मथुरा- अमरोहा की शबनम अपने प्रेमी के साथ मिलकर परिवार के सभी सदस्यों को मौत के घाट उतारने वाली को मथुरा जेल में फांसी दी जाएगी, क्योंकि देश में महिलाओं को फांसी देने का एक मात्र फांसी घर मथुरा में ही है। आजादी के बाद से, अब तक इस फांसी घर में किसी भी महिला को फांसी के फंदे में नही लटकाया गया है।
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शबनम को फांसी की सजा पर अमल लाए जाने के बाद से मथुरा का जेल चर्चा में है। इस फांसी घर की साफ सफाई कर सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही है। राष्ट्रपति की द्वारा शबनम की दया याचिका खारिज होने के बाद से, जेल प्रशासन अपनी सभी तैयारियों में जुट गया है ।ज्ञात हो कि मथुरा जेल में फांसी घर अंग्रेजी राज के समय का बना हुआ है, और यह देश का अकेला फांसी घर है।
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शबनम की फांसी की संभावना को देखते हुए प्रदेश के जल्लाद पवन ने मथुरा स्थित महिला फांसी घर का निरीक्षण किया है । उसे फांसी लगाए जाने वाले तख्ते और लीवर में कुछ खामियां मिली जिसे वह जिला जेल प्रशासन को अवगत करा दिया है। फांसी की रस्सी जो बिहार राज्य के बक्सर में बनाई जाती है उसे मंगाया जा रहा है ।
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मालुम हो कि अमरोहा के बावन खेड़ी गांव की शबनम का सलीम नामक युवक से प्रेम प्रसंग था,
पर शबनम के परिवार वाले इस शादी के लिए राजी नहीं थे ।
इस वजह से दोनों ने मिलकर 15 अप्रैल 2008 को शबनम अपने माता-पिता
भाई-बहन समेत कुल 7 लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी थी। जिसे जिला अदालत
के द्वारा शबनम के केस को रेयर मानते हुए शबनम की फांसी की सजा सुनाई थी।
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