महासमुन्द:केंद्र सरकार के कृषि विधेयक बिल के विरोध में सभी किसानों को एकजुट होने का आह्वान किया गया। शुक्रवार को सिरपुर व तुमगांव में आयोजित बैठक में किसानों को जागरूक करने के साथ ही हस्ताक्षर अभियान चलाया गया.
बैठक में संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चन्द्राकर ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा कोरोना महामारी जैसे संकट काल के बावजूद किसान को बर्बाद करने वाला बिल पेश कर दिया गया है। यह विधेयक कृषि क्षेत्र को कार्पोरेट के हाथों में सौंपने की कोशिशों का हिस्सा हैं। जिसका सभी को पुरजोर विरोध करना है। उन्होंने कहा कि विधेयक में समर्थन मूल्य के बारे में स्पष्ट नहीं है। नए विधेयक में सिस्टम को हटाया जा रहा है.
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इससे जमाखोरी-मुनाफाखोरी बढ़ेगा और पूंजीपतियों व बिचौलियों को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि देश जहां कोविड-19 महामारी से जूझ रहा है, केंद्र सरकार इन कृषि विधेयकों के जरिये सूखा लाना चाहती है। केंद्र ने आवश्यक वस्तुओं के बढ़ते हुए दाम को नियंत्रित करने के लिए कुछ नहीं किया है। वह किसान विरोधी कानून ले आए हैं। इन विधेयकों से किसानों को एमएसपी नहीं मिलेगा जिससे हमें खाद्य संकट से जूझना पड़ सकता है.
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बैठक में जनपद अध्यक्ष भागीरथी चन्द्राकर, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ रश्मि चन्द्राकर, अरुण चन्द्राकर, अमर चन्द्राकर, सुनील शर्मा, ओमप्रकाश यादव, जितेंद्र यादव, कपिल साहू, कुणाल चन्द्राकर, ब्रिजेन बंजारे, रमाकांत ध्रुव, अजय मंगल ध्रुव, राधेलाल सिन्हा, ममता चन्द्राकर, विवेक पटेल, देवेन्द्र चन्द्राकर, धर्मेंद्र धीवर, सलीम भाठी, हर्ष शर्मा, ऋषि शर्मा, गौतम सिन्हा, गिरधर आवडे, सत्यभान जेंडरे, माणिक साहू, लाला निषाद, केशव चौधरी, लालसिंह ध्रुव, दुर्गेश साहू, सीताराम निषाद, गजाधर धीवर, दीनदयाल साहू, संतोष कुमार, परस पटेल, ललित ध्रुव, जगन्नाथ खैरवार, लेखराम साहू, चंद्रशेखर सेन, गोपाल ध्रुव, शोभित ध्रुव, जीवराखन निषाद, नाथू राम ध्रुव, रामेश्वर ध्रुव, रामदयाल निषाद, तेजराम यादव आदि मौजूद थे.
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