महासमुंद :-विधानसभा महासमुंद से 9 वें राउंड में कांग्रेस 4329 मतों से आगे,विधानसभा खल्लारी से 10वें राउंड में कांग्रेस 10380 मतों से आगे,बसना विधानसभा में भाजपा 17वें राउंड में 27470 मतों से आगे,सरायपाली विधानसभा में 15वें राउंड में कांग्रेस 32555 मतों से आगे विधानसभा सरायपाली से कांग्रेस की चातुरी नंद ने बनाई जीत की बढ़त विधानसभा बसना से भाजपा के संपत अग्रवाल ने बनाई जीत की बढ़त
महासमुंद जिला 02 राउंड,खल्लारी विधानसभा – कांग्रेस1550 से लीड,सरायपाली विधानसभा – कांग्रेस 7700 से लिड
2 चरण बसना विधानसभा – 6000 बीजेपी से आगे,महासमुंद विधानसभा – बीजेपी 1804 से लीड
3 rd राउंड 11369 सरायपाली कांग्रेस लीड,बसना 4rth राउंड 5300से बीजेपी आगे
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महासमुंद जिले के चार सीटों में एक बसना में ही भाजपा आगे 7000 हजार वोटों से आगे है ।
वहीं तीन सीटों पर कांग्रेस महासमुंद में आगे चल रही है।
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महासमुंद जिला 03 राउंड,खल्लारी विधानसभा – भाजपा 218 से लीड,सरायपाली विधानसभा – कांग्रेस 11369 से लिड,
4 चरण बसना विधानसभा – 5300 बीजेपी से आगे’,महासमुंद विधानसभा – कांग्रेस 4086 से लीड
महासमुंद:-नेशनल हाईवे 53 राजा सेवैया के पास एक ढाबा मे खड़ी ट्रक में 18 नग प्लास्टिक बोरी में 517 किलो ग्राम गांजा जिसका बाजार मूल्य 2 करोड़ 58 लाख 50,000 रुपए आँकी गई है। पुलिस को चकमा देने के लिये खण्डा चावल के नीचे गांजा ले जा रहे थे। यह कार्यवाही नारकोटिक्स नियंत्रण ब्यूरों एवं थाना पिथौरा की पुलिस टीम द्वारा किया गया। अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध धारा 20(ख) एनडीपीएस के तहत थाना पिथौरा में कार्यवाही की जा रही है।
मुखबीर से मिली थी सूचना
मिली जानकारी के मुताबिक 29 नवंबर को मुखबीर से सूचना मिली कि बरगढ ओड़िशा से अवैध मादक पदार्थ गांजा का बडा खेप 10 चक्का ट्रक में ओडिशा से महासमुन्द होते हुये रायपुर मध्यप्रदेश, दिल्ली ले जाने वाला है। इस पर पुलिस अधीक्षक द्वारा एन.एच. 53 के समस्त थाना प्रभारियों एवं सायबर सेल की टीम को त्वरित कार्यावाही करने हेतु निर्देशित किया।
उक्त ट्रक क्रमांक CG-04 JC-2783 सांकरा, बसना की तरफ से आकर ग्राम राजा सेवैया नेशनल हाईवे 53 के पास स्तिथ एक ढाबा के पास खडी हुई थी तथा वाहन का चालक नही था। बिना वाहन चालक के खडा देख नारकोटिक्स नियंत्रण ब्यूरों की टीम एवं थाना पिथौरा की पुलिस टीम द्वारा वाहन की तलाशी ली गई ट्राली में 295 नग प्लास्टिक के बोरी में चावल का खण्डा भरा हुआ जिसमें विभिन्न प्रकार का चावल का खण्डा प्रत्येक बोरी में लगभग 50 किलो चावल भरा हुआ मिला।
खड़ी ट्रक में 02 करोड ₹ से अधिक का गांजा किया गया बरामद
चावल के नीचे मिला गांजा
बोरियों को हटाने के बाद 18 नग प्लास्टिक बोरीयों में कुल 517 किलो ग्राम गांजा 2 करोड़ 58 लाख 50,000 रुपए का मिला। वाहन पर अवैध गांजा की परिवहन करते पाये जाने पर मौके पर 05 क्विंटल 17 किलो ग्राम गांजा 295 नग खण्डा चावल जिसका बाजार मूल्य लगभग 2,50,000 रूपये जप्त किया गया। उक्त घटना में संलिप्त आरोपी फरार है जिसकी पतासाजी पुलिस टीम के द्वारा की जा रही है।
उक्त कार्यवाही पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन मे अति0 पुलिस अधीक्षक आकाश राव एवं अनु0अधिकारी (पु) पिथौरा प्रेमलाल साहू के निर्देशन में थाना प्रभारी पिथौरा निरीक्षक अमित शुक्ला, रविन्द्र धु्रव, सायबर सेल प्र्रभारी नसीमुददीन खान ,रमाकांत साहू, संदीप भोई, देव कोसरिया, शैलेष ठाकुर, जितेन्द्र बाघ, निरी. संजय दलात, विजय कुमार शर्मा, श्रीराम पांडे (टीम प्रभारी) प्रहलाद सिंह तोमर एन0सी0बी इंदौर क्षेत्रीय इकाई एवं थाना पिथौरा टीम के द्वारा की गई।
बलौदाबाजार:- बारिश से धान भीगा तो सीधा कार्रवाई खरीदी केंद्र प्रभारी पर होगा। उसके लिए जिम्मेदार स्वयं होगा। उक्त बाते मौसम में नमी एवं संभावित बारिश को देखते हुए कलेक्टर चंदन कुमार ने आज पत्र जारी कर कहा है । जिला के सभी धान खरीदी केंद्र के प्रभारी को धान को बारिश से बचाने के लिए पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश दिए है। इसके तहत सभी केंद्रों में कवर कैंप रखने कहा गया है।
उन्होंने कहा कि किसान सुबह सुबह धान बेचने आते है तो उनके लिए अलाव जलाने की व्यवस्था भी करनी चाहिए। अभी एकाएक तापमान में गिरावट दर्ज की गयी है जिससे जिले में ठंड बढ़ गयी है। इसके साथ ही सभी एसडीएम,जनपद सीईओ, सहकारिता,बैंक,खाद्य विभाग के अधिकारियों को फील्ड में जाकर निरीक्षण कर कार्यालय को प्रतिवेदन जमा करने के निर्देश दिए है।
कोलाहाल प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित
बलौदाबाजार:- कलेक्टर ने बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में चिन्हित क्षेत्रों के 200 मीटर की परिधि को कोलाहल प्रतिबंधित क्षेत्र (जोन्स ऑफ साइलेंस) घोषित किया है। जारी आदेशानुसार जिले के समस्त शासकीय, अशासकीय हॉस्पिटल,समस्त शासकीय अशासकीय शैक्षणिक संस्थान, जिला एवं सत्र न्यायालय तथा अन्य न्यायालय एवं समस्त शासकीय कार्यालय भारत सरकार एवं राज्य सरकार चिन्हित क्षेत्रों में शामिल है।
गौरतलब है कि उच्च न्यायालय छत्तीसगढ़ के द्वारा जारी अन्तरिम आदेश के परिपालन में शिक्षण संस्थानों की शैक्षणिक गतिविधियों, वृद्धजनों,निःशक्तजनों, बीमार व्यक्तियों के स्वास्थ्य तथा लोक शांति को ध्यान में रखते हुए, कोलाहल अधिनियम 1985 तथा ध्वनि प्रदुषण नियम 2000 में प्रदत्त शक्तियों के तहत कोलाहल प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किया गया है। कलेक्टर ने सक्षम अधिकारी को कडाई से आदेश पालन कराने के निर्देश दिए है।
मुंबई :-यूँ तो FMD भोजपुरी चैनल पर अभी बहुत गाने नहीं रिलीज हुए हैं लेकिन जो भी गाने इस चैनल पर हैं उन सबका कुछ ना कुछ यूनिक टाइटल सहित कुछ नया और बेहतरीन प्रेजेंटेशन जरूर है जो दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए पर्याप्त है । अभी कुछ दिनों पहले ही इस चैनल पर एक भक्तिमय प्रस्तुति छठ गीत के रूप में रिलीज किया गया था , जिसे अच्छे खासे लोगों ने पसन्द भी किया था ।
इसी कड़ी में FMD भोजपुरी पर गायक छोटू तिवारी और किरण साहनी का एक नया वीडियो सॉन्ग रिलीज हुआ है जिसका टाइटल है फँसरी लगा के मर जाइब। इस वीडियो सॉन्ग में प्रेमी और प्रेमिका के नोक झोंक के साथ साथ प्रेम के एक अलग स्वरूप का दर्शन भी है, जो कि इस वीडियो सॉन्ग को फील करने के बाद ही अनुभव हो सकता है । इस अनोखे प्यार भरे म्यूजिकल तकरार को काफी बेहतरीन अंदाज में फिल्माया गया है ।
फँसरी लगा के मर जाइब गीत के म्यूजिक बनाये हैं सूरज देव ने। इसके वीडियो डायरेक्टर व कैमरामैन हैं अजमल टाइगर, जिसे एडिट किया है अकमल टाइगर ने । यह जानकारी पीआरओ संजय भूषण पटियाला ने दिया ।
मुंबई :-अभिनेता आनन्द ओझा और अंजना सिंह की लव एक्सप्रेस के बिहार आगमन की सूचना हो गई है । यह लव एक्सप्रेस आगामी दिसम्बर माह में बिहार पहुचने को तैयार है । इसके बिहार पहुचने को लेकर बात करते हुए आनन्द ओझा ने बताया कि यह लव एक्सप्रेस एक शानदार जर्नी है और इसमें हमें बहुत ही आनंद आया है, उम्मीद करते हैं कि दर्शकों को भी इस लव एक्सप्रेस से बहुत आनंद मिलेगा ।
इस लव एक्सप्रेस में आनंद ओझा के सङ्ग अंजना सिंह भी सवार हैं । अंजना सिंह ने बताया कि इस लव एक्सप्रेस की यात्रा काफी मनोरंजन से भरपूर रही है और हम सबने इसका भरपूर लुफ़्त उठाया है । आनंद ओझा और साथी कलाकारों ने इस लव एक्सप्रेस के सफर को काफी सुहाना कर दिया था और अब हमें इसके बिहार पहुंचने का बेसब्री से इंतज़ार है । दरअसल आनंद ओझा और अंजना सिंह अभिनीत फ़िल्म के रीलीजिंग की घोषणा हो चुकी है । यह फ़िल्म बिहार में दिसम्बर माह में रीलीजिंग के लिए शेड्यूल की गई है ।
श्री चित्रगुप्त फ़िल्म इंटरटेनमेंट प्रेजेंट्स और निर्माता नितेश सिन्हा द्वारा निर्मित फ़िल्म लव एक्सप्रेस आगामी दिसम्बर महीने में बिहार में रिलीज़ होगी । इस फ़िल्म में रोमांस और कॉमेडी का तड़का जबरदस्त तरीके से परोसा गया है जिसको देखने के बाद आम इंसान हास्य के साथ साथ रोमांस का डबल डोज भी पायेगा ।
दिसम्बर में बिहार पहुँचेगी आनन्द ओझा की लव एक्सप्रेस .!
इस लव एक्सप्रेस के लेखक व निर्देशक हैं विष्णु शंकर बेलु । लव एक्सप्रेस के गाने वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स भोजपुरी पर सुने व देखे जा सकते हैं । इस लव एक्सप्रेस में आनन्द ओझा , अंजना सिंह के साथ अवधेश मिश्रा, विनोद मिश्रा, विष्णु शंकर बेलु , अनूप अरोरा, आनंद मोहन ने भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है । यह ख़बर प्रचारक संजय भूषण पटियाला ने दिया ।
बलौदाबाजार:- जागरूकता एवं सड़क सुरक्षा नियमों का पालन के लिए जागरूकता वीडियो “मत कर बंदे” रिलीज हुआ । इस वीडियो को कलेक्टर सहित गणमान्य नागरिकों ने खूब प्रशंसा की है ।
जिले में यातायात नियमों का पालन करने एवं यातायात जागरूकता हेतु समय-समय पर विविध कार्यक्रम आयोजित कराया जा रहा है। इसी क्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार झा के निर्देशन में सुर ओ चंदम संगीत अकादमी द्वारा यातायात जागरूकता वीडियो “मत कर बंदे” का निर्माण किया गया है।
इस वीडियो में बलौदाबाजार के सुर ओ चंदम संगीत अकादमी से अजय साहू,विजय साहू एवं भूपेंद्र की टीम द्वारा जिला बलौदाबाजार- भाटापारा पुलिस के सहयोग से यातायात नियमों का पालन का बहुत ही सजीव एवं सुंदर चित्रण किया गया है।
कहानी इस तरह से है
वीडियो का मुख्य पात्र शहर में बदहवास, पागल सा घूमता हुआ लोगों को यातायात नियमों का पालन करने, ट्रैफिक सिग्नल में रुकने, तीन सवारी वाहन ना चलाने आदि के लिए रोकता एवं टोकता रहता है। इसे ऐसा देख जिला बलौदाबाजार-भाटापारा यातायात पुलिस द्वारा उसका इलाज कराया जाता है। इस पागल आदमी के बारे में पता करने पर यह बात सामने आती है कि इसका चयन पुलिस विभाग में हुआ था, जिसमें वह अपने परिवार के साथ नियुक्ति देने जा रहा था।
यातायात जागरूकता वीडियो “मत कर बंदे” हुआ रिलीज
इस दौरान रास्ते में इसकी कार का एक्सीडेंट हो जाता है, जिसमें इसके परिवार के सदस्यों की मृत्यु हो जाती है तथा इस हादसे के सदमें में यह पागल हो जाता है। वीडियो के माध्यम से यह समझाया जा रहा है, कि यातायात नियमों का पालन करना कितना आवश्यक है। नियमों का पालन नहीं करने से एक सुखी एवं हंसता खेलता हुआ परिवार बिखर सकता है, इसलिए अपने एवं अपने परिवार की सुरक्षा के लिए सदैव यातायात नियमों का पालन करें।
वीडियो में दर्शित पात्रों के रूप में दीपक कुमार झा,अमृत कुजूर उप पुलिस अधीक्षक यातायात,निरीक्षक नरेश कांगे प्रभारी यातायात बलौदाबाजार सहित जिला बलौदाबाजार-भाटापारा पुलिस के समस्त अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा लोगों को यातायात नियमों का पालन कर सदैव जागरूक रहने हेतु संदेश दिया जा रहा है।
कलेक्टर ने की प्रशंसा
वीडियो को देखकर कलेक्टर चंदन कुमार ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक झा सहित पूरी पुलिस प्रशासन की टीम को बधाई दी है। उन्होने कहा कि विडियो काफी प्रेरणादायक है। उन्होने आम जिले वासियों से अपील की है की हम सब का नैतिक जिम्मेदारी है कि यातायात नियमों का पालन करे। दुपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट एवं कारो का उपयोग करते समय सीट बेल्ट का उपयोग जरूर करे।
उन्होने आगे कहा की हमारे जिले में औद्योगिक इकाइयां स्थापित है जिस कारण बड़े वाहनों का चलना स्वाभाविक है अंत हमे और अधिक सुरक्षित एवं सचेत होकर वाहन चलाने की आवश्यकता होती है। शहर के वरिष्ठ नागरिक एवं सेवानिवृत प्रोफेसर एस एम पाध्ये ने कहा की वीडियो बेहद ही प्रेरणादायक एवं जागरूकता पूर्ण है। निश्चित ही यह वीडियो युवाओं सहित आम जनमानस पर गहरी छाप छोड़ेगा। उन्होने भी कॉलेज के छात्र छात्राओं से सड़क सुरक्षा के प्रति गंभीर एवं यातायात नियमों का पालन करने की अपील की है।
बलौदाबाजार :-किसानों द्वारा खेत मे फसल अवशेष जलाने से संबंधित कृत यदि शासन के संज्ञान में आता है तो उस स्थिति में अर्थदण्ड का प्रावधान किया गया है। अर्थदण्ड के अन्तर्गत 2 एकड़ तक के भू-स्वामी को 2500/- रूपये तक तथा 2 से 5 एकड़ तक 5000/- तथा 5 एकड़ से अधिक के भू-स्वामी को 15000/- रूपये अर्थदण्ड का प्रावधान किया गया है।
फसल अवशेष को जलाना वर्तमान में देशव्यापी समस्या बनी हुई है तथा प्रदुषण का सबसे बड़ा कारण भी है, इसके नियंत्रण हेतु देश के प्रत्येक किसान तथा नागरिक जागरूक होना पड़ेगां भविष्य में आने वाली मुसीबतों को गंभीरता से लेते हुए फसल अवशेष जलाना छोड़कर इसका उचित प्रबंधन करना है,जो कि वर्तमान समय की मांग है। इसके साथ ही किसान अपने अपने गांव के गाैठान में पैरा का दान कर सकते है।
किया जा रहा है प्रचार-प्रसार
कलेक्टर चंदन कुमार के निर्देश पर उप संचालक कृषि दीपक कुमार के मार्गदर्शन में कृषि विभाग द्वारा मैदानी अमलो के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। जिले में खरीफ 2023 अंतर्गत 196690 हेक्टेयर में धान की फसल ली गई थी जिसकी की कटाई का कार्य जारी है। वर्तमान में कृषको द्वारा हार्वेस्टर के माध्यम से धान की कटाई कराने का प्रचलन बढ़ा है, तथा कटाई पश्चात अगले फसल के तैयारी के लिए खेत में बचे हुए पैरा (पराली) के तत्काल निराकरण हेतु इसे जला दिया जाता है, जो उचित कृत्य नहीं है, वर्तमान समय में यह पर्यावरण तथा स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से बड़ा समस्या बन चुका है।
फसल अवशेष जलाने के दुष्प्रभावः-
फसल अवशेष जलाने पर्यावरण में कई प्रकार की समस्याएँ उत्पन्न होती है, इससे निकलने वाले धुंए में मौजूद जहरीली गैसो से न सिर्फ मानव स्वास्थ्य पर विपरित प्रभाव पड़ता है बल्कि वायु प्रदुषण का स्तर भी बढ़ रहा है। इससे मृदा का तापमान बढ़ता जिसके कारण मृदा की संरचना बिगड जाती है तथा लाभदायक सूक्ष्मजीवों की संख्या कम हो जाती है। जीवांश पदार्थ की मात्रा कम हो जाने से मृदा की उत्पादकता कम हो जाती है।
पराली को जलानें से बचे, नही तो लग सकता है जुर्माना
फसल अवशिष्ट जलाने से केचुए, मकड़ी जैसे मित्र कीटों की संख्या कम हो जाने से हानिकारक कीटो का प्राकृतिक नियंत्रण नहीं हो पाता है , फलस्वरूप मजबूरन महंगे तथा जहरीले कीटनाशकों का इस्तेमाल करना आवश्यक हो जाता है। केवल एक टन पैरा जलाने से 5.5 कि.ग्रा. नाइट्रोजन, 2.3 कि.ग्रा. फास्फोरस. 2.5 कि.ग्रा. पोटेशियम और 1.2 कि.ग्रा. सल्फर जैसे मिट्टी के पोषक तत्व नष्ट हो जाता है। अतः जरुरत है कचरा समझे जाने वाली फसल अवशेषों को खेत में सोना समझकर मिला देने की फसल अवशेष को न जलाकर पर्यावरण के अनुकूल इसका उचित प्रबंधन किया जा सकता है।
फसल अवशिष्ट का प्रबंधन कैसे करेंः-
फसल कटाई के उपरांत खेत में पड़े हुये फसल अवशिष्ट के साथ ही जुताई कर हल्की सिंचाई पानी का छिडकाव करने के पश्चात ट्राइकोडर्मा का छिडकाव करने से फसल अवशिष्ट 15 से 20 दिन पश्चात् कम्पोस्ट में परिवर्तित हो जायेंगे, जिससे अगली फसल के लिए मुख्य एवं सूक्ष्म तत्व प्राप्त होंगे। फसल अवशिष्ट को कम्पोस्ट में परिवर्तित होने की गति बढ़ाने के लिए सिचाई उपरांत यूरिया का छिड़काव भी किया जा सकता है।
तैयार करे कम्पोस्ट
फसल अवशिष्ट के कम्पोस्ट में परिवर्तित होने से जीवांश की मात्रा मृदा में बढ़ जाती है जिससे मृदा की जलधारण क्षमता तथा लाभदायक सूक्ष्म जीवों सूक्ष्म तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है जो रासायनिक उर्वरको के उपयोग क्षमता को बढ़ा देती है। ऐसा करने से कम रासायनिक उर्वरक डालकर अधिक पैदावार ली जा सकती है। फसल कटाई उपरांत खेत में बचे हुए फसल अवशिष्ट को इकट्ठा कर गड्ढे में डालकर गोबर का छिड़काव करें तत्पश्चात ट्राइकोडर्मा या अन्य अपघटक डालकर कम्पोस्ट तैयार करे।
फसल कटाई उपरांत फसल अवशिष्ट खेत में ही पड़े रहने तथा इन्हें बिना जलाये भी उपयुक्त कृषि यंत्री द्वारा बोनी की जा सकती है। ऊपर बिछे अवशिष्ट नमी संरक्षण, खरपतवार नियंत्रण एवं बीज के सही अंकुरण के लिए मल्चिंग (पलवार) के रूप में कार्य करेंगे। फसल अवशिष्ट का उपयोग मशरूम उत्पादन के लिए किया जा सकता है। धान के पैरा को यूरिया से उपचार कर पशुओं के सुपाच्य एवं पौष्टिक चारे के रूप में उपयोग किया जा सकता है। फसल अवशिष्ट का उपयोग अन्य कार्यों जैसे कार्ड बोर्ड एवं खुरदुरे कागज निर्माण हेतु कच्चे माल के रूप में किया जा सकता है।
कृषि यंत्रो का भी करे प्रयोग
फसल अवशिष्ट प्रबंधन हेतु कृषि यंत्रो का भी प्रयोग किया जा सकता है । फसल कटाई के उपरांत खेत पर फसल अवशेष पड़े रहने के बाद भी बिना जलाए बीजों की बोनी हेतु जीरो सीड कम फर्टिलाईजर ड्रील हैप्पी सीडर का प्रयोग किया जा सकता है। कम्बाइन हार्वेस्टर से कटाई के पश्चात् सुपर सीडर, स्ट्रा रीपर/स्ट्रा बेलर मल्चर का उपयोग कर फसल अवशिष्ट का प्रबंधन किया जा सकता है।
“वेस्ट डिकम्पोजर” का वितरण
कृषि विभाग द्वारा फसल अवशेष के प्रबधन हेतु सभी विकासखंडो में “वेस्ट डिकम्पोजर” का वितरण किया जा रहा है, जो की फसल अवशेष का शीघ्र अपघटन कर कम्पोस्ट तैयार करने हेतु अत्यंत उपयोगी उत्पाद है। वेस्ट डिकम्पोजर के एक बोतल से 30 से 40 दिन में 1 लाख मेट्रिक टन जैव अपशिष्ट को अपघटित कर के कम्पोस्ट तैयार किया जा सकता है। इसके लिए 200 लीटर पानी में 2 किलो गुड डाल कर एक बोतल वेस्ट डिकम्पोसर अच्छे से मिला दे तथा इसे ढक कर एक सप्ताह के लिये छोड़ दे, एक सप्ताह के पश्चात यह घोल उपयोग के लिए तैयार हो जाता है। घोल को फसल अवशेष में छिड़क कर 30 से 40 में कम्पोस्ट तैयार किया जा सकता है। कृषि विभाग के मैदानी अमलों से संपर्क करके कृषक “वेस्ट डिकम्पोजर” प्राप्त कर सकते हैं।
महासमुंद। रूखमणी माता लक्ष्मी की अवतार है और भगवान श्री कृष्ण नारायण जी के। लक्ष्मी सदैव नारायण की होती हैं परंतु आज के परिवेश में सभी लक्ष्मी को अपना बनाना चाहते हैं। मा लक्ष्मी जब अकेले आती है तो उल्लू में बैठ कर आती हैं और उल्लू बनाकर चली जाती हैं पर जब मां लक्ष्मी भगवान नारायण जी के साथ आती हैं तब उनका वाहन गरुड़ होते हैं जिनके पंखों से वेद वेदांत के मंत्र प्रवाहित होते रहते हैं। इसलिए मां लक्ष्मी को सदैव नारायण जी के साथ पूजना चाहिए उससे घर में सुख-शांति समृद्धि वैभव की प्राप्त होती है।
महाराज डॉक्टर यशवंत शर्मा ने भागवत महापुराण में उपस्थित श्रोताओं को कथा के पांचवे दिन कंस वध, कृष्ण और रूखमणी विवाह की कथा का रसपान कराया। उन्होंने कहा कि भगवान ने वेद विहित विवाह करके समाज को एवं मानव जीवो को गृहस्थ रूपी गाड़ी को धर्म के पद पर बढ़ाने का एवं धर्म का पालन करते हुए अपने मोक्ष के साधन को और आत्मबोध को जागृत करने का मार्ग प्रशस्त किया। भगवान श्री कृष्ण गृहस्थ जीवन अनुकरणीय रहा है।
माता लक्ष्मी को सदैव नारायण के साथ पूजना चाहिए :- यशवंत शर्मा
आज के परिवेश में विवाह होते ही लोग अलग परिवार में रहना चाहते हैं। ऐसे लोग अपने माता-पिता के त्याग तपस्या को भूल कर कृतघ्न बन जाते है। पर इसके विपरीत भगवान ने अपने माता-पिता को कंश के कारावास से मुक्ति दिलाई और कंश का वध कर उनका भी उद्धार कर धर्म की स्थापना की। माता-पिता की सेवा और एक अच्छे राजा व एक अच्छे शासक के रूप में प्रजापालन कर पितृ ऋण, देव ऋण और ऋषि ऋण तीनों से भगवान ऋण से मुक्त होकर हमे बताया। भगवान ने बताया कि हमे तीनो ऋण का पालन कैसे करना चाहिए और तीनो ऋण से अऋणी कैसे हो सकते हैं।
दिल्ली :-संयुक्त सैन्य अभ्यास ऑस्ट्रहिंद-23 के दूसरे संस्करण में भाग लेने के लिए 81 कर्मियों वाला भारतीय सशस्त्र बल का दस्ता आज ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना हुआ। यह अभ्यास 22 नवंबर से 06 दिसंबर 2023 तक पर्थ, ऑस्ट्रेलिया में आयोजित किया जाएगा।
भारतीय सेना के दल में गोरखा राइफल्स की एक बटालियन के 60 जवान शामिल हैं। 60 कर्मियों वाली ऑस्ट्रेलियाई सेना की टुकड़ी 13वीं ब्रिगेड से होगी। भारत की ओर से भारतीय नौसेना का एक अधिकारी और भारतीय वायु सेना के 20 कर्मी भी इसमें भाग लेंगे। ऑस्ट्रेलियाई दल में रॉयल ऑस्ट्रेलियाई नौसेना और रॉयल ऑस्ट्रेलियाई वायु सेना से 20-20 कर्मी शामिल होंगे।
अभ्यास ऑस्ट्रहिंद 2022 में शुरू किया गया था और पहला संस्करण महाजन, राजस्थान में आयोजित किया गया था। इसे भारत और ऑस्ट्रेलिया में वैकल्पिक रूप से आयोजित करने के लिए एक वार्षिक प्रशिक्षण कार्यक्रम बनाने की योजना है।
ऑस्ट्रहिंद-23 में भाग लेने के लिए भारतीय सशस्त्र बल का दस्ता रवाना
अभ्यास का उद्देश्य सहयोगात्मक साझेदारी को बढ़ावा देना और दोनों पक्षों के बीच सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करना है। यह अभ्यास शांति स्थापना अभियानों पर संयुक्त राष्ट्र के अध्याय VII के तहत शहरी और अर्ध-शहरी इलाकों में बहु-क्षेत्र संचालन करते समय अंतर-संचालनीयता को भी बढ़ावा देगा।
यह संयुक्त अभ्यास विचारों के आदान-प्रदान और सामरिक अभियानों के संचालन के लिए रणनीति, तकनीक और प्रक्रियाओं का संयुक्त रूप से अभ्यास को बढ़ावा देगा। प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में उच्च स्तर की स्थितिजन्य जागरूकता प्राप्त करने के लिए स्नाइपर फायरिंग और संयुक्त रूप से निगरानी और संचार उपकरण संचालित करना भी शामिल है। कंपनी/बटालियन स्तर पर सामरिक कार्रवाइयों के अलावा हताहत प्रबंधन और निकासी का भी पूर्वाभ्यास किया जाएगा।
यह अभ्यास दोनों सेनाओं के बीच समझ को बढ़ावा देने और दोनों मित्र देशों के बीच रक्षा सहयोग को और मजबूत करने में भी मदद करेगा।