महासमुंद-कोविड-19 के दौर में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पिथौरा में ड्यूटीरत 38 वर्षीय कर्मचारी विकान्त गार्डिया की रविवार रात को ड्यूटी के दौरान मृत्यु हो गई। इसकी पुष्टि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आर. के. परदल ने की है।
जिला स्वास्थ्य से मिली जानकारी के मुताबिक वे हृदय रोग की समस्याओं से पीड़ित थे और करीब छह माह पूर्व ही उनके हृदय की शल्यक्रिया (एन्जियोप्लास्टी) हुई थी। बताया जा रहा है कि वे हमेशा की तरह मरीजों को चिकित्सकीय सेवाएं प्रदाय कर रहे थे। इस दौरान 10 अक्टबूर 2020 की रात करीब 10 बज कर 30 मिनट पर उन्हें हृदय संबंधी परेशानी बढ़ गईं और हिचकी आने लगी। इससे पहले की प्राथमिक उपचार किया जाना शुरू किया जाता उन्होंने देह त्याग दिया।
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मृत्यु उपरान्त उनका कोविड-19 टेस्ट किया गया, जिसमें वे धनात्मक निकले थे। कोविड-19 के निर्धारित प्रोटोकाॅल के तहत उनके गृह ग्राम में स्थानीय दण्डाधिकारी, खण्ड चिकित्सा अधिकारी, पिथौरा डाॅ. तारा अग्रवाल सहित संबंधित कर्मचारियों की उपस्थिति में उनका विधिवत् अंतिम संस्कार किया गया। स्व. विकान्त गार्डिया अपने पीछे 75 वर्षीय बुजुर्ग माता, पत्नी एवं 05 वर्षीय पुत्र को रोता बिलखता छोड़ गए हैं।
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विदित हो कि वे स्वास्थ्य सेवाओं में अग्रणी प्रदर्शन करने वाले कोरोना योद्धाओं में से एक थे। जिला स्वास्थ्य के समूचे परिवार ने इस उनके निधन को बड़ी क्षति बताते हुए गहरा शोक व्यक्त किया है। डाॅ. परदल ने बताया कि शासन की नियमावली के तहत प्रदाय की जाने वाली अनुग्रह राशि उनके परिजनों को तत्काल सौंपी गई। साथ ही कोविड-19 के तहत सेवा प्रदाय करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को मिलने वाले बीमा राशि के भुगतान के लिए भी राज्य शासन स्तर पर पत्राचार किया जा चुका है। यथाशीघ्र इसका भुगतान भी सुनिश्चित किया जाएगा।
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