छिन्दवाड़ा- कोरोना से जंग में छिंदवाड़ा जिले के नागरिक भी अपना पूरा सहयोग दे रहे हैं। जिले के युवा भी संक्रमण के प्रति खुद भी जागरूक हो रहे हैं और अन्य लोगों में भी अपने व्यवहार से जागरूकता लाने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसा ही एक उदाहरण छिंदवाड़ा जिले के पांढुर्णा के एक युगल ने पेश किया, जिसकी सर्वत्र सराहना की जा रही है और जिले के अन्य युवा भी प्रेरणा ले रहे हैं।
कोरोना संक्रमण की रोकथाम में सहयोग करते हुए जिले के पांढुर्णा नगर के संतोषी माता वार्ड के युवा आकाश खन्ना और जाटवा वार्ड की किशोरी सहगल ने अक्षय तृतीया पर 14 मई 2021 को पांढुर्णा की एस.डी.एम. मेघा शर्मा, नायब तहसीलदार भरतसिंह बट्टे, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत विजयलक्ष्मी मरावी, मुख्य नगरपालिका अधिकारी राजकुमार ईवनाती और अपने माता-पिता की उपस्थिति में एक-दूसरे को वरमाला पहनाई और सादगीपूर्वक विवाह किया। इतना ही नहीं नव दम्पत्ति ने विवाह के अन्य खर्चे से बची हुई राशि में से 11 हजार रूपए की राशि कोविड मरीजों के उपचार के लिए कोविड केयर सेंटर सिविल अस्पताल पांढुर्णा को भी प्रदाय की।
कोरोना संक्रमण की रोकथाम में सहयोग करने और जिलेवासियों के लिए मिसाल पेश करने पर इस सादगीपूर्ण और मितव्ययी विवाह के लिये एस.डी.एम. शर्मा ने खन्ना एवं सहगल परिवार को बधाई दी तथा नवदम्पति को भावी वैवाहिक जीवन के लिये शुभकामनाएं देते हुये कहा कि इस दौर में जहाँ सामाजिक परम्पराओं के नाम पर लोग भारी-भरकम राशि खर्च कर विवाह संपन्न करते हैं, वहीं कोरोना महामारी के दौरान सादगीपूर्ण शादी सम्पन्न करने का माता-पिता की सहभागिता से आकाश एवं किशोरी ने जो निर्णय लिया है वह एक साहसिक कदम है। मैं इनकी इस भावना का सम्मान करती हूं।
बलौदाबाजार- महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी एल.आर.कच्छप ने कसडोल विकासखण्ड के वनांचल क्षेत्र में कोरोना संक्रमित आधा दर्जन गांवों का सघन दौरा किया। उन्होंने ग्राम स्तरीय निगरानी समितियों की बैठक लेकर कोरोना की रोक-थाम के संबंध में कलेक्टर सुनील कुमार जैन के दिशा-निर्देशों की जानकारी दी और इनका पालन कर जिले को कोरोना मुक्त करने में अपनी भागीदारी निभाने का आव्हान किया।
उन्होंने प्रमुख रूप से ग्राम कुरमाझर, छाता, बिलारी, कुशभांठा, सोनपुर, बरपानी, नगरदा आदि अंदरूनी गांवों का तूफानी दौरा किया। कार्यक्रम अधिकारी कच्छप ने बैठक में कहा कि कलेक्टर साहब ने निगरानी समिति के सदस्यों पर कोरोना रोकने में विशेष भरोसा जताया है।
उन्होंने कहा कि कोरोना बीमारी के लक्षणों को छुपाएं नहीं, बल्कि समय पर जांच और इलाज कराएं। इसका इलाज आसान है। अपने गांव के निकट सरकारी अस्पताल से इसकी जानकारी ले सकते हैं। सरकार ने अब ग्राम स्तर पर मितानिनों के पास भी जरूरी दवाइयां उपलब्ध करा दी है।लक्षण आने पर इन दवाइयों का उपयोग करें। झोलाछाप डॉक्टरों के चंगुल में न फसें।
उन्होंने सभी पात्र लोगों को कोरोना टीका लगवाने की अपील की। उन्होंने इस संबंध में सुनी-सुनाई अथवा अफवाहों पर ध्यान न देने को कहा है। उन्होंने कहा कि मैं स्वयं टीका लगवा चुका हूँ। मुझे कोई परेशानी नहीं हुई। इस तरह जिले में 3 लाख के लगभग लोगों को टीका लग चुका है। एक भी की मौत नहीं हुई और न ही प्रतिकूल प्रभाव आया है।
कुरमाझर में 23 लोग संक्रमित हैं। जिनमे 22 लोग अपने घर में रहकर दवाई-पानी ले रहे हैं। उन्होंने सरपंच एवं निगरानी समिति के अध्यक्ष हेमलता पटेल एवं सचिव फाल्गुनी पटेल को आइसोलेशन में रह रहे मरीज़ों की सुविधाओं का ख्याल रखने के निर्देश दिए। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास परियोजना सोनाखान के पर्यवेक्षक बंजारे एवं गौरी सिदार सहित ग्राम स्तरीय निगरानी समिति के सदस्य उपस्थित थे।
भोपाल-कोरोना संक्रमण की गंभीरता के दृष्टिगत रखते हुये माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा आयोजित 10 वीं की परीक्षा का आयोजन नहीं किया जाएगा। स्कूल शिक्षा विभाग ने संक्रमण के संभावित खतरे की रोकथाम करने के उद्देश्य से और छात्रहित में वर्तमान परिस्थिति के दृष्टिगत यह निर्णय लिया है। कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति के मद्देनजर 12वीं, 12वीं (व्यावसायिक), डिप्लोमा इन प्री-स्कूल एजूकेशन, शारीरिक प्रशिक्षण पत्रोपाधि परीक्षाओं की सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक परीक्षायें आगामी आदेश तक स्थगित की गई है। कोरोना संक्रमण सामान्य होने की स्थिति में परीक्षा आयोजन की सूचना 20 दिन पहले दी जाएगी।
कक्षा 10 वीं के नियमित छात्रों के परीक्षा परिणाम की गणना अर्धवार्षिकी परीक्षा या प्री-बोर्ड परीक्षा, यूनिट टेस्ट और आंतरिक मूल्यांकन के अंको का अधिभार नियत कर की जाएगी। स्वाध्यायी छात्रों के लिए आंतरिक मूल्यांकन का प्रावधान नहीं होने से, समस्त छात्रों को न्यूनतम अंक (33) अंकित करते हुए अंकसूचियाँ जारी की जाएगी।
अंतर्राज्जीय बस परिवहन सेवा 23 मई तक स्थगित
भोपाल-राज्य शासन ने कोरोना वायरस के संक्रमण पर प्रभावी रोकथाम के लिए लोकहित में मध्यप्रदेश में उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और छत्तीसगढ़ राज्य से आने तथा जाने वाले बस परिवहन संचालन को पूर्व में 15 मई तक स्थगित किया था।
सचिव, राज्य परिवहन प्राधिकारी एवं अपर परिवहन आयुक्त ने बताया कि उक्त राज्यों से आने तथा जाने वाले बस परिवहन संचालन को स्थगित करने की अवधि बढ़ाकर 23 मई, 2021 कर दी गई है। इस संबंध में आदेश जारी कर दिये गये हैं।
महासमुंद- जिले में पेट्रोल पंप पर काम करने वाले सेल्समैन और घर-घर तक गैस पहुंचाने वाले वर्कर को फ्रंटलाइन वर्कर का दर्जा देने की मांग भाजापा नेता पुरन्दर मिश्रा ने मांग की है। उन्होंने मांग करते हुए कहा है कि इन संस्थानों में काम करने वाले सभी वर्कर को फ्रंट लाइन मानते हुए टीकाकरण में प्राथमिकता दी जाए।
इसके लिए उन्होंने महासमुंद कलेक्टर को लिखे गए पत्र में कहा है कि सेल्समैन और गैस सिलेंडर घर घर पहुंचाने वाले वर्कर जनता के सीधे संपर्क में आते हैं। जिन लोगों के संपर्क में आते हैं उनके स्वास्थ्य की वर्तमान स्थिति का भी पता नहीं होता है। इनकी सेवाएं भी आवश्यक सेवाओं की श्रेणी में ही आती हैं । और उन सेवाओं की उपलब्धता कराने में निचले स्तर के इस स्टाफ की सबसे अहम भूमिका है।
इसलिए इनको भी फ्रंटलाइन स्टाफ का दर्जा देते हुए वैक्सीनेशन में प्राथमिकता दी जाए। पेट्रोल पंप पर तैनात सेल्समैन लगातार अपनी ड्यूटी करते हैं। इस दौरान वह सुरक्षा उपायों का पालन करते हैं लेकिन उनको भी फ्रंटलाइन स्टाफ माना जाना चाहिए और सरकार से प्राप्त बीमा व अन्य सुविधा संबंधी लाभ मिलना चाहिए।
महासमुंद-केंद्र सरकार द्वारा खाद के साथ ही पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी के खिलाफ आज शनिवार को संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर की अगुवाई में कोविड 19 नियमों का पालन करते हुए विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान संसदीय सचिव चंद्राकर ने कहा कि केंद्र सरकार अपने इन फैसलों की बदौलत कृषि क्षेत्र में काॅरपोरेट घरानों का दखल बढ़ाने का ही प्रयास कर रही है। जिसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आव्हान पर आज शनिवार को खाद, पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी के विरोध में प्रदर्शन करने का आव्हान किया गया था। जिस पर अपने निवास में संसदीय सचिव चंद्राकर ने कोविड 19 नियमों का पालन करते हुए विरोध जताया। उन्होंने कहा कि इफको द्वारा खाद के दामों में हुई वृद्धि पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार कृषि क्षेत्र में निजीकरण का रास्ता खोल रही है। एक तरफ सरकार किसानों की आय दोगुनी करने का वादा करती है, दूसरी तरफ किसानों की फसल में लगने वाली लागत को बढ़ा रही है। अब खाद के दामों में बेतहाशा वृद्धि कर सरकार ने किसानों पर एक और चोट कर दी है।
कोरोना संकट काल के बीच किसानों के सामने एक नई आफत आ गई है। इफको इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर्स कोआपरेटिव लिमिटेड ने खाद के दाम बढ़ा दिए हैं। कोरोना काल में पहले से ही आर्थिक तंगहाली झेल रहे किसानों को खाद की बढ़ी कीमतों ने परेशानी में डाल दिया है। केंद्र सरकार के इन विनाशकारी कदमों की वजह से किसान अपनी जमीन बेचने पर मजबूर हो जाएंगे। इसी तरह पेट्रोल-डीजल के दामों में भी लगातार बढ़ोत्तरी की जा रही है। इस दौरान विधायक प्रतिनिधि दाउलाल चंद्राकर, ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष खिलावन साहू भी तख्ती लेकर केंद्र सरकार द्वारा बढ़ाई गई कीमतों को लेकर विरोध जताया।
बलौदाबाजार- रायपुर के लोकसभा सांसद सुनील सोनी ने कोविड संकट से निपटने के लिए अपनी सांसद निधि से 4 एम्बुलेंस वाहन की सुविधा प्रदान की है। इनमें से 2 एम्बुलेंस वाहन बलौदाबाजार विधानसभा क्षेत्र और 2 एम्बुलेन्स भाटापारा विधानसभा क्षेत्र के भाटापारा एवं सिमगा इलाके के मरीज़ों के उपयोग के लिए है। सांसद सोनी ने जिला मुख्यालय बलौदाबाजार के सर्किट हाऊस में आज बलौदाबाजार विधानसभा क्षेत्र के लिए दिए गए 2 एम्बुलेन्स वाहनों का लोकार्पण किया। उन्होंने वाहनों की विधिवत पूजा-अर्चना कर स्वास्थ्य विभाग को चाभी सौंपी और हरी झंडी दिखाकर गंतव्य के लिए रवाना किया। भाटापारा विधायक शिवरतन शर्मा भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
सांसद सोनी ने इस अवसर पर कहा की एम्बुलेन्स सुविधा मिल जाने से मरीज़ अब आपात स्थिति में समय पर अस्पताल पहुंच पाएंगे और उनकी जान बच पाएगी। उन्होंने स्थानीय अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों से कोरोना के ताज़ा हालात की जानकारी ली और उपयोगी दिशा-निर्देश दिए। सांसद सुनील सोनी ने कहा कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। हमें अत्यधिक सावधान रहने की जरूरत है। दो ग़ज़ की दूरी, मास्क पहनना और बार-बार हाथ धोते रहना तब तक जरूरी है जब तक कोरोना बीमारी का समूल नाश ना हो जाये। इस अवसर पर नगरपालिका अध्यक्ष चित्तावर जायसवाल, सभापति संकेत शुक्ला, सुरेन्द्र टिकरिहा, नंदकुमार साहू, सांसद प्रतिनिधि मणिकांत मिश्रा, टेसुलाल धुरंधर, योगेश वर्मा आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे।
अजित पुंज-बागबाहरा-आम आदमी पार्टी प्रदेश कमेटी सदस्य संतोष चंद्राकर खल्लारी विधानसभा प्रभारी ने जानकारी दिया प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी के आव्हान पर पूरे प्रदेश में आज केंद्र सरकार व राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए वर्चुअल प्रदर्शन किया गया। जिस प्रकार केंद्र सरकार काम कर रही है उससे ये साबित होता है कि देश व देश की जनता से उनका कोई सरोकार नही है । छत्तीसगढ़ में रासायनिक खाद के दाम में बेतहाशा बढ़ोतरी हो गई है। केंद्र के रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय (केमीकल एंड फर्टीलाइजर मिनीस्ट्री) के अंतर्गत आने वाले इफको ने खाद के दामों में लगभग डेढ़ गुना की वृद्धि की है। 12 सौ रुपये वाले डीएपी की कीमत बढ़कर 19 सौ रुपये हो गई है ।
प्रदेश कमेटी सदस्य संतोष चंद्राकर ने आगे कहा कि अब डीएपी खाद के मूल्य में लगभग 58 फीसद की एकाएक वृद्धि से किसान हैरान हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 खरीफ सीजन में डीएपी खाद किसानों को 1150 रुपये प्रति बोरी की दर से व रबी सीजन 2020-21 में 1200 रुपये प्रति बोरी की दर से दी गई थी। अब ये 1900 रुपये हो गई है । तरह रासायनिक खाद एनपीके के दाम में भी प्रति बोरी 565 रुपये की वृद्धि की गई है।
अब यह खाद किसानों को 1185 रुपये प्रति बोरी के स्थान पर 1747 रुपये प्रति बोरी देकर खरीदना होगा। सिंगल सुपर फास्फेट के सभी प्रकार के खादों के दाम में प्रति बोरी लगभग 36 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। रासायनिक खाद एमओपी के दाम में भी प्रति बोरी 150 रुपये की वृद्धि की गई है। इसका दाम 850 रुपये प्रति बोरी से बढ़ाकर 1000 रुपये प्रति बोरी कर दिया गया है।
प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने होकर कहा कि बस्तर में हाल ही में किसान ने बढ़ते खाद के दामों को लेकर और कर्ज की वजह से आत्महत्या कर ली थी। कोरोना की वजह से पहले ही आम इंसान और साथ-साथ किसानों के हालत खराब है । ऐसे में खाद के दामों में तेजी से वृद्धि करने से किसान मुसीबतों के दौर से गुजर रहे हैं । ऐसे में केंद्र सरकार को बढ़ाए हुए दामों को किसानों के हित को देखते हुए वापस जल्द लेना चाहिए और राज्य की भूपेश सरकार को किसानों को खाद पर सब्सिडी देना चाहिए , जिससे किसानों को राहत मिल सके ।
सरकार से मांग
आम आदमी पार्टी राज्य सरकार से मांग करती है कि छत्तीसगढ़ के लगभग सभी जिलो के विभिन्न सोसाइटियों में तथा व्यापारियों को कम रेट में मार्च में ही खाद दिया जा चुका है । अभी इन खादो की कीमत सोसाइटी में 1150 रुपये है । इसकी बोरी में एमआरपी 1200 रुपए का है ।।इसी तरह मार्च में ही व्यापारी गण खाद कम रेट में खरीद कर अपने गोदामों में रख चुके हैं जिसे वे अभी खरीफ फसल में बेचेंगे ।
सोसाइटी एवं व्यापारियों के लिए आदेश जारी करें
आम आदमी पार्टी की यह मांग है की राज्य सरकार इन सोसाइटी एवं व्यापारियों के लिए आदेश जारी करें की कोई भी सोसाइटी या व्यापारी अपने पुराने खरीद के खाद को 1200 रुपए एम आर पी से अधिक नहीं बेच सकते । यदि इस तरह का आदेश सरकार जारी नहीं करेगी तो बाजार में खाद की कालाबाजारी शुरू हो जाएगी जो कि किसानों के लिए इस कोरोना काल में घातक होगा, छत्तीसगढ़ की जनता ने भूपेश सरकार को चुना है । आम आदमी पार्टी के खल्लारी विधानसभा अध्यक्ष शकील खान ने कहा है कि खाद के बढ़े दामों को लेकर आम आदमी पार्टी ने आज प्रदेशव्यापी वर्चुअल उग्र प्रदर्शन किया जिसको सभी किसान भाईयों ने पूरा समर्थन दिया है।
अजित पुंज-बागबाहरा- वर्तमान में संपूर्ण छत्तीसगढ़ कोरोना नामक महामारी की विभीषिका से जूझ रहा है। जनता को इस महामारी से राहत दिलाने के लिए शासन प्रशासन के साथ-साथ सामाजिक राजनीतिक संगठन सामने आ रहे हैं। साथ ही साथ सेवाभावी जन भी यथासंभव सामग्री सहयोग प्रदान कर रहे हैं। इसी क्रम में छत्तीसगढ़ शासन के संसदीय सचिव एवं खल्लारी विधायक द्वारकाधीश यादव के द्वारा प्रेरित किए जाने पर बागबाहरा नगर पालिका परिषद के अध्यक्षा हीरा सेतराम बघेल के द्वारा कोरोना संक्रमण की स्थिति को ध्यान में रखते हुए स्थानीय कोविड केयर सेंटर को अपने अध्यक्ष निधि से 2 नग ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन, 15 नग जंबो ऑक्सीजन सिलेंडर, 21 नग थर्मल गन ,5 नग अग्निशामक उपकरण, तथा विद्युत व्यवस्था के लिए एक सेट इनवर्टर भी उपलब्ध कराया गया।
बता दे वर्तमान में बढ़ते हुए महामारी के संक्रमण को देखते हुए उक्त सामग्री स्थानीय स्तर पर नागरिकों को बेहतरीन चिकित्सा सेवा मुहैया कराने हेतु कोविड- केयर सेंटर को संसदीय सचिव द्वारिकाधीश यादव के कर कमलों द्वारा सौंपा गया।
केयर सेंटर को उक्त सामग्री 100 पर जाने के अवसर पर बागबाहरा नगर पालिका परिषद के अध्यक्षा हीरा सेतराम बघेल, पार्षद राम कुमार ठाकुर, एल्डरमैन गण विष्णु महानंद, सिकंदर सिंह ठाकुर, अध्यक्ष प्रतिनिधि सेतराम बघेल, गणेश शर्मा, गिरीश पटेल, तहसीलदार रमेश मेहता, मुख्य नगरपालिका अधिकारी अमरनाथ दुबे, विकास खंड चिकित्सा अधिकारी राजकुमार कुरूवंशी, बीपीएम हेम कुमार सोनकर डॉ योगेश चंद्राकर डॉ रवेन्द्र साहू, मीनकेतन चौधरी, उप अभियंता शशि प्रताप सिंह उपस्थित रहे।
बलौदाबाजार-बाल विवाह के लिए प्रसिद्ध अक्षय तृतीया पर्व पर इस साल जिले में बाल विवाह होने की कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है। समाज में इस विषय मे आई जन जागरूकता और प्रशासनिक सख्ती के कारण यह सम्भव हुआ है। जबकि पिछले साल इस दिन 2 प्रकरण दर्ज किए गए थे । कलेक्टर सुनील जैन के मार्गदर्शन में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पिछले लगभग एक महीने से बाल विवाह की सामाजिक बुराई को जड़-मूल से खत्म करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान लगभग डेढ़ दर्जन बाल विवाह रोकने में विभाग को कामयाबी भी मिली है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी एल.आर.कच्छप ने बताया कि जिले में दीवार नारा लेखन और सार्वजनिक मुनादी के जरिये व्यापक जन-जागरूकता फैलाई गई। गांवों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा लगभग 34 हज़ार से ज्यादा दीवार लेखन कार्य किया गया है। कोटवारों की मदद से मुनादी भी की गई। बाल विवाह सम्बन्धी कानूनी प्रावधान एवं इसके कुप्रभाव की जानकारी प्रसारित की गई। उन्होंने बताया कि शादी के लिए लड़की की उम्र 18 साल और लड़के का उम्र 21 साल से एक दिन भी कम नहीं होने चाहिए।
ग्राम पंचायतों और नगरीय निकायों का सहयोग भी इस बार जागरूकता अभियान में लिया गया है। ग्राम पंचायत वार विवाह पंजी का संधारण अनिवार्य रूप से करने का निर्देश दिये गये है। बाल विवाह रोकथाम हेतु चाईल्ड हेल्प लाईन नं. 1098 पुलिस हेल्प नं. 112 एवं सखी वन सेन्टर हेल्प लाईन नं. 181 पर काॅल करके सूचित किया जा सकता है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने स्वयं अक्षय तृतीया के एक दिन पूर्व ग्रामीण क्षेत्र में जायज़ा लेने के लिए विकास खण्ड कसडोल अंतर्गत ग्राम छाता, बिलारी ज, कुरमाझर, कुशभाठा सोनपुर, बरपानी, नगरदा ग्रामों का दौरा किया। उन्होंने भ्रमण दौरान पंचायत के सरपंच, सचिव, विभिन्न समाज प्रमुखों और स्थानीय जनों से भेंटकर गांवो में होने वाली विवाहों के संबंध में चर्चा की। ग्रामीणों ने बताया कि सामाजिक जागरूकता और प्रशासन की सख्ती के कारण गांव में बाल विवाह नहीं हो रहे हैं जो कि अच्छी पहल है। बाल विवाह कानून के तहत बाल विवाह कराने वाले को दो वर्ष की कारावास अथवा जुर्माना जो कि 1 लाख रूपये तक हो सकता है अथवा दोनों से दण्डित किया जा सकता है।
महासमुंद-जिले के प्रसिद्ध लघु कथाकार महेश राजा की लघु कथाए अधूरापन, बँटवारा, तलाश जारी है,अजनबी, तलाश जारी है, तेरे मेरे सपने सुधि पाठकों के लिए उपलब्ध है ।
अधूरापन- साढ़े तीन बजे से उठ गयी थी।छत,आँगन घर सब साफ कर ली।पौधों की देख भाल की।अब स्नान,ध्यान फिर पूजा।सबके लिये नाश्ता।आठ बजे काम करते हुए वे अपने मित्र राज से बात कर रही थी कि रूद आ गया,मम्मी भूख लगी है”। उसने कहा,-“हाथ मुँह धो लो ।बेटा गरमागरम चिला और चटनी बनायी है।’
राज से विदा माँगी।और अपने ख्यालों में खो गयी।रूद्र, उसका सबकुछ।उसे देखते ही वह सारे दुःखदर्द भूल जाती है।रूद्र उसके जीवन का एक ऐसा उपहार हे,जिसने उसके खालीपन को भर दिया था। उसे याद आया विवाह के बाद वे पति के साथ ज्यादा रह न पायी।दोनों की सर्विस अलग जगह रहि.हाँ मां जी सदा साथ रहे।
परंतु उसके जीवन में एक अधूरापन छाया था।जिसे वह भरना चाहती थी।उसे पुरानी स्मृति से याद हो आया कि इस बार दिपावली की छुट्टी पर पतिदेव घर आये थे।तब उसने पहली बार पति से कुछ माँगा था।पतिदेव असमंजस मूड में थे।दोनों अलग है तो वे ड़र रहे थे कि ऐसे में बच्चा प्लान करना ठीक रहेगा।तब उसने पति के गले से। लगकर वादा किया था कि मैं सब कर लूंगी।और फिर रूद्र आ गया था।मानो उसके जीवन में खुशहाली ही खुशहाली आ गयी।
-“मम्मी भूख लगी है,कहाँ खो गयी।” “हाँ।हाँ ,बेटा बस हो गया।वह बड़े ममत्व से रूद को चीला बना कर खिलाने लगी।
बँटवारा
दोनों भाईयों के बीच बँटवारा होना था।मतभेद और मनभेद दोनों काफी बढ़ गये थे।हालांकि दोनों की पत्नियाँ अलग होना नहीं चाह रही थी।दोनों के एक एक संतान थी और माँ साथ थी।
माँ ने बहुत कोशिश की सुलह की।पर, संभव न हो पाया। चल अचल सँपति बराबर बराबर बाँट दी गयी।अब माँ की बात आयी कि वह किसके साथ रहेगी। शहर में रह रही शादीशुदा बेटी चाहती थी माँ उसके साथ रहे,पर,पुराने सँस्कारों से घिरी माँ को यह मंजूर न था।
अँत में वे रो पडी,-“तुम लोगों के पिता के चले जाने के बाद कितनी कठिनाई से दोनों को पाला,पढ़ाया लिखाया।पर,एकता का पाठ न पढ़ा सकी।”अपने आँसू पोंछ कर बोली,-“ठीक है।तुम लोग रहो ,अपने ढ़ंग से।मैं तुममें से किसी के पास नहीं रहूँगा।अलग कमरा लेकर रहूँगी।तुम लोगों के पिता की पेंशन ही काफी है,मेरे लिये।जिसको मिलना होगा,आ जाना। “सब चुप सिर झुकाए खड़े थे।
अजनबी
बच्चों को विदा कर वे हाथ हिलाते हुए टे्न को जाते हुए चुपचाप देख रहे थे।एक सप्ताह साथ रहने के बाद बड़ा बेटा परिवार सहित अपने कार्य स्थल पर चला गया था।मन जाने कैसा हो रहा था। तभी प्लेटफार्म पर बने बैंच पर एक सज्जन को देखा वे दुःखी लग रहे थे।साथ में एक प्यारी बच्ची थी।
आजकल जो हादसे हो रहे है,उस कारण अजनबियों से बात करने में ड़र रहता है।परंतु वे अपनी आदतानुसार पास गये और पूछा।पता चला उनका सामान और पर्स गुम हो गये थे।उन्हें ओरिसा जाना था।गाडी बदलनी थी।टिकीट पर्स में रह गयी। वे केन्टीन से दो काफी,पानी की बोतल और बिस्किट ले आये।
जब सब सामान्य हुआ तो उन्होंने अजनबी को घर चलने का आग्रह किया।वे मना करते रहे। उन्होंने बच्ची का वास्ता दिया।घर पहुंचे पत्नीजी ने उनका ह्रदय से स्वागत।स्नान आदि के बाद कपड़ो आदि की व्यवस्था कर दी।साथ ही शाम की टै्न से उनके जाने की व्यवस्था कर दी।उन्हें आराम करने को कहा।अजनबी जो अजनबी न रहे थे।संकोच कर रहे थे।परंतु दोनों पति पत्नि और छोटे बच्चे का स्नेह देखकर अभिभूत हो गया।वे अब घर के सदस्य हो गये।भविष्य में एक नये संबंध का जन्म होता दिख रहा था। चाय पीते हुए वे अपने होकर अपनों के बीच घुल मिल गये।
तलाश जारी है
एक डेढ बरस पहले राज के जीवन में सूना पन था।सब कुछ बिखरा बिखरा सा।हताशा,मायूसी से धिरा रहता। उसे तलाश थी एक ऐसे साथी की जो उसके जीवन में आये पतझड़ को वसंत रूत में बदल ले। हर समय मन कहता,तलाश जारी है…। तभी एकाएक कोई अपना उसके जीवन में आया,और जीने की दिशा ही बदल गयी। वह सकारात्मक सोचने लगा।हँसने लगा।खुशियाँ जीवन में लौट आयी। उसकी तलाश पूरी हो गयी।
तेरे मेरे सपने
दोनों अलग अलग जगहों से थे।रोजी रोटी के लिये नगर में आकर बसे।किसी अजनबी मोड़ पर मुलाकात हुयी।दोनों अपने-अपने सपने लिये आये थे।मन मिल गया। रोज शाम को कभी बाग में तो कभी मंदिर में मिलते।साथ एक एक कप चाय पीते।दिन भर की अपनी कारगुजारी बाँटते।सपनों की चर्चा करते।
दोनों के सपने काफी मिलते जुलते थे।सहज,साँस्करिक सपने।परंतु एक रोज उन्हें लगा कि सपने साकार होना संभव नहीं।दोनों देर शाम तक बैठे।नदी का शांत किनारा था।फिर एक दूसरे के गले लग कर खूब रोये। अँत में अपने अपने सपनों को नदी में विसर्जित किये।अब वे अपनी राह चल दिये,वास्तविकता के कठोर धरातल से सामना करने।