खेत-खलिहानों में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के लोकवाणी की गूंज

फाइल फोटो

आदिवासियों की संस्कृति और परंपरा से है छत्तीसगढ़ की विशिष्ट पहचान: भूपेश बघेल, वनोपजों के कारोबार से जुडे़ंगी 50 हजार महिलाएं,नई औद्योगिक नीति ‘गढ़बो नवा छत्तीसगढ़‘ की मूल भावना पर आधारित

 

बलौदाबाजार- प्रदेश के मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल की मासिक रेडियो वार्ता लोकवाणी की गूंज ग्रामीण इलाकों में खेत-खलिहानों तक सुनाई दी। खेती-किसानी के काम से थोड़ा समय निकाल कर बलौदाबाजार तहसील के मगरचबा के किसानों और महिलाओं ने खलिहान में बड़ी दिलचस्पी के साथ लोकवाणी सुना। लोकवाणी का यह पांचवा प्रसारण मुख्य रूप से आदिवासी विकास पर केंद्रित था। मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने लगभग आधे घंटे के इस प्रसारण में पिछले एक साल में आदिवासियों के विकास के लिए उठाये गए राज्य सरकार के कदमों की वार्तालाप शैली में जानकारी दी।

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लोकवाणी सुनने के बाद अपनी प्रतिक्रिया में आदिवासी किसान विष्णु पैकरा ने कहा कि मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल पर हमें पूरा भरोसा है। पच्चीस सौ रुपये में धान खरीदी का वादा वे जरूर निभाएंगे। कुछ तकनीकी कारणों से थोड़ा विलम्ब जरूर हुआ है। गांव के ही आदिवासी युवा सुरेश पैकरा ने नेशनल ट्राइबल डांस फेस्टिवल आयोजन के लिए मुख्यमंत्री को साधुवाद दिया। उन्होंने कहा कि राज्य निर्माण के 20 बरस में पहली बार गांव से लेकर राजधानी तक आदिवासी फेस्टिवल की धूम मच रही है। इससे आदिवासी संस्कृति स्वीकार्यता और सम्मान बढेगी।

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भागवत पैकरा ने शहीद वीर नारायण सिंह जयंती मनाने और तेंदूपत्ता की खरीदी मूल्य 2500 से 4 हज़ार प्रति मानक बोरा करने के सरकार के फैसले की सराहना की। रामप्रसाद कश्यप ने नई औद्योगिक नीति में पिछड़े विकासखण्डों एवं स्थानीय लोगों को रोजगार दिए जाने के फैसले को अच्छा बताया बशर्ते इसका कड़ाई से सरकार पालन करवाये। जोहन यादव ने कहा कि गौठानों के निर्माण से यादव लोगों को काफी सुविधा हुई है। सभी गांव में अच्छे गौठान निर्माण होने चाहिए। उन्होंने सड़क किनारे के गांव में पहले गौठान निर्माण की वकालत की जिससे दुर्घटना से मवेशियों की रक्षा की जा सके। बच्चे के जन्म लेते ही जाति प्रमाण पत्र बनाने, आदिवासियों को झूठे प्रकरणों से मुक्ति दिलाने, अबूझमाड़ का सर्वे कराने और नगरनार स्टील संयंत्र को निजीकरण से रोकने में जनता का साथ देने की मुख्यमंत्री की बात लोगों को पसंद आई।