“महात्मा गांधी जी के विचारों की प्रासंगिकता” विषय पर सेमिनार का किया गया आयोजन

महासमुंद-शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नाकोत्तर महाविद्यालय महासमुंद प्राचार्य डॉ ज्योति पांडे के निर्देशन में राजनीति विभाग द्वारा दिनांक 14 अक्टूबर 2019 को “महात्मा गांधी जी के विचारों की प्रासंगिकता” विषय पर सेमिनार का आयोजन किया .मुख्य रूप से कार्यक्रम में डॉ अनुसूया अग्रवाल विभाग अध्यक्ष हिन्दी,डॉ .मालती तिवारी, प्रोफेसर एम.एस. वर्मा ,डॉक्टर वैशाली हिरवे गौतम ,अतिथि व्याख्याता विजय कुमार मिर्ची ,सहित एमएम प्रथम सेमेस्टर एवं थर्ड सेमेस्टर के छात्र छात्राएं सम्मिलित थे ।

कार्यक्रम का शुभारंभ महात्मा गांधी  की तस्वीर पर माल्यार्पण कर प्रारंभ किया गया ,स्वागत गीत रंजीता पोंगलो एवं ममता चंद्राकर ने प्रस्तुत किया , अतिथियों के उद्बोधन में विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉक्टर वैशाली  ने कहा गांधी  की जीवन शैली वर्तमान परिदृश्य में और भी प्रासंगिक हो जाते हैं जब हम गांधी जन्म जयंती के 150वीं वर्षगांठ मना रहे हैं. इसी क्रम में प्रोफेसर एम.एस. वर्मा  के द्वारा गांधीवाद एवं गांधीजी के जीवन परिचय पर विस्तार पूर्वक चर्चा किए ,विभाग अध्यक्ष राजनीति विज्ञान विभाग डॉ. मालती तिवारी के द्वारा अपने उद्बोधन में भारत में शांति व्यवस्था के लिए एवं स्वतंत्र राष्ट्र अनिवार्य होता है गांधी जी ने संपूर्ण जीवन राष्ट्र पर न्योछावर कर दिए थे. वर्तमान समय में युवा वर्ग संस्कृति से विमुख होते जा रहा है आज के युवा अपने संस्कृति और सभ्यता से जुड़े एवं गांधी जी के विचारों को आत्मसात कर एवं लक्ष्य की ओर अग्रसर हो ।

इसी कड़ी में मुख्य अतिथि डॉ.अनसूया अग्रवाल विभागाध्यक्ष हिंदी के द्वारा अपने उद्बोधन में बताया कि महात्मा गांधी जी के द्वारा कहे गए हैं उद्बोधन आप मुझे जंजीरों में जकड़ सकते हैं पर मेरे विचार को नहीं ,गांधी के कर्म के आलोक से संपूर्ण विश्व प्रकाशित है जेल का ताला टूट गया गांधी बाबा छूट गया, उन्होंने बताया कि अलग-अलग भाषा में गांधीजी के गीतों कविताओं का उल्लेख मिलता है सेमिनार में 29 छात्र-छात्राओं ने अपने विचार प्रस्तुत किए जिसमें गांधी जी के शिक्षा, देश प्रेम, सहिष्णुता, आर्थिक सामाजिक राजनीतिक विचार ,विभिन्न आंदोलन, दांडी यात्रा, सत्याग्रह, अहिंसा, से जुड़ी बातों का उल्लेख सेमिनार में किया गया। जिनमें से पदाधिकारी गण सहित सत्य प्रकाश साहू, भू वर्षा ,परमेश्वरी, वर्षा ,लक्ष्मण सिन्हा ,भावना साहू ,अजय देवांगन, पितांबर सिंहा ,लक्ष्मण सिन्हा,मोनिकायादव ,परमेश्वरी ,ममता चंद्राकर दिलीप साहू ,भारतीय आडवाणी, सीमांत ,धूमावती, भूपेंद्र देवांगन, जयश्री सिन्हा, मोनिका ,पायल, अंजू,प्रीति,मीनाक्षी ,अमरावती ,मीरा रात्रे सुशीला वर्मा ,जागृति कुर्रे राहुल ने अपने विचार व्यक्त किए ।साथ ही अधिक संख्या में राजनीति विभाग के विद्यार्थी उपस्थित थे।