Home आलेख ग्वालियर की मासिक “इंगित कथा-गोष्ठी ” में हुई उत्कृष्ट “लघु कथाओं” की...

ग्वालियर की मासिक “इंगित कथा-गोष्ठी ” में हुई उत्कृष्ट “लघु कथाओं” की प्रस्तुति

बहुरंगी लघुकथाओं की राष्ट्रीय भावना एवं सामयिक विषय पर उत्कृष्ट, भावपूर्ण एवं श्रेष्ठतम् प्रस्तुति देकर कार्यक्रम को गरिमामय बना दिया

ग्वालियर की मासिक

ग्वालियर- “मध्यभारतीय हिन्दी साहित्य सभा ,लश्कर, ग्वालियर” के तत्वावधान में गत दिवस आयोजित ऑनलाइन ” कथागोष्ठी” में देश के विभिन्न प्रांतों के कथाकारों, साहित्यकारों ने बहुरंगी लघुकथाओं की राष्ट्रीय भावना एवं सामयिक विषय पर उत्कृष्ट, भावपूर्ण एवं श्रेष्ठतम् प्रस्तुति देकर कार्यक्रम को गरिमामय बना दिया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार आचार्य जगदीश तोमर ने की। मुख्य-अतिथि के रूप में वरिष्ठ साहित्यकार राजकिशोर वाजपेई “अभय” एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में वरिष्ठ साहित्यकार सुबोध चतुर्वेदी मंचासीन रहीं। कार्यक्रम का संचालन राम चरण चिराड़”रुचिर”  ने एवं संयोजन संजय जोशी” सजल”ने किया। कार्यक्रम में अतिथियों का परिचय एवं कार्यक्रम की भूमिका के साथ विभिन्न विषयों पर केंद्रित लघुकथाएं प्रस्तुति हेतु कार्यक्रम संचालक कवि राम चरण “रुचिर ” ने सभी कथाकारों से आह्वान किया। तत्पश्चात् मां सरस्वती की वंदना स्वरूप शब्द पुष्प अर्पित किए।

मथुरा जेल में आजादी के बाद पहली बार फांसी दी जाएगी शबनम को

ग्वालियर की मासिक "इंगित कथा-गोष्ठी " में हुई उत्कृष्ट "लघु कथाओं" की प्रस्तुति

“द एन्जॉय ग्रुप” व् पर्यावरण संरक्षण प्रेमीयों ने निकली स्वच्छता अभियान जागरूकता रैली

कार्यक्रम में सहभागिता करने वाले सम्माननीय साहित्यकारों में राजकिशोर वाजपेई “अभय” के द्वारा शीर्षक “और कितने केंसर”, सुबोध चतुर्वेदी ” अधूरा ख्वाब”,डॉ. राजरानी शर्मा, ” बड़ी अम्मा” डॉ. प्रतिभा त्रिवेदी,” डोली सजा के रखना”, गिरिजा कुलश्रेष्ठ “अनुत्तरित”, दिलीप मिश्रा “आराम कुर्सी ” , रामलाल साहू ‘बेकस’ ” संकल्प”,अशोक सिरढोणकर “छुट्टी का दिन” , संजय जोशी ‘सजल’ “मेरे सामने”, हर्षा जोशी ” थप्पड़”, व्यंकटेश बलवंत वाकड़े ” आशीर्वाद”, डॉ. दीप्ति गौड़ ‘दीप’-” और प्यार मिल गया “, डॉ. ज्योति उपाध्याय ” वसीयत”, अर्चना कंसल ” बाल गोपाल”, पुष्पा शर्मा ” बसंत” ( सभी ग्वालियर), रीमा पाण्डेय , कोलकाता ” अपना घर “, अन्नपूर्णा श्रीवास्तव पटना(बिहार) ” नई रोशनी “, महेश राजा, महासमुंद” छत्तीसगढ़,” ईमानदार नागरिक”, कविता पुणतांबेकर , शाजापुर, ” नैतिकता की राह” नामक आदि लघुकथाएं प्रस्तुत कीं गईं।

अध्यक्षता कर रहे आचार्य जगदीश तोमर ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में “मध्य भारतीय हिन्दी साहित्य सभा ग्वालियर की इस पहल की भूरि- भूरि प्रशंसा करते हुए कहा, कि आज इस मंच से एक से बढ़कर एक उत्कृष्ट लघुकथाओं की प्रस्तुति हुई है। यह संस्था ग्वालियर व प्रदेश के नवोदित एवं वरिष्ठ साहित्यकारों को श्रेष्ठ मंच प्रदान करने एवं साहित्यिक गतिविधियां को निरंतर संचालित करने में गत सौ वर्षों से अपनी महती भूमिका निभा रही है।

हवाई झूले से दो तीन घंटे मोबाइल पर बात करते है MP के राज्यमंत्री यादव जानिए क्यों

ग्वालियर की मासिक "इंगित कथा-गोष्ठी " में हुई उत्कृष्ट "लघु कथाओं" की प्रस्तुति

63 वर्षीय पदयात्री अभिराम सतपथी का किया सम्मान कलेक्टर ने

इस संस्था ने विभिन्न विधाओं में कार्यक्रम आयोजित कर राष्ट्रीय भावना से ओत-प्रोत एवं सामयिक रचनाओं सहित साहित्यिक गतिविधियां को सुचारू रूप से संचालित रखने में अहम् भूमिका निभाई है। निरंतरता आज भी जारी है। उन्होंने कथाकारों की कथाओं पर समीक्षात्मक उद्बोधन देते हुए यथोचित मार्गदर्शन भी दिया। सभी कथाकारों के प्रति प्रसन्नता व्यक्त करते हुए प्रोत्साहित किया।

सिम्स में सीटी स्कैन व् MRI मशीन का किया लोकार्पण स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने

इस अवसर पर रामचंद्र किल्लेदार, मोरेश्वर डोंगरे, स्नेहा चिटणीस , सहित अनेक साहित्यकार पटल पर उपस्थित रहकर अपनी प्रतिक्रिया

व्यक्त करते हुए कथाकारों का उत्साहवर्धन करते रहे।

कार्यक्रम के अंत में संचालन कर रहे  रामचरण चिराड़ “रुचिर”  ने सभी

अतिथिगणों, कथाकारों सहित सभी मीडिया के संवाददाताओं ,

प्रत्यक्ष एवं परोक्षरूप से सहयोग करने वाले सभी साहित्यकारों,

विशिष्ट जनों का हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए,

कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी को धन्यवाद दिया।

हमसे जुड़े :–https://dailynewsservices.com/