प्रसिद्ध लघु कथाकार महेश राजा की पढ़िए लघुकथा
महासमुंद-जिले के प्रसिद्ध लघुकथाकार महेश राजा Mahesh Raja की लघुकथा कफन,जश्न,पलायन,उपयोग,अकेलापन व् एहसास सुधि पाठकों के लिए उपलब्ध है।
कफन
माधव मजदूरी का काम करता था।सब के साथ छोटी बस्ती में रहता था।उसका कोई न था।कहते...
जागी आँखों का सपना के अलावा पढिए अन्य लघुकथा महेश राजा की
महासमुंद-जिले के प्रसिद्ध लघुकथाकार महेश राजा Mahesh Raja की लघुकथा जागी आँखों का सपना,मजदूर दिवस व् वे आँखे सुधि पाठकों के लिए उपलब्ध है।
जागी आँखों का सपना
समय ठीक नहीं चल रहा था।लह बोर हो...
पुराना छाता-महेश राजा की लघुकथा
Mahasamund:-जिला के प्रसिद्ध लघुकथाकार महेश राजा की लघुकथा पुराना छाता सुधि पाठकों के लिए उपलब्ध है।उनकी दस साझा संकलन में लघुकथाऐं,रचनाएं गुजराती, छतीसगढ़ी, पंजाबी, अंग्रेजी,मलयालम और मराठी,उडिय़ा में प्रकाशित होती है।
पुराना छाता
काफी उम्र हो...
महेश राजा की लघुकथा कान्वेंट कल्चर ,टेढ़ी पूँछ वाला कुत्ता ,उदाहरण व् ए.टी.एम
महासमुंद-जिले के प्रसिद्ध लघुकथाकार महेश राजा की लघुकथा कान्वेंट कल्चर ,टेढ़ी पूँछ वाला कुत्ता ,उदाहरण व् ए.टी.एम सुधि पाठकों के लिए उपलब्ध है।
कान्वेंट कल्चर
कान्वेन्ट स्कूल मे नौंवी कक्षा के छात्र ने आठवीं कक्षा की...
पेट ,प्यार और जिंदगी एक अलावा अन्य लघुकथा पढिए महेश राजा की
महासमुंद-जिले के प्रसिद्ध लघुकथाकार महेश राजा की लघुकथा एपेट ,प्यार और जिंदगी,सुरक्षा के लिये,जरूरत,फिक्र व् साँसों का गणित सुधि पाठकों के लिए उपलब्ध है।
पेट ,प्यार और जिंदगी
लड़की जवान थी,और खूबसूरत भी थी,किन्तु गरीब घर...
लघुकथाकार महेश राजा की लघुकथा वरदान के अलावा पढिए अन्य कथा
महासमुंद-जिले के प्रसिद्ध लघुकथाकार महेश राजा की लघुकथा वरदान,उसने कहा था,अब के रविवार,आगामी चुप्पी, और वरदान सुधि पाठकों के लिए उपलब्ध है।
वरदान
बसंत पर्व पूरे यौवन पर था।प्रकृति ने ऋतुओं के राजा के स्वागत में...
लघुकथाकार महेश राजा की लघुकथा ऐसे भी वीर के अलावा अन्य कहानी
महासमुंद-जिले के प्रसिद्ध लघुकथाकार महेश राजा की लघुकथा ऐसे भी वीर,आलू के परांठे,एक आम आदमी की चिंता और जरूरत सुधि पाठकों के लिए उपलब्ध है।
ऐसे भी वीर
महामारी का कठिन दौर।ऐसे में सकारात्मक और नकारात्मक...
बकरी और जँगल के अलावा पढिये महेश राजा की अन्य लघुकथा
महासमुंद-जिले के प्रसिद्ध लघुकथाकार महेश राजा की लघुकथा बकरी और जँगल,पोस्टर युद्ध, अपने हिस्से का सुख और तैयारी सुधि पाठकों के लिए उपलब्ध है।
बकरी और जँगल
जंगल के जानवरों ने सोचा कि उन्हें अपना राजा...
महेश राजा की लघुकथा “शाम की थकी लडकी” के अलावा पढिए अन्य लघुकथा
महासमुंद-जिले के प्रसिद्ध लघुकथाकार महेश राजा की लघुकथा शाम की थकी लडकी, मन का मीत,शादी का निमंत्रण, मजदूरी व् जिंदगी :एक इम्तिहान सुधि पाठकों के लिए उपलब्ध है।
शाम की थकी लडकी
वे घर के बाहर...
उत्सव के अलावा अन्य लघुकथा पढिए महेश राजा की
महासमुंद-जिले के प्रसिद्ध लघुकथाकार महेश राजा की लघुकथा उत्सव,पिकनिक,ठहराव,नशा व् पेट और प्रार्थना सुधि पाठकों के लिए उपलब्ध है।
उत्सव
आज बहुत सुबह नींद उड़ गयी।पांच बज गये थे।उन्होंने बिस्तर छोड़ दिया।हमेंशा की तरह घर...