दिल्ली-निर्वाचन आयोग ने उत्तरप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव तैयारियों की समीक्षा की। आयोग ने आश्वासन दिया कि कोविड दिशा-निर्देशों के अनुरूप निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव प्रदेश में कराए जाएंगे। आयोग ने यह भी बताया कि सभी राजनीतिक दल राज्य में समय पर चुनाव कराने के पक्ष में हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चन्द्रा के नेतृत्व में निर्वाचन आयोग की पूरी टीम ने राज्य के तीन दिन के दौरे में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों, राज्य के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक सहित अन्य अधिकारियों तथा विभिन्न संबंधित पक्षों के साथ विचार-विमर्श किया।
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मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चन्द्रा ने कहा कि सभी संबंधित पक्षों के साथ कोविड के खतरे विशेषकर नए वेरिएंट ओमीक्रॉन के बारे में चर्चा हुई। इसको देखते हुए आयोग ने कई उपायों की घोषणा की। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि कोविड के खतरे को देखते हुए मतदान का समय एक घंटे के लिए बढा दिया गया है तथा प्रत्येक केन्द्र पर 15 सौ के बजाय अब केवल एक हजार 250 मतदाता ही मतदान कर सकेंगे। 11 हजार नये मतदान केन्द्र भी बनाए जाएंगे।
आयुक्त ने बताया कि पहली बार दिव्यांग जनों, कोविड मरीजों तथा 80 वर्ष से ऊपर के वरिष्ठ नागरिकों को डाक मतपत्र के जरिये घर से मतदान करने की सुविधा दी जाएगी। राज्य में कोविड के ओमीक्रॉन वेरिएंट के मरीजों की संख्या बहुत कम है तथा राज्य सरकार ने आश्वासन दिया है कि वह अगले 15 से 20 दिनों में अधिकतम पात्र लोगों का टीकाकरण कर देगी। आठ सौ मतदान केन्द्रों पर केवल महिला मतदाकर्मी तैनात रहेंगी। उन्होंने बताया कि राज्य में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए पांच हजार से ज्यादा कर्मियों का तबादला किया गया है।
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