राज्य शासन के सामान्य प्रशासन विभाग के समसंख्यक अधिसूचना 15 सितंबर 2020 द्वारा वर्ष 2021 के लिए अवकाश घोषित किए गए है, निगोशिएबल इंस्ट्रूमेंटस एक्ट के अंतर्गत जारी अधिसूचना द्वारा सार्वजनिक एवं सामान्य अवकाश की अनुसूची पर मोहर्रम हेतु गुरूवार 19 अगस्त 2021 को अवकाश घोषित किया गया है।
मुस्लिम समाज के अधिकृत संगठनों द्वारा शासन को अवगत कराया गया है कि चांद के अनुसार 20 अगस्त,2021 को बरोज जुमा मोहर्रम आशूरा पड़ेगा। इसके मद्देनजर राज्य शासन द्वारा 19 अगस्त 2021 गुरूवार के लिए घोषित अवकाश को निरस्त करते हुए 20 अगस्त शुकवार को मोहर्रम के लिए सार्वजनिक, सामान्य अवकाश घोषित किया गया है।
महासमुंद- नगर पंचायत तुमगांव में स्थित राज मिस्त्री मेशन मजदूर संघ के कार्यालय में बाउंड्रीवाल का निर्माण किया जाएगा। संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने अपनी विधायक निधि से बाउंड्रीवाल निर्माण के लिए दो लाख रूपए देने की घोषणा की है।
नगर पंचायत तुमगांव के वार्ड तीन के पार्षद गौतम सिन्हा व जितेंद्र यादव के नेतृत्व में राज मिस्त्री मेशन मजदूर संघ के पदाधिकारियों ने संसदीय सचिव से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने संसदीय सचिव को बताया कि तुमगांव नगर पंचायत के वार्ड 13 में राज मिस्त्री मेशन मजदूर संघ का कार्यालय स्थित है। जहां पर सभी समुदाय के लोगों द्वारा धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। कार्यालय के सामने खाली भूमि है जहां पर बाउंड्रीवाल नहीं हुआ है। संघ के कार्यालय में बाउंड्रीवाल की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
इस पर संसदीय सचिव ने बाउंड्रीवाल निर्माण के लिए अपनी विधायक निधि से दो लाख रूपए की राशि देने की घोषणा की। जिस पर पार्षद गौतम सिन्हा, जितेंद्र यादव, नरेंद्र धीवर, नीलकंठ साहू, तीरथराम, सोहन साहू,खेमराज यादव, शांतिबाई यादव, भुवनेश्वर विश्वकर्मा, प्रीतम निषाद, घनश्याम निषाद, नंद कुमार, संतूराम, संतोष जलक्षत्री, गिरधर जलछत्री, ओमप्रकाश जलक्षत्री, मुकेश साहू,
महासमुन्द- मिनी स्टेडियम मार्ग स्थित प्रेस क्लब महासमुन्द में आजादी का जश्न धूमधाम से मनाया गया। प्रेस क्लब अध्यक्ष आनंदराम साहू ने ध्वजारोहण किया। उपस्थित सदस्यों व प्रेस क्लब के परिजनों ने तिरंगे को सलामी दी। बाद राष्ट्रगान हुआ।
आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर जब पूरा देश आजादी का जश्न मना रहा है। तब लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ मीडिया के प्रतिष्ठित संस्था प्रेस क्लब में भी ध्वजारोहण कार्यक्रम गरिमामय माहौल में संपन्न हुआ। इस अवसर पर उपस्थित पदाधिकारियों ने आपस में विचार-विमर्श कर आजादी के अमृत महोत्सव को यादगार बनाने और निकट भविष्य में झंडा ऊंचा लहराने के लिए ध्वज स्तम्भ की ऊंचाई बढ़ाने पर जोर दिया।
महासमुंद-शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खल्लारी में स्वतंत्रता दिवस के 75 वे राष्ट्रीय पर्व में विद्यालय विकास व प्रबंधन समिति के अध्यक्ष तारेश साहू ने ध्वजारोहण किया।
इस मौके पर अध्यक्ष तारेश साहू ने अपने उद्बोधन के माध्यम से देश के वीर शहीदों व महापुरुषों को श्रध्दांजलि अर्पित करते हुये कहा की देश के वे सभी महापुरुष, वीर शहीदों के कुर्बानी से आज हम स्वतंत्र है। इसलिए स्वतंत्रता के महत्व को समझने देश के सभी महापुरूष व शहीदों के बताये मार्ग पर चलने की जरुरत है। साथ ही एक दुसरे के प्रति मन से सम्मान की भावना रखने की जरुरत है। स्वतंत्रता दिवस के आयोजन को निजाम कन्हापुरिया, फिरोज खाॅन, सविता चन्द्राकर ने भी सम्बोधित किया। आयोजन का संचालन व्याख्याता एल.डी.चन्द्राकर ने किया।
इस अवसर पर मनहरण गुप्ता, मिल्लुराम साहू, बरुण यादव, देविका बघेल, एल.डी. चन्द्राकर, सुमन चन्द्राकर, भुषणलाल सिरसौर, मनोज साहू, देवेन्द्र कुमार चन्द्राकर, राजेन्द्र चौहान, हिमांचल साहू, देवकुमार साहू, सुभाष साहू, पुरी हरपाल, वेणुका साहू, सरोज सिंग, रिंकु ध्रुव, सोनवती, गिलहरे व अमीन प्रधान संहित स्कुलीय बच्चे भी उपस्थित रहे।
गबौद में निकाली जनजागरूकता रैली
खल्लारी- ग्राम पंचायत गबौद में स्वतंत्रता दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। झंडोत्तोलन के बाद सरपंच तरुण व्यवहार द्वारा समस्त पंचायत पदाधिकारियों शिक्षक गण के साथ ग्राम में कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण के सम्बंध में जागरूकता रैली निकाल कर ग्रामीणों को शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन करवाने के लिए प्रेरित किया गया ।
महासमुंद- शहर में रक्षाबंधन त्यौहार के मद्देनजर मिलावटी मिठाई की जांच में निकली खाद्य विभाग और नगर पालिका टीम ने सफाई व्यवस्था की कमी पाये जाने पर 6 मिठाई दुकानों पर 9 हजार रुपये का चालान किया गया।
त्यौहारी सीजन में मिलावटी मिठाई की संभावना अधिक रहती है। ऐसे में एसडीएम (राजस्व) भागवत प्रसाद जायसवाल के निर्देश पर खाद्य एवं औषधि विभाग, नगर पालिका तथा जिला खाद्य विभाग की संयुक्त टीम शुक्रवार को शहर के मिठाई दुकानों की जांच की गई। जांच के दौरान मिठाई की सैंपल भी लिया गया। वहीं सोनी मिष्ठान में जांच में साफ सफाई का अभाव पाया गया। जिस पर 2 हजार रुपये फाइन किया गया।
इसी प्रकार कर्मा मिष्ठान भंडार में प्रतिबंधित पॉलीथिन का उपयोग करते पाये जाने पर 2 हजार, भैरव मिष्ठान को 2 हजार रुपये चालान काटा गया। इसी तरह संगीता मिष्ठान, मक्खन भोग, छप्पन भोग को मिठाई का रख रखाव निर्माण की तिथि व कीमत डिस्प्ले नहीं किया जाने के कारण चालान की गई।
इस कार्यवाही में खाद्य एवं औषधि प्रशासन से ज्योति भानू, नीलम ठाकुर,
खाद्य विभाग के वर्मा, साहू, नगर पालिका के राजस्व प्रभारी डी. के. निर्मलकर,
स्वच्छता प्रभारी दिलीप चंद्राकर, गजेन्द्र यादव शामिल थे।
बलौदाबाजार-स्वतंत्रता दिवस की 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा सारंगढ़ -बिलाईगढ़ सहित 4 नए जिले के गठन किए जाने की घोषणा से क्षेत्र में अपार खुशी का माहौल देखने को मिल रहा है। लोगों ने जगह-जगह आतिशबाजी कर अपनी खुशी का इजहार किए। लोगों ने कहा कि आज उन्हें आजादी का जश्न मनाने के साथ-साथ नए जिले का भी जश्न मनाने का अवसर मिल गया। लोग स्वतन्त्रता दिवस के साथ-साथ नए जिले के गठन की भी बधाई देने लगे। वर्षों पुरानी मुरादें पूरी होने से लोगों के चेहरे पर खुशी झलक रही थी
सहायक प्राध्यापक ( इतिहास ) शासकीय गजानन्द अग्रवाल स्नातकोत्तर महाविद्यालय भाटापारा ( छत्तीसगढ़ ) डॉ . ऋषिराज पाण्डेय का लेख है कि छत्तीसगढ़ के पूर्वी भाग में सारंगढ़ स्थित है इसके उत्तर में महानदी और चंद्रपुर जमीदारी , दक्षिण में फुलझर जमीदारी , पूर्व में संबलपुर जिला और पश्चिम में भटगांव और बिलाईगढ़ जमीदारिया से घिरा हुआ है। सारंग का अर्थ है बांस और गढ़ का अर्थ है किला अर्थात बांस की अधिकता के चलते क्षेत्र का नामकरण सारंगढ हुआ है ।
प्रारम्भ से ही राजतंत्र और सामन्तशाही की पोषक छत्तीसगढ़ अंचल में स्थित चौदह देशी ( सामंती ) रियासतों में सारंगढ़ रियासत एक थी । प्रारम्भ में सारंगढ़ रियासत हैहयवंशी कलचुरी शासकों के अधीनस्थ थी ततपश्चात सारंगढ़ का क्षेत्र सम्बलपुर अठारह गढ़जात में शामिल कर लिया गया । अंचल में 18 वी शताब्दी में मराठा सत्ता स्थापना के चलते सारंगढ़ रियासत मराठा नियंत्रणाधीन हो गई।
जिस समय छत्तीसगढ़ में मराठों का बर्बरतापूर्ण शासन कायम था उन्ही दिनों ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कम्पनी की सत्ता बंगाल , बिहार , उड़ीसा में तीव्रता से फैल रही थी शीघ्र ही उसका प्रसार छत्तीसगढ़ में होने लगा परिणामस्वरूप छत्तीसगढ़ सहित सारंगढ़ रियासत पर मराठो का नियंत्रण समाप्त हो गया । सन 1818 में सारंगढ रियासत ब्रिटिश नियंत्रण एवं प्रभाव के अंतर्गत आ गया जो भारत की आजादी तक बना रहा पश्चात सारंगढ रियासत का भारतीय संघ में विलय हुआ।
डॉ . ऋषिराज पाण्डेय ने बताया कि सारंगढ के संस्थापक शासक दीवान जगदेव साय जो कि 12 वी शताब्दी में हुए थे उनकी राजधानी गाटाडीह जो कि वर्तमान सारंगढ नगर से 10 किलोमीटर दूर थी।पश्चात नन्दनसाय , प्रताप सिंह , उजिआरसाय , बरबट साय , भिखराय , दलसाय , वीरभान साय , उदोत साय आदि राजाओं की उपाधि दीवान थी पश्चात कल्याण साय से राजा उपाधि मिलती है , राजा विश्वनाथ साय , राजा सुभद्रसाय , राजा भीखम साय , राजा टीकम साय ,राजा गजराज सिंह हुए ।
सन 1857 की क्रांति के समय राजा संग्राम सिंह अंग्रेजों के पक्ष में थे पश्चात राजा भवानी प्रताप सिंह , राजा रघुबर सिंह शासक हुए । अंतिम दो शासक राजा जवाहिर सिंह और राजा नरेशचंद्र सिंह प्रसिद्ध हुए ।राजा जवाहिर सिंह ने सन 1924 में सारंगढ के राजमहल गिरी विलास पैलेस का निर्माण करवाया । अंतिम शासक राजा नरेशचंद्र सिंह के शासन में सन 1948 में सारंगढ का भारतीय संघ मे विलीनीकरण हुआ । राजा नरेशचंद्र सिंह लंबे समय तक मध्यप्रदेश मंत्रिमंडल में आदिम जाति कल्याण मंत्री रहे साथ ही कुछ समय के लिए मुख्यमंत्री भी रहे।
रायपुर-मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रदेश की जनता के नाम अपने संदेश के दौरान प्रदेशवासियों को कई ऐतिहासिक सौगातें दी। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ प्रशासनिक विकेन्द्रीकरण के सिलसिले को और आगे बढ़ाते हुए छत्तीसगढ़ राज्य में जिलों का पुनर्गठन करते हुए चार नए जिलों चार नये जिले ‘मोहला-मानपुर’, ‘सक्ती’, ‘सारंगढ़-बिलाईगढ़’ तथा ‘मनेन्द्रगढ़’ के गठन की ऐतिहासिक घोषणा की। उन्होंने राज्य में 18 नई तहसीलों के गठन का भी ऐलान किया। मुख्यमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में आबादी भूमि पर निवासरत लोगों को उनकी काबिज जमीन का हक दिलाने के लिए ‘स्वामित्व योजना’ प्रारंभ की भी घोषणा की।
राजधानी रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में ध्वजारोहण के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई और शुभाकामनाएं दी। उन्होंने राज्य में राजस्व संबंधी कामकाज की जटिलता से राहत दिलाने के लिए नामांतरण की प्रक्रिया को सरल करने, सभी जिला मुख्यालयों एवं नगर-निगमों में महिलाओं के लिए ‘मिनीमाता के नाम से एक उद्यान विकसित करने तथा प्रदेश के महाविद्यालयों में प्रवेश के लिए आयु-सीमा का बंधन को समाप्त करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की जनता को रियायती दर पर दवा उपलब्ध कराने के लिए नगरीय क्षेत्रों में लागू ‘मुख्यमंत्री सस्ती दवा योजना’ अब ‘श्री धन्वन्तरी योजना’ के नाम से जानी जाएगी। उन्होंने बिजली कंपनियों में विभिन्न पदों पर 2 हजार 500 से अधिक कर्मियों की भर्ती तथा ‘डायल 112’ सेवा की उपयोगिता को देखते हुए इसका विस्तार अब पूरे प्रदेश में किए जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में आबादी भूमि में काबिज लोगों को हक दिलाने के लिए राज्य में स्वामित्व योजना प्रारंभ किए जाने की घोषणा की।
स्वामित्व योजना
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आबादी भूमि पर निवासरत लोगों को उनकी काबिज जमीन का हक दिलाने के लिए ‘स्वामित्व योजना’ प्रारंभ की जाएगी। भूमि स्वामित्व का अभिलेख मिलने पर बड़ी संख्या में लोग बैंकों से आवासीय ऋण तथा अन्य सुविधाएं प्राप्त कर सकेंगे। हर वर्ग के लोगों का अपनी जमीन, अपना मकान और अपने सिर पर छांव का सपना जल्दी पूरा करने के लिए हमारी सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं। छोटे भू-खण्डों की खरीदी-बिक्री और पंजीयन पर पूर्व में लगाई गई रोक एक तरह का अन्याय ही था, जिसे दूर करने के लिए हमने 1 जनवरी 2019 को निर्णय लिया था।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आज मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि इस फैसले से मध्यम और कमजोर तबकों के अनेक सपने साकार हुए हैं। इसके कारण 2 लाख 28 हजार भू-खण्डों का पंजीयन कराया जा चुका है। जमीन की गाइडलाइन दरों में 30 प्रतिशत कमी को आगामी एक साल के लिए और बढ़ा दिया गया है।
आवासीय भवनों के क्रय पर पंजीयन शुल्क में 2 प्रतिशत की छूट तथा महिलाओं के पक्ष में पंजीयन कराए जाने पर स्टाम्प शुल्क में 1 प्रतिशत की अतिरिक्त छूट को भी जारी रखा गया है। छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मण्डल के माध्यम से ‘राजीव नगर आवास योजना’ लागू की गई है। विभिन्न आवासीय योजनाओं के हितग्राहियों को आर्थिक रियायतें दी गई हैं।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राजस्व संबंधी कामकाज की जटिलता से जनता को राहत दिलाने के लिए हमने अनेक कदम उठाए हैं। उन्होंने भूमि के नामांतरण की प्रक्रिया का सरलीकरण किए जाने का ऐलान किया।
विद्युत कम्पनियों में 2500 कर्मियों की भर्ती
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली के क्षेत्र में भी अधूरी पड़ी योजनाओं के कारण बहुत बड़ा निवेश जनहित में उपयोग नहीं हो पा रहा था और परियोजनाएं ठप्प पड़ी थीं। इसलिए हमने बिजली के क्षेत्र में भी प्राथमिकताएं तय की। हमने अति उच्च दाब पारेषण तंत्र की 500 करोड़ रुपए लागत की परियोजनाएं, वितरण तंत्र की करीब 2 हजार 700 करोड़ रुपए लागत की परियोजनाएं पूरी कराई, जिसका लाभ अब विभिन्न क्षेत्रों को मिलने लगा है। अब नए सिरे से परियोजनाएं बनाई गई हैं, जो प्रगति पर हैं। इनसे प्रदेश में बिजली आपूर्ति की गुणवत्ता में और अधिक सुधार तथा स्थायित्व आएगा।
‘हाफ बिजली बिल योजना’ का लाभ 39 लाख 63 हजार लोगों को 1 हजार 822 करोड़ रुपए की बचत के रूप में मिला है। निःशुल्क बिजली प्रदाय योजना का लाभ 6 लाख किसानों तथा 18 लाख बी.पी.एल. उपभोक्ताओं को मिला है।
मुझे इस अवसर पर यह कहते हुए खुशी हो रही है कि हमारी बिजली कंपनियों में विभिन्न पदों पर 2 हजार 500 से अधिक कर्मियों की भर्ती की जा रही है।
इसमें जूनियर इंजीनियर से लेकर मैदानी स्तर पर काम करने वाले लाइन अटेंडेंट के पद शामिल हैं,छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद बिजली कंपनी में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में नियमित भर्ती हो रही है, जिनमें छत्तीसगढ़ के मूल निवासियों को नियुक्ति दी जाएगी। इसमें से 1 हजार 500 लाइन अटेंडेंट पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी कर दिए गए हैं। शेष पदों पर भर्ती के लिए प्रक्रिया चल रही है, शीघ्र ही उसके लिए भी विज्ञापन जारी किए जाएंगे।
दिल्ली- स्वतंत्रता दिवस के 75 वें अवसर पर लाल किले के प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषण की मुख्य बातें इस तरह से है । कोरोना वैश्विक महामारी, इस महामारी में हमारे डॉक्टर, हमारी नर्सिस, हमारे पैरामेडिकल स्टाफ, हमारे सफाईकर्मी, वैक्सीन बनाने में जुटे हमारे वैज्ञानिक हों आदि सभी वंदन के अधिकारी हैं। ओलंपिक में भारत की युवा पीढ़ी ने भारत का नाम रोशन किया है। ऐसे हमारे एथलीट्स, हमारे खिलाड़ी आज हमारे बीच में है। एथलीट्स ने हमारा दिल ही नहीं जीता है, बल्कि भारत की युवा पीढ़ी को प्रेरित करने का बहुत बड़ा काम किया है।
इंडिया एट 75- देश की आजादी के 75 वर्ष- ये अमृत काल है। इस अमृत काल में हमारे संकल्पों की सिद्धि, हमें आजादी के सौ वर्ष तक ले जाएगी। अमृत काल का लक्ष्य है एक ऐसे भारत का निर्माण जहां दुनिया का हर आधुनिक infrastructure हो। अमृत काल 25 वर्ष का है। लेकिन हमें अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिये इतना लम्बा इंतजार भी नहीं करना है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और अब सबका प्रयास हमारे हर लक्ष्यों की प्राप्ति के लिये बहुत महत्वपूर्ण है।
सबका विकास मामले में पहले की तुलना में हम बहुत तेजी से बहुत आगे बढ़े हैं। लेकिन हमें सैचरेशन (saturation) तक जाना है, पूर्णता: तक जाना है। शत-प्रतिशत गांवों में सड़के हों, शत-प्रतिशत परिवारों के बैंक अकाउंट हो, शत-प्रतिशत लाभार्थियों को आयुष्मान भारत का कार्ड हो, शत-प्रतिशत पात्र व्यक्तियों को उज्ज्वला योजना और गैस कनेक्शन हों। जल जीवन मिशन -मुझे खुशी है कि जल जीवन मिशन के सिर्फ दो वर्ष में साढ़े चार करोड़ से ज्यादा परिवारों को नल से जल मिलना शुरू हो गया है।
आरक्षण की नई व्यवस्था मामले में दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, सामान्य वर्ग के गरीबों के लिए आरक्षण सुनिश्चित किया जा रहा है। अभी हाल ही में मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में, ऑल इंडिया कोटे में ओबीसी वर्ग को आरक्षण की व्यवस्था भी की गई है। संसद में कानून बनाकर ओबीसी से जुड़ी सूची बनाने का अधिकार राज्यों को दे दिया गया है।
आज North-east में connectivity का नया इतिहास लिखा जा रहा है। ये connectivity दिलों की भी है और infrastructure की भी है। बहुत जल्द North-east के सभी राज्यों की राजधानियों को रेल सेवा से जोड़ने का काम पूरा होने वाला है।
Deep Ocean Mission के तहत समंदर की असीम संभावनाओं को तलाशने की हमारी महत्वाकांक्षा का परिणाम है। जो खनिज संपदा समंदर में छिपी हुई है, जो thermal energy समंदर के पानी में है, वो देश के विकास को नई बुलंदी दे सकती है। वोकल फॉर लोकल में सरकार E-Commerce Platform तैयार करेगी। आज जब देशवोकल फॉर लोकलके मंत्र के साथ आगे बढ़ा रहा है तो यह Digital Platform महिला selfhelp group के उत्पादों को देश के दूर-दराज के क्षेत्रों में और विदेशों में भी लोगों से जोड़ेगा और उनका फलक बहुत विस्तृत होगा।
कृषि क्षेत्र में वैज्ञानिकों की क्षमता पर देश के हर क्षेत्र में हमारे देश के वैज्ञानिक बहुत सूझ-बूझ से काम कर रहे हैं। हमें अपने कृषि क्षेत्र में भी वैज्ञानिकों की क्षमताओं और उनके सुझावों को शामिल करना होगा। इससे देश को खाद्य सुरक्षा देने के साथ फल, सब्जियां और अनाज का उत्पादन बढ़ाने में बहुत बड़ी मदद मिलेगी और हम विश्व तक पहुंचने के लिए अपने आप को मजबूती से आगे बढ़ाएंगे।
छोटा किसान बने देश की शान, ये हमारा सपना है। आने वाले वर्षों में हमें देश के छोटे किसानों की सामूहिक शक्ति को और बढ़ाना होगा। उन्हें नई सुविधाएं देनी होंगी। देश के 80 प्रतिशत से ज्यादा किसान ऐसे हैं, जिनके पास 2 हेक्टेयर से भी कम जमीन है। पहले जो देश में नीतियां बनीं, उनमें इन छोटे किसानों पर जितना ध्यान केंद्रित करना था, वो रह गया। अब इन्हीं छोटे किसानों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिए जा रहे हैं।
गांवों में जमीनों के कागज पर कई-कई पीढ़ियों से कोई काम नहीं हुआ है। खुद जमीन के मालिक होने के बावजूद जमीन पर उनको बैंकों से कोई कर्ज नहीं मिलता है। इस स्थिति को बदलने का काम आज स्वामित्व योजना कर रही है। गांव-गांव में हर एक घर की, हर जमीन की, ड्रोन के जरिए मैपिंग हो रही है। इससे ना सिर्फ गांवों में जमीन से जुड़े विवाद समाप्त हो रहे हैं बल्कि गांव के लोगों को बैंक से आसानी से लोन की व्यवस्था भी कायम हुई है।
लाल किले के प्राचीर से प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय संकल्प पर देश ने संकल्प लिया है कि आजादी के अमृत महोत्सव के 75 सप्ताह में 75 वंदेभारत ट्रेनें देश के हर कोने को आपस में जोड़ रही होंगी। आज जिस गति से देश में नए Airports का निर्माण हो रहा है, उड़ान योजना दूर-दराज के इलाकों को जोड़ रही है, वो भी अभूतपूर्व है। प्रधानमंत्री गतिशक्ति के तहत नेशनल मास्टर प्लान-भारत को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण में होलिस्टिक अप्रोच अपनाने की भी जरूरत है। भारत आने वाले कुछ ही समय में प्रधानमंत्री गतिशक्ति- नेशनल मास्टर प्लान को लॉन्च करने जा रहा है।
मैन्यूफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट पर विकास के पथ पर आगे बढ़ते हुए भारत को अपनी मैन्यूफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट, दोनों को बढ़ाना होगा। आपने देखा है, अभी कुछ दिन पहले ही भारत ने अपने पहले स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत को समुद्र में ट्रायल के लिए उतारा है। रक्षा उत्पादन-भारत आज अपना लड़ाकू विमान बना रहा है, सबमरीन बना रहा है, गगनयान भी बना रहा है। स्टार्ट-अप्स में हमने देखा है, कोरोना काल में ही हजारों नए स्टार्ट-अप्स बने हैं, सफलता से काम कर रहे हैं। कल के स्टार्ट-अप्स, आज के Unicorn बन रहे हैं। इनकी मार्केट वैल्यू हजारों करोड़ रुपए तक पहुंच रही है।
नई ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति’ के तहत आज देश के पास 21वीं सदी की जरूरतों को पूरा करने वाली नई ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति’ भी है। जब गरीब के बेटी, गरीब का बेटा मातृभाषा में पढ़कर प्रोफेशनल्स बनेंगे तो उनके सामर्थ्य के साथ न्याय होगा। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को गरीबी के खिलाफ लड़ाई का मैं साधन मानता हूं। शिक्षा नीति और खेल-नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की एक और विशेष बात है। इसमें स्पोर्ट्स को Extracurricular की जगह मेनस्ट्रीम पढ़ाई का हिस्सा बनाया गया है। जीवन को आगे बढ़ाने में जो भी प्रभावी माध्यम हैं, उनमें एक स्पोर्ट्स भी है।
लाल किले के प्राचीर से प्रधानमंत्री ने कहा कि ये देश के लिए गौरव की बात है कि शिक्षा हो या खेल, Boards के नतीजे हों या ओलपिंक का मेडल, हमारी बेटियां आज अभूतपूर्व प्रदर्शन कर रही हैं। आज भारत की बेटियां अपना स्पेस लेने के लिए आतुर हैं। आज मैं एक खुशी देशवासियों से साझा कर रहा हूँ। दो-ढाई साल पहले मिजोरम के सैनिक स्कूल में पहली बार बेटियों को प्रवेश देने का प्रयोग किया गया था। अब सरकार ने तय किया है कि देश के सभी सैनिक स्कूलों को देश की बेटियों के लिए भी खोल दिया जाएगा।
भारत की प्रगति के लिए, आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए भारत का Energy Independent होना अनिवार्य है। इसलिए आज भारत को ये संकल्प लेना होगा कि हम आजादी के 100 साल होने से पहले भारत को Energy Independent बनाएंगे। ग्रीन हाइड्रोजन क्षेत्र-भारत आज जो भी कार्य कर रहा है, उसमें सबसे बड़ा लक्ष्य है, जो भारत को क्वांटम जंप देने वाला है- वो है ग्रीन हाइड्रोजन का क्षेत्र। मैं आज तिरंगे की साक्षी में National Hydrogen Mission की घोषणा कर रहा हूं।
लाल किले के प्राचीर से प्रधानमंत्री ने कहा कि आज कोरोना के इस दौर में, भारत में रिकॉर्ड विदेशी निवेश आ रहा है। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार भी अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर है। सर्जिकल स्ट्राइक और एअर स्ट्राइक करके भारत ने देश के दुश्मनों को नये भारत के साम्थर्य का संदेश भी दे दिया है। भारत बदल रहा है। भारत कठिन से कठिन फैसले भी ले सकता है और कड़े से कड़े फैसले लेने में भी भारत झिझकता नहीं है, रूकता नहीं है।
जिन संकल्पों का बीड़ा आज देश ने उठाया है, उन्हें पूरा करने के लिए देश के हर जन को उनसे जुड़ना होगा, हर देशवासी को इसे Own करना होगा। देश ने जल संरक्षण का अभियान शुरू किया है, तो हमारा कर्तव्य है पानी बचाने को अपनी आदत से जोड़ना।Can Do Generation- मैं भविष्य़दृष्टा नहीं हूं, मैं कर्म के फल पर विश्वास रखता हूं। मेरा विश्वास देश के युवाओं पर है। मेरा विश्वास देश की बहनों-बेटियों, देश के किसानों, देश के प्रोफेशनल्स पर है। ये Can Do Generation है, ये हर लक्ष्य हासिल कर सकती है।
लाल किले के प्राचीर से प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे विश्वास है कि जब 2047, आजादी का स्वर्णिम उत्सव, उस समय जो भी प्रधानमंत्री होंगे, वे अपने भाषण में जिन सिद्धियों का वर्णन करेंगे वो सिद्धियां वही होंगीं जो आज देश संकल्प कर रहा है… ये मेरा विश्वास है। राष्ट्र प्रथम, सदैव प्रथम-21वीं सदी में भारत के सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने से कोई भी बाधा रोक नहीं सकती। हमारी ताकत हमारी एकजुटता है। हमारी प्राणशक्ति, राष्ट्र प्रथम, सदैव प्रथम की भावना है।
दिल्ली-देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सूबेदार मेजर (आनरेरी लेफ्टिनेंट) योगेंद्र सिंह यादव, परमवीर चक्र को आनरेरी कैप्टन के पद से सम्मानित किया। इस बहादुर को सम्मानित करने के लिए लेफ्टिनेंट जनरल राजीव सिरोही, सैन्य सचिव एवं कर्नल द ग्रेनेडियर्स ने सैन्य मुख्यालय, नई दिल्ली में उन्हें रैंक के बैज लगाए।
सूबेदार मेजर (आनरेरी लेफ्टिनेंट) योगेंद्र सिंह यादव केवल 19 वर्ष की आयु में युद्ध के दौरान सर्वोच्च वीरता सम्मान, परमवीर चक्र से सम्मानित होने वाले सबसे कम आयु के व्यक्ति हैं। उनके द्वारा किए गए साहसिक कार्यों के कारण ही 18 ग्रेनेडियर्स को टाइगर हिल परिसर के मुख्य भागों पर कब्जा करने में मदद मिली थी।
उनकी बहादुरी का विशिष्ट कार्य 4 जुलाई 1999 को हुआ, जब उनकी स्वेच्छा से 18 ग्रेनेडियर्स की घातक कमांडो प्लाटून का नेतृत्व करते हुए टाइगर हिल की तीन रणनीतिक बंकरों पर कब्जा करने का काम सौंपा गया था। उन्होंने उर्ध्वाधर बर्फ से ढकी चट्टान पर चढ़ाई शुरू की, आधे रास्ते में ही दुश्मन के एक बंकर ने उन्हें देख लिया और उन पर मशीन गन और रॉकेट से फायरिंग शुरू कर दी। तीन गोलियां लगने के बावजूद ग्रेनेडियर योगेंद्र सिंह यादव चढ़ाई करते रहे और पहाड़ी की चोटी पर पहुंच कर रेंगते हुए पाकिस्तानी बंकर तक चले गए।
उन्होंने बंकर पर ग्रेनेड फेंका जिससे चार पाकिस्तानी सैनिक मौके पर ही मारे गए। उनके प्रयास से प्लाटून के बाकी सदस्यों के लिए चट्टान पर चढ़ने का मार्ग साफ हो गया। गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद ग्रेनेडियर योगेंद्र सिंह यादव सात सैनिकों के साथ दूसरी बंकर की ओर आगे बढ़े। बंकर पर कब्जा कर लिया गया था लेकिन केवल ग्रेनेडियर योगेंद्र सिंह यादव ही 15 गोलियां लगने, दो हथगोले लगने तथा टेन्डन तथा त्वचा से हाथ लटक जाने के बावजूद जीवित बच गए थे।
महासमुंद-नगर पंचायत तुमगांव में विभिन्न स्थानों में स्वंतत्रता दिवस के अवसर पर तिरंगा झंडा फहराए गए और पूरे नगर में भारत माँ की जयघोष किया गया । नगर पंचायत तुमगांव में 75 वी स्वंतत्रता दिवस के अवसर पर बड़े धूम धाम से स्वंतत्रता दिवस मनाया गया सर्व प्रथम नगर पंचायत परिसर में नगर अध्यक्ष राकेश चन्द्राकर उपाध्यक्ष पप्पू पटेल मुख्य नगर पालिका अधिकारी सौरभ तिवारी व सभी पार्षदगण एल्डरमेन व नगर के वरिष्ट नागरिकों की उपस्थिति में नगर पंचायत अध्यक्ष ने ध्वजारोहण किया ।
नगर के विभिन्न स्थान बाजार चौक स्कूल आंगनबाड़ी,धीवर समाज ,मत्स्य समिति ,कन्याशाला,होस्टल,सरस्वती शिशु मंदिर,हाई स्कूल,बगलापारा,भोरिंग चौक,बस स्टैंड, पुलिस थाना,शिव चौक आदि विभिन्न स्थानों पर स्वंतत्रता दिवस पर ध्वजारोहण कर स्वंतत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया और पूरे नगर में भारत माँ की जयघोष और स्वंतत्रता दिवस अमर रहे के नारे गूंजे । इस अवसर पर देश को स्वंतत्रता दिलाने वाले सभी शहीद वीर जवान और महापुरुषों को याद कर उनकी पूजा कर पुष्प अर्पित किया गया इस अवसर पर नगर के जनप्रतिनिधिगण व नगर के वरिष्ठ जन उपस्थित रहे।