विशाखापट्टनम के रासायनिक संयंत्र में गैस लीक होने से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की पीएम ने

गैस के लीक होने के बाद गुरुवार को कम से कम 11 लोगों की मौत, 25 से ज्यादा लोगों की हालत गंभीर

आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के आर.आर. वेंकटपुरम गांव में एक प्लांट से कैमिकल गैस के लीक होने के बाद गुरुवार को कम से कम 11 लोगों की मौत, 25 से ज्यादा लोगों की हालत गंभीर।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में एक रासायनिक संयंत्र में गैस लीक होने के कारण उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की और प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।साथ ही प्रधानमंत्री ने गैस लीक होने के बाद पैदा हुए हालात के मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) और गृह मंत्रालया के साथ बैठक भी की ।

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इस घटना के बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने सख्ती दिखाते हुए केन्द्र और राज्य सरकार को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है। गैस कांड़ के पीड़ितों का हाल जानने के लिए खुद राज्य के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी किंग जॉर्ज अस्पताल पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने इस घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को 1 करोड़ रुपये की सहायति राशि देने का ऐलान किया है.

अधिकारियों ने बताया कि यह प्लांट गोपालपट्टनम इलाके में स्थित है। इस इलाके के लोगों ने आंखों में जलन, सांस लेने में तकलीफ, जी मचलाना और शरीर पर लाल चकत्ते पड़ने की शिकायत की।

NDRF के डीजी एस.एन. प्रधान ने कहा कि विशाखापत्तनम की घटना स्टायरिन गैस लीकेज की घटना है जो प्लाटिक का कच्चा माल है। ये फैक्ट्री लॉकडाउन के बाद खुली थी, लगता है रीस्टार्ट होने के क्रम में गैस लीक हुई है। आसपास के गांव प्रभावित हुए हैं।

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