वाब, हकीकत और छोटी सी जिन्दगानी सुधि पाठकों के लिए उपलब्ध है।
स्मृति शेष-आज क्रिसमस का पवित्र त्यौहार था।चारों तरफ खुशियाँ ही...
हम वो आखिरी पीढ़ी हैं ! उल्टी यात्रा 2021 से 1970 के दशक की
उल्टी यात्रा 2021 से 1970 के दशक अर्थात बचपन की तरफ़ जो 50 को पार कर गये हैं या करीब हैं उनके लिए यह खास है मेरा मानना है कि दुनिया में जितना बदलाव...
“पालक,खबर व् टेढ़ी पूँछ वाले कुत्ते की फिलासफी”-लघु कथा महेश राजा की
महासमुंद-जिले के प्रसिद्ध लघु कथाकार महेश राजा के "पालक,खबर व् टेढ़ी पूँछ वाले कुत्ते की फिलासफी" सुधि पाठकों के लिए लिए उपलब्ध है । रविवार की सुबह छुट्टी का दिवस पर,सौदा सुलफ के लिये...
दाम्पत्य जीवन:दो चित्र,केअर,खुशियाँ,भेद व् कानून :-महेश राजा की लघु कथाऐ
महासमुंद:-जिले के प्रसिद्ध लघु कथाकार महेश राजा की लघु कथाए- दाम्पत्य जीवन:दो चित्र,केअर,खुशियाँ,भेद व् कानून सुधि पाठकों के लिए उपलब्ध है ।
दाम्पत्य जीवन:दो चित्र
1/पति ए बाहर से लौटते। पतिपत्नी साथ भोजन करते टी.वी.देखते।दस बजे...
पुराना छाता-महेश राजा की लघुकथा
Mahasamund:-जिला के प्रसिद्ध लघुकथाकार महेश राजा की लघुकथा पुराना छाता सुधि पाठकों के लिए उपलब्ध है।उनकी दस साझा संकलन में लघुकथाऐं,रचनाएं गुजराती, छतीसगढ़ी, पंजाबी, अंग्रेजी,मलयालम और मराठी,उडिय़ा में प्रकाशित होती है।
पुराना छाता
काफी उम्र हो...