Home खेल खेल का मैदान हो या जीवन आगे बढ़ने के लिए अपने आप...

खेल का मैदान हो या जीवन आगे बढ़ने के लिए अपने आप से प्रतिस्पर्धा जरूरी-डॉ. जोशी

14वीं राष्ट्रीय जूनियर रोलबॉल चौंपियनशिप 14th National Junior Rollball Championship

खेल का मैदान हो या जीवन आगे बढ़ने के लिए अपने आप से प्रतिस्पर्धा जरूरी-डॉ. जोशी

जयपुर। जलदाय एवं भू-जल मंत्री डॉ. महेश जोशी ने कहा है कि खेल का मैदान हो या जीवन आगे बढ़ते हुए नित नई ऊंचाईयों को छूने के लिए अपने आप से प्रतिस्पर्धा जरूरी है। डॉ. जोशी बुधवार को सवाई मानसिंह स्टेडियम में 14वीं राष्ट्रीय जूनियर रोलबॉल चौंपियनशिप (बालक एवं बालिका वर्ग) के समापन दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे।

डॉ. जोशी ने कहा कि खिलाड़ियों का सदैव यह ध्येय रहे कि जैसा प्रदर्शन हमने कल किया, आज उससे बेहतर करना है। इसी प्रकार आज की तुलना में आने वाले कल में और बेहतरीन खेल दिखाने की कोशिश करे। उन्होंने कहा कि हमारा ‘कॉम्पीटिशन‘ किसी व्यक्ति विशेष से होगा तो आगे बढ़ने की लिमिट वहीं समाप्त हो जाएगी। यदि लगातार स्वयं और स्वयं के प्रदर्शन से प्रतिस्पर्धा करेंगे तो आगे बढ़ने की कोई सीमा नहीं रहेगी, खिलाड़ी अपने खेल में ऎसी बुलंदिया तय करेंगे, जिनके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता।

खेलो इंडिया महिला हॉकी लीग (अंडर 21) का उद्घाटन किया खेलमंत्री ठाकुर ने

खेल का मैदान हो या जीवन आगे बढ़ने के लिए अपने आप से प्रतिस्पर्धा जरूरी-डॉ. जोशी

जलदाय एवं भू-जल मंत्री ने कार्यक्रम में अतिथि के रूप में मौजूद देश के लिए पैरा ओलम्पिक में स्वर्ण पदक विजेता अवनी लेखरा की उपलब्धि की सराहना करते हुए कहा कि खेल का मैदान पर उनका जीवट खिलाड़ियों, बच्चों और हम सबके लिए प्रेरणास्रोत है। उन्होंने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से यह बखूबी साबित किया है कि व्यक्ति जब ठान लेता है तो जो ऊंचाईयां उसको मिलनी चाहिए, उनको छूकर ही दम लेता है।

हाईकोर्ट ने विभाग प्रमुख को किया आदेशित 4 सप्ताह के भीतर लेवे निर्णय

डॉ. जोशी ने कहा कि जीत-हार खेल का अभिन्न अंग है, देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू ने खिलाड़ियों को ‘खेल‘ को खेल की भावना से लेने की सीख दीं थी। जीवन में खिलाड़ी जब खेल की भावना से खेलेंगे तभी जीत-हार होगी, अगर खेल में एक या दो से अधिक टीमें या प्रतिस्पर्धी नहीं होंगे तो जीत-हार नहीं होगी। खेलते समय सभी खिलाड़ी ऎसा भाव रखें कि वे एक-दूसरे के खेल और खेल की भावना की खुलकर सराहना कर सकें।

जलदाय एवं भू-जल मंत्री ने कार्यक्रम में विजेता टीमों को ट्रॉफी और मेडल देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर आयोजन से जुड़े पदाधिकारी, खिलाड़ी, प्रशिक्षक, खेलप्रेमी और गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।

हमसे जुड़े :

आपके लिए /छत्तीसगढ़/महासमुन्द