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कोरोना की लड़ाई में व्यापारी-जिला प्रशासन का निर्णय,मास्क वालों को मिलेगा सामान

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बलौदाबाजार-कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने आज वीडियो काॅन्फे्रसिंग (Video conferencing)के जरिए कोरोना के संबंध में सभी जनपद मुख्यालयों में बैठे चैम्बर आफ कामर्स के पदाधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने जिले में कोरोना की बढ़ते संक्रमण से अवगत कराकर, इसे काबू में रखने के लिये व्यापारियों से सहयोग का आह्वान(Invocation) किया। कलेक्टर की अपील पर चेम्बर आफ कामर्स के पदाधिकारियों ने, बिना मास्क (Masks)के ग्राहकों को सामान नहीं बेचने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि कोरोना की लड़ाई में जिले के सभी व्यापारी जिला प्रशासन के साथ हैं। वे स्वयं मास्क सहित कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करेंगे और ग्राहकों (Customers)को भी सामान लेते हुए इसका पालन कराएंगे।

अपर कलेक्टर राजेन्द्र गुप्ता एवं सीएमएचओ डाॅ. सोनवानी भी इस अवसर पर उपस्थित थे। कलेक्टर जैन ने कहा कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं हैं, बल्कि त्योहारों की चहल-पहल एवं ठण्ड की वजह से इसका खतरा और बढ़ गया है।

कोरोना की जांच करा कर एवं सामाजिक दूरी और मास्क का नियमित इस्तेमाल कर, हम इसके संक्रमण के फैलाव को टाल सकते हैं। कलेक्टर ने कहा कि समय पर कोरोना की जांच जरूरी है,ज्यादा विलंब होने पर मौत की संभावना अधिक बढ़ जाती है। जिले में गांवों की अपेक्षा शहरों में ज्यादा मौत हुई है।

कलेक्टर ने कोरोना के संबंध में की चेम्बर आफ कामर्स के व्यापारियों से चर्चा

कुल 104 मामले में एक तिहाई मौत, शहरी इलाकों से दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि कोरोना का सबसे बढ़िया इलाज इसकी समय पर पहचान करना है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. खेमराज सोनवानी ने कोविड के लक्षण बताए। उन्होंने कहा कि संक्रमण (Infection)की स्थिति में घबराने की कोई जरूरत नहीं हैं, सरकार द्वारा मुफ्त में इसकी इलाज व्यवस्था कर रखी है।कलेक्टर ने व्यापारियों से चर्चा के दौरान ,उनकी अन्य समस्याओं से भी अवगत हुए और उनके समाधान (Solution)का भरोसा दिलाया।

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ग्रामीणों की सोच से भालूओं के लिए पहाड़ पर ही हुई दाना-पानी की व्यवस्था

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रायपुर-जांजगीर-चांपा जिले के सक्ती विकासखंड के मसनियाकला और मसनियाखुर्द गांव के ग्रामीणों की सोच से, भालूओं के लिए पहाड़ पर ही दाना-पानी की व्यवस्था हुई। मसनिया पहाड़ पर कुछ साल पहले तक हरियाली ,का नामो-निशान तक नहीं था। पेड़-पौधों से वीरान इस पहाड़ी पर खाने-पीने की कमी हुई तो भालू एवं अन्य वन्य प्राणी गांव की तरफ खींचे चले आए।

नतीजतन भालू और ग्रामीण बार-बार आमने-सामने होने लगे, जिससे कभी भालू तो कभी ग्रामीण घायल हुए। भूख के कारण भालू फसलों को भी नुकसान पहुंचाने लगे। इससे ग्रामीणों में भय व्याप्त रहने लगा और वे इस समस्या, से निजात पाने का रास्ता तलाशने लगे।

भालूओं के लिए पहाड़ पर ही हुई दाना-पानी की व्यवस्था गांववालों ने आपस में चर्चा कर भालूओं को पहाड़ एवं जंगल में ही संरक्षित करने की योजना बनाई। मसनियाकला ग्राम पंचायत और आश्रित गांव मसनियाखुर्द में ऐसे पौधे लगाने पर विचार किया गया जिससे कि भालूओं को जंगल में ही खाने को मिल जाए और वे गांव की तरफ न आए।

इसके लिए मनरेगा और वन विभाग की योजनाओं के अभिसरण से पहाड़ पर वृक्षारोपण का रास्ता निकाला गया। वर्ष 2017-18 में अगले पांच वर्षों के लिए योजना तैयार कर इसे अमलीजामा पहनाया गया। लगभग 25 एकड़ जमीन पर मिश्रित पौधों का रोपण किया गया जिसमें सागौन, डूमर, खम्हार, जामुन, आम, बांस, शीशु, अर्जुन, केसियासेमिया और बेर के 25 हजार पौधे शामिल थे।

इस काम के लिए मनरेगा से 29 लाख 38 हजार रूपए स्वीकृत होने के बाद श्रमिकों ने अपनी सहभागिता निभाते हुए दुर्गम मसनिया पहाड़ी पर पौधे रोपने का काम शुरू किया। यह काम मुश्किल था क्योंकि पौधरोपण के बाद पानी की कमी के चलते अधिक समय तक वह जिंदा नहीं रह पाता था।

पानी की समस्या को दूर करने मनरेगा और वन विभाग के अभिसरण से भूजल संरक्षण के लिए करीब दस लाख रूपए स्वीकृत किए गए। इस राशि से ब्रशवुड चेकडेम, गाडकर चेकडेम, बोल्डर चेकडेक और कंटूर ट्रेंच का निर्माण किया गया। श्रमिकों ने कड़ी मेहनत से लगातार पौधों को पानी देकर व फेंसिंग कर पौधों को सुरक्षित रखा।

raipur-23-2अच्छी देखभाल से पौधे दो साल में ही वृक्ष की तरह लहलहाने लगे। वहां सागौन के 8015, डूमर के 2975, खम्हार के 1815, जामुन के 2445, आम के 2075, बांस के 1425, शीशु के 1245, अर्जुन के 1275, केसियासेमिया के तीन हजार तथा बेर के 730 पौधों को मिलाकर कुल 25 हजार पौधे रोपे गए। मजदूरों ने कांवर एवं डीजल पंप के माध्यम से इन पौधों की सिंचाई की।

वनमंडलाधिकारी प्रेमलता यादव कहती हैं कि जल, जंगल और जमीन को बचाने से ही प्रकृति का संतुलन बना हुआ है। मनरेगा और वन विभाग के तालमेल से मसनिया पहाड़ी में इस दिशा में अहम काम हुआ है। पहाड़ पर वृक्षारोपण और जल संग्रहण से वन्य प्राणी खासकर भालू स्वयं को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।

मसनियाकला के सरपंच  संजय कुमार पटेल बताते हैं कि पौधरोपण के बाद से इस क्षेत्र की रंगत बदल गई है। मनरेगा तथा वन विभाग के संयुक्त कार्यों से मानव व भालू के बीच द्वंद्व अब समाप्त हो गया है और वे सह-अस्तित्व की भावना से एक-दूसरे को नुकसान पहुंचाए बिना साथ मिलकर रहवास कर रहे हैं। फलदार और छायादार पेड़ों ने पहाड़ को न केवल हरियाली की चादर ओढ़ाई है, बल्कि भालूओं को भी संरक्षण प्रदान किया है।

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महासमुंद व् बलौदाबाजार जिला में रविवार को 54-73 कोरोना पाॅजिटीव की हुई पुष्टि-

ओमिक्रोन वेरिएंट के 8,209 मामले देश के 29 राज्य में अभीतक मिले

महासमुंद-स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, जिला महासमुन्द (छ0ग0) जिला सर्विलेंस ईकाई द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन दिनाॅकः-22 नवम्बर रविवार को जिला में 54 कोरोना पाॅजिटीव की पुष्टि हुई है । मिले जानकारी के अनुसार जिला में कोरोना पाॅजिटीव प्रकरण की स्तिथि इस प्रकार है। आज जिला में कोरोना पाॅजिटीव की संख्या 54 है।

आज तक कुल कोरोना पाॅजिटीव की संख्या ,5872 स्वस्थ होकर आज के डिस्चार्ज की संख्या 19 ,स्वस्थ होकर आज तक कुल डिस्चार्ज की संख्या 4926, आज हुये मृत्यू की संख्या 00 ,अब तक कुल मृत्यू की संख्या 84 है।आज के कोरोना पाॅजिटीव की संख्या, विकासखण्डवार का योग इस तरह से है ।

मछली पालन को छत्तीसगढ़ में खेती का दर्जा देने की होगी पहल-मुख्यमंत्री

महासमुन्द 04 बागबाहरा 04 पिथौरा 21 बसना 09 सरायपाली 16 है । इस तरह से आज जिले कुल 54 कोरोना पाजेटिव प्रकरण की पुष्टि हुई ।

कोरोना संक्रमण के मामले फिर बढ़ रहे हैं इस समय सतर्क रहना अत्यंत आवश्यक

बलौदाबाजार जिला में कोरोना के 73 नए मरीज़, 71 की छुट्टी

आज रविवार को बलौदाबाजार जिला में 73 नए कोरोना मरीज की पुष्टि हुई है । स्वास्थ विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बलौदाबाजार विकासखण्ड से 12,भाटापारा से 12,बिलाईगढ़ से 30 कसडोल से 03,पलारी से 09 व सिमगा विकासखण्ड से 07 मरीज मिले है ।

सिवनी में आए भूकंप के झटकों के संदर्भ में सजग रहे जिला प्रशासन-CM चौहान

अब तक जिले में 6603 कोरोना मरीज की पुष्टि हो चुकी है,आज 71 मरीज की छुट्टी हुई है । अब तक जिले में 5917 मरीज स्वस्थ हो चुके है । कुल एक्टिव केस की संख्या 582 है ।कोरोना से जिले में अब तक 104 मरीज की मौत हो चुकी है ।

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पुरात्वत धरोहर लक्ष्मण मंदिर की उपेक्षा से उग रहे है बरगद व् पीपल के पेड़-योगेश्वर

Archaic heritage Laxman temple

महासमुंद-पूर्व जनपद सदस्य एवम सांसद प्रतिनिधि पर्यटन कॉरिडोर समिति के अध्यक्ष योगेश्वर चंद्राकर ने जारी बयान में कहा है कि राज्य सरकार अंतराष्ट्रीय स्मारक लक्ष्मण मंदिर ,के देखरेख में कोताही बरत रही है। वही देखरेख के अभाव में एतिहासिक पुरात्वत धरोहर ईंटो से निर्मित, लक्ष्मण मंदिर के दीवालों और गुम्बज में बरगद और पीपल के पेड़ उग गए है। और काफी बड़े हो गए है जिससे दीवार और मंदिर के टूटने ,का खतरा मंडरा रहा है।

19 दिसंबर से सिरपुर के गार्डनो एवम मंदिर की सफाई व्यवस्था एवम कार्यो में लगे दैनिक वेतन भोगियों को कार्यों से निकाले जाने को लेकर आंदोलन कर्मियों को समर्थन देने पहुंचे पूर्व जनपद सदस्य योगेश्वर चंद्राकर ने आगे कहा कि दूसरी ओर सिरपुर मार्ग ,रेत माफियों और दैत्याकार ओवर लोड वाहनों की भेंट चढ़कर जर्जर होने लगे है। जिससे न केवर प्रदेश बल्कि, देश और अंतराष्ट्रीय स्तर पर सिरपुर की क्षवि धूमिल हो रही है। जिस पर शासन-प्रसाशन का ध्यान नही है, न जनप्रतिनिधियों का है।

आंदोलन कर्मियों को समर्थन देने पहुंचे msmd-45

जिस विभिन्न विभागों में कार्यरत दैनिक वेतन भोगियो चाहे वो वन विभाग,बिजली,पीएचई,पीडब्लूडी या भी संस्कृति विभाग के कर्मचरियों को नियमित करने की बात करके सत्ताशीन हुई कांग्रेस की मौका परस्त सरकार, नियमितीकरण के स्थान पर उनकी छटनी के नाम पर, निकालने का कार्य कर रही है ।

आंदोलनरत कई कर्मचारी तो ऐसे है जो पिछले 14 से 15 सालों से

यहाँ सेवा कार्य कर रहे है, और अब अन्य कार्यों में भी नही

जा सकते है । ऐसे में यदि इन्हें शीघ्र कार्यों पर नही लिए जाने और

अवैध खनन ,एवम ओवर लोड वाहनों के परिवहन पर रोक नही लगने,

की स्तिथि में स्थानीय विधायक के निवास का घेराव ,उग्र आंदोलन,

एवम चक्काजाम करने की बात पूर्व जनपद सदस्य योगेश्वर चन्द्राकर ने कही है।

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सिवनी में आए भूकंप के झटकों के संदर्भ में सजग रहे जिला प्रशासन-CM चौहान

रणजी ट्रॉफी क्रिकेट

 भोपाल-मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 21 और 22 नवम्बर की मध्यरात्रि सिवनी में आए भूकंप के झटकों के संबंध में सिवनी जिला प्रशासन से विस्तृत जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भारत सरकार के मेट्रोलॉजी विभाग से सतत् संपर्क में रहते हुए भूकंप की स्थिति में बरती जानी वाली सावधानियों की जानकारी प्राप्त कर आमजन को अवगत करवाया जाए ताकि आमजन में भय की भावना उत्पन्न न हो।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रशासन द्वारा नागरिकों को विभिन्न जनमाध्यमों से आवश्यक परामर्श भी दिया जाए।

गुजरात,हिमाचल प्रदेश और असम में भूकंप के झटके

उल्लेखनीय है कि सिवनी में गत 26 अक्टूबर को भी 3.3 रिक्टर के भूकंप के झटके रिकार्ड किये गये थे। अब पुन: शनिवार और रविवार की मध्य रात्रि 4.3 रिक्टर की तीव्रता का भूकंप दर्ज हुआ है। इसका एपीसेंटर 10 किलोमीटर गहराई में स्थित है। सिवनी जिला प्रशासन भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिकों के निरंतर सम्पर्क में बना हुआ है। नागरिकों की जानमाल की हिफाजत के लिये आवश्यक सतर्कता के निर्देश दिये गये हैं।पुलिस, होम गार्ड, एसडीआरएफ, स्वास्थ्य और नगरीय प्रशासन सहित संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को समस्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित करते हुए अलर्ट रहने को कहा गया है।

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बिजली कंपनी के आउटसोर्स श्रमिकों को दुर्घटना होने पर मिलेगी अब सहायता

Madhya Pradesh-

भोपाल-मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने आउटसोर्स एजेंसी के माध्यम से कार्यरत कुशल एवं अकुशल श्रमिकों के लिए एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है। इस फैसले के अंतर्गत उन्हें बाहरी एजेंसी का व्यक्ति मानते हुए कार्य के दौरान अपरिहार्य अविद्युतीय दुर्घटना (यथा कार्य के दौरान पोल/सीढ़ी से फिसल कर गिरना/चोट लगना/कंपनी के वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने) से प्रभावित होने पर भी उन्हें विद्युत दुर्घटना में प्रभावित बाहरी व्यक्तियों के समकक्ष विद्युत दुर्घटना में मिलने वाली आर्थिक सहायता स्वीकृत की जाएगी।

क्विक रिएक्शन सरफेस टू एयर मिसाइल द्वितीय का किया गया सफल परीक्षण

कोरोना संक्रमण के मामले फिर बढ़ रहे हैं इस समय सतर्क रहना अत्यंत आवश्यक

इस फैसले के अंतर्गत यदि कोई आउटसोर्स एजेंसी का कुशल अथवा अकुशल श्रमिक कार्य के दौरान मृत हो जाता है तो उसके परिवार अथवा निकटतम वारिस को 4 लाख की आर्थिक सहायता बिजली कंपनी द्वारा दी जाएगी । इसी प्रकार विद्युत दुर्घटना में 40 प्रतिशत से 60 प्रतिशत विकलांगता की अवस्था में वित्तीय सहायता के रूप में  59 हजार 100 रुपये, 60 प्रतिशत से अधिक विकलांगता पर  2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।

बायोटेक कंपनी से बड़ी मात्रा में ड्रग्स के साथ 20 करोड़ रुपये नकदी जब्त किया पिंपरी-चिंचवाड़ पुलिस ने

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23 नवम्बर को स्व-सहायता समूहों के खातों में सीएम चौहान डालेंगे 150 करोड़ रूपये

1500 एमएसएमई नव-उद्यमियों को 400 करोड़ का अनुदान देंगे CM चौहान
file foto

भोपाल-मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ‘सशक्त महिलाएँ आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश’ के क्रम में 23 नवम्बर को राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत गठित ,स्व-सहायता समूहों के सदस्यों को 150 करोड़ रुपये का बैंक ऋण वितरित करेंगे। मुख्यमंत्री विभिन्न जिलों के हितग्राहियों से चर्चा भी करेंगे। इस वर्चुअल कार्यक्रम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया और राज्य मंत्री राम खेलावन पटेल भी सम्मिलित होंगे।

अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मनोज श्रीवास्तव, ने बताया कि मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अन्तर्गत ,ग्रामीण क्षेत्रों में‍ निवासरत निर्धन परिवारों की महिला सदस्यों को, स्व-सहायता समूहों से जोड़कर सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण किया जा रहा है।

जिला पंचायत सीईओ ने देखी आत्म निर्भरता की झलक,महिला स्व-सहायता समूहों के कार्यों की

आमतौर पर देखने में आता है कि ग्रामीण क्षेत्र में लोग बैंकिंग सेवाओं की प्रक्रियाओं, में दस्तावेजीकरण व अन्य औपचारिकताओं की कठिनाई के कारण, पात्र होने के बावजूद योजनाओं का लाभ लेने से वंचित रह जाते हैं। राज्य सरकार द्वारा इस प्रक्रिया को और सरल करने के उद्देश्य, से बैंकों के साथ भी व्यापक स्तर पर समन्वय स्थापित किया गया है। अब स्व-सहायता समूहों को आसानी से ऋण मुहैया कराया जा रहा है।

मछली पालन को छत्तीसगढ़ में खेती का दर्जा देने की होगी पहल-मुख्यमंत्री

अपर मुख्य सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री चौहान द्वारा ,20 सितम्बर 2020 को 150 करोड़ रुपये बैंक ऋण के रूप में समूहों को वितरित किये जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि समूह के बैंक ऋण प्रकरण सॉफ्टवेयर के माध्यम से ,प्रस्तुत करने के साथ-साथ सघन निगरानी एवं पारदर्शी प्रक्रिया बनाई गई है। समूहों को वार्षिक बैंक ऋण वितरण का लक्ष्य बढ़ाकर 1400 करोड़ किया गया है।

चेकपोस्ट पर 632 बोरे धान के साथ ट्रक को जप्त किया प्रशासनिक अमला ने

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गोपाष्टमी पर्व पर गौ उपचार केंद्र निर्माण हेतु संसदीय सचिव ने किया भूमिपुजन

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बागबाहरा-गोपाष्टमी पर्व पर गौ उपचार केंद्र निर्माण हेतु संसदीय सचिव ने किया भूमिपुजन श्री कृष्ण प्रेम गौ सेवा समिति बागबाहरा द्वारा घायल पशु उपचार हेतु उपचार केंद्र खोलने के लिए वार्ड क्रमांक-12 तेंदुलोथा में स्थित श्रीराधा कृष्ण मंदिर की जमीन पर ख़ल्लारी विधानसभा क्षेत्र के विधायक व् संसदीय सचिव छत्तीसगढ़ शासन द्वरिकाधीश यादव के द्वारा भूमिपूजन किया गया साथ ही साथ समिति के मांग पर 5 लाख की राशि से घेरा व् शेड निर्माणके लिए नगरीय क्षेत्र के नगरपालिका अध्यक्ष हिरा सेतराम बघेल के मद से दिलवाने की बात कही व् मंदिर में 2 लाख 50 हजार की राशि के एक अतिरिक्त कक्ष निर्माण की भी स्वीकृति प्रदान की

पशुआहर की बोरियों के बीच 504 पेटी अंग्रेजी-देशी शराब की तस्करी करते दो गिरफ्तार

भूमिपुजन कार्यक्रम में अतिथि स्वरूप राधा कृष्ण मंदिर के पुजारी,अतुल बग्गा,यामिनी साहू,ओमप्रकाश साहू,पुष्पेंद्र चन्द्राकर,विजय बंजारे नपा अध्यक्ष प्रतिनिधि सेतराम बघेल,पार्षद लोकेश्वर चन्द्राकर(लोकु), रामकुमार ध्रुव,सुर्या देवांगन, आशाराम बांधे,एल्डरमेन राहुल सलूजा, ग्रामीण मनहरण ठाकुर,हरेंद्र चन्द्राकर, मंशाराम निर्मलकर,राजेश अग्रवाल(गोल्डी),दिलीप चक्रधारी,लक्ष्मण चन्द्राकर,कमलकांत महाराज, श्रीकृष्ण प्रेम गौ सेवा समिति के राकेश निषाद,किशोर डहरवाल,मोहन सागर,भावेश पुरोहित,लखन यादव,मुकेश आचार्य,शिवा तांडी,ओमप्रकाश मानिकपुरी,भावेश बघेल ,भानु आदि सदस्य उपस्थित रहे तथा श्री कृष्ण प्रेम गौ सेवा समिति ने संसदीय सचिव व् आगंतुक अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन भी किया।

केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक अंतरिक्ष, बैंकिंग व् पशुपालन क्षेत्र में सुधारों की घोषणा

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कोरोना संक्रमण के मामले फिर बढ़ रहे हैं इस समय सतर्क रहना अत्यंत आवश्यक

खरगोन जिले में मिलावट से मुक्ति अभियान के तहत हुई बड़ी कार्यवाही

रायपुर-कोरोना संक्रमण  के मामले फिर बढ़ रहे हैं। इस समय सतर्क रहना अत्यंत आवश्यक है। चिकित्सक ,विश्व स्वास्थ्य संगठन ,यूनीसेफ सभी बार -बार आगाह कर रहे हैं कि संक्रमण से बचने के लिए अभी सार्वजनिक स्थलों में मास्क पहनना, दूसरों से  दो गज की सुरक्षित दूरी  रखना,भीड़ से बचना और हाथों की साबुन पानी से सफाई  करना जरूरी है।राज्य में प्रति सप्ताह डेथ आडिट का रिव्यू किया जााता है जिसमें अधिकांश मामले में मरीज का देर से अस्पताल पहुंचना प्रमुख कारण रहता है। महासमुंद जिले की 47 वर्ष की महिला को 25 अक्टूबर से लक्षण दिखाई दे रहे थे। सर्वे टीम को भी उन्होने नही बताया कि उन्हे लक्षण लग रहे हैं। ज्यादा तबीयत खराब लगने पर 10 नवंबर  को मतलब 15 दिनों के बाद टेस्ट कराया ।

VC से कलेक्टर ने पालिकाध्यक्षों व् पार्षदों से की बात कोरोना जांच में आएगी तेजी

महिला को अन्य बीमारियां जैसे हृदय की तकलीफ,अल्सर आदि था। 10 नवंबर को टेस्ट में कोरोना पाजिटिव आने पर उसी दिन अस्पताल में भर्ती कराए लेकिन इलाज शुरू होने के पहले ही उसकी मृत्यु हो गई। उसकी और उसके परिजनों की लापरवाही से यह मृत्यु हुई। यदि सर्वेक्षण दल को भी समय पर बताया होता तो पहले ही उपचार मिल जाता और जान बच जाती। स्वास्थ्य विभाग इसीलिए बार- बार अपील कर रहा है कि सर्वेक्षण दल से अपने लक्षण न छुपाएं। समय पर जांच और उपचार से कोरोना ठीक हो सकता है।

बलौदाबाजार जिला में रिकार्ड संख्या में 2001 मरीज़ों की कोरोना जांच,मिले 123 मरीज

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मछली पालन को छत्तीसगढ़ में खेती का दर्जा देने की होगी पहल-मुख्यमंत्री

Initiative will be given to give farming status in Chhattisgarh

रायपुर-मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि राज्य सरकार छत्तीसगढ़ में मछली पालन को खेती का दर्जा देने की पहल करेगी। राज्य सरकार ने इसके लिए योजना बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि खेती-किसानी की तरह मछली पालन के लिए कोऑपरेटिव बैंक से ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराने और किसानों को दी जाने वाली बिजली दरों में छूट की भांति मछली पालन करने वाले निषाद, केंवट और ढीमर समाज के लोगों को भी छूट की पहल की जाएगी।

मुख्यमंत्री बघेल आज यहां अपने निवास कार्यालय में विश्व मत्स्य दिवस के मौके पर आयोजित छत्तीसगढ़ मछुआरा समाज के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। केंवट समाज वैज्ञानिक पद्धति से मछली पालन करे और उत्पादित मछली के विक्रय का अच्छा प्रबंधन करे तो न सिर्फ मछुआरों की आर्थिक स्थिति सुधरेगी, साथ ही छत्तीसगढ़ धान की खेती की तरह मछली उत्पादन में भी देश में प्रथम स्थान पर होगा।

हींग की खेती भारतीय हिमालयी क्षेत्र में शुरू बनाया एक नया इतिहास

मछली पालन को छत्तीसगढ़ में खेती का दर्जा देने की होगी पहल

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दीप प्रज्जवलन के बाद निषाद, केंवट समाज के आराध्य भगवान श्री राम सहित नाव, डोंगी एवं जाल का पूजन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद, शकुंतला साहू और विकास उपाध्याय, छत्तीसगढ़ राज्य मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष एम.आर. निषाद, छत्तीसगढ़ राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन विशेष अतिथि के रूप में कार्यक्रम में उपस्थित थे।

सीएम बघेल ने इस अवसर पर 15 मछुआरों को मोटरसायकल सह आईस बॉक्स तथा 2 मछुआरों को ऑटो सह आईस बॉक्स का वितरण किया। उन्होंने इस मौके पर 10 मछुआ हितग्राहियों को मछुआ आवास योजना के अंतर्गत प्रथम किश्त की 40-40 हजार रूपए की प्रथम किश्त अनुदान राशि का चेक भी वितरित किया।

कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे व् गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कार्यक्रम को भी सम्बोधित किया संचालक मछली पालन व्ही.के. शुक्ला ने कार्यक्रम के अंत में अतिथियों के प्रति आभार प्रकट किया। इस अवसर पर मछुआरा समाज के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

 

3000 एकड़ खेती की सिंचाई के लिए केन्द्रीय मंत्री पर्यावरण,वन एवं जलवायु के नाम सौपा ज्ञापन

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