महासमुंद-कलेक्टर कार्तिकेया गोयल के निर्देशानुसार आज भी राजस्व एवं खाद्य विभाग की टीम ने जिले में धान के अवैध कारोबार में लगे हुए लोगों पर अपनी कड़ी नजर बनाए रखी। जाँच दल द्वारा धुंआधार कार्यवाही करते हुए गुरुवार 31 दिसम्बर को 04 लोगों पर कार्यवाही करते हुए 142 बोरा धान (56.08 किवंटल) जप्त किया गया ।
राजस्व एवं खाद्य विभाग की टीम द्वारा 31 दिसम्बर को जिले छापामार कार्यवाही की गई जिसमें माधुरी डडसेना पति लखनलाल ग्राम खेडीगाँव तहसील पिथौरा के पास से धान 22 कट्टा 08.08 किवंटल, कपिल गुप्ता ग्राम बेमचा महासमुंद से 40 बोरा धान 16 किवंटल, ईश्वर प्रसाद चन्द्रवंशी बेमचा से 50 कट्टा धान 20 किवंटल,गौतम सिन्हा ग्राम डुमरडीह तहसील बागबहरा से 30 बोरा धान 12 किवंटल बरामद किया गया है । इस तरह से 04 लोगों पर कार्यवाही करते हुए 104 बोरा धान (56.08 किवंटल) जप्त किया गया।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में धान खरीदी का कार्य 01 दिसम्बर 2020 से शुरू होने के बाद अब तक जिले में कुल 169 प्रकरण दर्ज किए गए है। जिनमें 8699 बोरा धान अर्थात् 3479.06 क्विंटल धान और अवैध परिवहन में लगे हुए 10 वाहन की जप्ती की गई है।
दिल्ली-केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल के आधिकारिक रूप से जानकारी दी है कि कक्षा 10 वीं और कक्षा 12 वीं की CBSE बोर्ड की परीक्षाएं 4 मई से कराने का फैसला लिया गया है। उक्त सभी परीक्षाएं 10 जून, 2021 तक संपन्न होंगी व् 15 जुलाई तक परिणाम जारी होंगे।
ज्ञात हो 30 दिसम्बर को कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ अपने ट्विटर अकाउंट पर यह जानकारी दी थी कि 31 दिसंबर को शाम 6 बजे CBSE सीबीएसई बोर्ड परीक्षा-2021 के प्रारंभ होने की तारीखों की घोषणा करेंगे इससे पहले, शिक्षकों के साथ वर्चुअल माध्यम से बातचीत के दौरान, केंद्रीय शिक्षा मंत्री पोखरियाल ने बताया कि सीबीएसई सीबीएसई छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों द्वारा दिए गए सुझावों को ध्यान में रखते हुए 2021 की बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के लिए आवश्यक तैयारी में जुटा है।
दिल्ली-प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से एम्स राजकोट की आधारशिला रखी। इस दौरान गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन भी उपस्थित थे। इस अवसर पर संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने लाखों डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मचारियों, सफाई कर्मियों और अग्रिम पंक्ति के अन्य कोरोना योद्धाओं के प्रयासों को याद किया, जिन्होंने लगातार मानवता की रक्षा के लिए अपना जीवन दांव पर लगा दिया। उन्होंने वैज्ञानिकों तथा उन सभी लोगों के प्रयासों की भी सराहना की, जिन्होंने इस कठिन परिस्थिति में गरीबों को पूर्ण समर्पण के साथ भोजन उपलब्ध कराया।
टीके को तेजी से देश के हर कोने तक पहुंचाने का प्रयास
प्रधानमंत्री ने कहा कि, इस वर्ष ने हमें यह एहसास दिलाया है कि, जब भारत एकजुट हो जाता है तो यह प्रभावी रूप से कठिन से कठिन संकट का सामना कर सकता है। उन्होंने कहा कि प्रभावी कदमों के परिणामस्वरूप भारत बहुत ही बेहतर स्थिति में है और कोरोना के पीड़ितों को बचाने का भारत का रिकॉर्ड अन्य देशों की तुलना में काफी अच्छा है। पीएम मोदी ने कहा कि, टीकाकरण के बारे में सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि, भारत में बनने वाले टीके को तेजी से देश के हर कोने तक पहुंचाने के लिए जारी प्रयास अंतिम चरण में है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि, दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान को चलाने के लिए भारत की तैयारी जोरों पर है। उन्होंने टीकाकरण को सफल बनाने के लिए एक साथ आगे बढ़ने का आह्वान करते हुए कहा कि, जिस तरह से हमने संक्रमण को रोकने की पुरजोर कोशिश की थी, वैसे ही संगठित प्रयास इसके लिए भी करने होंगे।
चिकित्सा शिक्षा को मिलेगा बढ़ावा
पीएम मोदी ने कहा कि, एम्स राजकोट स्वास्थ्य ढांचे तथा चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा देगा और गुजरात में रोजगार के अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि, एम्स राजकोट से लगभग 5 हजार प्रत्यक्ष रोजगार और कई अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे। कोविड महामारी से लड़ने में गुजरात के प्रयासों की तारीफ करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि, गुजरात ने कोविड से लड़ने में मार्ग प्रशस्त किया है। कोरोना चुनौती को कारगर तरीके से नियंत्रित करने के लिए उन्होंने गुजरात में मजबूत चिकित्सा बुनियादी ढांचे को इसका श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि, चिकित्सा क्षेत्र में गुजरात की इस सफलता के पीछे दो दशक का अथक प्रयास, समर्पण और संकल्प है।
पीएम मोदी ने कहा कि, यदि 2020 स्वास्थ्य चुनौतियों का वर्ष था, तो 2021 स्वास्थ्य समाधान का वर्ष बनने जा रहा है। दुनिया बेहतर जागरूकता के साथ स्वास्थ्य समाधान की ओर बढ़ेगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि, भारत स्वास्थ्य समाधानों में एक प्रमुख भूमिका निभाएगा, जिस प्रकार से इसने 2020 की चुनौतियों का सामना करने में अपनी ज़िम्मेदारी निभाई थी। प्रधानमंत्री ने कहा कि, 2021 की स्वास्थ्य समस्याओं के हल के लिए भारत का योगदान समाधानों की स्केलिंग के लिए महत्वपूर्ण होगा।
भारत वैश्विक स्वास्थ्य के तंत्रिका केंद्र के रूप में उभर रहा है
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, जिस तरह से बीमारियां वैश्विक हो रही हैं, तो यह वैश्विक स्वास्थ्य समाधानों के लिए समन्वित वैश्विक प्रयासों को अंजाम देने का समय है। भारत ने यह भूमिका एक वैश्विक ज़िम्मेदार के रूप में अदा की है। उन्होंने कहा कि, भारत ने मांग के अनुसार अनुकूलन, विकास और विस्तार करके अपनी क्षमताओं को हमेशा साबित किया है। भारत दुनिया के साथ चला है और सामूहिक प्रयासों में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेता रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि, भारत वैश्विक स्वास्थ्य के तंत्रिका केंद्र के रूप में उभर रहा है तथा 2021 में हमें भारत की इस भूमिका को और अधिक सशक्त बनाने की आवश्यकता है।
दिल्ली-रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी वी. के. यादव को भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण और उसमें सुधार लाने के उत्कृष्ट कार्यों के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (आईईटी) द्वारा “वर्ष 2020 के लिए प्रतिष्ठित इंजीनियर पुरस्कार” से सम्मानित किया गया है।
इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी का दिल्ली लोकल नेटवर्क 15 सितंबर को हर साल भारत रत्न सर एम. विश्वेश्वरैया की जयंती के उपलक्ष्य में इंजीनियर्स दिवस मनाता है। इस अवसर पर संस्थान तकनीकी गतिविधियों के अलावा, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए इंजीनियरिंग क्षेत्र की हस्तियों को इंजीनियर पुरस्कार भी प्रदान करता है।
इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (आईईटी) एक बहु-विषयक व्यावसायिक इंजीनियरिंग संस्थान है, जिसे औपचारिक रूप से द इंस्टीट्यूशन ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर्स के रूप में पहचाना जाता है। इसकी स्थापना 1871 में की गई थी। यह 150 देशों में 168,000 से अधिक सदस्यों के साथ दुनिया के सबसे बड़े इंजीनियरिंग संस्थानों में से एक है। यह संस्थान अपनी स्थापना के 150 साल पूरे करने का जश्न मना रहा है। आईटी इंग्लैंड और वेल्स (नंबर 211014) और स्कॉटलैंड (नंबर एससी038698) में चैरिटी के रूप में पंजीकृत है। आईईटी दिल्ली लोकल नेटवर्क दक्षिण एशिया के नौ ऐसे नेटवर्कों में से एक है, जो आईईटी की भारतीय शाखा का गठन करता है।
हैदराबाद तेलंगाना राज्य के एक नौ साल का बालक जिसका नाम मधु कुमार है ने एक हादसे में अपने दोनों हाथ और पैर को गंवा देता है, अब उसने मुंह से ड्राइंग ब्रश के सहारे सुंदर पेंटिंग बनाता है जोकि एक अकल्पनीय व् अदभुत है। अपने इस प्रतिभा के काबिलियत से कई बड़ी हस्तियों का ध्यान आकर्षित कर रहा है ।
मधु कुमार का कहना है कि मैंने इस हादसे के बाद मैंने उम्मीद खो दी तो कई मेरे अपने लोगों ने मेरी मदद की और मेरा सहयोग किया। लोगों की हौसलाअफजाई व् कुछ अलग करने की चाहत ने मुह से ड्राइंग बनाना सीखना शुरू कर दिया,सभी के सहयोग से कुछ माह में पेंटिंग बनाने का तरीका सीखा व् आज जो कुछ भी हु वो आपके सामने हू ।
इस मामले में मधु कुमार के पिता का कहना है कि मै और मेरी पत्नी सदमे में थे अस्पताल के डॉक्टरों ने मधु को बचाने के लिए दोनों हाथ और पैर को काट दिया। इस घटना ने हमारे जीवन को महत्वपूर्ण मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया इसके साथ हमारे अन्य बच्चों ने भी अपना फर्ज निभाया और मधु को हर संभव सहयोग कर रहे है ।
दिल्ली-ब्रिटेन में पाए गए कोरोना वायरस के नए स्वरूप सार्स सीईओवी-2 से 20 लोग संक्रमित पाए गए हैं। इनमें पहले संक्रमित पाए गए छः लोग भी शामिल हैं,जिन्हें देश की विशिष्ट प्रयोगशालाओं (निम्हान्स बेंगलुरु में 3, सीसीएमबी हैदराबाद में 2 और एनआईवी पुणे में 1) में जांच और उपचार हेतु भर्ती कराया गया है। 107 नमूनों की 10 प्रयोगशाला में जांच की गई जिनका विवरण नीचे दिए गए टेबल में प्रदर्शित किया गया है।
किए जा रहे है परामर्श
नए वायरस को देखते हुए भारत सरकार ने इसके जिनोम सीक्वेंसिंग हेतु इंसाकॉग(भारतीय सार्स सीओवी-2 जिनोमिक्स कंसोर्टीयम) का गठन किया है जिसमें विशिष्ट प्रयोगशालाएं(एनआईबीएमजी कोलकाता, आईएलएस भुवनेश्वर, एनआईवी पुणे, सीसीएस पुणे, सीसीएमबी हैदराबाद, सीडीएफडी हैदराबाद, इनस्टेम बेंगलुरु,निम्हान्स बेंगलुरु, आईजीआईबी दिल्ली और एनसीडीसी दिल्ली शामिल हैं।
स्थिति पर गंभीरता से निगरानी रखी जा रही है और नए वायरस से संक्रमित लोगों की पहचान करने, कंटेनमेंट और संभावित नए वायरस से संक्रमित के सैंपल इकट्ठा करने तथा उसे इंसाकॉगके लिए चिन्हित प्रयोगशालाओं को भेजने के लिए राज्यों को नियमित रूप से परामर्श जारी किए जा रहे हैं।
स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या अधिक
इस बीच भारत में बीते 33 दिनों से हर दिन स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या नए सामने आने वाले मामलों से ज्यादा है। पिछले 24 घंटों में 20,549 लोग कोविड-19से पॉज़िटिव पाए गए जबकि इस दौरान 26,572 लोग स्वस्थ हुए। नए मामलों की तुलना में स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या अधिक होने के चलते देश में सक्रिय कोविड-19 मरीजों की संख्या निरंतर कम हो रही है।
आज तक भारत में कुल 98,34,141 कोरोना वायरस रोगी स्वस्थ हो चुके हैं जोकि विश्व में सबसे अधिक है। स्वस्थ होने की दर भी बढ़ते हुए लगभग 96 प्रतिशत (95.99 प्रतिशत) के स्तर पर पहुंच गई है। इसके चलते सक्रिय मामलों और स्वस्थ होने वालों की संख्या में अंतर(95,71,869) लगातार बढ़ता जा रहा है।
भारत में इस समय सक्रिय कोविड-19 की संख्या 2,62,272 है जो कि भारत में कुल संक्रमित हुए मरीजों का मात्र 2.56 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटों के दौरान स्वस्थ हुए लोगों की संख्या नए मामलों की संख्या से 6,309अधिक है।
विश्व स्तर पर तुलना करने से यह पता चलता है कि प्रति दस लाख आबादी पर कोविड-19 की संख्या भारत में न्यूनतम स्तर (7,423) पर है। रूस, इटली, ब्रिटेन, ब्राजील, फ्रांस और अमरिका दुनिया के उन देशों में हैं जहां प्रति दस लाख आबादी कोविड-19 मामलों की संख्या सबसे अधिक है।
दिल्ली-आत्मनिर्भर भारत के तहत, भारत विभिन्न प्रकार के रक्षा प्लेटफार्मों और मिसाइलों के निर्माण में अपनी क्षमताओं में वृद्धि कर रहा है। आकाश देश की महत्वपूर्ण मिसाइल है,जिसका 96 प्रतिशत से अधिक स्वदेशीकरण किया गया है। आकाश सतह से हवा में मार करने वाली एक मिसाइल है, जिसकी मारक क्षमता 25 किलोमीटर तक है। इस मिसाइल को 2014 में भारतीय वायु सेनातथा 2015 में भारतीय सेना में शामिल किया गया था।
रक्षा सेवाओं में इसके शामिल होने के बाद, अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनियों/रक्षा प्रदर्शनी/एयरो इंडिया के दौरान कई मित्र देशों ने आकाश मिसाइल में अपनी रुचि दिखाई। मंत्रिमंडल की मंजूरी से विभिन्न देशों द्वारा जारी आरएफआई/आरएफपीमें भाग लेने के लिए भारतीय निर्माताओं को सुविधा मिलेगी।
अब तक, भारतीय रक्षा निर्यातों में पुर्जे/घटक आदि शामिल थे। बड़े प्लेटफार्मों का निर्यात न्यूनतम था। मंत्रिमंडल की इस पहल से देश को अपने रक्षा उत्पादों को बेहतर बनाने और उन्हें विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने में मदद मिलेगी। आकाश का निर्यात संस्करण वर्तमान में भारतीय सशस्त्र बलों में तैनात सिस्टम से भिन्न होगा।
आकाश के अलावा, अन्य प्रमुख प्लेटफार्मों जैसे तटीय निगरानी प्रणाली, रडार और एयर प्लेटफार्मों में भी रुचि दिखाई जा रही है। ऐसे प्लेटफार्मों के निर्यात के लिए तेजी से अनुमोदन प्रदान करने के लिए, रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की एक समिति गठित की गई है।
यह समिति विभिन्न देशों के लिए प्रमुख स्वदेशी प्लेटफार्मों के निर्यात को अधिकृत करेगी। समिति एक सरकार से दूसरी सरकार द्वारा खरीद सहित विभिन्न उपलब्ध विकल्पों का भी पता लगाएगी। भारत सरकार ने 5 बिलियन अमेरिकी डॉलर के रक्षा निर्यात के लक्ष्य को प्राप्त करने और मित्रदेशों के साथ रणनीतिक संबंधों को बेहतर बनाने के लिए उच्च मूल्य वाले रक्षा प्लेटफार्मों के निर्यात पर ध्यान केंद्रित करने का विचार किया है।
दिल्ली-केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ कल यानी 31 दिसंबर को शाम 6 बजे CBSE सीबीएसई बोर्ड परीक्षा-2021 के प्रारंभ होने की तारीखों की घोषणा करेंगे। केंद्रीय शिक्षा मंत्री निशंक ने यह जानकारी अपने ट्विटर अकाउंट पर दी है।
इससे पहले, शिक्षकों के साथ वर्चुअल माध्यम से बातचीत के दौरान, केंद्रीय शिक्षा मंत्री पोखरियाल ने बताया कि सीबीएसई CBSE छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों द्वारा दिए गए सुझावों को ध्यान में रखते हुए 2021 की बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के लिए आवश्यक तैयारी में जुटा है।
“आत्मनिर्भर भारत का हो रहा निर्माण”
दिल्ली-रेल मंत्रालय ने वर्ष 2020 में रेल मंत्रालय की उपलब्धियों की एक बुकलेट जारी की है, जिसका शीर्षक है “एक आत्मनिर्भर भारत का निर्माण”। इस पुस्तिका में वर्ष 2020 में भारतीय रेल की महत्वपूर्ण उपलब्धियों और पहलों को शामिल किया गया है।
पुस्तिका में कई विशेष शीर्षकों के साथ रेल मंत्रालय की महत्वपूर्ण उपलब्धियां और पहलें शामिल हैं, जैसे – राष्ट्र की जीवन रेखा – कोविड-19 के दौरान, कोविड-19 के दौरान सद्भावना बढ़ातीरेलवे, रेल सुरक्षा, इन्फ्रास्ट्रक्चर – एक बेहतर कल के लिए,पूर्वोत्तरः सातों राज्योंसे कनेक्टिविटी, आत्मनिर्भर भारत, स्वच्छ रेल स्वच्छ भारत, ग्रीन रेलवे, स्किलिंग भारत, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) के कार्य में तेजी, माल-परिवहन में तेजी, मालढुलाई में अग्रसर, किसान रेल से कृषि क्षेत्र में खुशहाली, यात्रियों की मुस्कान के लिएनिरंतर प्रयास,प्रगति का प्लेटफॉर्म, परिचालन में पब्लिक-प्राइवेट- पार्टनरशिप, विकास की रेल, तीव्र रेल गतिमान रेल, पारदर्शिता एवं जवाबदेही आदि।
दिल्ली-स्वास्थ्य मंत्रालय ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय से सिफारिश की है कि ब्रिटेन से भारत में आने वाली उड़ानों के अस्थायी निलंबन को 7 जनवरी (गुरुवार), 2021 तक और बढ़ाया जाए। यह सिफारिश स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (डीजीएचएस) के नेतृत्व में संयुक्त निगरानी समूह (जेएमजी) और महानिदेशक, आईसीएमआर और सदस्य (स्वास्थ्य) नीति आयोग के संयुक्त नेतृत्व वाले नेशनल टास्क फोर्स से प्राप्त इनपुट के आधार पर की गई है।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय को यह भी सुझाव दिया गया है कि 7 जनवरी 2021 के बाद ब्रिटेन से भारत आने वाली उड़ानों को सीमित संख्या में नियमित बहाली पर विचार किया जाए। नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के साथ परामर्श कर ऐसी व्यवस्था बनाने के लिए मिल कर काम किया जा सकता है।
सभी राज्यों को लिखा गया पत्र
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों को लिखा है कि वे ऐसे सभी कार्यक्रमों पर कड़ी निगरानी रखी जाए जहाँ से संभावित “सुपर स्प्रेडर” यानि तेजी से संक्रमण का खतरा हो सकता है। साथ ही नए साल के जश्न और इसके साथ-साथ सर्दियों के मौसम में होने वाली विभिन्न कार्यक्रमों के मद्देनजर भीड़ पर अंकुश लगाने के लिए कहा गया है।
गृह मंत्रालय द्वारा राज्यों के लिए हाल ही में जारी की गई सलाह और मार्गदर्शन को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दोहराया गया है। गृह मंत्रालय द्वारा जारी आदेशों में कहा गया है कि राज्य/संघ शासित प्रदेश स्थिति के आकलन के आधार पर कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए स्थानीय प्रतिबंध जैसे रात का कर्फ्यू लगा सकते हैं।
गृह मंत्रालय ने यह भी सुनिश्चित किया है कि व्यक्तियों और वस्तुओं के अंतर्राज्यीय और अंतर-राज्य आवागमन पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा। इस और ध्यान आकर्षित करते हुए, स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों से आग्रह किया है कि वे स्थानीय स्थिति का तुरंत आकलन करें और 30 और 31 दिसंबर, 2020 के साथ-साथ 1 जनवरी, 2021 के लिए उचित प्रतिबंध लगाने पर विचार करें।
उत्तर बस्तर कांकेर -अलबेलापारा कांकेर निवासी इंजीनियर (इलेक्ट्रानिक्स एवं टेलीकम्यूनिकेशन) हिमांशु साहू ने शासकीय नौकरी की राह देखते थक जाने के बाद स्वयं का रोजगार स्थापित करने की सोची और इसके लिए आवश्यक मार्गदर्शन हेतु कृषि विज्ञान केन्द्र कांकेर के वैज्ञानिकों से मिलकर कुक्कुट पालन का प्रशिक्षण प्राप्त कर इस व्यवसाय से प्रतिमाह लगभग 01 लाख 50 हजार रूपये तक की आमदनी प्राप्त कर रहा है ।
लिया मार्गदर्शन
कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों की सलाह पर हिमांशु साहू ने कौशल विकास योजना अंतर्गत कृषि विज्ञान केन्द्र कांकेर में कुक्कुट पालन का प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद ग्राम व्यासकोंगेरा में लीज पर भूमि लेकर कडकनाथ के चूजा का पालन करने लगा। उन्हें कृषि विज्ञान केन्द्र कांकेर के द्वारा आर्या परियोजना के तहत कड़कनाथ के चूजे एवं पांच सौ अण्डा क्षमता के हैचिंग मशीन प्रदाय किया गया और समय-समय पर कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों द्वारा तकनीकी मार्गदर्शन दिया गया।
इंजीनियर हिमांशु साहू ने बताया कि कड़कनाथ मुर्गी-मुर्गा का उत्पादन बढ़ाकर कांकेर जिले के बाहर राज्य के अन्य जिलों तथा पड़ोसी राज्य ओडिशा, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, झारखण्ड और उत्तरप्रदेश में भी विक्रय करना शुरू किया, जिससे उन्हें बहुत लाभ हुआ। कड़कनाथ मुर्गी-मुर्गा की अत्यधिक मांग को देखते हुए हिमांशु साहू द्वारा अण्डा की हैचिंग क्षमता बढ़ाने के लिए 15 हजार अण्डा क्षमता का हैचिंग मशीन स्थापित किया गया तथा स्वंय की कम्पनी ‘‘सीजी 19 एग्रो एण्ड फूड प्रोसेसिंग’’ नाम से एक संस्था बनाया।
उनके द्वारा वर्तमान में प्रतिमाह लगभग 11 हजार चूजे एवं लगभग 100 किलोग्राम मुर्गी-मुर्गा का उत्पादन कर विक्रय किया जा रहा हैं, जिससे उन्हें प्रतिमाह लगभग 01 लाख 50 हजार रूपये तक की आमदनी प्राप्त हो रही है। हिमांशु साहू अन्य छोटे कृषकों को भी चूजा प्रदान कर उनसे अनुबंध फार्मिंग भी करा रहे हैं, जिससे आस-पास के अन्य कृषकों को भी लाभ प्राप्त हो रहा है।
कड़कनाथ मुर्गी-मुर्गा की गुणवत्ता के कारण मांग बढ़ती जा रही है, जिसे देखते हुए हिमांशु साहू इस व्यवसाय को और आगे बढ़ाने की दिशा में अग्रसर हैं। वे अन्य युवा कृषकों के लिए प्रेरणा स्त्रोत का काम कर रहें है। कांकेर जिले तथा राज्य के अन्य जिलों के कृषक भी उनके प्रक्षेत्र का भ्रमण करते हैं तथा उनके अनुभव का लाभ प्राप्त कर रहे हैं।