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36गढ़ की भौगोलिक संरचना के आधार पर SBI के शाखाओं की पुनर्गठन करने की मांग-

दूरस्थ अंचलों मे चिकित्सा सुविधाओं व् शिक्षा व्यवस्था की है दुर्दशा-सांसद चुन्नीलाल
sansd-chunnilaal

महासमुंद-सांसद चुन्नीलाल साहू ने महासमुंद जिले में संचालित स्टेट बैंक आफ इंडिया की शाखाओं को रायपुर रीजनल से जोड़ने की मांग की है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को लिखे एक पत्र में उन्होंने प्रस्ताव दिया है कि शाखा पुनर्गठन के दौरान छत्तीसगढ़ की भौगोलिक संरचना का विशेष ध्यान रखा जाए। नए प्रस्ताव में महासमुंद, बेमेतरा, बलौदाबाजार और कवर्धा को बिलासपुर क्षेत्रीय कार्यालय से संबद्ध किया जा रहा है।

ग्राम परसाडीह में दन्तैल ने पुत्र के सामने पिता को मारडाला,अपनी जान पेड़ में चढ़कर बचाई

भारतीय स्टेट बैंक प्रबंधन ने यह प्रस्ताव फाइनेसियल इन्क्लूज़न एंड माइक्रो मार्केट (एफआईएमएम) को समाप्त करने के बाद तैयार किया है। एफआईएमएम वर्टिकल की स्थापना के पीछे बैंक का उद्देश्य ग्रामीण और अर्द्ध शहरी क्षेत्रों में मौजूद छोटे-छोटे कारोबार को बढ़ावा देने और ग्राहको को बेहतर और सुगम सुविधा उपलब्ध कराना था। इस वर्टिकल में अभी महासमुंद जिले की शाखाएं रायगढ़ क्षेत्रीय कार्यालय के माध्यम से काम कर रही हैं।

CM की संवेदनशील पहल से बेसहारा बच्चों का संवरेगा बेहतर भविष्य-संसदीय सचिव चंद्राकर

सांसद चुन्नीलाल साहू ने पत्र के माध्यम से बताया है कि छत्तीसगढ़ की भौगोलिक संरचना के आधार पर बिलासपुर से महासमुंद की दूरी 110, बेमेतरा से 90 और बलौदाबाजार से 140 किमी है, वहीं महासमुंद से रायपुर की दूरी 55 किमी, बेमेतरा की दूरी 60 किमी और बलौदाबाजार की दूरी 81 किमी है। साहू का मानना है कि क्षेत्रीय कार्यालय की दूरी कम होने से बैंक शाखाओं के नियंत्रण और व्यापारिक गतिविधियों के संचालन में सुविधा होगी।

छत्तीसगढ़ी संस्कृति, साहित्य एवं कला को संरक्षण की जरूरत है-सांसद चुन्नीलाल

सांसद ने केंद्रीय वित्त मंत्री से कहा है कि भारतीय स्टेट बैंक शाखा और क्षेत्रीय कार्यालय पुनर्गठन में लोक हित को ध्यान में रखते हुए महासमुंद, बलौदाबाजार और बेमेतरा को रायपुर क्षेत्रीय कार्यालय से संबद्ध रखा जाए। इस आशय का एक पत्र उन्होंने केंद्रीय राज्य मंत्री (वित्त) अनुराग सिंह ठाकुर को लिखा है।

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ग्राम परसाडीह में दन्तैल ने पुत्र के सामने पिता को मारडाला,अपनी जान पेड़ में चढ़कर बचाई

केशवा के एक किसान को हाथी ने कुचल कर मार डाला
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महासमुंद- सिरपुर हाथी प्रभावित इलाके में ग्राम परसाडीह में धान के फ़सल में दवाई छिड़काव करने गए पिता-पुत्र में से पिता पर दंतैल ने अचानक पंहुच कर पिता पर हमला कर मारडाला वही पुत्र पास के पेड़ में चढ़कर अपनी जान बचाई हमला करने के बाद दंतैल परसाडीह में दौड़ते हुए गली मोहल्ले को पार करते हुए कुकराडीह बंजर में चला गया वही वन विभाग के द्वारा तत्कालीन सहायता राशि प्रदान की गई

हाथी भगाओ फ़सल बचाओ समिति के संयोजक राधे लाल सिन्हा से मिली जानकारी के अनुसार 14मई की शाम 6 बजे के आसपास एक दतैल ग्राम परसाडीह में मनी राम यादव उम्र 45 वर्ष अपने पुत्र जयलाल यादव उम्र 15 वर्ष के साथ अपने खेत में धान के फ़सल में दवाई छिड़काव करने गए थे जैसे ही मनी राम द्वारा स्पेयर को पीठ पर लाद कर दवाई छिड़काव कर रहे थे तभी अचानक पिछे तरफ से हाथी खेत में पहुंच कर किसान को पटक-पटक कर मार दिया।

खेत में धान काट रहे किसान को हाथी ने मार डाला,पत्नी ने दौड़कर बचाई अपनी जान

ग्राम फरसाडीह में दन्तैल ने पुत्र के सामने पिता को मारडाला,अपनी जान पेड़ में चढ़कर बचाई

गोठान में बंधे भैस को हाथी ने बेरहमी से पटक-पटक कर मार डाला

पुत्र खेत हाथी को देखते ही हाथी आरहा है भागों जोर जोर से आवाज दे कर चिल्लाया और खुद पेड़ में चढ़ कर जान बचाई। और हाथी के द्वारा अपने पिता को मौत के मुंह में जाते हुए खामोश होकर देखता रहा और चाहकर भी अपने पिता के लिए कुछ नही कर पाया। घटना के बाद दंतैल भागते हुए ग्राम परसाडीह में दौड़ते हुए गली मोहल्ले को पार करते हुए कुकराडीह बंजर में चला गया। पेड़ में चढ़े जयलाल द्वारा किसी तरह से हिम्मत जुटा कर गांव में फोन कर सुचना देकर परिचितों को इसकी जानकारी दी । इस घटना के बाद लोगों के मन में भय होने लगा ।

राधे लाल सिन्हा ने आगे बताया कि वनविभाग एवं पुलिस विभाग को सुचना देकर बताया मौके पर पहुंच कर शव को रात्रि में खेत से बाहर निकाल कर अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गजराज वाहन में परिवार को साथ लेकर महासमुंद पहुंचाया। वनविभाग की ओर से तत्कालीन सहायता राशि 25000/रुपए मृतक के बड़े भाई को एसडीओ वन विभाग के एसके नाविक एवं रेंजर डडसेना ने प्रदान किया।

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CM की संवेदनशील पहल से बेसहारा बच्चों का संवरेगा बेहतर भविष्य-संसदीय सचिव चंद्राकर

आदिवासियों के जमीन बेचने वालों पर नहीं हुई कार्रवाई : विनोद चंद्राकर
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महासमुंद- संसदीय सचिव व विधायक विनोद चंद्राकर ने कहा कि कोरोना से माता-पिता खो देने वाले बच्चों की पढ़ाई का खर्च छत्तीसगढ़ सरकार उठाने के साथ ही उन्हें छात्रवृृृत्ति भी देगी। कोविड के खिलाफ लड़ाई के दौरान छत्तीसगढ़ सरकार ने एक ऐसा निर्णय लिया है जो कोविड पीड़ितों के कुछ आंसू पोंछ सकेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की संवेदनशील पहल से बेसहारा बच्चों का भविष्य बेहतर रूप से संवर सकेगा।

मिलेगा लाभ छत्तीसगढ़ महतारी दुलार योजना के माध्यम से

संसदीय सचिव चंद्राकर ने कहा कि कोविड के निर्मम प्रहार के चलते जिन बच्चों का सब कुछ छीन गया है, अब छत्तीसगढ़ सरकार उनका संबल बनने जा रही है और न केवल उनकी शिक्षा का दायित्व उठायेगी बल्कि उनके भविष्य को संवारने की हर संभव कोशिश भी करेगी। सरकार की इस संवेदनशील पहल को अमली जामा पहनाया जाएगा छत्तीसगढ़ महतारी दुलार योजना के माध्यम से। यह योजना इस वित्तीय वर्ष से लागू की जाएगी।

छात्रवत्ति के लिये होंगे पात्र

ऐसे बच्चे जिन्होंने अपने माता-पिता को इस वित्तीय वर्ष के दौरान कोरोना के कारण खो दिया है, उन की पढ़ाई का पूरा खर्च अब छत्तीसगढ़ सरकार उठाएगी। साथ ही पहली से आठवीं तक के ऐसे बच्चों को 500 रुपए प्रतिमाह और 9 वीं से 12 वीं तक के बच्चों को 1000 रुपये प्रतिमाह की छात्रवृत्ति भी राज्य सरकार द्वारा दी जाएगी। शासकीय अथवा प्राईवेट किसी भी स्कूल में पढ़ाई करने पर ये बच्चे इस छात्रवत्ति के लिये पात्र होंगे।

आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों में प्राथमिकता

इसके साथ ही राज्य सरकार द्वारा यह भी निर्णय लिया गया है ऐसे बच्चे जिनके परिवार में रोजी-रोटी कमाने वाले मुख्य सदस्य की मृत्यु कोरोना से हो गई है, तो उन बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था भी राज्य सरकार द्वारा की जाएगी। संसदीय सचिव ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा यह भी निर्णय लिया गया है कि यदि ये बच्चे राज्य में प्रारंभ किए गए स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों में प्रवेश हेतु आवेदन देते हैं तो उन्हें प्राथमिकता से प्रवेश दिया जायेगा और उनसे किसी भी प्रकार की फीस नहीं ली जायेगी।

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मौसम के बदलते तेवर ने किसानों को किया काफी विचलित,सरकारी मदद की दरकरार-स्मिता

मौसम के बदलते तेवर ने किसानों को किया काफी विचलित,सरकारी मदद की दरकरार

अजित पुंज-बागबाहरा-जनपद अध्यक्ष स्मिता चंन्द्राकर ने विगत सप्ताह भर से खल्लारी क्षेत्र में मौसम के बदलते तेवर से किसानों को काफी विचलित कर दिया है क्षेत्र मे अचानक से मौसम ने करवट बदल कर आँधी तूफान ओला पानी गिरने से किसानों के रबी सीजन का धान 50 प्रतिशत खराब हो चुका है पक कर खडे धान की कटाई करने के समय में मौसम के दगा दिये जाने से स्थिति काफी खराब हो चुका है कर्ज लेकर खेती करने वाले किसानों की बर्बादी से हताशा निराशा घर कर गई है किसान पूरी तरह से बर्बाद हो गये है।

छत्तीसगढ़ सरकार से मांग

अध्यक्ष ने छत्तीसगढ़ सरकार से मांग की है कि फसल क्षति का मुआयना कर किसानों को लागत राशि अनुरूप क्षति पूर्ति मुआवजा राशि का भुगतान करें ताकि किसानो को खरीफ सीजन मे खेती करने से कोई परेशानी उठाना ना पडे।उन्होंने कहा कि धान पक कर कटाई के लिए तैयार हो चुका था परंतु बे मौसम बारिश ने किसानों को तबाह करते हुये धान के पौधों से दाना झड गया सिर्फ पैरा बचा है।

मौसम के बदलते तेवर ने किसानों को किया काफी विचलित,सरकारी मदद की दरकरार
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प्रति वर्ष खेती मे नुकसान से आर्थिक बदहाली

यहां के किसान हमेशा से सूखा अतिवृष्टि ओलावृष्टि अकाल के चपेट में आते है इसलिए किसानों के रीड की हड्डी कमजोर हो चुका है प्रति वर्ष खेती मे नुकसान से आर्थिक बदहाली का सामना कर रहे है।सरकार किसानों को दया के पात्र न समझे किसानों को आत्म निर्भर बनाने अवसर प्रदान करें मै केन्द्र और राज्य दोनो सरकार से अपील करती हूँ कि वे किसानों को कम से कम 20 हजार प्रति एकड के हिसाब से क्षति पूर्ति राशि का अविलंब भुगतान करना सुनिश्चित करे ताकि महीने भर बाद वे खरीफ सीजन की खेती की तैयारी कर सके।

धान की बालियां अब अंकुरित होने की स्थिति मे

यदि सरकार मुआवजा नहीं देगी तो किसानों का जीना दूभर हो जायेगा किसानों की बर्बाद फसल को देख कर कोई अपना आँसू भी नहीं रोक पायेगा पानी मे डूबे धान की बालियां अब अंकुरित होने की स्थिति मे आ गया है चूंकि धान की फसल पूरी तरह से पानी मे डूब गया है बचे हुये फसल को बचाने के लिए किसान हाडतोड मेहनत कर रहे है। स्मिता चंन्द्राकर ने कहा है सरकार रवि सीजन के धान को केन्द्रीय समर्थन मूल्य मे खरीदी करने का आदेश दें चूंकि खुले बाजार में धान की कीमत 12 से 13 सौ रुपये तक ही है इस दर पर लागत राशि भी वसूल नहीं हो पा रहा है।

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टोक्यो ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने के लिए उत्सुक हूँ-तलवारबाज़ भवानी

टोक्यो ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने के लिए उत्सुक हूँ-तलवारबाज़ भवानी

दिल्ली-ओलंपिक खेलों के लिए क्वालिफाई करने वाली पहली भारतीय तलवारबाज़ बनकर इतिहास रचने वाली तलवारबाज़ भवानी देवी ने कहा कि वह टोक्यो ओलंपिक-2020 में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने के लिए उत्सुक हूँ। उन्होंने कहा, “यह पहली बार होगा जब हमारे देश के ज्यादातर लोग तलवारबाजी देखेंगे और मुझे खेलते हुए देखेंगे, इसलिए मैं उनके सामने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दूंगी।”

इस वर्ष मार्च में बुडापेस्ट विश्व कप के बाद समायोजित आधिकारिक रैंकिंग पद्धति के माध्यम से कोटा हासिल करने के बाद, चेन्नई की 27 वर्षीय भवानी ने एक लंबी यात्रा के बाद एक बड़ी सफलता हासिल की है। उसने बांस के डंडे से प्रशिक्षण लेकर अपने करियर की शुरुआत की थी। ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली तलवारबाज़ बनने पर उत्साह का भाव भवानी ने नहीं खोया है।

श्रीनगर में नौकायन के लिए खेलो इंडिया स्टेट सेंटर फॉर एक्सिलेंस का हुआ उद्घाटन

टोक्यो ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने के लिए उत्सुक हूँ-तलवारबाज़ भवानी

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इटली की राष्ट्रीय टीम के साथ प्रशिक्षण

मौजूदा कोविड-19 स्थिति को देखते हुए और टूर्नामेंट रद्द होने की संभावना के साथ, भवानी देवी को ओलंपिक खेलों के लिए रवाना होने से पहले इटली में प्रशिक्षण जारी रखने की उम्मीद है। अप्रैल में लक्ष्य ओलंपिक पोडियम योजना में शामिल होने वाली, भवानी अब मई के महीने में तीन-सप्ताह के शिविर में भाग ले रही हैं, जहां वह इटली की राष्ट्रीय टीम के साथ प्रशिक्षण ले रही हैं। भवानी देवी के दिवंगत पिता एक पुजारी थे और माँ एक गृहिणी हैं। भवानी हर कदम पर अपने माता-पिता से मिले समर्थन के लिए आभारी हैं। उन्होंने बुधवार को भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा आयोजित मीडिया से बातचीत में कहा कि केवल अपने माता-पिता की वजह से, मैं कठिनाइयों को दूर कर आगे बढ़ने में सफल हुई हूँ।

माँ ने किया प्रोत्साहित

मेरी माँ ने मुझे हमेशा प्रोत्साहित किया। वह मुझसे हमेशा कहती हैं कि अगर आज अच्छा नहीं है, तो कल ज़रूर बेहतर होगा। यदि आप 100 प्रतिशत देते हैं, तो आप निश्चित रूप से उसके परिणाम प्राप्त करेंगे। भवानी देवी ने कहा, “यहां तक ​​कि कोविड -19 के उपचार के दौरान भी अस्पताल के बिस्तर से उन्होंने मुझे अपने सपने पर ध्यान केंद्रित करने और घर वापस लौट कर उनकी देखभाल करने की बजाय, बुडापेस्ट विश्व कप में खेलने के लिए कहा था।

भवानी देवी ने कहा कि जब ओलंपिक के लिए योग्यता प्राप्त करना दूर का सपना लग रहा था, तब लोगो ने उससे तलवारबाज़ी जारी रखने से मना कर दिया था, लेकिन उसके माता-पिता ने उसे आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होने कहा, “जब मेरी रैंकिंग योग्यता के करीब नहीं थी, तो लोग पूछते थे कि वह इतना समय क्यों लगा रही है खेल में। वह एक महिला है, वह शिक्षा प्राप्त कर सकती है और कुछ नौकरी पाने की सोच सकती है। मुझे बाहर से प्रोत्साहन नहीं मिला, लेकिन मेरी माँ और पिता ने मुझे चिंता न करने के लिए कहा।

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देश के 9,50,67,601 किसानों को मिला PM किसान सम्मान निधि योजना का लाभ

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दिल्ली-प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (पीएम-किसान) के तहत देश के 9,50,67,601किसानों को 2,06,67,75,66,000 रूपये के वित्तीय लाभ की 8 वीं किस्त जारी की। इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने किसान लाभार्थियों से बातचीत भी की। इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री भी उपस्थित थे।

लाभार्थियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बात

प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना के लाभार्थियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात की। उन्होंनेअपने क्षेत्र के युवा किसानों को जैविक खेती और नई कृषि तकनीकों की प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए उत्तर प्रदेश स्थित उन्नाव के अरविन्द की सराहना की। इसके अलावा उन्होंने बड़े पैमाने पर जैविक खेती के लिए अंडमान और निकोबार द्वीप समूह स्थित कार निकोबार के पैट्रिक की भी सराहना की।

वहीं उन्होंने अपने क्षेत्र के 170 से अधिक आदिवासी किसानों का मार्गदर्शन करने के लिए आंध्र प्रदेश स्थित अनंतपुर की एन वेन्नुरामा के प्रयासों की प्रशंसा की।प् रधानमंत्री ने मेघालय के पहाड़ी इलाकों में मसालों जैसे; अदरक पाउडर, हल्दी और दालचीनी आदि मसालों के उत्पादन के लिए मेघालय के रेविस्टार की सराहना की। इसके अलावा उन्होंने जम्मू और कश्मीर स्थित श्रीनगर के खुर्शीद से भी बातचीत की, जो जैविक रूप से सब्जियों जैसे; शिमला मिर्च, हरी मिर्च और खीरे की खेती करते हैं।

किसानों के लिए आफत बन कर आई आंधी-तूफान बारिश,नुकसान पर मुआवजा दे सरकार-मोनिका

देश के 9,50,67,601 किसानों को मिला PM किसान सम्मान निधि योजना का लाभ
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कोविशिल्ड टीके की दो खुराक के बीच का अंतर 6-8 से बढ़ाकर 12-16 सप्ताह किया गया

इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि पहली बार पश्चिम बंगाल के किसानों को किसान सम्मान निधि योजना का लाभ मिलेगा। उन्होंने उन किसानों के प्रयासों की सराहना की जिन्होंने इस महामारी के दौरान कठिनाइयों के बीच खाद्यान्न और बागवानी में रिकॉर्ड उत्पादन किया है। उन्होंने कहा है कि सरकार प्रत्येक साल एमएसपी पर खरीद के नए रिकॉर्ड भी बना रही है। उन्होंने आगे बताया कि अब तक पिछले साल की तुलना में इस साल एमएसपी पर लगभग 10 प्रतिशत अधिक गेहूं की खरीद की गई है। अब तक गेहूं की खरीद के लिए लगभग 58,000 करोड़ रुपये सीधे किसानों के खाते में पहुंचे हैं।

महामारी विश्व को चुनौती दे रही है

प्रधानमंत्री ने कहा कि सदी में एक बार आने वाली यह महामारी विश्व को चुनौती दे रही है, क्योंकि यह हमारे सामने एक अदृश्य दुश्मन है। उन्होंने कहा कि सरकार अपनी पूरी ताकत से कोविड-19 से लड़ रही है और यह सुनिश्चित कर रही है कि राष्ट्र के दर्द को कम करने के लिए प्रत्येक सरकारी विभाग दिन-रात काम कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने इस बात का उल्लेख किया कि केंद्र सरकार और सभी राज्य सरकारें मिलकर तीव्र गति सेअधिक से अधिक देशवासियों का टीकाकरण करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि देश में अब तक लगभग 18 करोड़ टीके की खुराकें दी जा चुकी हैं। देशभर के सरकारी अस्पतालों में मुफ्त टीकाकरण किया जा रहा है।प्रधानमंत्री ने सभी से आग्रह किया है कि जब उनकी बारी आए तो वे टीका के लिए पंजीकरण कराएं और हर वक्त कोविड उपयुक्त व्यवहार सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यह टीका कोरोना से बचाव का एक महत्वपूर्ण साधन हैं और यह गंभीर बीमारी के जोखिम को कम करेगा।

भारत एक ऐसा राष्ट्र नहीं है जो कठिन समय में उम्मीद खो देता है

प्रधानमंत्री ने कहा कि सशस्त्र बल इस कठिन समय में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पूरी ताकत से काम कर रहे हैं। रेलवे भी ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन कर रहा है। देश का दवा क्षेत्र बड़े पैमाने पर दवाओं का निर्माण और वितरण कर रहा है। उन्होंने राज्यों से दवाओं और चिकित्सा आपूर्तियों की कालाबाजारी से निपटने के लिए सख्त कानूनों को सुनिश्चित करने का अनुरोध किया।

प्रधानमंत्री ने इस बात को रेखांकित किया कि भारत एक ऐसा राष्ट्र नहीं है जो कठिन समय में उम्मीद खो देता है और उन्होंने उम्मीद व्यक्त की कि मजबूती और समर्पण से इस चुनौती को दूर किया जा सकता है। उन्होंने ग्रामीण इलाकों में भी कोविड-19 के फैलने को लेकर चेतावनी दी और ग्राम पंचायतों से अपने-अपने संबंधित क्षेत्रों में पर्याप्त जागरूकता और स्वच्छता सुनिश्चित करने का आग्रह किया।

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मीडियाकर्मीयों व उनके परिवार के सदस्यों को दी बड़ी राहत CM चौहान ने

स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 22 के वेस्ट जोन में MP बना टॉप स्टेट CM चौहान ने दी बधाई
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भोपाल-मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के प्रिंट, इलेक्ट्रानिक और डिजिटल मीडिया के सभी अधिमान्य या गैर-अधिमान्य मीडियाकर्मीयों और संपादकीय विभाग के कर्मचारियों तथा इनके परिवार के सदस्यों के कोरोना से प्रभावित होने पर उनका नि:शुल्क उपचार किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी मीडिया के साथी कोरोना महामारी के काल में जन-जागृति का धर्म निभा रहे हैं। मीडिया साथियों के परिवार के कोरोना इलाज की चिंता भी सरकार करेगी। मुख्यमंत्री ने निवास पर जारी वीडियो वाइट में यह बात कही।

नायब तहसीलदार व् सरपंच ने ग्रामीणों को टीका लगाने के लिए किया जागरुक

कोविशिल्ड टीके की दो खुराक के बीच का अंतर 6-8 से बढ़ाकर 12-16 सप्ताह किया गया

जीविकोपार्जन का सहारा छिन चुके परिवारों को मिलेगा पाँच हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन CMचौहान

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के इस विकट संकट में हमारे मीडिया के साथी दिन और रात अपने कर्तव्य का निर्वहन पूरे समर्पण और निष्ठा के साथ कर रहे हैं। जनता तक जानकारियाँ पहुँचाने के अपने धर्म का निर्वहन करते-करते कई मीडियाकर्मी संक्रमित भी हुए हैं, कुछ का दु:खद स्वर्गवास भी हो गया है। ऐसे में यह आवश्यक है कि जो कोरोना संक्रमित हैं, उनके इलाज की उचित व्यवस्था हो। यदि कोई मीडियाकर्मीयों या उसके परिवार का सदस्य कोरोना संक्रमित होता है तो उसे उसके हाल पर नहीं छोड़ा जाएगा। इस योजना में प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया के संपादकीय विभाग में कार्य कर रहे सभी पत्रकार, डेस्क में पदस्थ पत्रकार साथी, कैमरामेन, फोटोग्राफर सभी को कव्हर किया जाएगा।

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किसानों के लिए आफत बन कर आई आंधी-तूफान बारिश,नुकसान पर मुआवजा दे सरकार-मोनिका

किसानों के लिए आफत बन कर आई आंधी-तूफान बारिश दे मुआवजा सरकार-मोनिका

अजित पुंज-बागबाहरा- प्रदेश में हाल ही में हुई तीन बार की तेज बारिश,आंधी- तूफान की मार ने किसानों को बेहद परेशान कर दिया है। इस बेमौसम आंधी तूफान व बारिश ने किसानों की करीब 50% फसल रबी की खेती नष्ट कर दी है।खेती पर आश्रित किसान खासे परेशान है और इस उम्मीद में है कि संकट की इस घड़ी में सरकार उन्हें मुआवजा देकर , आर्थिक जख्म पर मरहम लगाएगी।प्रदेश सरकार का कहना है कि बर्बाद फसलों का मुआयना किया जावेगा और नियमों के अनुसार मुआवजा अवश्य दिया जावेगा।

छत्तीसगढ़ में पिछले सप्ताह दो बार तेज बारिश आंधी तूफान का जबरदस्त दौर चला है। इसके पहले दौर को तो किसान झेल गए लेकिन पिछले तीन दिनों की लगातार बारिश ने किसानों के लिए आफत पैदा कर दी है। उनके खेतों में खड़ी फसल करीब 50% खेती नष्ट हो चुकी है।महासमुन्द जिले के हज़ारों गांव ऐसे हैं जंहा रबी की फसल कम ज्यादा खेती हो रही है।

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किसानों के लिए आफत बन कर आई आंधी-तूफान बारिश दे मुआवजा सरकार-मोनिका

इनमें खल्लारी विधान सभा के गांजर, मुनगासेर, मोंगरपाली,खेमड़ा, कुसमी,साल्हेभाटा, टेमरी,नर्रा, परसूली, झिटकी,खट्टी, देवरी, कोमाखान,सम्हर, तेंदुकोना, बुन्देली,भुरकोनी, खल्लारी,सोरमसिंघी,खुसरूपाली,सुखरीडबरी ,गबोद , बोकरामुडा,जुनवानी,घुंचापाली ,पडकीपाली,बकमा, कसेकेरा,पचेड़ा,तुसदा, खूटेरी, मामाभाँचा, चरोदा, आमाकोनी,रैताल,खम्हरिया जैसे 200 गॉंवों हैं,जंहा रबी की खेती की जाती है।

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किसानों के लिए आफत बन कर आई आंधी-तूफान बारिश दे मुआवजा सरकार-मोनिका

खल्लारी विस क्षेत्र की भाजपा जिला उपाध्यक्ष मोनिका दिलीप साहू,पूर्व जिला पंचायत सभापति, महिला बाल विकास ने फसलों के हुए नुकसान का मुआवजा प्रभावित किसानों को दिलाने की मांग की है। उन्होंने छत्तीसगढ़ शासन से मांग की है यदि फसलों के नुकसान का मुआवजा एक सप्ताह जे भीतर नहीं किया गया तो भाजपा व किसान संघ शांतिपूर्ण आंदोलन करेगा। मोनिका साहू ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि यदि किसानो को मुआवजे का भुगतान नही किया गया तो भाजपा आंदोलन करेगी।तो जनान्दोलन छेड़ दिया जावेगा। उन्होंने कहा कि इस सरकार के पास किसानों के हित में एक भी कार्य योजना नहीँ है।

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नायब तहसीलदार व् सरपंच ने ग्रामीणों को टीका लगाने के लिए किया जागरुक

नायब तहसीलदार व् सरपंच ने ग्रामीणों को टीका लगाने के लिए किया जागरुक

खल्लारी/ वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण ही एकमात्र उपाय है, इस बात को भलीभांति गांव के लोग समझ रहे हैं, लेकिन अफवाहों के वजह से कुछ लोगो मे हो रही गलतफहमी को दूर करने के लिए नायब तहसीलदार व गांव के जनप्रतिनिधि जमीनी स्तर पर उतरकर घर-घर जाकर लोगों को टीका लगाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।

कोविशिल्ड टीके की दो खुराक के बीच का अंतर 6-8 से बढ़ाकर 12-16 सप्ताह किया गया

ब्लाक बागबाहरा के ग्राम पंचायत डुमरपाली में 13 मई से किया जा रहा टीकाकरण के लिए 45 वर्ष के उपर के लोगो को टीका लगाने के लिए बागबाहरा नायब तहसीलदार राममूर्ति दीवान व ग्राम पंचायत डुमरपाली सरपंच नंद कुमार निषाद आर आई हरीश बेहरा, पटवारी नीरज वर्मा, के साथ साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, रोजगार सहायिका कौशिल्या तिवारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अनंता शर्मा, भुनेश्वरी कोसरिया व मितानिन, कोटवार ने गांव के 45 वर्ष के उपर के लोगो को घर घर जाकर कोविड 19 से बचने के लिए टीका लगाने के लिए प्रेरित किया।

दो से 18 वर्ष आयु वर्ग के लोगों के लिये कोवैक्सीन के परीक्षण की मिली मंजूरी

नायब तहसीलदार व् सरपंच ने ग्रामीणों को टीका लगाने के लिए किया जागरुक

प्रशासनिक अमले पर पर हमला करने वाले 8 लोगो पर किया गया एफआईआर दर्ज

लोगो ने अपने अपने बाते, नायब तहसीलदार के पास रखी उन लोगो को समझाया गया कि टीका से बिल्कुल न डरे, टीका बिल्कुल सुरक्षित है, सरकार लोगो को सुरक्षित करने के लिए ही टीकाकरण किया जा रहा है, किसी प्रकार के अफवाहों में बिल्कुल न आए और कोविड-19 का टीका सभी लोग अनिवार्य रुप से लगवाए।

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कोविशिल्ड टीके की दो खुराक के बीच का अंतर 6-8 से बढ़ाकर 12-16 सप्ताह किया गया

कोविशिल्ड टीके की दो खुराक के बीच का अंतर 6-8 से बढ़ाकर 12-16 सप्ताह किया गया

दिल्ली-डॉ. एन के अरोड़ा के नेतृत्व में कोविड कार्य समूह ने कोविशिल्ड टीके की पहली खुराक और दूसरी खुराक के बीच के अंतर को 6-8 सप्ताह से बढ़ाकर 12-16 सप्ताह करने की सिफारिश की है। कोविशिल्ड की दोनों खुराक के बीच वर्तमान अंतर 6-8 सप्ताह का है।

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उपलब्ध रिलय-लाइफ साक्ष्यों के आधार पर, विशेष रूप से ब्रिटेन के साक्ष्यों के आधार पर, कोविड कार्य समूह ने कोविशिल्ड की दोनों खुराक के अंतर को 12-16 सप्ताह बढ़ाने पर सहमति जताई है। कोविड कार्य समूह की सिफारिश को नीति आयोग के सदस्य(स्वास्थ्य) डॉ. वी के पॉल की अध्यक्षता में कोविड-19 के लिए टीका प्रशासन पर राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह(एनइजीवीएसी) की 12 मई, 2021 को हुई बैठक में स्वीकार कर लिया गया।

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केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने भी कोविशिल्ड की दोनों खुराकके बीच के अंतर को 12-16 सप्ताह बढ़ाने की कार्य समूह की सिफारिश को स्वीकार कर लिया है।

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