Home छत्तीसगढ़ विश्व धरोहर सिरपुर के संरक्षण में शासन – प्रशासन फेल : विनोद...

विश्व धरोहर सिरपुर के संरक्षण में शासन – प्रशासन फेल : विनोद चंद्राकर

प्रतिबंधित क्षेत्र में खजाने के लिए अवैध उत्खनन की घटना प्रशासन के लिए शर्मनाक

विश्व धरोहर सिरपुर के संरक्षण में शासन – प्रशासन फेल : विनोद चंद्राकर
file foto

महासमुंद। विश्व धरोहर के रूप में विकसित हो रहे सिरपुर का विकास भाजपा सरकार की अनदेखी व उदासीनता के चलते हासिए पर चला गया है। सरकार की उपेक्षा व प्रशासनिक लापरवाही से प्रतिबंधित क्षेत्र सिरपुर में गड़े धन के लिए अवैध रूप से खुदाई की गई।

सिरपुर जैसे विश्व धरोहर से परिपूर्ण प्रतिबंधित क्षेत्र में गड़े धन निकालने वाले गिरोह का सक्रिय होना, प्रशासनिक विफलता का साक्ष्य दे रहा है। यहां खुदाई के बाद गड्ढे से पुरातन काल के अवशेष निकले हैं। बेशकीमती प्रतिमाओं व खजानों से परिपूर्ण सिरपुर में रातों रात अवैध खुदाई कर पुरातन संपत्ति की चोरी की घटना शर्मनाक है।

विश्व धरोहर सिरपुर के संरक्षण में शासन – प्रशासन फेल : विनोद चंद्राकर

उक्त वक्तव्य सिरपुर क्षेत्र के जंगलों में रातों रात हुई अवैध खुदाई पर प्रशासन की खामोशी को संदिग्ध करार देते हुए पूर्व संसदीय सचिव व महासमुंद के पूर्व विधायक विनोद सेवन लाल चंद्राकर ने कही। उन्होंने कहा कि खुदाई में प्रयुक्त जेसीबी जब्ती के बाद भी अवैध उत्खनन करने वालों पर कार्रवाई नहीं होना इंगित करता है कि इसमें संलिप्त लोगों को सत्ता पक्ष के प्रभावशाली लोगों का संरक्षण प्राप्त है।

सिरपुर के महानदी तट पर गंगा आरती के साक्षी बने हजारों श्रद्धालु

पूर्व संसदीय सचिव ने कहा कि सोमवंशी राजाओं की राजधानी सिरपुर में उत्खनन से अनेक बेशकीमती प्रतिमाएं, मंदिर, टीला, बौद्ध विहार, जैन विहार, बुद्ध और महावीर की अखंड मूर्तियां, 22 शिव मंदिर, 5 विष्णु मंदिर, भूमिगत अन्न भंडार, छठवीं शताब्दी का स्नानघर सहित अनेक पुरातन अवशेष प्राप्त हुए हैं। यह क्षेत्र उत्खनन प्रतिबंधित क्षेत्र हैं। इसके बाद भी शासन प्रशासन की लापरवाही से अवैध खुदाई जैसी घटना घटी। जो सिरपुर जैसे विश्व धरोहर के प्रति शासन प्रशासन की संवेदनहीनता को दर्शाता है।

हमसे  जुड़े :-

आपके लिए /छत्तीसगढ़