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हाथी के हमले से मृत पीड़ित परिवारों को मिलेगा मुआवजा राशि RTGS के माध्यम से

हाथी के हमले से मृत पीड़ित परिवारों को मिलेगा मुआवजा राशि RTGS के माध्यम से

महासमुंद- हाथी के हमले से मृत दो लोगों के परिजनों को राहत पहुंचाते हुए वन विभाग ने छह-छह लाख रूपए की राशि स्वीकृत की है। आज शनिवार को संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने पीड़ित परिवार के सदस्यों को क्षतिपूर्ति मुआवजा राशि के आदेश की काॅपी प्रदान की। यह राशि आरटीजीएस के माध्यम से शीघ्र ही संबंधितों के खाते में जमा कराई जाएगी।

गौरतलब है कि ग्राम अछोला निवासी रविदास पिता राजेंद्र सतनामी तथा परसाडीह निवासी मनीराम पिता रामलाल यादव की हाथी के हमले से मौत हो गई थी। बाद इसके वन परिक्षेत्र अधिकारी महासमुंद द्वारा तत्काल शव परीक्षण प्रतिवेदन के आधार पर दोनों पीड़ित परिवारों के लिए छह-छह लाख की राशि स्वीकृत की।

बाघ के हमले से एक श्रमिक की हुई मौत

हाथी के हमले से मृत पीड़ित परिवारों को मिलेगा मुआवजा राशि RTGS के माध्यम से

सुशासन में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर को मिला रेकिंग में दूसरा स्थान

शनिवार को अपने निवास पर संसदीय सचिव ने पीड़ित परिवार के सदस्यों को क्षतिपूर्ति मुआवजा राशि के आदेश की काॅपी प्रदान की। जल्द ही यह राशि आरटीजीएस के माध्यम से संबंधितों पीढ़ित परिवार के खाते में जमा कराई जाएगी। संसदीय सचिव ने कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में वन्यप्राणियों द्वारा जनहानि पर चार लाख रूपए की राशि दी जा रही थी। जिसे बढ़ाने क्षेत्रवासियों द्वारा बढ़ाने की मांग लगातार की जा रही थी।

मुख्य मार्ग में 1.61 करोड़ की लागत से लगे खम्बे एक सप्ताह में होंगे प्रकाशमान

प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद जनहानि पर चार लाख को बढ़ा कर छह लाख रूपए की सहायता दी जा रही है। इस अवसर पर रेंजर सालिक राम डडसेना, परिक्षेत्र सहायक तुमगांव चुमेश साहू, राधेलाल सिन्हा, कमलनारायण साहू, चंदन भारद्वाज, राकेश कुमार धृतलहरे, रामप्रसाद यादव, दानीराम यादव सहित ग्रामीणजन मौजूद थे।

सुशासन में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर को मिला रेकिंग में दूसरा स्थान

सुशासन में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर को मिला रेकिंग में दूसरा स्थान
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रायपुर-छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर को सुशासन में दूसरा स्थान मिला है। वहीं, रायपुर देश के टॉप 10 रहने योग्य राजधानियों में आठवें स्थान पर है।

मुख्य मार्ग में 1.61 करोड़ की लागत से लगे खम्बे एक सप्ताह में होंगे प्रकाशमान

सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट द्वारा ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स 2020 जारी किया गया है। इस रिपोर्ट बताया गया है कि, राज्य की राजधानियाँ भारत के सबसे अधिक रहने योग्य शहरों में से हैं। ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स 2020 के अनुसार छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर 8वें सर्वश्रेष्ठ राजधानी में शामिल है। इतना ही नहीं रायपुर गुड गवर्नेंस के टॉप शहरों में भी शामिल है। रिपोर्ट में बताया गया है कि सुशासन में रायपुर देश की राजधानियों में दूसरे स्थान पर है। पहले स्थान पर भोपाल और दिल्ली को चौथा स्थान प्राप्त हुआ है।

गंदगी मुक्त भारत अभियान: छत्तीसगढ़ राज्य को देश भर में मिला दूसरा स्थान

सुशासन में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर को मिला रेकिंग में दूसरा स्थान
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गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शासन तंत्र को दुरुस्त करने के साथ ही योजनाओं और उनके समयबद्ध बेहतर क्रियान्वयन पर जोर दिया जा रहा है। इसके साथ ही ई गवर्नेन्स के माध्यम से पारदर्शिता और सहुलियत बढ़ाई गई है।

परायी सोच,सिलसिला,पेट की खातिर व्  भय- महेश राजा की लघु कथाए

ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स पर स्कोर निर्धारित करने के लिए, चार मापदंडों का उपयोग किया गया था: जीवन की गुणवत्ता, आर्थिक क्षमता, स्थिरता और नागरिकों की धारणा। रिपोर्ट में भारत के राज्यों की राजधानियाँ उस राज्य के विकास का एक अच्छा संकेत दे रही है। सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट द्वारा जारी एक नई रिपोर्ट ने भी यह वास्तव में स्थापित किया है कि देश में कौन सी राज्य की राजधानियाँ भारत के सबसे अधिक रहने योग्य शहरों में से हैं।

शहरों की शासन रैंकिंग की गुणवत्ता के लिए, पाँच मापदंडों का उपयोग किया गया था, सेवाएँ, वित्त, प्रौद्योगिकी, शहरी नियोजन और समग्र शासन।

मुख्य मार्ग में 1.61 करोड़ की लागत से लगे खम्बे एक सप्ताह में होंगे प्रकाशमान

सितली नाला से जिला अस्पताल तक लगे खम्बे एक सप्ताह में होंगे प्रकाशमय

महासमुंद- नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्राकर ने आज 19 जून 2021 को नगर के बहुप्रतीक्षित कार्य मुख्य मार्ग के बीचों-बीच सितली नाला से जिला अस्पताल तक प्रकाश व्यवस्था को प्रारम्भ करने हेतु दो स्थानों पर ट्रांसफार्मर की स्थापना स्वयं उपस्थित होकर कराया। ज्ञात हो कि मुख्य मार्ग पर लगभग 1.61 करोड़ की लागत से विद्युत पोल व लाइट तथा 5.66 लाख की लागत से ट्रांसफार्मर स्थापित किए जा रहे हैं।

तेज बारिश व् ओलावृष्टि से तापमान में गिरावट,फसलो को पहुची क्षति

मुख्य मार्ग में 1.61 करोड़ की लागत से लगे खम्बे एक सप्ताह में होंगे प्रकाशमान

इस अवसर पर नागरिकों से चर्चा करते हुए पालिकाध्यक्ष चन्द्राकर ने बताया कि यह कार्य 14वें वित्त मद से नगर पालिका द्वारा किया जा रहा है। आगामी एक सप्ताह के अंदर शहरवासियों को मुख्य मार्ग नेशनल हाईवे 53 रौशनी से जगमगा उठेगी। साथ ही नगर को प्रकाश व्यवस्था की शानदार सौगात मिल जाएगी। पालिकाध्यक्ष ने कहा, यह कार्य मेरे परिषद व पीआईसी टीम के सहयोग से सम्भव हो पाया है।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांगो पर सरकार ने लिया संज्ञान,उचित पहल का आश्वासन

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धान की स्वर्णा वेरायटी से अब किसानों का हो रहा है मोह भंग-भाजपा नेता नरेंद्र चन्द्राकर

इस अवसर पर सभापति संदीप घोष, देवीचंद राठी, रिंकू चंद्राकर, मुन्ना देवार, माधवी सिका, पार्षद महेन्द्र जैन, मीना वर्मा, कमला बरिहा, हेमलता संतोष यादव, महेंद्र सिका, विद्युत प्रभारी सीताराम तेलक आदि उपस्थित थे।

 

परायी सोच,सिलसिला,पेट की खातिर व्  भय- महेश राजा की लघु कथाए

महेश राजा की लघुकथा उपयोगिता के साथ पढिए अन्य लघुकथा

महासमुंदजिले के ख्यातिप्राप्त लघुकथाकर महेश राजा की लघु कथाए परायी सोच,सिलसिला,पेट की खातिर व्  भय सुधि पाठकों के लिए हर शनिवार की तरह इस शनिवार को भी उपलब्ध है ।

परायी सोच-रात से बारिश हो रही थी।समीर जी झूले में बैठकर आज का अखबार पढ़ रहे थे। सुनीता जी अदरक वाली चाय के दो प्याले लिये आयी।पास रखी कुर्सी पर बैठ गयी।रात से घुटनों में बड़ा दर्द था।रात भर कराहती रही।समीर भी जाग रहे थे। काफी इलाज करा लिया था।बेटा भी माँ की सेहत को लेकर चिंतित रहता।परंतु उम्र अपना असर दिखाती ही है।

चाय की चुस्कियों के बीच सुनीता जी कह रही थी-“ओ जी,आज अगर हमारी बेटी होती तो कितना अच्छा रहता।घर के काम में मेरी मदद करती।यह घुटने का दर्द कमबख्त…..। समीर आश्चर्य से पत्नी की तरफ देख रहे थे।आज के हालात देख कर बेटी न हो वे हमेंशा ऐसा कहती ।उन्होंने एक ही बेटे को जन्म दिया था। समीर ने कई बार कहा कोई कामवाली रख लो।पर सुनीता को यह पसंद नहीं था।वे घर के काम हाथ से ही करना पसंद करती।

पहनावा,वट सावित्री के घागे,नशा-महेश राजा की लघु कथाए

परायी सोच,सिलसिला,पेट की खातिर व्  भय- महेश राजा की लघु कथाए
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समीर जी ने चाय समाप्त कर चुटकी ली-“अब तो तुम्हारा लाड़ला पढ़ाई पूरी कर लौट रहा है।उसका ब्याह कर दो।फिर खूब लाड़ लड़ाना बहु-बेटे का।” सुनीता जी ने गहरी साँस ली-“कहाँ हो पायेगा ऐसा? बहु तो पराये घर से आयेगी न। फिर बेटे की जाब भी शहर में होगी।वह तो बहु को लेकर चला जायेगा न। वे हमारे साथ कहाँ रह पायेंगेफिर रह जायेंगे हम दोनों अकेले…..।

समीर जी कहना चाह रहे थे।इसी सोच को बदलने की जरूरत है।बहु को बेटी बनाकर रखा जाये तो सब ठीक हो जाता है।फिर सायास कह उठे-” हम अकेले कहाँ है।हम साथ-साथ है न।एक दूजे के लिये। फिर जब मन चाहेगा जाकर रहेंगे न उनके पास।। वे भी तो समय-समय पर आते रहेंगे।” यह कह कर वे मुस्कुराने की असफल कोशिश करते रहे। सुनीता जी चाय के कप को सिंक में ले जाकर धोती रही।फिर सोच में ड़ूब गयी।बेटे के भविष्य को लेकर। बारिश और भी तेज हो गयी थी।

सिलसिला-

-“क्या सोच रही हो?” “सोचने के लिये अब कुछ नहीं है।” इतनी चुप क्यों हो?कुछ कहती क्यों नहीं।”
-“कहने सुनने को अब कुछ बाकी नहीं बचा।” “इतनी तल्खी?आखिर क्यों?” “सोचो,शायद!कुछ याद आ जाये।”
-“इस तरह से कैसे चलेगा?” जैसा पहले चलते आया है।फिक्र मत करो,तुम्हारी गृहस्थी वैसे ही चलती रहेगी।तुम्हारा खाना,पीना,कपड़े,सोना और बच्चों की जिम्मेदारी।सब करती रहूँगी। और हाँ ,मैं पहली नारी नहीं जिसके साथ यह सब हो रहा है।यह तो सदा से ही चलता आया है।सो जाओ।” दोनों मुँह फेर कर लेट गये।कमरें में एक अजीब सी खामोशी पसरी पड़ी थी।

 पेट की खातिर-

ट्रेन रूक गयी थी।उसकी मंझिल आ गयी थी।सूटकेस उठाकर वह बाहर आ गया। काफी बदल गया था शहर।एक तरफ आटो रिक्शा वाले खड़े थे तो एक तरफ सायकिल रिक्शा। जिस स्थान पर उसे पहुँचना था,वह स्टेशन से दूर था।अकेली सवारी का आटो वाले ज्यादा रूपया मांग रहे थे।उसने एक सायकिल रिक्शा वाले से पूछा,रिक्शेवाले ने सतर रूपये बताये जो उसे ज्यादा लगे।वह पचास रूपये देने को तैयार था।रिक्शेवाले ने कहा-“बहुत दूर है साहब,इससे कम में कोई नहीं तैयार होगा।”

वह थोड़ा आगे बढ़ा।मन हो रहा था एक प्याली चाय पी लें तो सफर की थकान दूर हो जाये। तभी सामने से एक बूढ़ा रिक्शा वाला बाबा आ पहुंँचा।बोला-“कहाँ जाना है बाबू ,आओ बैठो, छोड़ दूं।”उसने जगह का नाम बताया तो बाबा बोला-“सतर रुपये किराया होता है।” उसने ना कही।इस पर बाबा बोला-“इस शहर में नये लगते हो।अच्छा तुम कितना दोगे?”

उसने बताया-“पचास रूपये।” बाबा बोला-“बैठो,भाई।पहुंँचा देता हूँ।” गमछे से माथे पर आये पसीने को पोंछकर बाबा ने रिक्शा आगे बढ़ा लिया। आधी दूर पहुंँचे होंगे तो युवक ने प्रश्न किया-“बाबा,बूढ़े हो ,थके भी दिखते हो।जब वहांँ तक का किराया सतर होता है तो तुम पचास में क्यों तैयार हुए?”

बाबा साँस लेने रूका फिर बोला-“बाबू शरीर अभी नहीं थका है,पर यह जो पेट की आग होती है न वह तन और मन दोनों को थका देती है। आज सुबह से बोहनी नहीं हुयी थी।कुछ खाया भी न था।फिर मुझे तुम भी जरूरत मंद लगे। तो तैयार हो
गये। यहाँ कैसे आये?”

ग्रामीणों की सोच से भालूओं के लिए पहाड़ पर ही हुई दाना-पानी की व्यवस्था

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पास ही चाय की टपरी दिखी।युवक ने बाबा को रिक्शा रोकने को कहा।चाय वाले से दो चाय और पारलेजी का एक पैकेट लिया।बाबा को दिया।स्वयं भी चाय पीने लगा। उसने कहा-“बाबा,आज यहाँ पर मेरा साक्षात्कार है।मुझे नौकरी की सख्त जरूरत है।मेरे लिये दुआ करना।”

चाय पीकर उसने बाबा के शरीर को देखा तो अपने पिता की याद हो आयी।कुछ सोच कर उसने जेब से सतर रूपये निकाल कर बाबा को देते हुए कहा-“बाबा,आप जाओ।कुछ खा पी लेना।मैं थोड़ा रूक कर जाऊंगा।”

बाबा नहीं मान रहा था।स्थान पर पहुंँचाये बिना रूपये न ले रहा था।मुश्किल से जब उसने कहा-“आप मेरे पिता समान हो।तब सिर्फ़ पचास रूपये लेने लगा।युवक ने जिद कर सतर रूपयेही दिये। बाबा ने आसमान की तरफ देखकर हाथ जोड़े मानो वह उस युवक के लिये दुआ मांँग रहा हो।युवक ने भी हाथ जोड़ दिये। रिक्शेवाला बाबा अनेक आशीष देता आगे बढ़ गया.युवक उन्हें जाते देखता रहा।

भय

संतोषी बरतन पर जल्दी जल्दी हाथ चला रही थी।आज दिन भर मौसम गर्म रहा।वह थक गयी थी। सुबह वह मनु को अकेला खोली में छोड़कर चली आता।नाश्ता, दूध सब देने के बाद।पड़ोस की मीना को मनु का ख्याल रखने को कह जाती।सुबह से काम पर निकलती रोज शाम हो जाती।कभी-कभी मालकिन से कह कर दोपहर के भोजन के समय घर आकर अपने हाथ से मनु को खिला कर सूला जाती।

फिर भी ड़र बना रहा था।आजकल बीमारी भी तो फैली हुई है।छाती पर पत्थर रख कर वह मनु को अकेला छोड़कर काम पर आती।पर,मन वहीं लगा रहता। मालकिन का स्वभाव दयालु था।वे उसका बहुत ख्याल रखनी।मालकिन खिलाने-पिलाने की बड़ी शौकीन थी।शहर में ही ढ़ेर सारे रिश्तेदार थे।कोई न कोई शाम को आ ही जाता।

परायी सोच,सिलसिला,पेट की खातिर व्  भय- महेश राजा की लघु कथाए
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बर्तनों का ढ़ेर बढ़ता ही जा रहा था।संतोषी की तबियत भी ठीक न थी।वह हाथ धोकर सुस्ताते बैठ गयी।तभी मालकिन कुछ बर्तन लिये आयी।संतोषी को थका जानकर पूछ बैठी-“क्या हो गया संतोषी?
वह उठते हुए बोली-“दीदी हरारत लग रही है?”

मालकिन ने आशंकित नजरों से उसे देखा-“ज्यादा खाँसी वगैरह तो नहीं है न।अच्छा तू बैठ।” मालकिन भीतर जाकर मसाला चाय का कप लिये आयी।उसे पिलाया ,फिर कुछ रूपयें और बच्चे के लिये सूखा नाश्ता देकर बोली-“अब तू घर जा।आराम कर।जरूरत पड़े तो डाक्टर को दिखा देना और एक दो दिन घर पर ही रहना।”

हाथ जोड़कर उसने मालकिन के प्रति मौन आभार प्रकट किया। घर जाते -जाते सोच रही थी कल दिन भर घर पर रखकर मनु की देखभाल करेगी।उसे मनपसंद खाना खिलायेगी।कितने दिनों से मनु बरा खाने की मांग कर रहा था।अबउसकी चाल तेज हो गयी।वह चाहती थी जल्दी घर पहुंच जाये और मनु का चेहरा देख सके।ऐसा सोचना उसे भला लगा।

 

धरसीवां विधायक के नेतृत्व में बिलासपुर रिंग रोड पर किया चक्का जाम

धरसीवां विधायक के नेतृत्व में बिलासपुर रिंग रोड पर किया चक्का जाम

एमके शुक्ला-रायपुर:-देश मे बढ़ती महंगाई को लेकर प्रदेश की कांग्रेस सरकार के निर्देशानुसार पूरे प्रदेश में मोदी सरकार के विरुद्ध जगह जगह कांग्रेस द्वारा चक्का जाम किया गया इसी कड़ी में राजधानी के रायपुर बिलासपुर रिंग रोड पर धरसीवां विधायक अनिता योगेंद्र शर्मा के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने चक्का जाम किया।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांगो पर सरकार ने लिया संज्ञान,उचित पहल का आश्वासन

खाद के स्टॉक में मिली गड़बड़ी, समिति प्रबंधकों को नोटिस जारी

किसानों ने NH-53 पर किया चक्काजाम राष्ट्रपति व् CM के नाम SDM को सौपे ज्ञापन

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धान की स्वर्णा वेरायटी से अब किसानों का हो रहा है मोह भंग-भाजपा नेता नरेंद्र चन्द्राकर

रिंग रोड में धरना-प्रदर्शन के दौरान विधायक शर्मा ने कहा कि मोदी सरकार अच्छे दिन का वादा करके जनता को भर्मित करके मोदी सरकार सिर्फ जनता को लूटने का काम कर रही है,उन्होंने कहा आज जनता कोरोना महामारी से त्रस्त है ।उसके बावजूद मोदी सरकार पेट्रोल डीजल गैस खाद्य प्रदार्थों के दामों में लगातार वृद्धि करती जा रही है। विधायक शर्मा ने कहा आज सांकेतिक धरना प्रदर्शन करके मोदीजी को आगाह करना चाहती हूँ कि महंगाई कम नही हुई तो पूरे प्रदेश की जनता सड़क पर उतरने को बाध्य होगी

 

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांगो पर सरकार ने लिया संज्ञान,उचित पहल का आश्वासन

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांगो पर सरकार ने लिया संज्ञान,उचित पहल का आश्वासन

एमके शुक्ला-रायपुर- भारतीय मजदूर संघ छत्तीसगढ़ का त्रैवार्षिक अधिवेशन दिनांक 13 व 14 मार्च को रायपुर में आयोजित किया गया था। जिसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांगो व समस्याओं को लेकर प्रस्ताव पारित कर सरकार को अवगत कराया गया था। जिसको राज्य शासन ने गंभीरता से लेते हुए इंद्रावती भवन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की समस्याओं को लेकर महिला एवं बाल विकास विभाग के अफसरों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका संघ के पदाधिकारियों की बैठक हुई।

बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग छत्तीसगढ़ की डायरेक्टर दिव्या उमेश मिश्रा और जाइंट डायरेक्टर डीएस मरावी की उपस्थिति में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका संघ छत्तीसगढ़ (अखिल भारतीय कर्मचारी संघ नई दिल्ली संबंध भारतीय मजदूर संघ) की प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया मरावी और महामंत्री गुरमीत कौर ने प्रदेश की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की समस्याओं को रखा।

महंगाई को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ कांग्रेस ने किया प्रदर्शन व् साधा निशाना

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांगो पर सरकार ने लिया संज्ञान,उचित पहल का आश्वासन

बढ़ते पेट्रोल-डीजल की कीमतों के खिलाफ शिवसेना ने बनाया मानव श्रृंखला

इन प्रमुख मांगो पर चर्चा करते हुए संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को न्यूनतम वेतन दिया जाना चाहिए, कोविड महामारी के दौरान लगातार कार्य करते हुए अस्वस्थ होने वाले सभी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को चिकित्सा के लिए खर्च की गई राशि का भुगतान, पोषण ट्रैकर में कार्य करने के लिए नई व अच्छी कंपनी का मोबाइल व 4 जी सिम उपलब्ध कराने की मांग भी प्रमुखता से उठाई गई।

धान की स्वर्णा वेरायटी से अब किसानों का हो रहा है मोह भंग-भाजपा नेता नरेंद्र चन्द्राकर

संघ की ओर से कहा गया कि आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यकर्ता व सहायिका के रिक्त पदों पर अतिशीघ्र नियुक्ति करने और मिनी आंगनबाड़ी केंद्र को मेन आंगनबाड़ी का दर्जा देने की कार्रवाई तत्काल शुरू होना चाहिए। इसके साथ ही वर्तमान में मंहगाई को देखते हुए आंगनबाड़ी भवन किराया में वृद्धि करने की मांग की गई। परियोजना कार्यालय से आंगनबाड़ी केंद्र सामग्री हेतु वाहन खर्च की राशि देने की मांग पर भी चर्चा की गई।

विभाग की डायरेक्टर दिव्या उमेश मिश्रा और जाइंट डायरेक्टर डी एस मरावी ने समस्याओं के निराकरण के लिए सार्थक चर्चा के साथ ही उचित पहल करने का आश्वासन दिया है। भारतीय मजदूर संघ छत्तीसगढ़ के प्रदेश महामंत्री नरोत्तम धृतलहरे ने राज्य सरकार से आशा व्यक्त करते हुए अपेक्षा की है की सरकार कर्मचारी हित में भारतीय मजदूर संघ व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं मांगो को जल्द से जल्द पूरा करे।

सरदार मनदीप सिंह सुरक्षित भव: फाउंडेशन के बने डायरेक्टर

सरदार मनदीप सिंह सुरक्षित भव: फाउंडेशन के बने डायरेक्टर

रायपुर-सुरक्षित भव: फाउंडेशन के सरदार मनदीप सिंह डायरेक्टर नियुक्त किए गए पदभार ग्रहण करने पर संस्था के पदाधिकारियों और शुभचिंतको ने शुभकामनाएं और बधाई दी।

ज्ञात हो कि सुरक्षित भव: फाउंडेशन 21 विश्व रेकॉर्ड के साथ लगातार कार्य करती आ रही, यह संस्था लगातार 9 वर्षो से यातायात के नियमों के प्रति एवं जनता में अनुशासन लाने हेतु अपने स्वयं के खर्च पर, शहर के मुख्य चौक चौराहों पर ट्रैफिक रेडियो के माध्यम से राहगीरों को लगातार जागरूक करती आ रही है।

धान की स्वर्णा वेरायटी से अब किसानों का हो रहा है मोह भंग-भाजपा नेता नरेंद्र चन्द्राकर

सरदार मनदीप सिंह सुरक्षित भव: फाउंडेशन के बने डायरेक्टर

डायरेक्टर सरदार मनदीप सिंह ने कहा कि एक स्मार्ट सिटी की कल्पना केवल साफ एवम सुंदर शहर नहीं होता है बल्कि वहां के रहने वालो को अनुशासित एवं नियमों के प्रति जागरूक रहने पर ही वह स्मार्ट सिटी कहलाता है संस्था की पूरी टीम छत्तीसगढ़ प्रदेश के 10 मुख्य शहरों से अपने लगातार कार्य को करती आ रही है । प्रदेश के रायपुर शहर में सुरक्षित भव: फाउंडेशन एक नाम से जानी जाती है । सामाजिक कार्य को गति देने का प्रमुख उद्देश्य इस संस्था का है उसे और अधिक जिम्मेदारी के साथ सभी के सहयोग से आगे बढाना है।

रायपुर नगर निगम का साथ दिया कोरोना को जड़ से मिटाने, सुरक्षित भव: फाउंडेशन ने

इस दौरान चेयरमैन संदीप धूप्पड़, डायरेक्टर पूजा धूपड़, गुलशन मारवाह, केशव राव, अध्यक्ष संजय आदिले, उपाध्यक्ष सुनीता चंसोरिया, कोषाध्यक्ष देवाशीष टांडे, सचिव जीतमल जैन, सहसचिव सुरेश अग्रवाल, लक्ष्य टारगेट, भारती मिश्रा, बी. के.राजकुमार , बाबु भाई, पल्लवी यादव, हिमानी ठाकुर,सोनिया सोनी, जीतेन्द्र सेठिया, सुरेन्द्र शर्मा , खेमराज सोनी आदि मौजूद थे ।

धान की स्वर्णा वेरायटी से अब किसानों का हो रहा है मोह भंग-भाजपा नेता नरेंद्र चन्द्राकर

क्रास वोटिंग और दलबदल कांग्रेस के स्वभाव में होता हैं-नरेंद्र चंद्राकर

बागबाहरा-छत्तीसगढ़ में सबसे अधिक स्वर्णा धान का उत्पादन होता है।धान की जिस वेरायटी ने किसानों को मालामाल भी किया अब वहीं उन्हें इसकी ख़ाहिश में कमी आ रही है। शुरुवात में किसानों को इसके विपुल उत्पादन के कारण किसानों ने सरना को अपनाया पर हालात बदले औऱ सहकारी समितियों ने राइस मिलर्स से सांठगांठ कर इस वेरायटी को मोटा किस्म के धान के रूप में कम दाम में खरीदे जाने के कारण अब उनका मोह भंग हो गया है।

खाद के स्टॉक में मिली गड़बड़ी, समिति प्रबंधकों को नोटिस जारी

भाजपा नेता पूर्व जनपद अध्यक्ष नरेन्द्र चन्द्राकर ने कहा कि आज स्वर्णा (सरना) धान की सर्वाधिक माँग है ,अधिकाँश उपभोक्ता इसे पसन्द करते हैं, इसलिए हमेशा बाजार में इसकी मांग बनी रहती है।जिसके कारण और अन्य धानो से इसमे चावल एवरेज ज्यादा होने तथा अरवा और उसना दोनों चावल बनने से दोनों राइस मिल वालों के लिए प्राथमिकता का धान हैं ।

मध्य प्रदेश, 36 गढ़ व् अन्य राज्यों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल

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तुमगांव गड़ाघाट पुल में धान से भरी ट्रक कार के उपर पलटी 3 की मौत 2 घायल

इसी कारण से सहकारी समितियों में इस धान की अलग ग्रेडिंग करने का शासकीय निर्देश भी है ।परन्तु कुछ समितियों में इसे मोटा अनाज मे ग्रेडिंग करके बाद मे राइस मिल वालों सेँटिग कर उन्हें मोटा किस्म के रूप में सप्लाई करते हैं । फायदा होने से मिल वाले भी स्वीकार कर लेते है ।

शासन, राइस मिल, सहित सबकी पसंद और उपभोक्ताओं के लिए भी इस धान की चावल को समुचित रूप से उपलब्ध कराने तथा क्वालिटी मे किसान और ज्यादा ध्यान दे,इस बिंदु पर शासन को ध्यान देना चाहिए और किसानों को स्वर्णा( सरना) धान उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करने के लिए 20 /रू प्रति किवटल बोनस देना चाहिए ।

बढ़ते पेट्रोल-डीजल की कीमतों के खिलाफ शिवसेना ने बनाया मानव श्रृंखला

बढ़ते पेट्रोल-डीजल की कीमतों के खिलाफ शिवसेना ने बनाया मानव श्रृंखला

रायपुर- प्रदेश में बढ़ते ईंधन के दामों के खिलाफ शिवसेना ने मोर्चा खोल दिया है। राजधानी में पेट्रोल और डीजल 100 रूपए प्रति लीटर के करीब पहुंच गया है। शिवसेना ने राजधानी के रेलवे स्टेशन में प्रदर्शन किया। शिवसेना ने रेलवे स्टेशन के बाहर मानव श्रृंखला व् महंगाई का रावण बनाकर प्रदर्शन किया।

पेट्रोल-डीजल की बढ़ते कीमतों के विरोध पेट्रोल पंप में सांकेतिक धरना-प्रदर्शन

बढ़ते पेट्रोल-डीजल की कीमतों के खिलाफ शिवसेना ने बनाया मानव श्रृंखला

शिवसेना जिला अध्यक्ष शशांक देशमुख ने कहा कि लोगों को पहले कोरोना वायरस के कारण नुकसान उठाना पड़ रहा था और अब पेट्रोल-डीजल के दामों के कारण नुकसान उठाना पड़ रहा है। आम जनता हो, व्यापारी हो या नौकरीपेशा व्यक्ति हो हर किसी को बढ़ते ईंधन की कीमतों से परेशानी हो रही है। केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार दोनों ने जनता को ठगने का काम किया है। अगर सरकार ईंधन की कीमतों को कम नहीं करती है तो आने वाले दिनों में शिवसेना का प्रदर्शन और तेज होगा,जिसकी पूरी जिम्मेदारी केंद्र और राज्य सरकार की होगी।

रेत के अवैध उत्खनन, परिवहन, भण्डारण के रोकथाम के लिए संयुक्त जांच दल का गठन

बढ़ते पेट्रोल-डीजल की कीमतों के खिलाफ शिवसेना ने बनाया मानव श्रृंखला

प्रदर्शन में मुख्य रूप से जिला अध्यक्ष शशांक देशमुख (सन्नी), रेशम जांगड़े, सूरज साहू, एचएन सिंह, रायगढ़ जिला अध्यक्ष रिंकू बिश्वाश ,राहुल सोनवानी, चंदकान्त वर्मा, विक्की निर्मलकर, कैलाश साहु प्रफुल्ल साहू, मो.आकिब खान, ज्योति द्विवेदी, नेहा तिवारी, माधवी महानाद, सूरज गुप्ता, सहित अन्य शिवसैनिक उपस्थित थे।

खल्लारी के कांग्रेसजनों ने महंगाई को लेकर केन्द्र सरकार की खिचाई

खल्लारी के कांग्रेसजनों ने महंगाई को लेकर केन्द्र सरकार की खिचाई की

खल्लारी- प्रदेश प्रभारी पी.एल.पुनिया, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम, महासमुंद जिला कांग्रेस के प्रभारी कन्हैया अग्रवाल एवं जिला व ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार केंद्र सरकार के महंगाई के विरोध में खल्लारी के कांग्रेसजनों ने गुरूवार 17 जून को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी और देश में महंगाई को लेकर केन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर खिचाई की।

महंगाई को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ कांग्रेस ने किया प्रदर्शन व् साधा निशाना

इस आंदोलन के माध्य से महंगाई के खिलाफ क्षेत्र के कांग्रेसीयों ने केन्द्र सरकार को खुब कोसा और केन्द्र में भाजपा के इस सरकार को अब तक के असफल सरकार बताते हुये, इस आंदोलन के माध्यम से खल्लारी के कांग्रेसजनों ने नरेन्द्र मोदी को दुनिया का सबसे ज्यादा झुठ बोलने वाला प्रधानमंत्री बताया। क्योंकि केन्द्र में भाजपा सरकार का यह 7 वर्ष काला अध्याय के रूप में अपना पहचान बना रही है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिर्फ अपने छवि को लेकर चिंतित हैं।

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खल्लारी के कांग्रेसजनों ने महंगाई को लेकर केन्द्र सरकार की खिचाई की

कांग्रेसीयों ने यह भी कहा की केन्द्र की सरकार बडे़ – बडे़ उद्योगपतियों के लिए काम कर रही है। जिसके चलते आज नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में देश की जनता गरीबी से लड़ रही है और महंगाई व बेरोजगारी बढ़ रही है। इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य सीमा निर्मलकर, विधायक प्रतिनिधि देवानंद निर्मलकर, विद्यालय विकास व प्रबंधन समिति खल्लारी के अध्यक्ष तारेश साहू, वरिष्ठ कांग्रेसी मोहन कुलदिप, ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी के संयुक्त महामंत्री राहुल कुलदिप, कांग्रेस कार्यकर्ता केवल यादव, बरूण यादव, युवराज निर्मलकर, हरिशचन्द्र विश्वकर्मा, राकेश पटेल संहित क्षेत्र के कांग्रेसजन बडी संख्या में उपस्थित रहे।