महासमुंद:प्रदेश सरकार ने लॉकडाउन के दौरान वनोपज का संग्रहण करने वाले संग्राहकों को राहत दी है। आदिवासियों से अब राज्य सरकार द्वारा महुआ फूल को 17 रुपये प्रतिकिलो के बजाए 30 रुपये प्रति किलोग्राम की दर पर खरीदा जाएगा.
जिला वनोपज सहकारी संघ के अध्यक्ष व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इससे छत्तीसगढ़ में करीब 13 लाख तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों को लाभ मिल सकेगा। चंद्राकर ने बताया कि वनांचल क्षेत्रों में आदिवासियों के लिए महुआ जीवकोपार्जन का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। इसके संग्रहण के बाद इसे सूखा कर समर्थन मूल्य पर बेच कर आदिवासी अपनी आजीविका चलाते हैं.
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भोर होते ही भरी दुपहरी तक महुआ फूलों का संग्रहण करना और फिर उसे धूप में सुखाना, ये आदिवासियों की नियमित दिनचर्या में शामिल है। चंद्राकर ने बताया कि राज्य सरकार पहले महुआ फूलों की खरीदी 17 रुपये प्रतिकिलो ग्राम के दर से करती थी। इस साल सरकार पैसे बढ़ाकर आदिवासियों को राहत दे रही है। सरकार के इस अहम फैसले से आदिवासियों को उनकी मेहनत का अधिक मूल्य मिल सकेगा.
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— DNS (@DNS11502659) April 21, 2020