महासमुंद-16 जनवरी शनिवार को शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय महासमुंद में इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी राज्य शाखा की ओर से प्राप्त कोविड 19 राहत सामग्री सोप और मास्क का वोलेंटियर्स को वितरण जिला संगठक अशोक गिरी गोस्वामी के नेतृत्व में किया गया ।
इस अवसर पर जिला संगठक गोस्वामी के द्वारा रेडक्रॉस की स्थापना के उद्देश्य , संगठन व्यवस्था, वैश्विक महामारी कोविड के दौरान किये गए कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई तदुपरांत महाविद्यालय के वोलेंटियर्स को राहत सामग्री का वितरण किया गया ।
इस अवसर पर समाजसेवी व सदस्य रेडक्रॉस सोसायटी अरशी अनवर , महाविद्यालय की रासेयो महिला ईकाई की कार्यक्रम अधिकारी राजेश्वरी सोनी, ग्रुप लीडर प्रकाशमणि साहू, बरखा तिवारी, दुर्गेश पटेल, गजेंद्र पटेल, मेघराज साहू, ढलेश्वरी साहू, सूरजप्रकाश वर्मा, रोहित ढीमर, ठलेश साहू, ऋषभ राजपूत, मनीष चौहान, आरती सिन्हा, रोशनी बरिहा, भारती साहु, वंदना सेन, मुस्कान बागड़ी सहित 60 वोलेंटियर्स उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के यूथ रेडक्रॉस सोसायटी के प्रभारी अधिकारी अजय कुमार राजा के द्वारा किया गया ।
कार्यालयों में की जा रही है साफ-सफाई
महासमुंद -जिले में अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा व्यक्तिगत रूचि लेकर कार्यालयों में साफ-सफाई की जा रही है। साफ-सफाई के फोटो अधिकारी-कर्मचारी द्वारा बनाए गए मोबाईल ग्रुप में शेयर किए जा रहे हैं। कलेक्टर डोमन सिंह ने पदभार सम्भालते ही अपनी पहली बैठक में अधिकारियों को अपने-अपने कार्यालयों तथा आसपास के क्षेत्रों को व्यक्तिगत रूचि लेकर साफ-सफाई करने के निर्देश दिए गए थे।
इसी कड़ी में आज जिला कार्यालय कलेक्ट्रेट के अधिकारी-कर्मचारी द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर एवं अपने-अपने कक्षों की साफ-सफाई की। जिले के सभी विकासखण्डों में स्थित सरकारी कार्यालयों में भी अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा साफ-सफाई का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है।
महासमुंद- पूरे छत्तीसगढ़ सहित महासमुन्द जिले में भी कोविड वैक्सीन टीकाकरण की आज शनिवार से शुरूआत हो गई है। महासमुन्द जिला चिकित्सालय सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पिथौरा, सरायपाली में टीकाकरण किया गया। लगभग प्रातः 11.15 बजे जिला चिकित्सालय महासमुन्द में पहला टीका महिला स्वास्थ्य कर्मचारी अंजु तिवारी को लगाया गया। संसदीय सचिव एवं विधायक महासमुन्द विनोद चन्द्राकर ने अंजु तिवारी को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। वहीं दूसरा टीका डा. लेखराज चन्द्राकर को लगाया गया। कलेक्टर डोमन सिंह ने उनका भी स्वागत पुष्प गुच्छ से किया। पिथौरा स्वास्थ्य केन्द्र में पहला टीका स्वास्थ्य कार्यकर्ता उमेश दीवान को और सरायपाली में स्वास्थ्य कार्यकर्ता लक्ष्मीकांत लहरे को लगाया गया.
जिला टीकाकरण अधिकारी डाॅ. अरविन्द गुप्ता ने बताया कि वैक्सीन लगने से पहले टीकाकरण की सभी जरूरी कार्यवाही की गई। वैक्सीन लगने के बाद उन्हें यहां बनें प्रतीक्षालय में बिठाया गया और उनकी माॅनिटरिंग की गई। बाद में उन्हें घर जाने दिया। इस अवधि में उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत महसूस नहीं हुई।
इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डाॅ. रवि मित्तल, अपर कलेक्टर जोगेन्द्र कुमार नायक, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) सुनील कुमार चन्द्रवंशी, डिप्टी कलेक्टर पूजा बंसल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एन.के. मण्डपे, टीकाकरण अधिकारी डाॅ अरविन्द गुप्ता सहित स्वास्थ्य विभाग के अमला उपस्थित थे.
दी शुभकामनाएं
संसदीय सचिव ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि लगभग एक वर्ष से कोरोना के मार झेल रहे थे। खुशी की बात ये है कि वैक्सीन तैयार हो गया है और आज से इसकी शुरूआत हो गई है। जिले में इसके सभी स्तर पर व्यापक सुरक्षित व्यवस्था की गई है। उन्होंने अपनी ओर से सभी को स्वस्थ्य जीवन की शुभकामनाएं दी।
कलेक्टर डोमन सिंह ने भी कहा कि जिले में लगभग 8900 स्वास्थ्य कर्मी, महिला एवं बाल विकास और नगर पालिका स्वास्थ्य कर्मियों को प्रथम चरण में टीकाकरण किया जा रहा हैं। उन्होंने बताया कि टीकाकरण महासमुन्द सहित पिथौरा, सरायपाली स्वास्थ्य केन्द्रों में आज से लगाया जा रहा है। इसके अलावा जिले में और 30 टीकाकरण केन्द्र बनाए गए है। इसके निर्देश मिलते ही इन केन्द्रों में भी टीकाकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों के डाटा इकट्ठा किया जा रहा है। जैसे निर्देश मिलेगी उसी के अनुसार से उनका भी टीकाकरण किया जाएगा.
महासमुंद:-जिले के प्रसिद्ध लघु कथाकार महेश राजा की लघु कथाए-घर की बात,बन्द आँखें,एक आम आदमी की चिंता और चिंता सुधि पाठकों के लिए उपलब्ध है ।
घर की बात-भीतर से भागी भागी रूही आयी। चंँचला आँगन में बरतन-चौका निपटा रही थी। रूही बोली-“,दीदी,अगले महीने चाचू की शादी है। हम सबको नये कपड़े मिलेंगे। आपको भी साड़ी मिलेगी।”काम करते हुए चँचला ने यूँ ही पूछा-“किसने बताया,बेबी?”
रूही उत्साह से बोली-“पापा,मम्मी से कह रहे थे। शादी में काम बढ़ जायेगा तो एक और कामवाली रख ले?इस पर मम्मी बोली-“नहीं.. नहीं.. इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी। चँचला है न। फिर यह घर का काम है,वह खुशी-खुशी करेगी । हाँ शादी में एक सस्ती साड़ी और मिठाई का एक पैकेट दे देंगे।”
fail foto
चँचला सोच रही थी। पिछले दस बरस से यहाँ काम कर रही है। ऐसे कितने ही कार्यक्रम निबटाये है। फिर यह तो घर की शादी है। बड़े लोगों की तो आदत हीहोती है,छोटों का उपयोग करने की। पर,वह तो यह सब घर का काम समझ कर करेगी। फिर बाबूजी कितना मान देते हैं। उन्होंने रूही और उसमें कोई अंतर नहीं समझा।
अब वह पूरे उत्साह से काम निबटाने लगी। साथ ही क्षेत्रीय भाषा में शादी के मांँगलिक गीत भी गाने लगी। ऐसा करते वक्त उसके चेहरे पर खुशी की चमक थी।उसके हाथ तेजी से बरतन चमकाने में लगे थे।
बन्द आँखेंः
बस छूटने ही वाली थी। दरवाजे की तरफ से अजीब सा शोर उठा,जैसे कोई कुत्ता हकाल रहा हो। परेशानी और उत्सुकता के मिले जुले भाव लिये मैंने उस ओर देखा तो पता चला कोई बूढ़ा व्यक्ति है,जो शहर जाना चाह रहा है। वह गिडगिडा रहा था,'”तोर पांव परथ ऊं बाबू.मोला रायपुर ले चल। मैं गरीब टिकीस के पैसा ला कहांँ ले लानहुँं। “उसका शरीर कांँप रहा था।
-“अरे चल चल। मुफ्त में कौन शहर ले जायेगा। चल उतर।तेरे बाप की गाडी है न।”कंडक्टर की जुबान कैंची की तरह चल रही थी।”। किसी गाडी के नीचे आजा,शहर क्या सीधे उपर पहुंच जायेगा.”एक जोरदार ठहाका गुँज उठा।
एक सज्जन जिन्हें ड्यूटी पहुँचने के लिये देर हो रही थी बोले-“,इनका तो रोज का है। इनके कारण हमारा समय मत खराब करो। निकालो बाहर”।” एक अन्य साहब ने चश्मे के भीतर से कहा,-“और क्या। धक्के मार कर गिरा दो। तुम भी उससे ऐसे बात कर रहे हो.जैसे वह भिखारी न हो कोई राजा हो।”
और सचमुच।!एक तरह से उसे धक्के मार कर ही उतारा गया। यात्रियों ने राहत की सांँस ली। डा्ईवर ने मनपसंद गाना लगाया। बस चल पड़ी। मेरी सर्विस शहर में थी। रोज बस या ट्रेन से अपडाउन। अपने कान और आंँखे बंद कर लिये थे ।नहीं तो और भी जाने क्या क्या सुनना पडता।
पर साथ ही पिछले सप्ताह की एक घटना याद हो आयी। इसी बस में एक सज्जन जल्दबाजी में चढ़े। बाद में जनाब को याद आया कि बटुआ वे घर पर ही भूल आये है। मुझे अच्छे से याद है,चार चार लोग आगे बढ़े उनकी सहायता करने को,उनकी टिकीट कटाने को। अंत में कंडक्टर स्वयं यह कर कि… यह रोज के ग्राहक है,कल ले लूंगा “-अपने रिस्क पर उन्हें शहर ले जाने को तैयार हो गये।
सोचना बंँद कर एक बार पीछे मुडकर देखा। सभी अबतक वही बात कर रहे थे। जल्दी से आगे की तरफ नजर धूमा लेता हूँ। तभी मेरी नजर सामने की तरफ लगे दर्पण पर पड़ी। उसमें मुझे अन्य लोगों के साथ अपना भी चेहरा साफ नजर आया। घबरा कर मैंने अपनी आंखेँ बंँद कर ली।
एक आम आदमी की चिंता
भारत सरकार के उपक्रम में अड़तीस वर्ष कार्य करने के उपरांत वे अच्छी पोस्ट पर रह कर सेवानिवृत्त हुए। घर बन ही गया था।बच्चे पढ़ लिख कर अपने-अपने काम के सिलसिले में अलग अलग शहरों में रच-बस गये थे। वे अपने पुराने नगर में ही रहते थे।सब ठीक चल रहा था। एकाएक वैश्विक बीमारी ने सब कुछ तहस-नहस कर दिया। सामान्य जीवन जीना कठिन हो गया।चारों तरफ हाहाकार मच गया था।बीमारी और मौत,यही सिलसिला चल रहा था।
बच्चे सब दूरदूर थे। छोटा एक राज्य में अकेला था। पोता भी नानाजी के घर छुट्टियाँ मनाने गया हुआ था। वे हमेेेंशा चिंतित रहते,बच्चे क्या कर रहे होंगे। ठीक से खाना तो खाया होगा न। ईत्यादि।पत्नी समझाती,सब बड़े हो गये है । सब ठीक से है। उनका मन न मानता। उनका यह सोचना था कि ऐसे कठिन समय में सब साथ साथ होते। व्यवहारिक रूप से यह संभव न था। सभी की अपनी जाब थी। वे घर से ही कार्य कर रहे थे।
जीवन भर वे एक सिद्धांत के तहत जीये थे। सर्विस भी पूरी निष्ठा व ईमानदारी से की थी। कभी स्वाभिमान को ठेस पहुंचने न दी थी। उम्र के इस पड़ाव पर पहुँचने तक ऐसी विपदा न देखी थी,न ही सुनी थी। अधिक तर घर पर ही रहना होता था। अब तो उन्होंने अखबार पढ़ना और टीवी देखना भी बंद कर दिया था। क्योंकि बस वही खबर…।उन्हें यह सब पढ़,देख कर दुःख होता। पर,आँख मूंद लेने से सच्चाई छिप थोड़े ही सकती है।
इस बीच विश्व में आगजनी,एक्सीडेंट, भूंकप,एम्फान तूफान फिर हवाई दुर्घटना आदि के मामले बढ़ते ही जा रहे थे। प्रकृति सचमुच नाराज थी। उन्हें समूचे विश्व की चिंता थी। आज ही पत्नी बता रही थी कि टीवी पर विष्णु पुराण धारावाहिक मेंजलप्लावन और मनु की कहानी चल रही है। शाम की प्रार्थना में उन्होंने प्रभु के आगे हाथ जोड़े। सारे संसार के लिये विनंती की कि हम जैसे पुराने लोग जिन्होंने दुनिया भलीभांति देख ली है,उन्हें भले उठा ले।किन्तु नयी पीढ़ी,जिन्होंने अभी अभी चलना शुरु किया है उन्होंने दुनिया को ठीक से देखा न हीं ,उन पर रहम कर।सब कुछ पहले जैसा कर दे। भगवन।
फोन पर छोटा अपनी मम्मी को कह रहा था,-‘पापा कुछ ज्यादा ही सोचते है…।हम सब ठीक से तो है। उनसे कहो कि वे हम सबकी चिंता न करे,और अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देवें। और फिर अकेले हमारे साथ ही यह सब ऐसा नहीं हो रहा। सभी परेशान है। उन भटकते मजदूरों का सोचिये,जिनके सर पर न तो छत है न खाने को रोटी। कैसे दर-दर भटक रहे है। उनसे तो हम ठीक है।अपने अपने घर पर तो है।
यह सब ठीक था। पर,घर के मुखिया होने के नाते यह सब सोचने से स्वयं को रोक न पा रहे थे। रात जब वे भोजन करने बैठे तो फिर वही ख्याल सता रहा था,बेटा बहु कैसे होंगे,पोता ठीक तो है न। और छोटे ने कुछ खाया होगा कि नहीं…. पोते ने दूध तो पीया होगा न…?
भोजन में रूचि न थी। मन मार कर थोडा़ सा भोजन कर वे हाथ जोड़ कर उठ गये। पत्नी की बात फोन पर बच्चों से हो रही थी। उनका ध्यान वहीं था,कि कब उनकी बात खत्म हो और पत्नी आकर सब बताये कि सब ठीक है…तभी वे आज रात को ठीक से सो पायेंगे।
चिंता
गर्मियों के दिन निकट थे। सब जानवर अपने-अपने ठिकानों में दुबके पड़ेथे। जंगल के राजा शेरसिंह को शिकार नहीं मिल पा रहा था।वह सोच रहा था,आजकल ईंसानों तो जंगल आना छोड ही दिया। उन्होंने अपना खुद का जंगल राज बना लिया है’। यह सोच कर उसे बड़ी कोफ्त हुई। वह भूख के मारे बैचेन था।शरीर साथ न दे रहा था। क्या करें,क्या न करें।वाली स्थिति थी। अब वह बूढ़ा हो चला था तो मातहत भी उसकी बात सुनते नहीं थे।
तभी दूर से किसी गांव से भटकती,रास्ता भूलती हुयी एक बकरी पर उसकी नजर पड़ी । शेर की आँखे चमक उठी। उसने पुचकार कर आवाज दी-“क्या बात है, ओ बकरी बहन .बड़ी कमजोर नजर आ रही हो? क्या बीमार चल रही हो। कुछ घांँस -फूस नहीं मिल रही हो खाने को तो। आओ ,मैं तुम्हारे भोजन का प्रबंध कर दूँ। आखिर कार तुम मेरी प्रजा हो। और मैं तुम्हारा राजा। मेरे राज्य में कोई भूखा रहे, यह मुझे मँजूर नहीं।”
बकरी ने यह सुन कर पैर जोड़े और लगभग भागते हुए जवाब दिया,-“आदरणीय शेर सिंह जी, आपको मेरी चिंता हो रही है या अपनी?”इतना कह कर वह दूर जंगल से गांँव की तरफ दौड़ पड़ी। शेरसिंह खिसयानी हँसी हँसते हुए सिर खुजा रहा था,-“सा…आजकल छोटे-छोटे जानवर भी कितने चालाक हो गये है।” अब वह फिर से चल पड़ा,शिकार की तलाश में।।
महासमुंद- कांग्रेस भवन में शुक्रवार को आयोजित महिला सशक्तिकरण महोत्सव के दौरान विभिन्न विधाओं में महिलाओं ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली महिलाओं को पुरस्कृत भी किया गया।
आज हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी
संसदीय सचिव व विधायक विनोद चंद्राकर द्वारा महिला सशक्तिकरण महोत्सव के तहत विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संसदीय सचिव ने कहा कि आज हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी है। पुरुषों से कंधा से कंधा मिलाकर काम कर रही है। किसी भी देश की प्रगति के लिए जरूरी है उस देश की आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों में महिलाओं की भूमिका हो। महिलाओं ने कई सामाजिक व अन्य बाधाओं को पार करते हुए मुकाम हासिल किए और लगातार कर रही हैं। आज की तारीख में हर क्षेत्र में महिलाएं आगे हैं लेकिन अतीत में ऐसा नहीं था। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने इस तरह का आयोजन किया जा रहा है।
विभिन्न विधाओं में महिलाओं ने लिया हिस्सा
कार्यक्रम को जिला पंचायत अध्यक्ष उषा पटेल ने भी संबोधित करते हुए कहा कि विधायक व संसदीय सचिव चंद्राकर की पहल स्वागतयोग्य है। इससे निश्चित तौर पर महिलाओं की प्रतिभाएं सामने आएगी। इसके पश्चात व्यंजन प्रतियोगिता, बुके सजावट, फुगड़ी, मटका फोड़, बिंदी लगाओ, फुग्गा फोड़, चम्मच बांटी दौड़, रस्सा खींच, रंगोली, मेहंदी प्रतियोगिता में महिलाओं ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम का संचालन नेता प्रतिपक्ष राशि महिलांग व पूर्व पार्षद संजय शर्मा ने किया।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर प्रमुख रूप से जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष डा रश्मि चंद्राकर, अनिता रावटे, जनपद उपाध्यक्ष त्रिलोकी राधेश्याम ध्रुव, सरपंच संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र चंद्राकर, खिलावन बघेल, सेवनलाल चंद्राकर, दाऊलाल चंद्राकर, रमाकांत ध्रुव, निधि लोकेश चंद्राकर, हेमन्त डड़सेना, राधेश्याम ध्रुव, चमन चंद्राकर, रूपकुमारी ध्रुव, गौरव चंद्राकर, दिलीप चंद्राकर, संजय शर्मा, छन्नू साहू, गोविंद साहू, किशन देवांगन, योगेश चन्द्रनाहू, आवेज खान, बबलू हरपाल, निखिलकान्त साहू, सुनील चंद्राकर, गुरमीत चावला, जब्बर चंद्राकर, भरत ठाकुर, बादल मक्कड़, राजू साहू, अरुणा शुक्ला, तारा चंद्राकर, साधना सिंग ठाकुर, सती चंद्राकर, सरपंच अन्नू चंद्राकर, ब्रजेन हीरा बंजारे, ममता चंद्राकर, तारिणी चंद्राकर, विनोद युगर, कमलेश चंद्राकर, आलोक नायक आदि मौजूद थे।
एमके शुक्ला-रायपुर–एक पइली एक रुपया धान देकर बढ़ाये किसानों का सम्मान अभियान धरसींवा विधानसभा NSUI द्वारा इकट्ठे किये हुवे अनाज से भरी वाहन को क्षेत्रीय विधायक अनिता योगेन्द्र शर्मा ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया ।
छत्तीसगढ़ एनएसयुआई के अनोखा “अभियान” एक रुपया और एक पइली धान देकर बढ़ाए किसानों का सम्मान अभियान का समापन करते हुवे धरसींवा विधानसभा एनएसयुआई ने दोंदेखुर्द में NSUI के टीम द्वारा विगत दिनों से अन्नदाताओं की मांग में इक्कट्ठा हुवे अनाज व राशि को वाहन में रखकर क्षेत्री विधायक अनिता योगेन्द्र शर्मा के हाथों से पूजा अर्चना कर अन्न की गाड़ी को हरी झंडी दिखाकर रायपुर राजीव भवन के लिए रवाना किया गया
राजीव भवन पहुच कर जिला अध्यक्ष अमित शर्मा के हाथों में राशि देकर और धान को राजीव भवन में रखा गया हैं । जिसमें मुख्य रूप से क्षेत्रीय विधायक अनिता योगेन्द्र शर्मा ,वरिष्ट कांग्रेसी व पूर्व सरपंच सियाराम बंजारे, धरसींवा जनपद पंचायत सदस्य उषा अशोक जांगड़े , रायपुर जिला युवा कांग्रेस महासचिव अमित जांगड़े ,रायपुर जिला अध्यक्ष NSUI अमित शर्मा ,रायपुर जिला संयोजक एन. एस. यु. आई. सुर्यप्रताप बंजारे , युवा कांग्रेस नेता भगत बंजारे विधानसभा अध्यक्ष सुशील जांगड़े , विधानसभा महासचिव युवा कांग्रेस खूबी डहरिया ,विधानसभा सचिव देवेंद्र खेलवार , सोशल मीडिया प्रभारी धरसींवा विधानसभा विनोद कोशले ,ब्लॉक महासचिव चंद्रशेखर भारती ,अमृत बंजारे,गोपी ,जमेश कौषल, गगन वर्मा ,ओमकार वैष्णव,आशीष बंजारे, सौरभ यादव,अमित सोनवानी, मंजीत कोषले आदि बहुतों के संख्या में कांग्रेसी गण उपस्थित थे।
महासमुंद- महासमुन्द जिले के विकासखण्ड बागबाहरा में एक तालाब में तीन बगुला (कोकड़ा) जिसमें एक मृत और दो घायल मिलें। जिनकी कुछ देर बाद मृत्यु हो गई। सूचना मिलनें पर स्थानीय पशु चिकित्सक एवं रैपिड रिस्पाॅस टीम पहुंची। उन्होंने निरीक्षण के बाद प्रथम दृष्टा में बगुला में बर्ड फ्लू के लक्षण नहीं दिखाई दिए।
पशु चिकित्सक डी.डी. झारिया ने बताया कि सतर्कता के तौर पर मृत पक्षियों की सैम्पल रोग अन्वेषण प्रयोगशाला भोपाल, मध्यप्रदेश को भेजें गए है। जहां जाने पर ही स्थिति स्पष्ट होगी। डाॅ झारिया ने जिले की जनता से भी पुनः अपील की है कि पक्षियों की मौत की जानकारी तुरंत अपने ईलाकें के पशु चिकित्सक या रैपिड रिस्पाॅस टीम को दें।
जल्द ही मिलेगी स्वीमिंग की सुविधा
महासमुन्द – जिला मुख्यालय स्थित वन विभाग परिसर पर राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मद से स्वीमिंग पुल, जिम एवं बाहरी कम्पाउंड वाॅल निर्माण के लिए 03 करोड़ रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त हुई है। जिलेवासियों के लिए को यह सुविधा कुछ माह पूर्व प्राप्त होने लगेगी। कोविड-19 की वजह से इन निर्माण कार्य में कुछ विलम्ब हुआ है। लेकिन अब यह निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। गत दिवस हाऊसिंग बोेर्ड के कार्यपालन अभियंता अजय नायडू एवं जिला खेल अधिकारी मनोज कुमार धृतलहरे ने निर्माण स्थल का निरीक्षण किया।
सांकेतिक फ़ाइल् फोटो
हाऊसिंग बोेर्ड के कार्यपालन अभियंता ने बताया कि स्वीमिंग पुल की मानक स्टैण्डर्ड जिसका लम्बाई 25 मीटर एवं चैड़ाई 15 मीटर के अनुसार बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्वीमिंग पुल पर पुरूषों एवं महिलाओं के लिए पृथक-पृथक हाॅल, चेंजिंग रूम, बाथरूम एवं टाॅयलेट की व्यवस्था की जा रही है। इसी तरह जिम का भी निर्माण किया जा रहा है। इसमें भी पुरूषों एवं महिलाओं के लिए अलग-अलग बड़ा हाॅल, शौचालय की व्यवस्था की जा रही है। जिम के उपर परिसर पर दर्शक दीर्घा का भी निर्माण किया जा रहा है।
महासमुंद-पूरी दुनिया को आंतकित करने वाले कोरोना का आखिर अन्त अब करीब आ गया है। पूरे छत्तीसगढ़ सहित महासंमुद जिले के पांच समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों इनमें तुमगांव, पिथौरा, बसना, सरायपाली और बागबाहरा के लिए कोविड-19 की 500-500 डोज आज शुक्रवार को प्रातः 10.30 बजे पूरी सुरक्षा के साथ रवाना की गई। मिली जानकारी अनुसार ये सभी डोज अपने-अपने निर्धारित स्वास्थ्य केन्द्रों में सुरक्षित पहुंच गई है। डोज रवाना करते समय डिप्टी कलेक्टर एवं नोडल अधिकारी पूजा बंसल, डाॅ. मुकुन्द राव घोडे़सवार सहित स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एन.के. मंडपे ने बतया कि कल शनिवार 16 जनवरी को जिला चिकित्सालय महासमुंद सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सारायपाली और पिथौरा में कोविड वैक्सीन लगाने का शुभारंभ होगा। इसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। कोराना वैक्सीन के शुभारंभ अवसर पर स्वास्थ्य कर्मियों को पहले टीकाकरण किया जाएगा उनकी सूची तैयार कर ली गई है। इसके बाद महिला एवं बाल विकास विभाग की मितानिन एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और नगर पालिका के सफाई-कर्मचारियों को पहले चरण में टीकाकरण किया जाएगा।
कलेक्टर डोमन सिंह ने आज देर शाम महासमुन्द कोविड वैक्सीन सेटर का निरीक्षण किया और जरूरी दिशा-निर्देश दिए। राजधानी रायपुर के स्वास्थ्य विभाग से आए डाॅ. वाय.के. शर्मा ने जिला चिकित्सालय महासमुन्द सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पिथौरा, सरायपाली के कोविड वैक्सीन सेंटर का अवलोकन किया। संबंधित टीम को जरूरी निर्देश दिए। कल 16 जनवरी को इन तीनों कोविड वैक्सीन सेंटरों पर 100-100 स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया जाएगा। बतादें कि जिले में कोरोना वैक्सीन की पहली खेप बुधवार 13 जनवरी को रात में पहुंची थी। पहली खेप में 5490 डोज मिले है। वैक्सीन की डोज को जिला स्तरीय कोल्ड स्टोरेज महासंमुद में 2 से 8 डिग्री टेम्प्रेचर में सुरक्षित रखा गया और सील किया गया था।
बलौदाबाजार- छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक ने आज जिला पंचायत के सभागार में महिला उत्पीड़न से संबंधित प्रकरणों पर जन सुनवाई की। सुनवाई में कुल 30 प्रकरण रखे गये थे। जिसमें 20 प्रकरणों को निराकरण करते हुए नस्तीबद्ध किया गया। साथ ही कुछ प्रकरणों को सुनवाई हेतु रायपुर स्थानन्तरण किया गया है। एक महिला आवेदक पलारी विकासखण्ड के ग्राम वटगन निवासी ने ग्राम सरपंच के विरुद्ध हुक्का पानी एवं गाँव के लोगों से बातचीत बंद करनें की शिकायत एवं मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया गया। जिस पर आयोग के अध्यक्ष ने तत्काल कार्रवाई करतें हुए पुलिस विभाग एसडीओपी बलौदाबाजार को 30 दिनों में गोपनीय जांच कर आयोग को रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए।
जाँच के निर्देश दिए
सिमगा विकासखण्ड के अंतर्गत ग्राम करहुल में आवदेक पिता ने अपनी बेटी की गुमशुदगी के मामले में आयोग के समक्ष आवेदन प्रस्तुत किया था। उन्होंने बताया की 2013 में अनावेदक ने मेरी बच्ची को भगाकर शादी कर लिया। पूछताछ के दौरान अनावेदक ने बताया की शादी के बाद हम दोनों पुणे में रह रहे थे। उसी दौरान करीब 6 माह बाद वह लड़की का भाग जाना बताया। पर इस प्रकरण को गभीर मानते हुए प्रथम दृष्टितया में यह महिला तस्करी से संबंधित लगा। जिस पर भाटापारा एसडीओपी के नेतृत्व में विशेष जाँच के निर्देश दिए गए है।
पलारी विकासखंड के ग्राम गितकेरा के निवासी आवेदक ने ग्राम टीपावन निवासी दो अनावेदकों के विरुद्ध अपनी बेटी की गर्भपात करनें एवं उनको आत्महत्या करने के लिए मजबूर करने की शिकायत की गई। इसमें से एक अनावेदक झोलाछाप डाक्टर भी शामिल है। जिस पर सुनवाई करतें हुए पलारी थाने को पूरे प्रकरण पंजीकृत कर जांच करने के निर्देश दिए है। साथ ही झोलाछाप डाक्टर की अलग से जाँच करने के निर्देश दिए गए है।
दहेज प्रताड़ना की शिकायत
कसडोल विकासखण्ड के ग्राम बरदा निवासी आवेदिका ने अपने पति के विरुद्ध दहेज प्रताड़ना की शिकायत की गई। जिस पर अध्यक्ष ने उनके पति को 5 हजार रुपये की राशि प्रतिमाह भरण पोषण के लिए देने के आदेश दिए गए। इसी तरह ग्राम तिहलिपाली बिलाईगढ़ निवासी ने अपनी पति के खिलाफ सम्पत्ति विवाद को लेकर शिकायत दर्ज की इस पर आयोग अध्यक्ष ने उनके पति को 6 माह तक 10 हजार रुपये की राशि प्रतिमाह भरण पोषण के लिए देने के आदेश दिए गए। इसके लिए महिला बाल विकास विभाग के संरक्षण अधिकारी मंजू तिवारी को इनकी निगरानी करने के निर्देश दिए गए है।आदेश का उल्लंघन करनें पर आविदेका पुलिस थाना में अपराध दर्ज करने के लिए स्वंत्रत होगा।
सुनवाई के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश वर्मा,पूर्व जिला पंचायत सदस्य सीमा वर्मा कलेक्टर सुनील कुमार जैन अपर कलेक्टर राजेंद्र गुप्ता अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निवेदिता पॉल एसडीपीओ सुभाष दास शासकीय अधिवक्ता शमीम रहमान जिला कार्यक्रम अधिकारी एल आर कच्छप जिला बाल विकास अधिकारी आदित्य शर्मा सहित अन्य विभागीय अधिकारी गण उपस्थित थे। साथ ही आयोग की सुनवाई के दौरान आवेदक,अनावेदक सहित जनप्रतिनिधि गण उपस्थित थे।
महासमुन्द-कलेक्टर डोमन सिंह के निर्देशानुसार आज राजस्व एवं खाद्य विभाग की टीम द्वारा 14 जनवरी 2021 को जिले में 07 प्रकरणोें पर 195 बोरा धान अर्थात् (78 किवंटल) जप्त किए है। इस तरह से जिले में अबतक 4495.6 क्विंटल धान सहित 12 वाहन जप्त हुई है।
राजस्व एवं खाद्य विभाग की टीम द्वारा जिले में 1. देव कुमार चन्द्राकर, ग्राम चौंकबेड़ा तहसील महासमुन्द धान 25 बोरा 10 क्विंटल 2. राजकुमार कुंभकार, ग्राम बनपचरी तहसील महासमुन्द धान 25 बोरा 10 क्विंटल 3. गन्नुराम साहू, ग्राम बेमचा तहसील महासमुन्द धान 25 बोरा 10 क्विंटल 4. लक्ष्मीनारायण चन्द्राकर, ग्राम बेमचा तहसील महासमुन्द धान 30 बोरा 12 क्विंटल 5. दयासागर पिता भागीरथी , ग्राम मोहका तहसील बसना धान 50 बोरा 20 क्विंटल 6.कन्हैया साहू पिता मगनलाल ग्राम परसवानी तहसील पिथौरा धान 20 बोरा 8 क्विंटल 7. बसंत प्रधान पिता घनश्याम प्रधान ग्राम बड़ेलोरम तहसील पिथौरा धान 20 बोरा 8 क्विंटल जप्त किया गया । इस तरह से जिले में 07 प्रकरणोें पर 78 किवंटल धान जप्त किया गया है ।
14 जनवरी 2021 को मिले 07 प्रकरण को मिला कर अब तक जिले में कुल 227 प्रकरण दर्ज किए गए है। जिनमें 11239 बोरा धान अर्थात् 4495.6 क्विंटल धान की जप्ती की गई है। इनमें 12 वाहन भी शामिल हैं। जिले में कलेक्टर डोमन सिंह के मार्गदर्शन में तहसीलदार, थाना प्रभारी, खाद्य निरीक्षक की संयुक्त उड़नदस्ता टीम का गठन कर अवैध धान परिवहन और अवैध धान भंडारण पर लगातार निगरानी की जा रही है।
दिल्ली-वाइस एडमिरल अतुल कुमार जैन पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएसएम फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ पूर्वी नौसेना कमान ने चार दिनों तक समुद्र में पूर्वी बेड़े की परिचालन तैयारी और युद्ध-तत्परता की समीक्षा की। इस परिचालन तत्परता निरीक्षण में पूर्वी बेड़े के 22 जहाजों ने हिस्सा लिया।
विषम परिस्थितियों में होने वाले हमलों, हथियारों से गोलीबारी, पनडुब्बी-रोधी ड्रिल सहित जहाजों को नष्ट करने के लिए की जाने वाली फायरिंग और बेड़े के युद्धाभ्यासों के दौरान अपने सैनिकों को सुरक्षित करने की रणनीति का प्रदर्शन इस समीक्षा के दौरान असल परिस्थितियों में किया गया।
फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, ईएनसी ने कई जहाजों के बेड़ों का दौरा किया ताकि उनकी तैयारियों का सीधे तौर पर आकलन किया जा सके। उन्होंने इस दौरान जहाज में मौजूद जवानों से भी बातचीत की। देश की विशाल समुद्री सीमाओं और संपत्तियों की रक्षा में लगे जहाजों के बेड़ों ने अपनी बहुआयामी युद्ध क्षमता का प्रदर्शन किया।
कोविड-19 से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद, पूर्वी बेड़े ने गालवान संकट के चलते सामने आई घटनाओं को ध्यान में रखते हुए हिंद महासागर क्षेत्र में और उससे पार तक की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपनी गतिविधियों में तेजी बनाकर रखी है। नौसेना के संचालन की पूरी व्यवस्था को कवर करने वाले अभ्यासों और उन्नति को यहां समुद्र में दर्शाया गया।
बेड़े ने अपने विभिन्न नौसेना अभियानों के लिए अपने कौशल को बढ़ाने की प्रक्रिया को जारी रखा। भारतीय नौसेना ने मिशन-आधारित तैनाती और मानवीय सहायता और आपदा राहत मिशनों के लिए अपने जहाजों को नियमित रूप से उत्तरदायित्व क्षेत्र (एओआर) में तैनात किया है। अपनी राजनयिक भूमिका अदा करते हुए भारतीय नौसेना ने पूर्वी बेड़े के जहाजों को बड़ी संख्या में अन्य देशों की नौसेनाओं के साथ मैत्रीपूर्ण द्विपक्षीय और बहुपक्षीय अभ्यासों में शामिल किया है।