बलौदाबाजार:- बदलते मौसम के साथ गर्मी बढ़ रही जिससे कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसमें से लू भी है। स्कूली बच्चों, दैनिक मजदूरों ,ट्रैफिक स्टाफ को अक्सर घर से बाहर जाना पड़ता है ऐसे में यह वर्ग लू के चपेट में आसानी से आ सकता है। इससे बचाव करने के लिए विशेष सावधानी की आवश्यकता होती है।
इस बारे में जानकारी देते हुए जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एम पी महिस्वर ने बताया कि,तेज़ धूप में लंबे समय तक रहने से शरीर में पानी एवं खनिज -लवण की कमी हो जाती है जिसे लू की स्थिति कही जाती है। सिर में भारीपन, शरीर में तेज दर्द, तेज बुखार ,चक्कर ,उल्टी आना, कमजोरी आना, बार बार मुंह सूखना,पेशाब कम आना अथवा बेहोशी ये कुछ लक्षण हैं जो लू को प्रकट करते हैं।
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लू लगने पर सर में गीले कपड़े की पट्टी लगाना उचित होगा अधिक से अधिक ओआरएस घोल दिया जाए. मरीज के शरीर को ठंडे पानी से पोछना चाहिए.अधिक से अधिक ठंडा पेय दिया जाए ।
उल्टी,तेज़ सर दर्द को स्थिति में मरीज को तत्काल अस्पताल ले जाना चाहिए।
जहाँ तक लू से बचाव का सम्बंध है तो जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट श्वेता शर्मा के
अनुसार इसके लिए व्यक्ति को कोशिश करनी चाहिए कि,वह घर से कम ही बाहर निकले,
बाहर जाने की स्थिति में स्वयं को कपड़ों से ढँक कर रखे । कपड़े मुलायम और सूती हों तो अच्छा रहेगा।
इसके अतिरिक्त लगातार पानी और अन्य पेय पदार्थ का सेवन करते रहना चाहिए।
उल्टी,सर दर्द,तेज़ बुखार की स्थिति में चिकित्सक से संपर्क किया जाए।
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