किसानों को दलहन, तिलहन एवं मक्का फसल लगाने के लिए की गई अपील-

महासमुन्द:जिले में धान की खेती खरीफ फसल में लगभग 2.68 लाख हेक्टेयर में लगाई जाती है। धान की खेती में भूमि की तैयारी से लेकर फसल की कटाई एवं उत्पादन प्राप्त होने तक मक्का फसल की तुलना में धान फसल में अधिक लागत लगती है। उसी प्रकार एक किलो धान की पैदावार के लिए लगभग 3500 से 5000 लीटर तक पानी की आवश्यकता पड़ती है। जबकि एक किलो मक्का की पैदावार के लिए 1100 लीटर से 1200 लीटर तक पानी की जरूरत होती है। वर्षा की अनिश्चितता, भू-गर्भ जल के गिरते स्तर और तापमान में वृद्धि के कारण रबी एवं ग्रीष्मकालीन मौसम में कृषि विभाग के अधिकारियों ने जिले के किसानों से अपील की है कि मक्का की फसल आर्थिक रूप से लाभदायक है, साथ बड़ी मात्रा में पानी की बचत में भी सहायक है.

कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ ऐसा राज्य है, जहां इस हालात को गंभीरता से लेते हुए शासन द्वारा ग्रीष्मकालीन धान की खेती को हतोत्साहित करने का न सिर्फ फैसला लिया बल्कि इसके लिए योजना बनाई गई है, जिसमें मक्का उत्पादन करने वाले कृषकों के द्वारा प्राप्त उपज को शासन द्वारा अधिकृत (नेकाफ) के माध्यम से 1760 रूपए प्रति कि्ंवटल में खरीदने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि जिले के कई किसान जल संकट का सामना कर रहे है एवं तेजी से भू-जल स्तर में होने वाली गिरावट की दशा को देखते हुए कलेक्टर  सुनील कुमार जैन द्वारा कृषि विभाग के उप संचालक को निर्देशित किया गया है कि रबी एवं ग्रीष्मकालीन मौसम में धान की खेती के बदले मक्का, दलहन एवं तिलहन फसलों की खेती अधिक से अधिक रकबें में कराया जाए.

धान की खेती में पानी की ज्यादातर खपत एवं जल संकट का सामना कर रहे किसानों के लिए चिंता जाहिर की है इसलिये रबी एवं ग्रीष्मकालीन मौसम में फसल विविधता व फसल चक्र अपनाया जाए ताकि भूमि की उर्वरता बनी रहे, जीवांश की मात्रा में वृद्धि, मित्र जीवों की संख्या में वृद्धि, खरपतवार की समस्या में कमी, जलधारण क्षमता में वृद्धि, भूमि की भौतिक एवं रासायनिक गुणों मे ंपरिवर्तन, भूमि की क्षारीयता एवं अम्लीयता में संतुलन, फसलों की उत्पादन प्रक्रिया विकसित हो। वर्तमान में सभी विकासखण्डों के कृषि कार्यालय में मक्का बीज किसानों के लिए उपलब्ध है एवं मक्का फसल की बोआई करने का यह उचित समय है। अतः किसान भाईयों से अधिक से अधिक क्षेत्र में मक्का फसल लगाने की अपील की गई है.