महासमुंद- खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 हेतु समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन का कार्य अपनी पूर्ण गति से चल रहा है । जिलें में वर्तमान में 138 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से 44600 किसानों से 1361304 क्विटल की ख़रीदी की जा चुकी है । यानी कि अब तक 254.37 करोड़ रुपए की धान ख़रीदी की गई है .
इस वर्ष किसानों द्वारा बेची गई फसल का भुगतान सीधे PUBLIC FINANCIAL MANAGEMENT SERVICE (सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन सेवा) (पीएफएमएस )के माध्यम से किया जा रहा है । इसके अतिरिक्त तकनीकी कारणों से किसानों के रकबा में जो त्रुटि हुई थी उसका सुधार भी आनलाईन माध्यम से किया जा रहा है ।
उपार्जन केन्द्रों से धान के उठाव में लापरवाही पर उप पंजीयक को शो काॅज नोटिस
अधिकारियों ने बताया कि कोविड -19 के कारण जहां सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। सभी औद्योगिक कार्य बंद रहे है ।ऐसी स्थिति में भी ज़िले में धान सुचारू रूप से उपार्जन हेतु पर्याप्त मात्रा में बारदाना की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न माध्यम से की गई है। अधिकारियों ने बताया कि जिले में पर्याप्त मात्रा में बारदाना उपलब्ध है । वहीं धान मिलर्स द्वारा भी उपार्जन केंद्रो में बारदाना की नियमित रूप से आपूर्ति की जा रही है। मिलर्स द्वारा प्रदाय किये जा रहे बारदानों को पहले सत्यापन किये जाने के बाद ही उपार्जन केंद्रो में भेजा रहा है। उपार्जन केंद्रो द्वारा उपार्जित धान का परिवहन का कार्य भी जिले में मिलर के माध्यम से प्रारंभ हो गया है । जिले में 110 उपार्जन केंद्रो से 266230 क्विटल धान का डीओ जारी किया जा चुका है ।
अपर कलेक्टर जोगेंद्र कुमार नायक ने हाल ही में धान उपार्जन केंद्र भोरिंग महासमुंद का निरीक्षण किया । उन्होंने धान की तौल भी देखी। तौल-काँटे,बाँट आदि को भी देखा । उन्होंने समिति द्वारा आवक पंजी अपूर्ण,स्टाक रजिस्टर,अहस्ताक्षरित पत्रक,स्टेक आदि देखें। आवश्यक व्यवस्था को ठीक करने निर्देश दिए ।
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