Home छत्तीसगढ़ ‘सियान के धियान’ सेवा वृद्धजनों के लिए हुई शुरु

‘सियान के धियान’ सेवा वृद्धजनों के लिए हुई शुरु

नगर , कस्बों और गॉंवों में कई बुजुर्ग और वृद्धजन ऐसे हैं जो अकेले जीवन गुज़ार रहे हैं , उनकी देखरेख करने वाला कोई नही हैं

'सियान के धियान' सेवा वृद्धजनों के लिए हुई शुरु

Mahasamund:- बुजुर्गों के लिए “सियान के धियान” नाम से निः शुल्क परिवहन सेवा महासमुन्द नगर के 6 युवा स्वयं सेवकों (वालंटियर्स) आज से शुरू की गई है।

नगर , कस्बों और गॉंवों में कई बुजुर्ग और वृद्धजन ऐसे हैं जो अकेले जीवन गुज़ार रहे हैं , उनकी देखरेख करने वाला कोई नही हैं । देखरेख करने वाले हैं भी तो ऐसे सदस्य परिवार में नही हैं जो तबियत ख़राब होने पर उन्हें अस्पताल ले जा सकें (घर मे पुरुष सदस्य नही हैं उनके घर ऐसी स्थिति बनती है) । ऑटो या अन्य किराए के वाहन से अस्पताल जाना चाहें तो घर से बहुत दूर पैदल जाना पड़ता है।

एक सर्वे के अनुसार लगभग ऐसे 350 के लगभग बुजुर्ग महासमुन्द शहर में रहते हैं । इन सभी बुजुर्गों को सुबह 9 am से 11 am अस्पताल (OPD) लाने ले जाने और इलाज़ करवाने के लिए निःशुल्क परिवहन सेवा की शुरुआत की गई है । इसके लिए एक हेल्प लाइन मोबाइल नंबर 7722897709 भी जारी किया गया है ।

नाट्य परंपरा विलुप्त होने की कगार पर, महासमुंद में नाटकों के लिए पर्याप्त मंच नहीं-अवनीश वाणी

'सियान के धियान' सेवा वृद्धजनों के लिए हुई शुरु

इस नंबर पर कॉल करने पर सम्बंधित बुजुर्ग व्यक्ति को अस्पताल लाने और ले जाने की निः शुल्क परिवहन सुविधा इन वालंटियर्स द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी । यह सेवा सप्ताह के 6 दिन सोमवार से शनिवार ज़ारी रहेगी । आज इस सेवा की शुरुआत महासमुन्द नगर के वार्ड 2 ईमलीभाठा एरिया की दो बुजुर्ग उर्मिला तम्बोली और सोबती साहू को जिला अस्पताल महासमुन्द ले जाकर की गई ।

जन भागीदारी के आधार पर संचालित

‘सियान के धियान’ सेवा पूर्णतः जन भागीदारी के आधार पर संचालित है । इसकी कार्ययोजना जिला महिला बाल विकास अधिकारी सुधाकर बोदले द्वारा बनाई गई है । उनका कहना है कि, हम सबके अंदर कोई अच्छा काम करने की इच्छा ज़रूर होती है , समाज सेवा का भाव भी होता है । निजी जीवन और समय की बाध्यताओं के कारण हम ऐसा कर नही पाते हैं । जैसे कि हम सप्ताह में 1 घण्टे ऐसा कुछ करना चाहते हैं लेकिन क्या करें इसके लिए कोई प्लेटफार्म नही मिल पाता है ।

इससे जुड़ने की अपील

उन्होंने नगर के अन्य सेवाभावी लोगों से भी सप्ताह में 1 या 2 घण्टे का समय देकर इससे जुड़ने की अपील की है । अधिकारी बोदले कहते हैं कि, हममें हमारे समुदाय के प्रति संवेदनशीलता होनी चाहिए । हर काम में सरकारी मदद की राह देखने से बेहतर है हमारा समाज स्वावलंबी बने । हमको यह सब करते हुए देखकर हमारे बच्चे भी यह सीखेंगे और यही सब असली शिक्षा है । इस तरह के सामुदायिक प्रयास सभी नगर (वार्ड) ,कस्बे और ग्राम के कुछ युवा मिलकर कर सकते हैं । यह मदद भले बहुत छोटी हो परन्तु इससे बुजुर्गों को मिलने वाला सम्बल और सपोर्ट बहुत बड़ा होगा ।

‘सियान के धियान’ सेवा के संचालन में समाजसेवी सुरेश शुक्ला , गाँधी फेलो आशीष पाण्डे के साथ महिला बाल विकास विभाग महासमुन्द शहरी परियोजना के CDPO श्रीमती शैल नाविक , पर्यवेक्षक शीला प्रधान , आंगनबाड़ी कार्यकर्ता  राखी दुबे , हाज़रानिशा खान ,जानकी आर्य सहित नगर की अन्य सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का सक्रिय और स्वैच्छिक योगदान है । नगरपालिका उपाध्यक्ष कृष्णा चंद्राकर द्वारा भी इस सेवा कार्य से जुड़कर नगर के बुजुर्गों की हर सम्भव मदद करने का आश्वासन दिया गया है ।

इन नंबरों पर करे सम्पर्क-

सुधाकर – 9752100372
सुरेश शुक्ला (समाजसेवी) – 9770897709
आशीष पांडे (गाँधी फेलो) – 9450854954

हमसे जुड़े :

आपके लिए /छत्तीसगढ़/महासमुन्द