रायपुर- कोरोना वैक्सीनेशन की तैयारियां परखने आज पुरानी बस्ती रायपुर स्थित सरस्वती प्राथमिक शाला में ड्राई रन का आयोजन किया गया। स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने इसका निरीक्षण किया और इस दौरान आने वाली समस्याओं के बारे में जानकारी ली। स्वास्थ्य अधिकारियों ने उन्हें बताया कि सबसे पहले जिन्हें वैक्सीन लगना है, उनका पहचान पत्र देखकर रजिस्ट्रेशन किया गया। इसके पश्चात वैक्सीनेशन कक्ष में ले जाकर वैक्सीन लगाने के बाद पृथक कक्ष में आधे घंटे तक निगरानी में रखने के बाद उन्हें केन्द्र से जाने दिया जा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री ने ड्राई रन में शामिल मितानिन से बात की। उन्होंने अधिकारियों को पूरी प्रक्रिया सटीक तरीके से सम्पन्न करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी मीरा बघेल एवं स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे। ड्राई रन में 28 मितानिनों का रजिस्ट्रेशन कराया गया था। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के सात जिलों में आज कोरोना वैक्सीनेशन का ड्राई रन आयोजित किया गया। ये मॉकड्रिल रायपुर, सरगुजा, दुर्ग, बिलासपुर, राजनांदगांव, बस्तर और गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में किये गया।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला ने भी आज वैक्सीनेशन केन्द्र पंहुचकर ड्राई रन का निरीक्षण किया और आवश्यक निर्देश दिए। इस मॉकड्रिल का उद्देश्य कोल्ड चेन मैनेजमेंट, वैक्सीन की सप्लाई, स्टोरेज और लॉजिस्टिक्स के साथ ही वैक्सीनेशन के लिए पहुंचे लोगों के वैक्सीनेशन साइट पर पहुंचने, उनकी एंट्री, रजिस्ट्रेशन, वैक्सीनेशन व ऑब्जर्वेशन में रखने की तैयारियों को परखना था। प्रथम चरण में हेल्थकेयर में लगे दो लाख 34 हजार लोगों को वैक्सीन लगाया जाएगा।
महासमुंद:-जिले के प्रसिद्ध लघु कथाकार महेश राजा की लघु कथाए नये वर्ष की पार्टी और पीली पड़ती आँखें,नव वर्ष का स्वागत है व् दायित्व बोध पाठकों के लिए उपलब्ध है ।
नये वर्ष की पार्टी और पीली पड़ती आँखें-रोशनियों की झिलमिलाहट के बीच शहर में हर तरफ पार्टियां चल रही थी।वर्ष 2020विदा हो रहा था,और 2021का आगमन कुछ मिनटों में ही अपेक्षित था। महामारी का भय कुछ कम हुआ।सभी को इंतज़ार था वैक्सीन का। इस बार शहर में हर तरफ केक और मिठाइयों की बहुत सारी दुकानें खुली थी।लोग खुश थे।सभी ने जी भर कर खरीदारी की थी।पटाखे भी खूब बिके थे।
परेशान थे तो वे लोग जिन्हें रोज सुबह उठ कर कुछ न कुछ मेहनत कर,दिन भर खट कर घर के लिये दाल-रोटी जुटानी होती थी। ऐसा ही एक व्यक्ति रमतू था।जो इन सबसे अलग दूर एक पेड़ के पीछे छिपा खड़ा था।पहले कुछ कामकाज कर वह दो समय की रोटी जुटा लेता था।जबसे बीमार पड़ा था,लोगों ने उसे काम देना बंद कर दिया था।अब वह मजबूरन भीख मांग कर अपने बच्चों का पेट भरता था।
आज भी उसे ईंतजार था कि ये बड़े लोगों की पार्टी समाप्त हो,नौकर चाकर कुछ झूठन बाहर फेंके तो वह ले जाकर बच्चों का पेट भर सके।उसको अपने बच्चें याद आ रहे थे।उनकी पीली पड़ती आँखें याद आ रही थी,तो वह अपनी लाचारी पर रो पड़ा।पांव लड़खड़ा रहे थे।मगर किसी तरह हिम्मत कर अपने पैरों पर खड़ा था। हाल के भीतर से म्यूजिक और नाच -गाने की तेज आवाजें अब भी आ रही थी।शायद पार्टी देर रात तक चलने वाली थी।
नव वर्ष का स्वागत है
बड़ी उदास सी घड़ी थी,2020 का आखरी दिन बूढ़ा साल लाठी के सहारे धीरे धीरे क्षितिज की ओर बढ़ रहा था। उसके चेहरे पर च़िताओं की झांईयाँ थी,दुःखों की सिलवटें थी।उसने बहुत कुछ भोगा था। उसे इंतजार था उस घड़ी का जब उसके विश्राम का समय आने.वाला था। 2021नवजात शिशु के आगमन का इंतजार…..।
दूर उसे एक प्रकाश दिख रहा था।उसकी बूढ़ी आँखे चोंधिया गयी।वह इस तकलीफ़ में भी मुस्कुरा पड़ा आखिर वो घड़ी आ ही गयी।2021 की छाया ने 2020 को नमन किया।
बूढ़े साल ने उस बालक को आशीष दिया।स्वगत कहा-“,बेटे,मेरा समय मानव जाति के लिये बहुत कठिनाई का रहा।महामारी,आगजनी,अपहरण ,बलात्कार और आंदोलन।इस बूढ़ी आँखों ने बहुत कुछ सहा।ढ़ेर सारी लाशों को कँधा दिया।मासूम की सिसकियां सुनी…और भी बहुत कुछ…।अब मैं थक गया हूँ बेटा।तुम आओ….और अपना स्थान ग्रहण करों।बहुत थक गया हूँ…..।
अलौकिक प्रकाश निकट आ गया था।उसकी आकृति स्पष्ट हो रही थी।सुकुमार शिशु। बूढ़ी आँखे मुस्कुरा उठी।पुराने साल ने नये वर्ष का स्वागत किया ।आशीष दिया।तुम्हारा आगमन समूचे विश्व के लिये वरदान सिद्ध हो…।सब कुछ ठीक हो….।
धीरे धीरे पुराना साल अँधकार में गुम हो गया।नये वर्ष का आगमन हुआ। आसमान में चमकीले प्रकाश की किरणें फूट निकला।2021 मुस्कुराता खड़ा था,चारों तरफ आतिशबाजियाँ हो रही थी।नव वर्ष का आगमन हो चुका था।सबने उत्साह से नव वर्ष का स्वागत किया।चारों तरफ खुशनुमा वातावरण स्थापित हो चुका था।
दायित्व बोध
हर रोज की तरह सुबह की सैर के बाद राज अपनी मनपसंद जगह हनुमान मंदिर पर बैठा हुआ था। रीमा का फोन आया।वह गाँव गयी हुयी थी।कल लौटेगी। रीमा एक पढ़ी लिखी,शानदार आफिस में एक्जीक्यूटिव थी।अच्छे परिवार से थी।सब कुछ ठीक था,पर कहीं कुछ छूट गया था।
रीमा कह रही थी।गाँव आयी हूँ जरूरी काम से।इस बहाने माँ से मिलना हो गया।अवि भी साथ है,नानी से मिल कर खुश है।रीमा ने बताया अगले माह चाचा ससुर के घर पर शादी है।चाचा नहीं रहे तो सब कुछ इन्हें और मुझे करना है।इन्होंने सारा भार मुझ पर डाल दिया है।समय कम है।रुपयों की परवाह नहीं।पर,मेरे पास सीमित साधन है,कार भी न ही तो सबको कह दिया है खर्च करते जाओ बिल मुझे दे दो।
यहाँ यह बताना लाजिमी होगा। रीमा ने ससुराल को पूरी तरह से अपना लिया है।सास जी,ससुराल साईड के उन्नीस बच्चे साथ ही अवि।सबकी पूरी जिम्मेदारी एक कुशल सारथी की तरह निभाई है।अभी पता चला कि भतीजी दो बरस पोस्ट ग्रेजुएशन के लिये उसके पास आकर रहेगी।
यह बताते हुए उसका स्वर भीगा लगा। राज मुझे जिम्मेदारी वहन से कोई परहेज नहीं।रूपयों की भी चिंता नहीं।मुझे वाहवाही भी नहीं चाहिये।परंतु छोटी छोटी बातों पर आलोचना, निंदा यह सब मुझे भीतर तक तकलीफ़ देती है।अब ऊब गयी हूँ।जी चाहता है सब छोड़कर कहीं चली जाऊं।पर,फिर अवि…..।
बापा जी ने इनके साथ ब्याहते समय कहा था कि ससुराल को अपना लेना पूरा दायित्व निभाना।बस…..आज तक दायित्व बोध ही तो निभा रही हूँ। बहुत तकलीफ़ होती है राज को भी रोना आ गया।उसने कहा,रीमा तुम्हें हिम्मत रखनी हे,अपने लिये,अवि के लिये।हम सब के लिये……।प्लीज अपना ख्याल रखना।
दिल्ली-पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री, लोक शिकायत एवं पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्यमंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने नए वर्ष पर केंद्र सरकार के सभी कर्मचारियों के लिए “दिव्यांगता क्षतिपूर्ति” योजना की शुरुआत के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि यदि कोई कर्मचारी सेवा के दौरान दिव्यांगता का शिकार होता है और उसकी सेवाएँ दिव्यांग होने के बाद भी बरकरार रखी जाती हैं तो उन्हें “दिव्यांगता क्षतिपूर्ति” का लाभ दिया जाएगा।
आज का यह आदेश केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल सीएपीएफ के युवा जवानों जैसे सीआरपीएफ, बीएसएफ, सीआईएसएफ इत्यादि के जवानों को बड़ी राहत उपलब्ध कराएगा,जिनकी सेवा की प्रकृति के चलते अपना दायित्व निभाते हुए दिव्यांगता का शिकार होने की संभावना बनी रहती है।
यहां यह उल्लेख करना आवश्यक है कि नया आदेश सेवा नियमों की एक विसंगति को दूर करेगा जिसके चलते केंद्रीय कर्मचारियों को जटिलताओं का सामना करना पड़ता था। इस संबंध में 5 मई, 2009 को जारी किए गए आदेश के तहत 1 जनवरी, 2004 या उसके बाद सेवा में शामिल हुए सरकारी कर्मियों को केंद्रीय नागरिक सेवाओं (सीसीएस)ईओपी नियमों के अंतर्गत दिव्यांगता का लाभ नहीं मिलेगा और वह राष्ट्रीय पेंशन सिस्टम (एनपीएस) के अंतर्गत कवर होंगे। कार्मिक लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय के पेंशन विभाग द्वारा जारी नए आदेश के अंतर्गत अब उन कर्मचारियों को भी अतिरिक्त असाधारण पेंशन (ईओपी) के नियम 9 के तहत लाभ प्राप्त होगा जो एनपीएस के दायरे में आते हैं।
अन्य शब्दों में यदि एक सरकारी कर्मचारी अपनी ड्यूटी के दौरान दिव्यांगता का शिकार होता है और यह दिव्यांगता उसकी सरकारी सेवा को प्रभावित करती है और उसकी सेवा बरकरार रखी जाती है तो उसे एकमुश्त राहत राशि उपलब्ध कराई जाएगी। इसकी गणना समय-समय पर जारी की जाने वाली परिवर्तित सारणी के आधार पर की जाएगी।
नई पहल का यह है मुख्य उद्देश्य
इस आदेश के जारी होने पर संतोष व्यक्त करते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि मोदी सरकार नियमों के सरलीकरण के लिए और विभेदकारी नियमों को खत्म करने के लिए सभी आवश्यक उपाय कर रही है। उन्होंने कहा कि इस तरह की सभी प्रकार की नई पहल का मुख्य उद्देश्य सरकारी कर्मचारियों के जीवन को आसान बनाना है। इससे वह कर्मचारी भी लाभान्वित होंगे जो आज पेंशन भोगी हैं अथवा जिनके परिजन पेंशन प्राप्त कर रहे हैं।
सरकारी कर्मचारियों के हित में कार्मिक मंत्रालय ने हाल ही में एक और आदेश जारी किया था जिसके अंतर्गत पेंशन प्राप्त करने के लिए न्यूनतम 10 वर्ष की सेवा शर्त में छूट दी थी, यदि कोई सरकारी कर्मचारी शरीर से या चिकित्सकीय अक्षमता के कारण सरकारी सेवाओं से सेवानिवृत्त होता है तो। इस संदर्भ में सीसीएस (पेंशन) के नियम 38 में संशोधन कर आखिरी भुगतान के 50% पेंशन देने का नियम लागू किया गया, भले ही कर्मचारी 10 वर्ष की न्यूनतम आवश्यक सेवा शर्त को पूर्ण नहीं कर पाया हो।
इसके अतिरिक्त पेंशन से जुड़े नियमों में एक और महत्वपूर्ण सुधार किया गया और यह निर्णय किया गया कि सरकारी कर्मचारी के आश्रित को आखिरी भुगतान के 50% पेंशन का अधिकार प्राप्त करने के लिए 7 वर्ष की न्यूनतम सेवा की आवश्यक शर्त को भी खत्म किया गया। इसके तहत यदि किसी सरकारी कर्मचारी की 7 वर्ष की सेवा पूर्ण होने से पहले ही सेवा के दौरान मृत्यु हो जाती है तब भी कर्मचारी के परिवार को उसके आखिरी भुगतान के 50% राशि पेंशन के तौर पर निर्धारित की जाएगी।
महासमुंद-अनुविभागीय अधिकारी राजस्व (एसडीएम) सरायपाली कुणाल दूदावत को आज यहाँ कलेक्टर कक्ष में विदाई दी गई। SDM दूदावत का स्थानांतरण मुख्य कार्यपालन जिला पंचायत जिला कोरिया हुआ है। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने समारोह आयोजित कर विदाई दी। कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने एसडीएम को पुष्प गुच्छ एवं प्रतीक चिन्ह भेंट किया।
स्थानांतरण एक सतत प्रक्रिया है
कलेक्टर ने कहा कि कोरोना वायरस के रोकथाम एवं नियंत्रण में इनके कार्य को भुलाया नहीे जा सकता। कई बार दिन-रात काम करने पड़े। विदाई समारोह में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ. रवि मित्तल, अपर कलेक्टर जोगेंद्र कुमार नायक, एसडीएम महासमुन्द सुनील कुमार चंद्रवंशी, पिथौरा राकेश गोलछा, डिप्टी कलेक्टर बी.एस. मरकाम, तहसीलदार मूलचंद चोपड़ा एवं आबकारी अधिकारी दिनकर वासनिक उपस्थित थे।
स्थानांतरण एक सतत प्रक्रिया है,सरकारी सेवा इससे सभी को रूबरू होना ही पड़ता है। अपने एक साल की अवधि में जितना हो सका उतना जनता की सेवा करने का कोशिश की। उक्त बातें निवर्तमान एसडीएम कुणाल दूदावत व्यक्त की। ज्ञात हो कि SDM दूदावत भारतीय प्रशासनिक सेवा 2017 बैच के अधिकारी है ।
जिले के लिए स्थानीय अवकाश
कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने सामान्य पुस्तक परिपत्र के द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए कैलेण्डर वर्ष-2021 के लिए महासमुन्द जिले के समस्त शासकीय कार्यालयों तथा संस्थाओं के लिए स्थानीय अवकाश घोषित किया गया हैं। इनमें शुक्रवार 10 सितम्बर 2021 को गणेश चतुर्थी को, गुरूवार 14 अक्टूबर 2021 को दशहरा (महानवमी) एवं शनिवार 06 नवम्बर 2021 भाई दूज को स्थानीय अवकाश घोषित किया गया है। उपरोक्त स्थानीय अवकाश बैंक, कोषालय, उपकोषालय के लिए लागू नहीं होगा।
कोविड-19 टीकाकरण बैठक 02 को
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि कोविड-19 टीकाकरण के संबंध में साप्ताहिक डीटीएफआई (डिस्ट्रीक्ट टास्क फोर्स फाॅर इम्युलाईजेशन) की बैठक शनिवार 02 जनवरी 2021 को दोपहर 3ः00 से बजे रखी गई है। बैठक में खण्ड चिकित्सा अधिकारी एवं विकासखण्ड कार्यक्रम प्रबंधक आॅन लाईन माध्यम से अपने विकासखण्ड के जनपद पंचायत से जुडे़गे।
रायपुर-नए साल के पहले दिन छत्तीसगढ़ राज्य ने एक बार फिर महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा गरीबों के लिए प्रारंभ की गई प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी अंतर्गत समावेशी मॉडल मोर जमीन-मोर आवास को भारत सरकार द्वारा पुरस्कृत किया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री, हरदीप सिंह पुरी द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया ने यह पुरस्कार ग्रहण किया। ।
तीन श्रेणियों में अवार्ड मिला
भारत सरकार, आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजनान्तर्गत मिशन के 04 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में पीएमएवाय-यू और आशा अवार्ड के तहत छत्तीसगढ़ राज्य को तीन श्रेणियों में अवार्ड प्राप्त हुए हैं। इस आनलाइन पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में विभागीय मंत्री डॉ. डहरिया, संयुक्त सचिव आर. एक्का, सूडा के सीईओ सौमिल रंजन चौबे एवं उप मुख्य कार्यपालन अधिकारी शैलेन्द्र पाटले उपस्थित थे।
राज्य को पुरस्कार मिलने पर मंत्री डॉ. डहरिया ने नगरीय प्रशासन विभाग सहित सभी विजेताओं को इस उपलब्धि की बधाई देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में गरीबों को आवास देने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। हमारे द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्यों के आधार पर ही आज भारत सरकार द्वारा सम्मानति किया गया है। सबके लिए आवास योजना में सरकार के प्रयासों को सफलता का यह पहला पायदान बताया।
गौरवान्वित होने का समय
छत्तीसगढ़ राज्य को देश का मार्गदर्शक राज्य बताते हुए डॉ. डहरिया ने कहा कि छत्तीसगढ़ ने हमेशा ही देश के सामने उदाहरण प्रस्तुत किया है। स्वच्छता में भी हमारा राज्य लगातार देश का नंबर वन राज्य बना हुआ है और अब आवास योजना में भी हम देश के सामने आशा चढ़ी परवान जैसी परियोजनाओं के माध्यम से मिसाल कायम कर रहे हैं। ये समस्त छत्तीसगढ़वासियों के लिए गौरवान्वित होने का समय है।
बेस्ट कन्वर्जेंस विथ अदर मिशन
मोर जमीन-मोर मकान घटक के अन्तर्गत हितग्राहियों को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने, अन्य योजनाओं का समावेश कर उनके सफल क्रियान्वयन हेतु ”बेस्ट कन्वर्जेंस विथ अदर मिशन“ की श्रेणी में छत्तीसगढ़ राज्य को उत्तम प्रदर्शन करने हेतु पुरस्कृत किया गया।
डोंगरगढ़ को मिला इनाम
नगर पालिका परिषद, डोंगरगढ़ को अधिक से अधिक आवास निर्माण पूर्ण करने पर देश में ”बेस्ट परफॉर्मिंग म्युनिसिपल काउंसिल श्रेणी“ में पुरस्कार प्राप्त हुआ है।
हितग्राहियों को मिला पुरस्कार
प्रदेश के तीन हितग्राही मंजू साहू (धमतरी), मुमताज बेगम (धमतरी), ममता वर्मा (कवर्धा) के आवासों को देश के ”बेस्ट हाउस कंस्ट्रक्शन श्रेणी“ में पुरस्कार प्राप्त हुए।
महासमुंद-जिलाध्यक्ष डॉ रश्मि चंद्राकर ने बतलाया कि छत्तीसगढ़ में धान खरीदी का महाअभियान चालू है छत्तीसगढ़ में किसानों की लगातार कांग्रेस सरकार के किसान हितेषी फैसलो से केंद्र की मोदी सरकार को विचलित कर रखा है छत्तीसगढ़ के किसान अपनी आय दुगनी की ओर बढ़ रहे यही कारण है की मोदी सरकार छत्तीसगढ़ राज्य से भेदभाव कर रही है धान खरीदी को प्रभावित करने छत्तीसगढ़ राज्य को प्रयाप्त बारदाने नही दे रही तो वही FCI को धान लेने अब तक अनुमति नही दी है?
दिल्ली में डेरा डालने के लिए तैयार
डॉ रश्मि चंद्रकार ने आगे कहा कि आने वाले समय में छत्तीसगढ़ में धान खरीदी प्रभावित होगी जिससे की किसानों को बड़ी समस्या होगी जिसे देखते हुए भूपेश सरकार काफी गंभीर है अगर हालात नही सुधरे तो मोदी सरकार के खिलाफ किसानों के हित के लिए हर जंग लड़ने के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में दिल्ली भी कूच करेगी किसान विरोधी मोदी सरकार को नींद से जगाने दिल्ली में डेरा डालने के लिए तैयार है 36 गढ़ की कांग्रेस सरकार।
आज छत्तीसगढ़ में 80लाख मेट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य है जब की मोदी सरकार ने पर्याप्त मात्रा में बारदाने नही दिए है जिससे की बारदाने के अभाव से धान खरीदी प्रभावित होगी, क्यो छत्तीसगढ़ में भाजपा के सांसदों को इस संकट का आभास भी नही हो रहा जिलाध्यक्ष डॉ रश्मि चंद्रकार ने कहा की भाजपा के सांसदों को मोदी सरकार से कैसा डर?क्यो वो बारदानों की कमी ओर FCI को धान लेने कि अनुमति केंद्र सरकार से समय रहते नही दिला रहे क्यो वो मोदी सरकार को इस समस्या से अवगत नही करा रहे क्यो उन्हें चिट्ठी लिख कर सारी समस्याओ से अवगत नही करा रहे क्या वो नही चाहते की छत्तीसगढ़ में किसानों को होने वाली समस्या दूर हो क्या छत्तीसगढ़ के किसान केवल मात्र वोट बैंक है भाजपा की नजर में।
महासमुंद-कलेक्टर कार्तिकेया गोयल के निर्देशानुसार आज भी राजस्व एवं खाद्य विभाग की टीम ने जिले में धान के अवैध कारोबार में लगे हुए लोगों पर अपनी कड़ी नजर बनाए रखी। जाँच दल द्वारा धुंआधार कार्यवाही करते हुए गुरुवार 01 जनवरी 2021 को 05 लोगों पर कार्यवाही करते हुए 394 बोरा धान (157.06 किवंटल) जप्त किया गया ।
1. तोरण लाल चक्रधारी, ग्राम खेमड़ा तहसील बागबाहरा धान 21 बोरा 8.4 किवंटल 2. हीराराम ध्रुव, ग्राम खेमड़ा तहसील बागबाहरा धान 15 बोरा 06 किवंटल 3. मानसिंह बरिहा पिता दसरू बरिहा ग्राम सिंगारपुर तहसील पिथौरा धान 301 बोरा 120.4 किवंटल 4. गेस राम सिदार पिता स्व. गोवर्धन सिदार ग्राम छिर्रालेवा तहसील बसना धान 27 बोरा 10.8 किवंटल 5. राजेश पटेल पिता बेलाल पटेल ग्राम बिछिया तहसील बसना धान 30 बोरा 12 किवंटल बरामद किया गया इस तरह से 05 प्रकरण में 115.06 किवंटल धान जप्त किया गया।
ज्ञात हो कि 31 दिसम्बर को छापामार कार्यवाही में खेडीगाँव तहसील पिथौरा, ग्राम बेमचा महासमुंद,ग्राम डुमरडीह तहसील बागबहरा सहित 04 लोगों पर कार्यवाही करते हुए 104 बोरा धान (56.08 किवंटल) जप्त किया गया था ।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में धान खरीदी का कार्य 01 दिसम्बर 2020 से शुरू होने के बाद अब तक जिले में कुल 174 प्रकरण दर्ज किए गए है। जिनमें 9093 बोरा धान अर्थात् 3637.2 क्विंटल धान और अवैध परिवहन में लगे हुए 10 वाहन की जप्ती की गई है।
बलौदाबाजार-रायपुर संभाग आयुक्त जीआर चुरेन्द्र ने जिला के विभिन्न प्रस्तावित नवीन उत्कृष्ठ इंग्लिश मीडियम स्कूलों का निरीक्षण किया है। इस दौरान उन्होंने शिक्षा एवं लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को शीघ्रता पूर्वक कार्य करनें का निर्देश दिये है। उन्होंने कहा की यह सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। आप सभी गंभीरता पूर्वक इस महत्वकांक्षी योजना को पूर्ण करें।
इन स्कूल का किया निरीक्षण
इस दौरान उन्होंने स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय अंग्रेजी माध्यम शास.उ.मा.वि. लवन, गुरू घासीदास स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय अंग्रेजी माध्यम शास.उ.मा.वि. कसडोल,स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय अंग्रेजी माध्यम शास.उ.मा. वि.टुण्डरा,स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय अंग्रेजी माध्यम शास.उ.मा.वि.बिलाईगढ़,स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय अंग्रेजी माध्यम शास.उ.मा.वि. विद्यालय भटगांव,स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय अंग्रेजी माध्यम शास.उ.मा.वि.पलारी,स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय इंग्लिश मीडियम शास.उ.मा.वि.सिमगा का निरीक्षण किया है।
निरीक्षण के दौरान ये रहे उपस्थित
इस दौरान कमिश्नर ने उक्त प्रस्तावित इंग्लिश मीडियम विद्यालयों में मूलभूत सुविधाओं,खेल मैदान,भवन, शौचालय, का सुक्ष्म निरीक्षण कर मरम्मत कार्य,समय सीमा में किये जानें के निर्देश दिये गये।।इस निरीक्षण के दौरान बलौदाबाजार एस.डी.एम. देवेश कुमार ध्रुव, कसडोल एस.डी.एम. टी.सी.अग्रवाल,बिलाईगढ़ एस.डी.एम.के.एल.सोरी,जिला शिक्षा अधिकारी सी.एस.ध्रुव,अनुविभागीय अधिकारी पी.डब्ल्यू.डी कसडोल ए.बी.ई.ओ.रमाकांत देवांगन, बलौदाबाजार बी.ई.ओ.अशोक कुमार वर्मा,सिमगा ए.बी.ई.ओ.डी.एस.ठाकुर पलारी बीईओ के.एन.वर्मा सहित समस्त प्रस्तावित विद्यालयों के प्राचार्य एवं शिक्षक गण उपस्थित रहे।
उम्मीदों एवं उत्साह से भरा हो नववर्ष- कलेक्टर
कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने सभी जिला वासियों को नववर्ष 2021 की शुभकामनाएं संदेश प्रेषित किया है। उन्होंने कहा की पिछला साल कोविड वायरस के संक्रमण से प्रभावित रहा है। जिस कारण सभी लोगों को बहुत ही तकलीफ उठाना पड़ा है। सभी लोंगो के काम काज,स्वास्थ्य एवं शिक्षा बहुत प्रभावित हुआ है। अब यह वर्ष 2021 हम सब के लिए उम्मीदों एवं उत्साह से भरा हो ऐसी भगवान से आप सभी के लिए कामना है।
उन्होंने कहा की आने वाले समय मे कोविड वैक्सीन का टीका लगाने की प्रारंभिक तैयारी जिले में पूरी कर ली गई है। पर अभी भी कोरोना संक्रमण का खतरा लगातार बना हुआ है। जब तक वैक्सीन नही आ जाता तब तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी कोरोना वायरस से बचाव के उपायों का निश्चित रूप से पालन करते रहें। जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग,मास्क का उपयोग एवं सेनेटाइजर अथवा साबुन से हाथ धोना शामिल है। इन सभी नियमों का पालन अनिवार्य रूप से करतें रहे।सतर्कता एवं सुरक्षा से ही कोरोना वायरस से बचा जा सकता है।
दिल्ली-जीएसटी सतर्कता महानिदेशालय (डीजीजीआई) उत्तरी क्षेत्र, गुरुग्राम ने तीन लोगों को फर्जी तरीके से इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावाकरने के आरोप में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में आलोक भार्गव और उनके दो पुत्र अकुल और अतिन भार्गव के नाम शामिल हैं। जो कि नई दिल्ली के वजीरपुर में स्थित मैसर्स दिल्ली फ्यॉल्स और मैसर्स एबिनॉक्स इंडस्ट्री और मैसर्स मैटालैक्स इंडस्ट्रीज के मालिक हैं।
तीनों कंपनियों ने मिलकर ऐसी कंपनियों के करीब 72 करोड़ रुपयों के इन्वॉयस बनाए हैं, जिनका वजूद ही नहीं है। जिसके जरिए करीब इनपुट टैक्स क्रेडिट में 12.90 करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा किया है। इस फर्जीवाड़े में कंपनियों ने ऐसे मैटेरियल के रसीद बना दी थी, जो कि उन्होंने खरीदा ही नहीं था।
इस आधार पर आलोक भार्गव और उनके पुत्रों अकुल और अतिन भार्गव ने सीजीएसटी कानून, 2017 के सेक्शन 132 (1)(सी) का उल्लंघन किया है। जो कि सीजीएसटी कानून 2017 के सेक्शन के 132 (5) के अनुसार एक संज्ञेय और गैर जमानती अपराध है। जो सीजीएसटी कानून 2017 के सेक्शन 132 (1) (आई) के तहत दंडनीय अपराध है।
इस आधार पर 30 दिसंबर 2020 को आलोक भार्गव और उनके पुत्रों अकुल और अतिन भार्गव को सीजीएसटी कानून 2017 के सेक्शन 69 (1) के तहत गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी के बाद इन लोगों को नई दिल्ली के पटियाला हाउस में मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया और उनको 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इस संबंध में आगे की जांच जारी है ।
रायपुर-वन मंत्री मोहम्मद अकबर के निर्देशानुसार राज्य में वन विभाग द्वारा अवैध लकड़ी की कटाई व परिवहन सहित वन अपराधों की रोकथाम के लिए सतत् अभियान जारी है। इस तारतम्य में वन विभाग की टीम द्वारा गत दिवस 30 दिसम्बर को रात्रि गश्त के दौरान प्राप्त सूचना के आधार पर सुबह धमतरी वनमण्डल के अंतर्गत 4 आरा मिल में दबिश दी गई और वहां 493 नग अर्जुन लट्ठा तथा 6 हजार 717 नग अर्जुन लकड़ी के चिरान जप्त कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। वन विभाग की टीम द्वारा जप्त किए गए उक्त लकड़ी का मूल्य लगभग 6 लाख रूपए आंका गया है।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में मुख्य वन संरक्षक जे.आर. नायक के निर्देशानुसार वनमण्डलाधिकारी धमतरी सतोविसा समाजदार के नेतृत्व में टीम द्वारा ग्राम रींवागहन, कोसमर्रा तथा कचना में संचालित 4 अलग-अलग आरा मिलों में आकस्मिक दबिश दी गई।
इनके द्वारा वन परिक्षेत्र धमतरी के ग्राम रींवागहन में चेतनराम साहू के आरा मिल में छापामार कार्रवाई के दौरान 38 नग अर्जुन लट्ठा तथा एक हजार 278 नग अर्जुन लकड़ी के चिरान की जप्ती की गई। इसी तरह तहसील कुरूद के अंतर्गत ग्राम कोसमर्रा में महेश कुमार साहू द्वारा संचालित आरा मिल में 359 नग अर्जुन लट्ठा तथा एक हजार 24 नग अर्जुन के चिरान तथा वेदप्रकाश साहू के आरा मिल में 20 नग अर्जुन लट्ठा और 50 नग अर्जुन के चिरान जप्त किए गए। इसके अलावा तहसील कुरूद के अंतर्गत ही ग्राम कचना में पूजा शुक्ला पति अनिल शुक्ला द्वारा संचालित आरा मिल में 76 नग अर्जुन लट्ठा और 4 हजार 365 नग अर्जुन चिरान की जप्ती की कार्रवाई की गई।