Home छत्तीसगढ़ अंततः राइसमिलरो को करना पड़ा राख की साफ-सफाई और वृक्षारोपण

अंततः राइसमिलरो को करना पड़ा राख की साफ-सफाई और वृक्षारोपण

राईस मिल महालक्ष्मी और शिवशक्ति पर धारा 133 के तहत कार्रवाई

sdm sraypaali

महासमुंद – जिले के बसना विकासखंड के अरेकेल बांध में दो राईस मिलों से निकलने वाला प्रदूषित पानी से वातावरण खराब हो रहा था। तालाब की मछलियां मरने की शिकायत स्थानीय निवासियों ने कलेक्टर कार्तिकेया गोयल से की थी। कलेक्टर ने तुरंत एसडीएस सरायपाली को वस्तुस्थिति से अवगत कराने के निर्देश दिए थे। अनुविभागीय दण्डाधिकारी सरायपाली दुदावत ने तत्काल बसना तहसलीदार ललिता भगत को जिम्मेदारी सौंपी। जांच कर पूरी वस्तुस्थिति से एसडीएम सरायपाली को अवगत कराया।

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एसडीएम कुणाल दुदावत ने दोनों राईस मिल महालक्ष्मी और शिवशक्ति पर धारा 133 के तहत कार्रवाई की। राईस मिल महालक्ष्मी पर गांव की स्वच्छता पीएचई ट्रीटमेंन्ट नहीं करने पर 20 हजार रूपए का जुर्माना लगाया। दोनों राईस मिलों द्वारा राख, साफ-सफाई और स्थल पर पेड़-पौधे लगाये गये है। एसडीएम ने दोनों राईस मिल को ग्राम पंचायत की एन.ओ.सी. के शर्तो का पूरी तरह पालन करने की हिदायद दी है।

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वही इससे निकले वाले प्रदूषित पानी को मिल की जमीन पर ही रोका जाए। इसका सख़्ती से पालन किया जाये। उन्होंने कार्रवाई करते हुए सख्त हिदायत दी कि भविष्य में राईस मिल लोगों की सेहत को ध्यान में रखने, राईस मिल प्रदूषित पानी खुले में न फैलें और राख भी नहीं उड़े इस बात का विशेष ध्यान रखा जाये। उन्होने कहा कि प्रदूषण विभाग द्वारा लागू नियमों के अनुसार सभी राईस मिल चिमनी से निकलने वाले धुएं पानी को फिल्टर करने के लिए टीटमेंट प्लांट लगाना अनिवार्य है। इसका पालन करें ।

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