महासमुंद। कृषि उपज मंडी में 15 सालों बाद धान खरीदी प्रारम्भ कराने तथा किसानों के धान का वाजिब कीमत दिलाने प्रयास करने पर मंडी समिति ने संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर का अभिनंदन किया गया। इस दौरान संसदीय सचिव ने कहा कि किसानों के हितों के लिए हरसंभव प्रयास किया जाएगा।
मंडी में रौनक लौटी
गौरतलब है कि एक महीने पूर्व संसदीय सचिव की पहल के बाद कृषि उपज मंडी महासमुंद में धान की खरीदी बिक्री का कार्य शरू हो सका। करीब डेढ़ दशक की वीरानी के बाद मंडी में रौनक लौट सकी। हालांकि लंबे समय बाद यहां शुरू हुई धान खरीदी को लेकर संशय की स्थिति निर्मित थी। लेकिन संसदीय सचिव की लगातार मानीटरिंग से न केवल यहां धान की आवक बनी रही बल्कि किसानों को धान की सही कीमत भी मिल सकी। इसमें राईस मिलर्स की भूमिका भी सराहनीय रही।
सिकासेर बांध से पानी लाने का प्रयास
संसदीय सचिव ने कहा कि गरियाबंद जिले के पैरी परियोजना अंतर्गत सिकासेर बांध से नहरों के माध्यम से पानी महासमुंद जिले में पानी लाने का प्रयास किया जा रहा है। किसानों की मांग पर उन्होंने इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का ध्यानाकर्षित कराया। बाद इसके वर्ष 2022-23 के बजट में सिकासेर बांध से कोडार बांध तक नहर निर्माण के सर्वे के लिए एक करोड़ की राशि का बजट में प्रावधान किया है। इसी तरह किसानों की सुविधा को देखते हुए विधानसभा क्षेत्र में पिछले साढ़े चार सालों में रिकार्ड आठ जगहों पर धान खरीदी केंद्र की स्वीकृति दिलाई गई है।
ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर प्रमुख रूप से मंडी अध्यक्ष हीरा बंजारे, बीज अनुसंधान समिति के संचालक दाउलाल चंद्राकर, संजय शर्मा, राईस मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष पारस चोपड़ा, सदस्य थनवार यादव, जब्बर चंद्राकर, आलोक नायक, चमन सिन्हा, त्रिलोक चंद जैन, विनय कुमार अग्रवाल, मनोज कुमार जिंदल, मनोज पींचा, रोहित अग्रवाल, लोकेश चंद्राकर, राहुल चंद्राकर, सुशील कुमार बोथरा, ताराचंद चांडक, श्रेयांश जैन, सचिव एलआर साहू, नंदकुमार रात्रे, जयंत सिंह चौहान, देवनारायण, पंकज चंद्राकर, मनीष ध्रुव,शेखर चंद्राकर, रहीम खान, अखिलेश राठिया, किशोर कुमार, शशांक पांडे, रईस अख्तर, रामाधार धीवर, दाऊ राम यादव, कलीराम धीवर, बिरजू धीवर, कुंत राम साहू, अनुसूया, रेवती, गीता, सरोज, अनीता आदि उपस्थित रहे।
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