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श्योपुर की ऐतिहासिक, पौराणिक, प्राकृतिक विरासतों को किया गया चिन्हित

श्योपुर की ऐतिहासिक, पौराणिक, प्राकृतिक विरासतों को किया गया चिन्हित
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भोपाल-मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थलों के प्रति बढ़ते रूझान को देखते हुए पर्यटन विभाग ने प्रदेश के महत्वपूर्ण पर कम जाने-माने पर्यटन स्थलों को चिन्हित कर विकसित करने का निर्णय लिया है। इस क्रम में सर्वप्रथम श्योपुर में बैठक कर जिले की ऐतिहासिक, पौराणिक, प्राकृतिक विरासतों को चिन्हित किया जाएगा।

श्योपुर का इतिहास

श्योपुर मप्र का सीमांत जिला है, जिसे चम्बल-पार्वती नदी के उस पार राजस्थान के बारां, कोटा, सवाई माधोपुर, करौली जिले घेरे हुए हैं। इसे मुसलमान शासकों ने स्योसूपुर और गौड़ राजाओं के समय 16वीं शताब्दी में सहरिया के नाम पर श्योपुर कहा गया। छठवीं सदी में यह अवंति जनपद का हिस्सा था। छोटे जनपदों के बड़े जनपदों में विलीनीकरण के बाद यह मगध साम्राज्य का हिस्सा बन गया। नन्दों के पतन के बाद यह क्रमश: मौर्य और शुंगवंश से शासित रहा। बाद में यह नाग और गुप्त साम्राज्य का हिस्सा रहा। आठवीं सदी में यह गुर्जर प्रतिहार वंश के अधीन रहा। दसवीं सदी से डोब कुंड के कच्छपघातों का इस क्षेत्र पर शासन रहा। वर्ष 1398 में यह ग्वालियर के तोमरों के अधीन रहा।

इसके बाद यह क्षेत्र मुगलों के अधीन आया। मुगलों के पतन के बाद यहाँ गौड़ राजाओं का शासन रहा, जिनके शासन काल में श्योपुर में किला, मानपुर, काशीपुर में गढ़ी महलों का निर्माण हुआ, जिनके अदभुत भित्ति चित्र आज भी देखे जा सकते हैं। खडगराय कृत गोपांचल आख्यान में श्योपुर का जिक्र आया है, जिसके अनुसार नरेशर राजा अजयपाल ने 1194 से 1219 ई. तक श्योपुर को अपनी राजधानी बनाकर राज्य किया था। वर्ष 1301 ई. में अलाउद्दीन खिलजी ने रणथम्भौर को जीतते समय हम्मीरदेव द्वारा शासित 10 किलों को भी जीत लिया। बाद में श्योपुर मेवाड़ के राणाओं के आधिपत्य में आ गया।

तबलीगी जमात में शामिल 107 लोगों में से 67 चिन्हित

श्योपुर की ऐतिहासिक, पौराणिक, प्राकृतिक विरासतों को किया गया चिन्हित

वर्ष 1489 में मालवा के सुल्तान महमूद खिलजी ने इसे जीतकर अपनी सल्तनत का हिस्सा बना लिया। वर्ष 1542 में श्योपुर किला शेरशाह के अधीन हो गया। शेरशाह द्वारा बनवाया गया ईदगाह व उसके पुत्र इस्लाम शाह द्वारा निर्मित उसके सिपहसालार का विशाल मकबरा चिन्हित दर्शनीय स्थल है। बाद में बूंदी के राजा सुर्जन सिंह हाड़ा ने इसे जीतकर अजमेर सूबे के अंतर्गत रणथम्भौर रियासत का हिस्सा बना दिया।

श्योपुर किले का निर्माण

कहा जाता है कि श्योपुर किले को राजा विट्ठल दास गोपावत के पुत्र अनिरूद्ध गौड़ गोपावत ने वर्ष 1584 में बनवाना प्रारम्भ किया, जिसे राजा नरसिंह गौड़ ने वर्ष 1631 में पूर्ण कराया। श्योपुर में वर्ष 1644 के लेख में राजा गोपालदास के पुत्र मनोहर दास द्वारा दिये गये दान का उल्लेख है। इस लेख में औरंगज़ेब द्वारा राजा गोपालदास की उस वीरता का आदर करने का भी उल्लेख है, जो उन्होंने शाहजहाँ से लड़ते समय दिखाई थी।

वर्ष 1669 के लेख में राजा इंदर सिंह, राजा उत्तमराम, राजा पुरूषोत्तम सिंह गौड का उल्लेख है। इसी प्रकार वर्ष 1685 के लेख में राजा राजसिंह, महाराजा उद्योत सिंह का उल्लेख है। राधा वल्लभ मंदिर से मिले वर्ष 1809 के अभिलेख में ग्वालियर के महाराजा दौलत राव सिंधिया के सेनापति जॉन बत्तीस और श्योपुर के राजा राधिक दास के मध्य हुए युद्ध का वर्णन है।

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श्योपुर की ऐतिहासिक, पौराणिक, प्राकृतिक विरासतों को किया गया चिन्हित

इतिहास गौड़ राजाओं की

महाराजा दौलत राव सिंधिया द्वारा श्योपुर किला जीतने तक यह किला मुगलों के कदर राजाओं के रूप में बंगाल से अजमेर आये राजा वत्सराज गौड़ के वंशजों के आधिपत्य में रहा। सिपाहड़ रियासत के इन 225 वर्षों का इतिहास गौड़ राजाओं की कीर्ति गाथा, स्थापत्य कला, संस्कृति व संगीत के क्षेत्र में अविस्मरणीय योगदान से भरा है। नरसिंह महल, पतंगबुर्ज़, मनोहर बावड़ी, राजा इंदर सिंह, राजा किशोरदास की छत्रियां उस समय की चिन्हित स्थापत्य कला के सुंदर नमूने हैं।

सोलहवीं सदी में 48 स्तंभों से युक्त राजा नरसिंह गौड़ महल में दरबार लगता था। इसमें से एक सुरंग बड़ोदा तक जाती है। इसमें कांच की कारीगरी का काम है। पतंगबुर्ज का निर्माण भी इसी काल का है। आठ स्तंभों पर आधारित पतंगबुर्ज का उपयोग पतंग उड़ाने के लिए किया जाता होगा। राधावल्लभ मंदिर, राजा इंद्रा सिंह, किशोरदास की छत्रियां, बारादरी, गुरूमहल, सूरी का मकबरा, घुड़साल और अनेक गौड़कालीन दर्शनीय स्थल हैं। दरबार हॉल, दीवान-ए-आम सिंधियाकालीन दर्शनीय स्थल हैं। सीप नदी का तट इस दुर्ग को और मोहक बना देता है।

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मध्यप्रदेश में खिलाड़ियों को बेहतर खेल प्रशिक्षण- सुविधाएं प्रदान की जाएंगी CM चौहान

प्रदेश में खिलाड़ियों को बेहतर खेल प्रशिक्षण व् सुविधाएं प्रदान की जाएंगी CM चौहान

भोपाल-मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में खेलों का निरंतर विकास हो रहा है तथा वह मौका आएगा जब हमारे खिलाड़ी ओलम्पिक खेलों में गोल्ड मैडल प्राप्त करेंगे। मध्यप्रदेश में खिलाड़ियों को बेहतर खेल प्रशिक्षण एवं खेल सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। साथ ही खिलाड़ियों की आवश्यकताओं का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा। हमारा लक्ष्य है देश को सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी तैयार कर देना।

मुख्यमंत्री चौहान ने मिंटो हॉल में मध्यप्रदेश शिखर खेल अलंकरण समारोह 2019 में खिलाड़ियों को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए विक्रम, एकलव्य, विश्वामित्र और लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार प्रदान कर रहे थे। कार्यक्रम में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, खनिज साधन मंत्री  बृजेन्द्र प्रताप सिंह, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल, पद्मश्री निशानेबाज जसपाल राणा, मध्यप्रदेश ओलम्पिक एसोसिएशन के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह, प्रमुख सचिव खेल एवं युवा कल्याण पंकज राग, संचालक खेल एवं युवा कल्याण पवन जैन आदि उपस्थित थे।

 महिला हॉकी में प्रदेश की 6 खिलाड़ी

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह प्रदेश के लिए गौरव की बात है कि पिछले ओलम्पिक में महिला हॉकी टीम में मध्यप्रदेश की 6 खिलाड़ी शामिल हुई थीं। इस वर्ष प्रदेश की 2 खिलाड़ियों द्वारा भारत के लिए ओलम्पिक कोटा लाना गर्व का विषय है। जब प्रदेश के खिलाड़ियों के गले में मैडल टंगते हैं तो मामा का सिर गर्व से ऊँचा हो जाता है।

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प्रदेश में खिलाड़ियों को बेहतर खेल प्रशिक्षण व् सुविधाएं प्रदान की जाएंगी CM चौहान

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश के खिलाड़ी खेलों में बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। एशियन गेम्स 2018 में मध्यप्रदेश की मुस्कान किरार ने तीरंदाजी में तथा हर्षिता तोमर ने सेलिंग में पदक प्राप्त किए। प्रदेश में खेलों के विकास के लिए विभागीय मंत्री सहित खेल विभाग का पूरा अमला बधाई का पात्र है।

 दो ओलम्पिक कोटा लाया है देश के लिए

खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि यह मध्यप्रदेश के लिये गौरव की बात है कि हमारे खिलाड़ी देश के लिए दो ‘ओलम्पिक कोटा’ लेकर आए हैं। मध्यप्रदेश के ऐश्वर्य प्रताप सिंह और चिंकी यादव ने अगले ओलम्पिक के लिए ओलम्पिक कोटा हासिल किया है।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री  ने वर्ष 2019 के राज्य स्तरीय विक्रम, एकलव्य, विश्वामित्र एवं लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार प्रदान किए। वर्ष 2019 के लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार से भोपाल के ओलिंपियन हॉकी खिलाडी इनाम-उर-रेहमान को नवाजा गया। उन्होंने यह पुरस्कार वर्चुअल ग्रहण किया।

 

एकलव्य पुरस्कार-2019

व्यक्तिगत खेलों (ओलम्पिक, एशियन गेम्स एवं राष्ट्रीय खेलों में खेले जाने वाले खेल) में भिण्ड के अजातशत्रु शर्मा केनोइंग-कयाकिंग, देवास के आदित्य दुबे सॉफ्ट टेनिस, खरगौन के ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर शूटिंग, भोपाल की गार्गी सिंह परिहार कराते, जबलपुर की अंशिता पाण्डे वूशु, इंदौर के परम पदम् बिरथरे तैराकी, भोपाल के शंकर पाण्डेय फैंसिंग, उज्जैन के अक्षत जोशी घुड़सवारी, इंदौर की अनुषा कुटुम्बले टेबल-टेनिस, धार के प्रियांशु राजावत बेडमिंटन और राजगढ़ के गोविन्द बैरागी सेलिंग को एकलव्य पुरस्कार प्रदान किए गए। दलीय खेलों (ओलम्पिक, एशियन गेम्स एवं राष्ट्रीय खेल में खेले जाने वाले खेल) में टीकमगढ़ की शिवांगनी वर्मा सॉफ्टबॉल और ग्वालियर की  इशिका चौधरी हॉकी तथा परम्परागत खेलों (ओलम्पिक, एशियन गेम्स एवं राष्ट्रीय खेल में नहीं खेले जाने वाले खेल) में इंदौर की नित्यता जैन शतरंज को प्रदान किए गए।

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प्रदेश में खिलाड़ियों को बेहतर खेल प्रशिक्षण व् सुविधाएं प्रदान की जाएंगी CM चौहान

विक्रम पुरस्कार-2019

व्यक्तिगत खेलों (ओलम्पिक, एशियन गेम्स एवं राष्ट्रीय खेल में खेले जाने वाले खेल) में भोपाल की राजेश्वरी कुशराम केनोइंग-कयाकिंग, भोपाल के फराज खान घुड़सवारी, इंदौर के अद्वेत पागे तैराकी, जबलपुर की मुस्कान किरार आर्चरी, देवास के जय मीणा सॉफ्ट टेनिस तथा भोपाल की  चिंकी यादव शूटिंग को वर्ष 2019 के लिये विक्रम पुरस्कार दिए गए। दलीय खेलों (ओलम्पिक, एशियन गेम्स एवं राष्ट्रीय खेल में खेले जाने वाले खेल) में इंदौर की पूजा पारखे सॉफ्टबॉल और ग्वालियर की करिश्मा यादव हॉकी को पुरस्कार दिया गया। दिव्यांग वर्ग (ओलम्पिक, एशियन गेम्स एवं राष्ट्रीय खेल में खेले जाने वाले खेल) में जानकी बाई जूडो तथा परम्परागत खेलों (ओलम्पिक एशियन गेम्स एवं राष्ट्रीय खेल में नहीं खेले जाने वाले खेल) में भोपाल के चंद्रकांत हरडे थ्रो-बॉल को पुरस्कार मिला।

विश्वामित्र पुरस्कार-2019

व्याक्तिगत खेलों (ओलम्पिक, एशियन गेम्स एवं राष्ट्रीय खेलों में खेले जाने वाले खेल) में इंदौर के अभिलाष एम.टी. तैराकी और भोपाल के गिरधारी लाल यादव सैलिंग तथा दलीय खेल (ओलम्पिक, एशियन गेम्स एवं राष्ट्रीय खेल में खेले जाने वाले खेल) में इंदौर के  शरद जपे खो-खो को विश्वामित्र पुरस्कार प्रदान किए गए।

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नए साल के स्वागत एवं आगामी त्यौहार पर कलेक्टर ने जारी किए दिशा-निर्देश

नए साल के स्वागत एवं आगामी त्यौहार पर कलेक्टर ने जारी किए दिशा-निर्देश

महासमुंद- ज़िले में कोविड-19 एवं कोरोना पॉज़िटिव की संख्या में हो रही वृद्धि को रोकने नियंत्रण हेतु सभी संभावित उपाय अमल मैं लाया जाना उचित एवं आवश्यक हो गया है। 31 दिसम्बर को नए साल के स्वागत एवं आगामी त्यौहार में किसी प्रकार की खलल न पड़े, कोविड का भी पूरी तरह पालन हो इसे देखते एवं कलेक्टर एवं ज़िला दंडाधिकारी कार्तिकेया गोयल ने 23 बिंदुओं की गाइड के अनुमोदन के बाद अतिरिक्त ज़िला दंडाधिकारी के हस्ताक्षर से आदेश आज जारी कर दिए है ।

कोविड गाइड लाइन पालन करने की अपील

कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने ज़िले की जनता से नए साल एवं अन्य त्यौहार में कोविड गाइड लाइन का पूरी तरह पालन करने की अपील की है और जारी दिशा-निर्देशों का भी पूरा ध्यान रखने का आग्रह किया है। उन्होंने आने वाले नए साल की भी ज़िले की जनता को अपनी शुभकामनाएँ दी। उन्होंने कहा कि नए साल के स्वागत में कोविड गाइड लाइन का पालन करें और सुरक्षित रहे।

नए साल के कार्यक्रम आयोजन में कोरोना के नियमों का पालन करना अनिवार्य है। कार्यक्रम का आयोजन खुले एवं सार्वजनिक स्थान पर नहीं किया जाएगा। कार्यक्रम स्थल पर क्षमता के 50 प्रतिशत तक व्यक्तियों अथवा अधिकतम 200 व्यक्तियों का ही प्रवेश होगा। कार्यक्रम स्थल पर प्रवेश एवं निकासी हेतु अलग-अलग गेट होना आवश्यक है एवं दोनों गेट टच फ्री मोड पर होना आवश्यक है।

नए साल के स्वागत एवं आगामी त्यौहार पर कलेक्टर ने जारी किए दिशा-निर्देश

छोटे बच्चे एवं बड़े बुजुर्गों का प्रवेश निषेध

कार्यक्रम की वीडियोग्राफी एवं फोटोग्राफी अनिवार्य होगी, ताकि किसी प्रकार की आपराधिक गतिविधि होने पर अपराधी की पहचान की जा सके।कार्यक्रम का आयोजन रात 12.30 बजे से अधिक समय तक नहीं किया जाएगा। कार्यक्रम में छोटे बच्चे एवं बड़े बुजुर्गों का प्रवेश निषेध रहेगा।कार्यक्रम के दौरान रात 11.55 से 12.30 बजे तक केवल हरित पटाखों का ही उपयोग किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, सैनिटाइजर का अनिवार्य रूप से उपयोग किया जाना होगा। कार्यक्रम में डीजे बजाने की अनुमति नहीं होगी। केवल दो छोटे बाक्स का ही प्रयोग करेंगे।

अस्त्र-शस्त्र के साथ प्रवेश वर्जित

कार्यक्रम में सम्मिलित होने वाले लोगों के वाहनों की पार्किंग के लिए पर्याप्त व्यवस्था करना सुनिश्चित करें। व्यवस्थित पार्किंग नहीं पाए जाने पर वाहन चालक एवं आयोजक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कार्यक्रम में अस्त्र-शस्त्र के साथ प्रवेश वर्जित होगा। कार्यक्रम के दौरान रजिस्टर में इंट्री करना अनिवार्य होगा एवं आयोजन में शामिल होने वाले प्रत्येक व्यक्ति का नाम, पता व मोबाइल नंबर दर्ज करना अनिवार्य होगा। शासन द्वारा दिए गए निर्देशों के उल्लंघन करने पर अथवा किसी प्रकार की अव्यवस्था होने पर आयोजक की जिम्मेदारी होगी व उनके विरुद्घ आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

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बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो संजय कानन में निरीक्षण के दौरान कहा कलेक्टर गोयल ने

बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो संजय कानन में निरीक्षण के दौरान कहा कलेक्टर गोयल ने

महासमुंद -कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने जिला मुख्यालय से लगे हुए संजय कानन उद्यान का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि इस उद्यान में घूमने आने वाले बच्चों, विद्यार्थियों एवं नागरिकों को बेहतर से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो इसके लिए चरणबद्ध तरीके से कार्ययोजना बनाकर कार्य प्रारम्भ करें। इसके अलावा बच्चों के मनोरंजन के लिए टाॅय ट्रेन को प्रारम्भ करने के साथ-साथ बच्चों के लिए विभिन्न प्रकार के फिसलपट्टी, झूला सहित अन्य खेल सामग्रियों की भी सुविधाएं उपलब्ध कराया जाए।

गढ़कलेवा भी होगा प्रारम्भ

कलेक्टर गोयल ने कहा कि नगरपालिका परिषद् महासमुंद के अंतर्गत संजय कानन उद्यान राष्ट्रीय राजमार्ग पर होने के कारण शहर तथा ग्रामीण अंचलों के नागरिक इस उद्यान में बड़ी संख्या में यहां आयेंगे। इसके लिए उद्यान में सभी वर्गों के लिए रियायती दरों में नास्ता उपलब्ध हो सके इसके लिए यहां गढ़कलेवा भी प्रारम्भ किया जाएगा। ताकि लोग ठेठरी, खुरमी, फरा, चीला जैसे छत्तीसढ़ी व्यंजन सहित अन्य व्यंजन का आनंद ले सकेंगे।

जगत बिहार कॉलोनी की नियमितीकरण से लोगों को मिलेगी मूलभूत सुविधाएं

बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो संजय कानन में निरीक्षण के दौरान कहा कलेक्टर गोयल ने

बारीकि से किया निरीक्षण

कलेक्टर ने उद्यान के सभी क्षेत्रों का बारीकि से निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पूर्व में बनें स्केटिंग ग्राउण्ड पहुंचकर स्केटिंग ग्राउण्ड के मरम्मरत करने, उद्यान के चारों ओर बेहतर फेंसिंग एवं प्लांटेशन करने, शितली नाला के पानी को बेहतर ढंग से सहेजनें के लिए चेकडेम में पिंचिंग, गहरीकरण एवं वहां स्थित तालाब का गहरीकरण का कार्य प्रारम्भ कराएं। जिससे पानी सुरक्षित तरीकें से ठहर सकें। इसके अलावा उद्यान में आने वाले नागरिकों के लिए उद्यान के बाहर सुव्यवस्थित तरीके से पार्किंग की व्यवस्था करने को कहा।

शहर के विकास में कोई कमी नहीं होगी,मूलभूत सुविधाएं देना पालिका की जिम्मेदारी-

बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो संजय कानन में निरीक्षण के दौरान कहा कलेक्टर गोयल ने

 अधिकारी रहे मौजूद

इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ रवि मित्तल, वनमण्डलाधिकारी पंकज राजपूत, उप वनमण्डलाधिकारी एस.एस नाविक, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सुनील कुमार चन्द्रवंशी, जल संसाधन संभाग के कार्यपालन अभियंता जे.के. चन्द्राकर, मुख्य नगरपालिका अधिकारी ए.के. हलदार, तहसीलदार मूलचंद चोपड़ा, जिला खेल अधिकारी मनोज धृतलहरे, नायब तहसीलदार देवेन्द्र नेताम, पार्षद महेन्द्र जैन सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

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देश के 8 समुद्र तटों पर फहराया गया इंटरनेशनल ब्लू फ्लैग

देश के 8 समुद्र तटों पर फहराया गया इंटरनेशनल ब्लू फ्लैग

दिल्ली-केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावडेकर ने आज वर्चुअल रूप से देश के 8 समुद्री तटों पर अंतर्राष्ट्रीय ब्लू फ्लैग फहराया। भारत ने 6 अक्टूबर, 2020 को इन समुद्री तटों के लिए अंतर्राष्ट्रीय ब्लू फ्लैग प्रमाण-पत्र उस समय प्राप्त किया जब यूएनईपी, यूएनडब्ल्यूटीओ, यूनेस्को, आईयूसीएन, आईएलएस, एफईई जैसे सदस्य संगठनों वाले अंतर्राष्ट्रीय निर्णायक मंडल ने कोपेनहेगेन, डेनमार्क में पुरस्कार की घोषणा की।

ब्लू फ्लैग प्रमाणीकरण वैश्विक रूप से मान्य पर्यावरण-लेबल हैं जिसे 33 कठोर मानकों के आधार पर डेनमार्क के फाउंडेशन फॉर एनवायरन्मेन्ट एजुकेशन द्वारा दिया जाता है। राज्य तथा केन्द्रीय सरकार और लोगों के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए श्री जावडेकर ने कहा कि स्वच्छ समुद्री तट इस बात का संकेत देते हैं कि तटीय पर्यावरण की सेहत अच्छी है और ब्लू फ्लैग प्रमाण-पत्र भारत के संरक्षण तथा स्थायी विकास प्रयासों को वैश्विक मान्यता है।

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देश के 8 समुद्र तटों पर फहराया गया इंटरनेशनल ब्लू फ्लैग

पर्यावरण मंत्री ने बताया कि आने वाले 3-4 वर्षों में ऐसे और 100 समुद्री तट ब्लू फ्लैग वाले बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि समुद्री किनारों की साफ-सफाई को न केवल सौन्दर्य और पर्यटन संभावनाओं की दृष्टि से बल्कि समुद्री गंदगी कम करने और तटीय पर्यावरण को स्थायी बनाने के महत्व को देखते हुए जन आंदोलन बनाया जाना चाहिए।

जिन 8 स्थानों पर इंटरनेशनल ब्लू फ्लैग फहराए गए उनमें कप्पड (केरल), शिवराजपुर (गुजरात), घोघला (दीव), कसरकोड तथा पदुबिदरी (कर्नाटक), रूशिकोन्डा (आंध प्रदेश), गोल्डेन (ओडिशा) तथा राधानगर (अंडमान और निकोबार दीव समूह) हैं। यह ध्वज समुद्री तटों पर संबंधित राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा भी फहराए गए।

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10 लोगों पर अवैध रूप से धान का भंडारण करने पर हुई कार्यवाही,320 बोरा धान जप्त

10 लोगों पर अवैध रूप से धान का भंडारण करने पर हुई कार्यवाही,320 बोरा धान जप्त

महासमुंद – कलेक्टर कार्तिकेया गोयल के निर्देशानुसार आज भी राजस्व एवं खाद्य विभाग की टीम ने जिले में धान के अवैध कारोबार में लगे हुए लोगों पर अपनी कड़ी नजर बनाए रखी। जाँच दल द्वारा धुंआधार कार्यवाही करते हुए सोमवार 28 दिसम्बर को 10 प्रकरणोें पर कार्यवाही करते हुए 320 बोरा धान (128 क्विंटल) जप्त किया गया ।

इन जगहों पर हुई कार्यवाही

प्राप्त जानकारी अनुसार तहसील महासमुन्द के अंतर्गत ग्राम रायतुम निवासी संजय अग्रवाल से 25 बोरी, ग्राम तुमगांव निवासी गोकुल साहू से 30 बोरी,ग्राम पासिद निवासी टिकेश्वर निषाद से 50 बोरी,ग्राम जलकी निवासी  मोती निषाद से 25 बोरी ,ग्राम छपारोडीह निवासी  राजेन्द्र सेन से 25 बोरी,ग्राम पासिद निवासी ईशु कुमार से 30 बोरी,ग्राम मरौद निवासी दक्ष कुमार से 30 बोरी एवं ग्राम सिरपुर निवासी कमल किशोर टावरी से 25 बोरी धान जप्त किया गया। इसी प्रकार तहसील पिथौरा के अंतर्गत ग्राम भुरकोनी निवासी  राधेश्याम अग्रवाल से 30 बोरी व तहसील सराईपाली अंतर्गत ग्राम प्रेतेनडीह निवासी  प्रशांत बारीक से 50 बोरी धान की जप्ती की गई।

10 लोगों पर अवैध रूप से धान का भंडारण करने पर हुई कार्यवाही,320 बोरा धान जप्त

बनाए गए है जांच नाका

उल्लेखनीय है कि प्रदेश में धान खरीदी का कार्य 01 दिसम्बर 2020 से शुरू होने के बाद अब तक जिले में कुल 158 प्रकरण दर्ज किए गए है। जिनमें 8325 बोरा धान अर्थात् 3330 क्विंटल धान और अवैध परिवहन में लगे हुए 10 वाहन की जप्ती की गई है। कलेक्टर कार्तिकेया गोयल के मार्गदर्शन में तहसीलदार, थाना प्रभारी, खाद्य निरीक्षक की संयुक्त उड़नदस्ता टीम का गठन कर अवैध धान परिवहन और अवैध धान भंडारण पर सतत निगरानी की जा रही है। ओड़िशा सीमा पर बसे गांव आदि पर अवैध धान परिवहन को रोकने के लिए जांच नाका भी बनाए गए है। इन नाकों पर संबंधित अधिकारी बराबर नजर बनाए हुए हैं और सतत निरीक्षण कर रहे हैं।

जिले में अब तक 35 हजार 437 बोरा धान जब्त आज 10 प्रकरणों पर हुई कार्यवाही

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तत्काल ट्राई सायकिल पाकर गदगद हुआ छत्तकुमार, अब आने-जाने में होगी सुविधा

तत्काल ट्राई सायकिल पाकर गदगद हुआ छत्तकुमार, अब आने-जाने में होगी सुविधा

बलौदाबाजार- जिले के कसडोल निवासी दिव्यांग छत्तकुमार अब सुगमता पूर्वक आईटीआई की पढ़ाई नियमित रूप से जारी रख पाएगा। दोनों पैरों से दिव्यांग छत्तकुमार को स्कूल आने-जाने के लिए अब दूसरों का सहारा लेने की जरूरत नहीं होगी। कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने उनसे मुलाकात करने पहुंचे दिव्यांग की तकलीफ को महसूस करते हुए तत्काल एक ट्राई सायकिल प्रदान की है। तत्काल ट्राई सायकिल मिलने से छत्तकुमार गदगद है और जिला कलेक्टर को धन्यवाद दिया।

साधन की अभाव में दिक्कत का सामना

गौरतलब है कि छत्तकुमार निषाद जो कि दोनों पैरों से चलने-फिरने में अक्षम है।आई.टी.आई. कसडोल से कोपा की पढाई कर रहे हैं। इन्हे कालेज आने-जाने के लिए साधन की अभाव में दिक्कत का सामना करना पड रहा था। इनके व्दारा कलेक्टर कार्यालय पहुंच कर ट्रायसायकल की मांग की गई। इस पर कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने सवेदनशीलता का परिचय देते हुए समाज कल्याण विभाग को निर्देशित किया। जिला कलेक्टर के हाथों सहायक उपकरण ट्रायसायकल पाते ही छत्तकुमार गदगद हो गये। उन्होनें मांग पर तुरन्त ट्रायसायकल प्रदाय करने करने के लिए कलेक्टर का बहुत बहुत धन्यवाद किया। वे कलेक्टर के सामने अपनी समस्या रखने आये थे और ट्रायसायकल साथ लेकर गये।

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आने जाने में सुविधा होगी

छत्तकुमार का कहना है कि इस ट्रायसायकल से उन्हें आईटीआई कालेज आने जाने में सुविधा होगी और वह अपनी पढाई पूरी कर सकेगें। इस मोैके पर उप संचालक समाज कल्याण आशा शुक्ला भी उपस्थित थी। उन्होंने बताया कि छत्तकुमार निषाद को दिव्यांग पेंशन एवं दिव्यांग छात्रवृत्ति से भी लाभान्वित किया जा रहा है। इन्हीं की तरह स्कूल कालेज में अध्ययनरत् अन्य दिव्यांग विद्यार्थाी भी संस्था प्रमुख व्दारा प्रमाणित दस्तावेजो के साथ संबंधित जनपद पंचायत अथवा नगरीय निकाय में दिव्यांग छात्रवृत्ति के लिए आवेदन कर योजना से लाभान्वित हो सकते है।

स्वास्थ्य मंत्री ने तम्बाकुयुक्त गुटखा, पान मसाला एवं गुड़ाखू पर तत्काल प्रतिबंध लगाने जीएसटी सचिव को लिखा पत्र

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शहर विकास के लिए प्रस्तावों की स्वीकृति पर नगरीय प्रशासन मंत्री का जताया आभार

nagr palika

महासमुंद. शहर विकास के लिए 23 वार्डों में 48.03 लाख से कांक्रीटीकरण सड़क निर्माण के लिए 14वें वित्त आयोग अंतर्गत प्रस्तावों को स्वीकृति देने पर सभापति एवं भाजपा पार्षदों ने नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिव डहरिया एवं नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर का आभार जताया है. पार्षदों ने संयुक्त रूप से कहा कि इन सड़कों के निर्माण से शहर विकास को गति मिलेगी. साथ ही लंबे समय से लंबित नागरिकों की मांग भी पूरी हो रही है.

तीन बड़ी योजना को मिली मंजूरी

नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने नगर पालिका परिषद के प्रस्तावों को हरी झंडी देते हुए 14वें वित्त अंतर्गत तीन बड़ी योजना को मंजूरी दी है. इनमें इमलीभाठा में 10 लाख लीटर पानी टंकी. 23 वार्डों में कांक्रीटीकरण सड़क तथा ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए ई-रिक्शा सहित हाईवा के लिए नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा 246.96 लाख की स्वीकृति देने पर सभापति एवं भाजपा पार्षदों ने नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिव डहरिया और पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर के प्रति आभार प्रकट किया है.

चिरको में महाविद्यालय भवन निर्माण के लिए राशि स्वीकृति की मांग CM से

शहर विकास के लिए प्रस्तावों की स्वीकृति पर नगरीय प्रशासन मंत्री का जताया आभार
फ़ाइल् फोटो

कोविड से मृत्‍यु की संख्‍या विश्‍व में सबसे कम, सक्रिय मामलों की संख्‍या में गिरावट जारी

पार्षदों ने कहा कि साल 2020 वैश्विक महामारी की चपेट में आकर विकास कार्य बुरी तरह प्रभावित रहा है. ऐसे में इन निर्माण कार्य को स्वीकृति मिलना किसी अचंभे से कम नहीं है. पार्षदों ने कहा कि इन निर्माण कार्यों को मंजूरी मिलना इस बात को प्रमाणित करता है कि पूरी सिदत्त से किया गया काम देर सवेर पूरा जरूर होता है. पार्षदों ने आगे कहा कि पानी टंकी, सड़क व सफाई व्यवस्था को दूरूस्त करने में और आसानी होगी.

प्रयास व विश्वास से मिली सफलता

पार्षदों ने कहा पालिका अध्यक्ष शहर विकास को लेकर जो विजन है उसे धीरे धीरे पूरा होता दिखाई दे रहा है. सभापति संदीप घोष, देवीचंद राठी, मनीष शर्मा, रिंकू चंद्राकर, बड़े मुन्ना, माधवी सिक्का, पार्षदद्वय पवन पटेल, मीना वर्मा, कमला बरिहा, हेमलता संतोष यादव, सरला गोलू मदनकार, राहुल चंद्राकर, मंगेश टांकसाले तथा सांसद प्रतिनिधि अरविंद प्रहरे ने कहा पालिका अध्यक्ष के प्रयास व विश्वास से ही इन बड़ी योजनाओं को मंजूरी विकास के एक नये पथ पर आगे बढ़ने जा रही है.

सड़क निर्माण कार्य के लिए दो करोड़ पांच लाख 86 हजार की स्वीकृति

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कोविड से मृत्‍यु की संख्‍या विश्‍व में सबसे कम, सक्रिय मामलों की संख्‍या में गिरावट जारी

ओमिक्रोन वेरिएंट के 8,209 मामले देश के 29 राज्य में अभीतक मिले

दिल्ली-भारत में कुल सक्रिय मामलों में गिरावट का रुख लगातार जारी है। देश में आज सक्रिय मामलों की संख्‍या 2,77,301 हो गई है। कुल पॉजिटिव मामलों में सक्रिय मामलों की हिस्‍सेदारी घटकर 2.72 प्रतिशत हो गई है। पिछले 24 घंटों में कुल सक्रिय मामलों की संख्‍या में 1,389 मामलों की गिरावट दर्ज हुई है।

कोरोना मामलों की संख्‍या में कमी

एक महीने से अधिक समय से रोजाना नये मामलों की तुलना में दैनिक ठीक होने वाले मरीजों की संख्‍या अधिक चल रही है। पिछले 24 घंटों में देश में 20,021 लोग कोविड से पॉजिटिव पाए गए। इसी अवधि के दौरान 21,131 नये मरीज ठीक हुए हैं। इस प्रकार सक्रिय मामलों की संख्‍या में कमी दर्ज हुई है।

कोविड से ठीक हुए मरीजों की संख्‍या अब बढ़कर लगभग 98 लाख (97,82,669) हो गई है। रिकवरी दर भी अब बढ़कर 95.83 प्रतिशत हो गई है। ठीक हुए मरीजों की संख्‍या और सक्रिय मामलों में अंतर लगातार बढ़ते हुए आज 95 लाख (95,05,368) हो गया है।

सोने की कीमतों में मामूली गिरावट 51 हज़ार 500 के करीब पहुचा

कोविड से मृत्‍यु की संख्‍या विश्‍व में सबसे कम, सक्रिय मामलों की संख्‍या में गिरावट जारी

वैश्विक रूप से अगर तुलना की जाए, तो प्रति 10 लाख आबादी पर देश में कोविड मामलों की संख्‍या दुनिया में सबसे कम (7,397) है। वैश्विक औसत 10,149 है। रूस, इंग्‍लैंड, इटली, ब्राजील, फ्रांस और अमेरिका जैसे देशों में प्रति 10 लाख आबादी पर कोविड मामलों की संख्‍या बहुत अधिक है। 72.99 प्रतिशत नये ठीक हुए मरीज 10 राज्‍यों/केन्‍द्रशासित प्रदेशों से संबंधित हैं।

मरीज हुए ठीक

केरल में एक दिन में सबसे अधिक रोगी ठीक हुए हैं। केरल में जहां 3,463 नये मरीज ठीक हुए हैं, महाराष्‍ट्र और पश्चिम बंगाल में पिछले 24 घंटों के दौरान क्रमश: 2,124 और 1,740 नये मरीज ठीक हुए हैं। 79.61 प्रतिशत नये मामले 10 राज्‍यों और केन्‍द्रशासित प्रदेशों से हैं। केरल में 4,905 दैनिक नये मामले दर्ज हुए हैं। यह संख्‍या सबसे अधिक है। इसके बाद महाराष्‍ट्र और पश्चिम बंगाल में क्रमश: 3,314 और 1,435 नये मामले दर्ज हुए हैं।

तेज बारिश व् ओलावृष्टि से तापमान में गिरावट,फसलो को पहुची क्षति

कोविड से मृत्‍यु की संख्‍या विश्‍व में सबसे कम, सक्रिय मामलों की संख्‍या में गिरावट जारी

पिछले 24 घंटों के दौरान 279 लोगों की मृत्यु

पिछले 24 घंटों के दौरान 279 लोगों ने जान गंवाई है। दैनिक मौत के 80.29 प्रतिशत मामले 10 राज्‍यों/केन्‍द्रशासित प्रदेशों से सम्‍बन्धित हैं। महाराष्‍ट्र में पिछले 24 घंटों के दौरान सबसे अधिक (66) मौत दर्ज हुई। इसके पश्‍चात पश्चिम बंगाल और केरल में कोविड के कारण क्रमश: 29 और 25 मरीजों की मौत हुई है। देश में रोजाना होने वाली मरीजों की मौत में लगातार गिरावट हो रही है। भारत में प्रति 10 लाख आबादी पर मृत्‍यु दर 107 है, जो दुनिया में सबसे कम है, ज‍बकि वैश्विक औसत 224 है।

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मैजेंटा लाइन पर देश की पहली बिना ड्राइवर वाली ट्रेन का उद्घाटन किया PM मोदी ने

मैजेंटा लाइन पर देश की पहली बिना ड्राइवर वाली ट्रेन का उद्घाटन किया PM मोदी ने

दिल्ली-प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से दिल्ली मेट्रो की मैजेंटा लाइन पर भारत की पहली बिना ड्राइवर के चलने वाली मेट्रो ट्रेन के परिचालन का उद्घाटन किया। आज नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड की दिल्ली मेट्रो की एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन में शुरुआत की गई। यह कार्ड पिछले साल अहमदाबाद में शुरू किया गया था। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी उपस्थित थे।

आज 700 किलोमीटर से अधिक मेट्रो लाइनें

दिल्ली मेट्रो की मैजेंटा लाइन के उद्घाटन अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 में  केवल 5 शहरों में मेट्रो रेल थी, लेकिन यह आज 18 शहरों में उपलब्ध है। वर्ष 2025 तक  हम इसका 25 से अधिक शहरों में विस्तार करने जा रहे हैं। 2014 में  देश में केवल 248 किमी मेट्रो लाइने परिचालित थीं, लेकिन आज 700 किलोमीटर से अधिक मेट्रो लाइनें परिचालित हैं, इस प्रकार इसमें तीन गुना बढ़ोतरी हुई है। वर्ष 2025 तक, हम इसका 1700 किमी तक विस्तार करने का प्रयास कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने विभिन्‍न प्रकार की मेट्रो रेल को सूचीबद्ध किया, जिन पर काम किया जा रहा है। दिल्ली और मेरठ के बीच रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) के बारे में प्रधान मंत्री ने कहा कि इससे दिल्ली और मेरठ के बीच की दूरी एक घंटे से भी कम हो जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन शहरों में यात्रियों की संख्या कम है, वहां मेट्रोलाइट रेल पर काम किया जा रहा है।

मैजेंटा लाइन पर देश की पहली बिना ड्राइवर वाली ट्रेन का उद्घाटन किया PM मोदी ने

मेट्रोलाइट रेल का निर्माण सामान्य मेट्रो की 40 प्रतिशत लागत पर किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि मेट्रोनिओ का निर्माण उन शहरों में किया जा रहा है, जहां यात्रियों की संख्‍या कम है। इस मेट्रो का निर्माण सामान्य मेट्रो की 25 प्रतिशत लागत पर हो जाएगा। इसी प्रकार, वाटर मेट्रो अलग सोच वाली होगी। इसका निर्माण उन शहरों में किया जा रहा है,  जहां बड़े-बड़े जल निकाय हैं। यह द्वीपों के पास रहने वाले लोगों को अंतिम छोर तक कनेक्टिविटी उपलब्‍ध कराएगी।

‘मेक इन इंडिया’ महत्वपूर्ण है

प्रधानमंत्री ने कहा कि मेट्रो सेवाओं के विस्तार के लिए ‘मेक इन इंडिया’ महत्वपूर्ण है। ‘मेक इन इंडिया’ से लागत कम होती है, जिससे विदेशी मुद्रा की बचत होती है  और देश में लोगों को अधिक रोजगार उपलब्‍ध होते हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि रोलिंग स्टॉक के मानकीकरण ने अब हर कोच की लागत 12 करोड़ से घटाकर 8 करोड़ कर दी है। आज, चार बड़ी कंपनियां देश में मेट्रो कोच का विनिर्माण कर रही हैं और दर्जनों कंपनियां मेट्रो के घटकों के विनिर्माण में लगी हुई हैं। इससे ‘मेक इन इंडिया’ के साथ-साथ आत्मनिर्भर भारत के अभियान में भी मदद मिल रही है।

चुनिंदा देशों में हुआ शामिल

प्रधानमंत्री ने कहा कि बिना ड्राइवर वाली मेट्रो रेल की उपलब्धि से हमारा देश दुनिया के उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है, जहाँ इस प्रकार की सुविधाएँ उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी ब्रेकिंग प्रणाली का उपयोग किया जा रहा है, जिसमें ब्रेक लगाने पर 50 प्रतिशत ऊर्जा वापस ग्रिड में चली जाती है। आज दिल्‍ली मेट्रो में 130 मेगावाट सौर ऊर्जा का उपयोग किया जा रहा है, जिसे बढ़ाकर 600 मेगावाट कर दिया जाएगा।

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