नई दिल्ली-इस समय दुनियां के जंगलों में हो रही कमी एक गंभीर समस्या बनी हुई है ऐसे में भारत दुनियां के समाने एक मिसाल बनकर सामने आया है… भारत में बीते सालों में हरित क्षेत्र में खासी बढोत्तरी हुई है… भारतिय वन सर्वेक्षण द्दारा प्रकाशित रिपोर्ट में कई अच्छी बाते सामने आई है… ये सर्वेक्षण बेहद वैज्ञानिक आधार पर किया गया है।
पर्यावरण के लिहाज से देश के लिए सोमवार को एक अच्छी खबर आई। खबर के मुताबिक पिछले दो वर्षों में देश के हरित क्षेत्र में 5,188 वर्ग किमी की बढ़ोतरी हुई है जिसमें वन क्षेत्र और वन से इतर वृक्षों से आच्छादित हरित क्षेत्र भी शामिल है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सोमवार को भारतीय वन सर्वेक्षण द्वारा तैयार की गयी ‘भारत में वन क्षेत्र की स्थिति रिपोर्ट 2019’ जारी करते हुए इस बात की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि देश में कुल वन और वृक्षावरण 80.73 मिलियन हेक्टेयर हो गया है। उन्होंने कहा कि यह देश के कुल क्षेत्रफल का 24.56 प्रतिशत है। जावड़ेकर ने कहा कि हरित क्षेत्र में बढ़ोतरी वाले दुनिया के अग्रणी देशों में भारत शामिल है और इसमें सरकार की पर्यावरण हितैषी विकास नीतियों का प्रमुख योगदान है।
आप यह भी पढ़ सकते है;- लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवने 28 वें सेना प्रमुख होगे
जावडेकर ने कहा कि देश के उत्सर्जित कार्बन में 2017 के पिछले आकलन के मुकाबले 42.6 करोड़ टन की वृद्धि हुई, जबकि बांस का हरित क्षेत्र 2.06 प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ 3229 वर्ग किमी हो गया है। उन्होंने कहा कि ये रिपोर्ट हमें भरोसा दिलाती है कि हम पेरिस समझौते के लक्ष्यों को हासिल करने की राह पर हैं।
वीओ-3 दरअसल भारतीय वन सर्वेक्षण दो साल के अंतराल पर आईएसएफआर रिपोर्ट प्रकाशित करता है। 1987 से अब तक 16 आकलन पूरे हो चुके हैं। इस बार के आकलन में सबसे खास बात ये रही कि पहली बार ऑर्थो- रेक्टिफाइड सैटेलाइट आंकड़ों का उपयोग वनावरण मैपिंग के लिए किया गया है।
फसल कटाई के पश्चात खेतों में बचे फसल अवशिष्ट को जलाने पर प्रतिबंधित- https://t.co/G6sk2H1L3c via @Daily News Services
— DNS (@DNS11502659) December 31, 2019