23 फरवरी को ’लिंगोदेव पथ’ पर 142 किलोमीटर दौड़ेगी एक हजार मोटर साईकिले-

कोण्डागांव :जिले के ग्राम मर्दापाल से ग्राम खालेमुरवेण्ड तक 142 किलोमीटर में 23 फरवरी को जिला प्रशासन द्वारा एक हजार बाईकों की रैली का आयोजन किया जा रहा है। निर्धारित रूट को लिंगोदेव पथ नाम दिया गया है। इस मार्ग में कई सांस्कृतिक वैभव के पुरातात्विक स्थल मौजूद है। जिला प्रशासन बाईक रैली के माध्यम से विकास कार्यों को अंदरूनी क्षेत्र की जनता के समक्ष लाना और जिले के पर्यटन स्थलों के रूप मौजूद सांस्कृतिक वैभव को बढ़ावा देना है।ग्राम मर्दापाल से प्रातः 9 बजे प्रारंभ होकर खालेमुरवेण्ड के मुरनार गौठान स्थल पर समाप्त होगी। रैली मार्ग में 9 स्थलों (बयानार, चलका, चिंगनार, भोंगापाल, कोनगुड़, धनोरा, कुएमांरी, रांधा) पर रूकते हुए अपने अतिंम पड़ाव एनएच-30 पर स्थित खालेमुरवेण्ड पहुंचेगी.

इस मार्ग पर अतिरमणीय लिमदरहा, पावड़ा, हटारकसा, मिरदे, मुत्तेखड़का जलप्रपात स्थित हैं, साथ ही ऐतिहासिक महत्व के विभिन्न स्थल जैसे पावड़ा शिव मंदिर, भोंगापाल सात रानियां मंदिर, भोंगापाल बौद्ध चैत्य गृह, चिंगनार बुढ़ादेव मंदिर आदि स्थित है। जिला प्रशासन द्वारा अतिप्राचीन संस्कृति से भी संबधित भोंगापाल का प्राचीन बौद्ध चैत्य गृह जिसे स्थानीय लोग ’’डोडा मुदिंया’’ के नाम से संबोधित करते है। यहां पर जनश्रुति के अनुसार बौद्ध प्रार्थना स्थल हुआ करता था। यहां पर बुद्ध की पत्थर से निर्मित प्रतिमा भी विद्यमान है, साथ ही बड़े ओड़ागांव के ऐतिहासिक शिव मंदिर के संबध मे ग्रामीणों का मानना है कि यह उनके पूर्वजों के समय से विद्यमान हैं तथा इसके मध्य मे स्थित शिवलिंग की उचांई निरंतर बढ़ रही हैं.

जिला कोण्डागांव के कई क्षेत्र में मक्का, वन औषधीय, वनोपजों से भरपूर है। यह मार्ग इनके लिए बाजारो तक पंहुचाने का एक माध्यम बनेगा जो क्षेत्रवासियों को आर्थिक सुदृढ़ता प्रदान करने में सहयोग देगा। यह मार्ग जिला दंतेवाड़ा को लिंगोदेव पथ से होते हुए सीधे जिला कांकेर के साथ राज्य की राजधानी को भी जोड़ेगा.