दक्षिण-पश्चिम मॉनसून दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में भी कुछ बढ़ा और रायलसीमा के दक्षिणी हिस्सों में भी मॉनसून का आगमन हो गया है। इसके साथ-साथ पूर्वोत्तर राज्यों के भी करीब मॉनसून पहुँच गया है। अगले 24 घंटों में यह पूर्वोत्तर भारत में दस्तक दे सकता है क्योंकि स्थितियाँ अनुकूल लग रही हैं।
बंगाल की खाड़ी में मई में आए समुद्री तूफान ‘अंपन’ के बाद से हलचल बहुत कम हो गई है। तूफान अंपन पश्चिम बंगाल के दिघा से 20 मई को टकराया था। उसके बाद से ही खाड़ी में स्थितियां शांत बनी हुई हैं। हालांकि इस दौरान अरब सागर में साइक्लोनिक स्टॉर्म ‘निसर्ग’ उठा और 3 जून को मुंबई के दक्षिण से होते हुए महाराष्ट्र को पार कर आगे बढ़ा। यानि जब अरब सागर में उथल-पुथल हो रही थी और केरल समेत पश्चिमी तटों पर मॉनसून आगे बढ़ रहा था तब बंगाल की खाड़ी पूरी तरह से शांत थी।
पिछले 24 घंटों में मॉनसून का पूर्वी हिस्सा बढ़ा आगे
अब संकेत मिल रहा है कि जल्द ही एक प्रभावी मौसमी सिस्टम बंगाल की खाड़ी में विकसित हो रहा है। इस सिस्टम के चलते मॉनसून का पूर्वी सिरा तेजी से आगे बढ़ेगा। पिछले 24 घंटों के दौरान मॉनसून की उत्तरी सीमा पूरब में आगे बढ़ी भी है। खासतौर पर तमिलनाडु में मॉनसून आगे बढ़ते हुए पुद्दुचेरी और सेलम तक पहुँच गया। चेन्नई में अभी इंतज़ार है। पूर्वोत्तर भारत में भी मॉनसून के आगमन में देरी हो रही है। पूर्वोत्तर राज्यों में आमतौर पर 5 जून को मॉनसून का आगमन हो जाता है।
निम्न दबाव से बढ़ेगी देश में बारिश
खाड़ी में संभावित निम्न दबाव से जहां मॉनसून का पूर्वी सिरा तेज़ी से आगे बढ़ेगा वहीं देश के कई राज्यों में वर्षा की गतिविधियां तेज़ हो जाएंगी। अगले 48 घंटों में यानि 8 जून को बंगाल की खाड़ी के मध्य पूर्वी हिस्सों पर निम्न दबाव का क्षेत्र बन जाएगा यह पश्चिमी और उत्तर पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ेगा। इसके प्रभाव से आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों पर बारिश की गतिविधियां 9 जून से तेज हो जाएंगी। बारिश के संदर्भ में व्यापक बदलाव 10 जून से दिखाई देगा।
ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश पर दिखेगा असर
अनुमान है कि निम्न दबाव का क्षेत्र ओडिशा के तटों के पास 10 जून तक पहुंचेगा। इस सिस्टम के बाईं तरफ यानी आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, विदर्भ, दक्षिणी छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के अधिकांश भागों में बारिश होगी। 9 जून से उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश में बारिश शुरू हो जाएगी। जैसे-जैसे यह सिस्टम आगे बढ़ेगा बारिश भी इसके साथ-साथ उत्तर-पश्चिमी दिशा में यानि तेलंगाना, दक्षिणी छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र और दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश में भी बारिश तेज़ हो जाएगी। मध्य भारत के अनेक हिस्सों में आगामी निम्न दबाव के क्षेत्र के चलते 11 से 15 जून के बीच काफी व्यापक बारिश देखने को मिलेगी।
मध्य प्रदेश और बिहार में 15 जून के आसपास मॉनसून का आगमन
इसी दौरान मॉनसून मुंबई समेत महाराष्ट्र, तेलंगना, आंध्र प्रदेश को पार करते हुए ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश के भी कुछ हिस्सों में दस्तक देगा। संभावना है कि 15 जून के आसपास ही दक्षिण-पश्चिम मॉनसून पूर्वोत्तर भारत को पार करते हुए बिहार और झारखंड में पहुँच जाएगा।
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