उत्तर बस्तर कांकेर -अलबेलापारा कांकेर निवासी इंजीनियर (इलेक्ट्रानिक्स एवं टेलीकम्यूनिकेशन) हिमांशु साहू ने शासकीय नौकरी की राह देखते थक जाने के बाद स्वयं का रोजगार स्थापित करने की सोची और इसके लिए आवश्यक मार्गदर्शन हेतु कृषि विज्ञान केन्द्र कांकेर के वैज्ञानिकों से मिलकर कुक्कुट पालन का प्रशिक्षण प्राप्त कर इस व्यवसाय से प्रतिमाह लगभग 01 लाख 50 हजार रूपये तक की आमदनी प्राप्त कर रहा है ।
लिया मार्गदर्शन
कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों की सलाह पर हिमांशु साहू ने कौशल विकास योजना अंतर्गत कृषि विज्ञान केन्द्र कांकेर में कुक्कुट पालन का प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद ग्राम व्यासकोंगेरा में लीज पर भूमि लेकर कडकनाथ के चूजा का पालन करने लगा। उन्हें कृषि विज्ञान केन्द्र कांकेर के द्वारा आर्या परियोजना के तहत कड़कनाथ के चूजे एवं पांच सौ अण्डा क्षमता के हैचिंग मशीन प्रदाय किया गया और समय-समय पर कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों द्वारा तकनीकी मार्गदर्शन दिया गया।
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इंजीनियर हिमांशु साहू ने बताया कि कड़कनाथ मुर्गी-मुर्गा का उत्पादन बढ़ाकर कांकेर जिले के बाहर राज्य के अन्य जिलों तथा पड़ोसी राज्य ओडिशा, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, झारखण्ड और उत्तरप्रदेश में भी विक्रय करना शुरू किया, जिससे उन्हें बहुत लाभ हुआ। कड़कनाथ मुर्गी-मुर्गा की अत्यधिक मांग को देखते हुए हिमांशु साहू द्वारा अण्डा की हैचिंग क्षमता बढ़ाने के लिए 15 हजार अण्डा क्षमता का हैचिंग मशीन स्थापित किया गया तथा स्वंय की कम्पनी ‘‘सीजी 19 एग्रो एण्ड फूड प्रोसेसिंग’’ नाम से एक संस्था बनाया।
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करा रहे हैं अनुबंध फार्मिंग
उनके द्वारा वर्तमान में प्रतिमाह लगभग 11 हजार चूजे एवं लगभग 100 किलोग्राम मुर्गी-मुर्गा का उत्पादन कर विक्रय किया जा रहा हैं, जिससे उन्हें प्रतिमाह लगभग 01 लाख 50 हजार रूपये तक की आमदनी प्राप्त हो रही है। हिमांशु साहू अन्य छोटे कृषकों को भी चूजा प्रदान कर उनसे अनुबंध फार्मिंग भी करा रहे हैं, जिससे आस-पास के अन्य कृषकों को भी लाभ प्राप्त हो रहा है।
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कड़कनाथ मुर्गी-मुर्गा की गुणवत्ता के कारण मांग बढ़ती जा रही है, जिसे देखते हुए हिमांशु साहू इस व्यवसाय को और आगे बढ़ाने की दिशा में अग्रसर हैं। वे अन्य युवा कृषकों के लिए प्रेरणा स्त्रोत का काम कर रहें है। कांकेर जिले तथा राज्य के अन्य जिलों के कृषक भी उनके प्रक्षेत्र का भ्रमण करते हैं तथा उनके अनुभव का लाभ प्राप्त कर रहे हैं।
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