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सपनों की कोई सीमा नहीं होती… बस गियर बदलो और आगे बढ़ते चलो -अमित

1200 किलोमीटर,10 दिन और स्पीति की घाटियां : अमित अग्रवाल और दोस्तों की साहसिक बाइक यात्रा बनी मिसाल।

सपनों की कोई सीमा नहीं होती... बस गियर बदलो और आगे बढ़ते चलो -अमित

बसना। सपनों की कोई सीमा नहीं होती है बस बाइक का गियर बदलो और आगे बढ़ते चलो । सन्नाटे की घुमावदार वादियाँ, ठंडी हवाओं के बीच बाइक के इंजन की आवाज़ और दिलों में बस एक ही धुन,मंज़िल चाहे जितनी दूर हो, रुके बिना चलना है। यह कोई फिल्म का सीन नहीं, बल्कि रोमांच, जुनून और हौसले के साथ अमित अग्रवाल अपने मित्र-मंडलियों के साथ किए गए बाइक यात्रा का अनुभव है।

बसना विधायक डॉ. संपत अग्रवाल के सुपुत्र अमित अग्रवाल ने अपने मित्र कामेश बंजारा, राहुल गोयल एवं श्रेणिक पारेख के साथ हिमाचल की दुर्गम वादियों में 1200 किलोमीटर लंबी बाइक यात्रा 7 जून से शुरू कर 17 जून को बसना में समाप्त किया। आपको बता दें कि अमित अग्रवाल की यह तीसरी बाइक यात्रा थी। इसके पहले भी अमित अग्रवाल बाइक से लंबी दूरी की यात्रा कर चुके हैं। उनकी पहली बाइक यात्रा भूटान, दूसरी लद्दाख और अब तीसरी यात्रा स्पीति रही।

रोमांचकारी यात्रा बसना से हुई शुरू

यह रोमांचकारी यात्रा बसना से शुरू होकर मनाली, जीभी, सांगला, कल्पा, काजा, चिचम ब्रिज, चंद्रताल व अटल टनल होते हुए वापस मनाली से बसना तक सम्पन्न हुई। इन सात दिनों में न केवल कठिन ऊंचाईयों से जूझना पड़ा, बल्कि बदलते मौसम और सर्पिल सड़कों ने हर मोड़ पर इनकी परीक्षा ली। पर इन चारों के जुनून और दृढ़ संकल्प ने हर चुनौती को पीछे छोड़ दिया।

सपनों की कोई सीमा नहीं होती… बस गियर बदलो और आगे बढ़ते चलो -अमित

सपनों की कोई सीमा नहीं होती... बस गियर बदलो और आगे बढ़ते चलो -अमित

बसना लौटने पर उनके चेहरे पर धूल थी, मगर आंखों में जीत की चमक। यात्रा की समाप्ति पर अमित ने अपनी यात्रा को साझा करते हुए बताया कि कई बार राह मुश्किल लगी, लेकिन मन में ठान लिया था कि इस साहसिक सफर को हर हाल में पूरा करना है। माता-पिता का आशीर्वाद और मित्रों का साथ ही हमारी असली ताकत था।

यात्रा के उपरांत उन्होंने हिमाचली टोपी, गमछा और गौतम बुद्ध की मूर्ति

विधायक डॉ. संपत अग्रवाल को भेंट कर उन्हें सम्मानित किया।

इस पर विधायक ने कहा कि हिमाचल जैसे दुर्गम पर्वतीय रास्तों पर बाइक से

इतना दूर यात्रा करना साहस, ऊर्जा और समर्पण का प्रतीक है।

इन युवाओं की यह यात्रा निश्चित ही दूसरों को प्रेरणा देगी।

विधायक डॉ. अग्रवाल ने गर्व के साथ कहा, ऐसी साहसिक यात्राएँ समाज

को सिखाती हैं कि अगर दिल में हिम्मत हो, तो रास्ते खुद झुक जाते हैं।

उन्होंने सभी युवाओं को शुभकामनाएँ दीं और कहा कि ऐसे ही जुनून से

भरी यात्राएं ही साबित करती हैं कि जब इरादे बुलंद हों, तो मंज़िल खुद पास चली आती है।

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