#उत्तराखंड चमोली के पास धौलीगंगा नदी का जल स्तर बढने के कारण तपोवन क्षेत्र के रैनी गाँव में एक बिजली परियोजना के पास अचानक हिमस्खलन के बाद बढ गया। तपोवन क्षेत्र में एक ग्लेशियर के टूटने से ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट क्षतिग्रस्त हो गया है। अलकनंदा नदी के किनारे रहने वाले लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी जाती है: चमोली पुलिस के द्वारा वंहा पर निवासरत लोगों को दी है ।
उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का इस मामले में कहना है कि अलकनंदा के पास के इलाकों से लोगों को निकाला जा रहा है। एहतियात के तौर पर भागीरथी नदी के प्रवाह को रोक दिया गया है। अलकनंदा के पानी के प्रवाह को रोकने के लिए श्रीनगर बांध और ऋषिकेश बांध को खाली कर दिया गया है। एसडीआरएफ अलर्ट पर है। मैं मौके के लिए रवाना हो रहा हूं मुख्यमंत्री ने कहा वंहा के निवासरत लोगो से यह भी कहा कि यदि आप प्रभावित क्षेत्रों में फंसे हुए हैं और आपको किसी सहायता की आवश्यकता है तो आपदा परिचालन केंद्र संख्या 1070 या 9557444486 पर संपर्क कर सकते है ।
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चमोली के जिलाधिकारी ने अधिकारियों को धौलीगंगा नदी के किनारे बसे गांवों में रहने वाले लोगों को बाहर निकालने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं।
एएनएसआई के लिए एमओएस होम नित्यानंद राय ने एएनआई को बताया कि धौलीगंगा में हिमस्खलन के बाद बड़े पैमाने पर बाढ़ आई हुई है बचाव व् राहत के लिए ITBP की दो टीमें मौके पर पहुंचीं, NDRF की तीन टीमों को देहरादून से रवाना किया गया और 3 अतिरिक्त टीमें शाम तक IAF हेलिकॉप्टर की मदद से वहाँ पहुँचेंगी।
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एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन पहले से ही मौके पर ही मौजूद है ।
सीएम टीएस रावत ने कहा कि नंदप्रयाग में अलकनंदा नदी में पानी का
प्रवाह सामान्य हो गया है। नदी का जल स्तर अब सामान्य से 1 मीटर ऊपर है,
लेकिन प्रवाह कम हो रहा है। मुख्य सचिव, आपदा सचिव, पुलिस अधिकारी और
मेरी सभी टीमें आपदा नियंत्रण कक्ष में स्थिति की निगरानी कर रही हैं।
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