प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत की विविधता देश के हर व्यक्ति को गर्व से भर देती है। आकाशवाणी पर मन की बात कार्यक्रम की 62वीं कड़ी में देशवासियों के साथ अपने विचार साझा करते हुए उन्होंने कहा कि भारत की विशालता और विविधता देश के लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
प्रधानमंत्री ने दिल्ली के हुनर हाट के अपने हाल के दौरे का उल्लेख करते हुए कहा कि यह देश की विशालता, संस्कृति, परम्पराओं, खान-पान और जज्बातों की विविधता का दर्पण है। इस हाट में प्रदर्शित पारम्परिक वस्त्र, हस्तशिल्प कृतियां, कालीन, बर्तन, बांस तथा पीतल के उत्पाद और संगीत वाद्य यंत्र समूचे भारत की कला तथा संस्कृति की अनोखी झलक प्रस्तुत करते हैं। उन्होंने कहा कि इन शिल्पकारों की साधना, लगन और अपने हुनर से प्रेम की कहानियां बहुत प्रेरणादायक हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि हुनर हाट में एक दिव्यांग महिला की बात सुनकर उन्हें बड़ा संतोष हुआ। उस महिला ने बताया कि वह पहले फुटपाथ पर अपनी पेंटिंग बेचा करती थी, लेकिन हुनर हाट से जुड़ने के बाद उसकी दुनिया बदल गई। अब वह न केवल आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन गई है बल्कि उसने अपना घर भी खरीद लिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें हुनर हाट में कई शिल्पकारों से बात करने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि हुनर हाट के माध्यम से लगभग तीन लाख हस्तशिल्पियों को रोजगार के अवसर मिले हैं। पीएम मोदी ने कहा कि लोगों को ऐसी प्रदर्शनियों को देखना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने बारह साल की काम्या कार्तिकेयन का जिक्र करते हुए कहा कि उसने माउंट एगोनकागुआ को फतेह कर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। यह दक्षिण अमरीका में एक पर्वत श्रृंखला की सबसे ऊंची चोटी है, जिसकी ऊंचाई लगभग सात हजार मीटर है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन दिनों बच्चों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रति लगातार रूचि बढ़ रही है। अंतरिक्ष में बड़ी संख्या में उपग्रहों का प्रक्षेपण और नये-नये अभियान हर देशवासी को गर्व से भर देते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि चंद्रयान-2 के प्रक्षेपण के दौरान बेंगलूरू में उन्होंने वहां उपस्थिति बच्चों में अनोखा उत्साह देखा। उन्होंने श्रीहरिकोटा में उस विजिटर गैलरी का जिक्र किया जहां से रॉकेट प्रक्षेपण का नजारा देखा जा सकता है।
प्रधानमंत्री ने बताया कि पिछले महीने लद्दाख की खूबसुरत वादियां एक ऐतिहासिक घटना की गवाह बनीं। लेह के कुशोक बाकुला रिम्पोची हवाई अड्डे से भारतीय वायुसेना के विमान एएन-32 ने जब उड़ान भरी तो एक नया इतिहास रचा गया। इस उड़ान में इस्तेमाल होने वाले ईंधन में दस प्रतिशत इंडियन बायो जेट ईंधन का मिश्रण किया गया था। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के प्रयासों से जहरीली गैसों के उत्सर्जन में कमी आयेगी और कच्चे तेल के आयात पर भारत की निर्भरता कम होगी।
प्रधानमंत्री ने महिलाओं के सशक्तिकरण का जिक्र करते हुए कहा कि नये भारत की हमारी मातायें और बहनें उन चुनौतियों को स्वीकार कर रही हैं जिनसे पूरे समाज में सकारात्मक परिवर्तन आया है। उन्होंने इसके कई उदाहरण भी पेश किए।
पीएम मोदी ने बिहार की पूर्णिया की कहानी बताई, जिसने सरकार की सहायता से शहतूत यानी मलबरी उत्पादन सहकारिता समूह बनाया। आदर्श जीविका महिला मलबरी उत्पादन समूह की इन महिलाओं ने कोकून से रेशम के धागे तैयार किए और फिर उन धागों से साड़ियां तैयार करना शुरू किया। उनकी यह साडि़यां आज हजारों रुपयों मे बिक रही हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की महिलाओं और बेटियों की उद्यमशीलता और साहस हर किसी के लिए गर्व की बात है।प्रधानमंत्री ने केरल में कोल्लम की निवासी 105 वर्ष की भागीरथी अम्मा की प्रेरणादायक कहानी भी सुनाई। भागीरथी अम्मा को कुछ मजबूरियों के कारण स्कूल छोड़ना पड़ा था लेकिन उन्होंने 105 साल की उम्र में फिर पढ़ाई शुरू की।
पीएम मोदी ने मुरादाबाद के हमीरपुर गांव के सलमान का जिक्र किया जो जन्म से दिव्यांग हैं लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत के बल पर चप्पलें बनाने का काम शुरू किया, जिसमें उन्होंने 100 अन्य दिव्यांगों को रोजगार भी दिया प्रधानमंत्री ने गुजरात के कच्छ के अजरक गांव के इस्माईल खत्री की सराहना की।इस्माईल ने गुजरात में 2001 में आये भूकम्प के बाद अपना गांव नहीं छोड़ा और अजरक प्रिंट की अपनी पारम्परिक कला को सहेजने का फैसला किया।प्रधानमंत्री ने कामना की कि महा-शिवरात्रि पर भोले बाबा का आशीर्वाद देशवासियों पर बना रहे और उनकी हर कामना पूरी हो। उन्होंने देशवासियों को अगामी त्यौहारों होली, गुड़ी-पड़वा, नवरात्रि और रामनवमी की बधाई दी। पीएम मोदी ने कहा कि पर्व और त्यौहार हमारे देश में सामाजिक जीवन का हिस्सा रहे हैं और इनमें छिपा संदेश पूरे देश को एकता के सूत्र में बांधता है।