विधायक ने कहा-किसान विरोधी है केंद्र की सरकार

किसान विरोधी रवैया के विरोध में कांग्रेस ने धरना देकर किया प्रदर्शन विधायक ने कहा-किसान विरोधी है केंद्र की सरकार
महासमुंद: केंद्र सरकार के किसान विरोधी रवैया के विरोध में कांग्रेस ने तुमगांव व पटेवा में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। तुमगांव में आयोजित धरना प्रदर्शन में विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार किसान विरोधी है। चुनाव के समय जरूर भाजपा किसान हितैषी होने का नाटक करती है बाद इसके हर-बार किसानों को ठगा जाता है। इस बात को जनता को समझना होगा। विधायक  चंद्राकर ने भूपेश सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि चुनाव के पहले जो वादा किया गया था उसे पूरा किया जा रहा है.
किसानों की कर्जमाफी हो, या फिर बिजली बिल आधा का वादा। 2500 रूपए में धान खरीदी भी की गई। उन्होंने कहा कि डीएमएफ फंड का पूर्ववर्ती सरकार में किस तरह दुरूपयोग किया गया है वह सभी के सामने है। जबकि अब डीएमएफ फंड को सिंचाई, चिकित्सा व शिक्षा के क्षेत्र में सदुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने 13 तारीख को दिल्ली में आयोजित धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होने की अपील भी की। कार्यक्रम को भागीरथी चंद्राकर ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से अमरजीत चावला, सुनील शर्मा, शिव यादव, दिलीप जैन, विजय बांदे, हर्ष शर्मा, गौतम सिन्हा, गौरव चंद्राकर, गोविंद निर्मलकर, केके साहू, जितेंद्र यादव, धर्मेंद्र धीवर, नंद कुमार चंद्राकर, राजेश निर्मलकर, सचिन गायकवाड़, ढेलूराम निषाद आदि मौजूद थे.
पटेवा में भी धरना प्रदर्शन
केंद्र सरकार के खिलाफ पटेवा में भी कांग्रेसियों ने धरना प्रदर्शन कर मोदी सरकार की आलोचना की। कार्यक्रम को विधायक चंद्राकर व जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मण पटेल ने संबोधित करते हुए केंद्र सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 15 सालों के भाजपा सरकार के बाद कांग्रेस की सरकार सत्ता में आई और 2500 रूपए क्विंटल में धान खरीदा गया। अब राज्य सरकार घोषणा पत्र के वादों को पूरा कर रही है तो भाजपा बौखला गई है। इसके कारण केंद्र की भाजपा सरकार राज्य से चावल नहीं खरीदना चाह रही है.
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों को लेकर हस्ताक्षर अभियान चलाते हुए 13 नवंबर को दिल्ली में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। जिसमें अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने की अपील की गई। इस अवसर पर प्रमुख रूप से भागीरथी चंद्राकर, खिलावन साहू, शेख छोटे मियां, गौरव चंद्राकर, द्रोण चंद्राकर सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन मौजूद थे।