प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार के समय पर लिये गये फैसलों और सक्रियता से की गई कार्रवाई से देश कोविड-19 की चुनौती से निपटने के लिए बेहतर स्थिति में है। उन्होंने कहा कि समय पर की गई सरकार की तैयारी से देश को कई लोगों की जान बचाने में मदद मिली। उन्होंने कहा कि भविष्य में जब कभी कोविड-19 से निपटने के भारत के प्रयासों का आकलन किया जाएगा तो मौजूदा समय को, महामारी से निपटने में केंद्र और राज्यों के संयुक्त प्रयासों के लिए याद किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह, सहकारी संघवाद का एक अच्छा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सप्ताहों में विदेश से हजारों भारतीय स्वदेश लौटे हैं और सैकडों प्रवासी मजदूर अपने गृहनगर पहुंचे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि कोविड-19 के कारण किसी एक व्यक्ति की जान जाना भी दुखद है। उन्होंने हरेक व्यक्ति से आग्रह किया कि वह मास्क का इस्तेमाल, दो गज की दूरी और साबुन से हाथ धोने सहित सभी आवश्यक एहतियाती उपायों का पालन करें।
पीएम ने कोविड-19 से स्वस्थ होने वालों की दर 50 प्रतिशत से अधिक होने का उल्लेख करते हुए कहा कि कई देश लॉकडाउन के दौरान भारत सरकार के उपायों की चर्चा कर रहे हैं। इन उपायों से ऐसा बुनियादी ढांचा बनाने में मदद मिली है जिससे भारत में बडी संख्या में लोग इस संक्रमण से मुक्त हुए हैं। पीएम मोदी ने उर्वरकों की बढ़ती बिक्री, साल दर साल खरीफ फसलों की बुवाई का बढता क्षेत्र, खुदरा क्षेत्र में डिजिटल भुगतान जैसे कुछ मानदंडों का जिक्र किया। उन्होंने सरकार के कुछ ऐतिहासिक सुधारों का भी उल्लेख किया। इनमें सूक्ष्म, लघु और मध्यम उदयमों को आसान ऋण और कृषि अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना शामिल है।
देश में कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि को देखते हुए यह संवाद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मार्च में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री का मुख्यमंत्रियों के साथ यह छठा संवाद है। वर्तमान में, देश में और अधिक रियायतों के साथ लॉकडाउन का पांचवा चरण चल रहा है। अनलॉक-1 के अंतर्गत केंद्र और राज्य सरकारों ने आर्थिक गतिविधियों के सुचारू संचालन और लोगों की सुविधा के लिए प्रतिबंधों में ढील दी है।
आज की बातचीत, राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ दो दिवसीय बातचीत का पहला चरण था। इसमें पंजाब, असम, केरल, उत्तराखंड, झारखंड, छत्तीसगढ़, त्रिपुरा, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, गोआ, मणिपुर, नगालैंड, लद्दाख, पुद्दुचेरी, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मिजोरम, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दादरा नगर हवेली और दमन दीव, सिक्किम और लक्षद्वीप ने भाग लिया।
मुख्यमंत्रियों ने इस चुनौतीपूर्ण समय में नेतृत्व और देश को महामारी के खिलाफ सामूहिक लड़ाई के लिए एकजुट करने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया। उन्होंने अपने राज्यों में मौजूदा स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे और संक्रमण के प्रभाव से निपटने के प्रयासों के बारे में बताया। उन्होंने जागरूकता अभियानों, घर लौटने वाले श्रमिकों को प्रदान की गई सहायता, आरोग्य सेतु ऐप का उपयोग और फिर से शुरू की गईं आर्थिक गतिविधियों के बारे में बताया।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि जहां देश ने अब तक महामारी के खिलाफ सफल लड़ाई लड़ी है, वहीं आगे की राह लंबी है। उन्होंने कहा कि मास्क और फेस कवर के इस्तेमाल और दो गज की दूरी बनाए रखने के प्रधानमंत्री के सुझाव का सबको पालन करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने शनिवार को केंद्रीय गृहमंत्री तथा स्वास्थ्य मंत्री और अन्य वरिष्ठ मंत्रियों तथा अधिकारियों के साथ कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए किए गए उपायों की समीक्षा की थी।
पीएम मोदी आज 15 राज्यों तथा केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से संवाद करेंगे। ये हैं – महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली, गुजरात, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, बिहार, आंध्रप्रदेश, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, तेलंगाना और ओडिसा है.
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