एक ही दिन में 73 मामले ! वकीलों ने जताई आपत्ति? कहा कि ऎसा नहीं चलेगा

पिथौरा के अधिवक्तागण लामबंद हो गए और जाकर के तहसीलदार के समक्ष आपत्ति जताई तथा कलेक्टर के नाम एक लिखित आवेदन

पिथौरा इन दिनों कोरोना वायरस का प्रकोप चरम सीमा पर है लेकिन पिथौरा तहसीलदार राजस्व मामलों की सुनवाई में भारी रुचि ले रहे हैं। बंद पड़े प्रकरणों में पक्षकारों को सूचना पत्र जारी कर बकायदा आहूत किया जा रहा है लोग दूर-दूर से आकर कार्यवाही में भाग लेने के लिए मजबूर हैं।

आज गुरूवार 14 मई को कुल 73 मामले सुनवाई के लिए रखे गए थे जिसकी जानकारी होने पर पिथौरा के अधिवक्तागण लामबंद हो गए और जाकर के तहसीलदार के समक्ष आपत्ति जताई तथा कलेक्टर के नाम एक लिखित आवेदन एसडीएम पिथौरा को सौंपा.

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अधिवक्ताओं ने कहा कि जब शासन ने एडवाइजरी जारी कर लॉक डाउन का पालन करने कहा है और महामारी की वैश्विक आपदा से निपटने के लिए प्रबंध करने कहा गया है ऐसी स्थिति में तहसीलदार के द्वारा भारी मात्रा में प्रकरणों की सुनवाई के लिए नियत किया जाना आपत्तिजनक है।

अधिवक्ताओं की मांग को सुनते ही एसडीएम ने तत्काल तहसीलदार को फोन लगाकर बहुत ही आवश्यक प्रकरणों की सुनवाई के निर्देश दिए हैं, ज्ञात हो कि तहसील कार्यालय द्वारा जारी किए गए नोटिस के आधार पर आज लगभग डेढ़ सौ से ज्यादा लोग तहसील कार्यालय में इकट्ठा थे।

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