Home छत्तीसगढ़ 144 विभिन्न रिक्त पदों के लिए मंगाए आवेदन स्वास्थ्य विभाग ने

144 विभिन्न रिक्त पदों के लिए मंगाए आवेदन स्वास्थ्य विभाग ने

16 जून 2023 तक सायं 5 बजे तक बंद लिफाफे में केवल रजिस्टर्ड डाक अथवा स्पीड पोस्ट से निर्धारित प्रारुप में भेज सकते हैं.

144 विभिन्न पदों के लिए मंगाए आवेदन स्वास्थ्य विभाग ने

बलौदाबाजार:- जिला बलौदाबाजार-भाटापारा अंतर्गत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं 15वां वित्त आयोग के तहत विभिन्न संविदा पदों के कुल 132 रिक्त पदों तथा जिला खनिज न्यास निधि अंतर्गत कुल 12 अस्थायी पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मंगाए गये हैं।

राजस्व विभाग में तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के 106 रिक्त पदों पर सीधी भर्ती, 21 जून तक आवेदन आमंत्रित

इच्छुक अभ्यर्थी अपना आवेदन कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला- बलौदाबाजार- भाटापारा (छ.ग.) के पते पर 16 जून 2023 तक सायं 5 बजे तक बंद लिफाफे में केवल रजिस्टर्ड डाक अथवा स्पीड पोस्ट से निर्धारित प्रारुप में भेज सकते हैं।

जिला कार्यालय महासमुंद में रिक्त पदों पर होगी भर्ती ,आवेदन की अंतिम तिथि 12 जून

144 विभिन्न पदों के लिए आवेदन निःशुल्क रखा गया है। विज्ञापन से संबंधित विस्तृत दिशा-निर्देश, नियम-शर्तें एवं आवेदन पत्र के प्रारूप हेतु अधिकारिक वेबसाईट www.balodabazar.gov.in डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट बलौदाबाजार डॉट जीओवी डॉट इन अथवा कार्यालयीन सूचना पटल का अवलोकन कर सकते हैं।

श्री सीमेंट ने नहर गेट की चॉबी प्रशासन को सौंपी,खुला गेट

बलौदाबाजार- श्री सीमेंट संयंत्र द्वारा ग्राम भरूवाडीह में नव निर्मित कालोनी के पीछे गुजरने वाली नहर को लोहे का गेट लगाकर बंद कर दिया था। जिसे आज गेट को खोलकर उसकी चॉबी जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को सौंपी है। जिससे अब ग्रामीण आसानी से आवाजाही कर सकते है।

गौरतलब है कि श्री सीमेंट संयंत्र का रिहायसी कालोनी का निर्माण ग्राम भरूवाडीह में किया गया है। इस कालोनी के पीछे से बलौदाबाजार शाखा नहर से निकली हुई 9 नम्बर की सहायक नहर है। संयंत्र प्रबंधक द्वारा करीब 3-4 माह पूर्व नहर के दोनों सिरों पर गेट लगाकर बंद कर दिया गया था।

उक्त नहर का उपयोग कृषक एवं ग्रामीण अपने ग्राम ठेलकी, पुरान स्थित खेतों में आवागमन हेतु करते है। वही मवेशियों को भी इसी तरह से ग्राम भरूवाडीह स्थित तालाब में पानी पीने के लिए लेकर जाते है। वर्तमान में गेट लगा दिए जाने के वजह से ग्रामीणों एवं मवेशियों को खेतों में घूमकर जाना पड़ता था।

हमसे  जुड़े :-

आपके लिए /छत्तीसगढ़/महासमुन्द