दिल्ली-एथेनॉल को अतिरिक्त चीनी दिए जाने से गन्ना किसानों की आय बढ़ेगी और एथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य प्राप्त होगा सामान्य चीनी सीजन में 320 एलएमटी चीनी का उत्पादन होता है जबकि घरेलू खपत 260 एलएमटी है। इस तरह 60 एलएमटी चीनी बची रह जाती है और इसकी बिक्री नहीं हो पाती। इससे 19,000 करोड़ रुपये की राशि प्रत्येक वर्ष चीनी मिलों के लिए रूकी पड़ी रह जाती है। परिणाम यह होता है कि चीनी मिलों की तरलता स्थिति पर प्रभाव पड़ता है और किसानों के गन्ने की बकाया राशि एकत्रित होती जाती है। जरूरत से अधिक चीनी भंडार से निपटने के लिए सरकार द्वारा चीनी मिलों को निर्यात के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इससे पहले सरकार ने 2022 तक ईंधन ग्रेड के एथेनॉल को 10 प्रतिशत पेट्रोल में मिलाने का लक्ष्य तय किया था।
2030 तक 20 प्रतिशत ईंधन ग्रेड एथेनॉल को पेट्रोल में मिलाने का लक्ष्य तय किया गया था। लेकिन अब सरकार 20 प्रतिशत के मिश्रण लक्ष्य समय से पहले प्राप्त करने की योजना तैयार कर रही है।
शत-प्रतिशत खाद्यान्नों और 20% चीनी अनिवार्य रूप से जूट बोरों में होगे पैक
गन्ना/चीनी को एथेनॉल के लिए दिए जाने से ही मिश्रण लक्ष्य हासिल नहीं किया जा सकता, इसलिए सरकार अनाज भंडारों से एथेनॉल उत्पादन के लिए डिस्टिलरियों को प्रोत्साहित कर रही है। इसके लिए वर्तमान डिस्टिलरी क्षमता पर्याप्त नहीं है। सरकार गन्ना, शीरा, अनाज, चुकंदर, मीठे ज्वार आदि से 720 करोड़ लीटर एथेनॉल बनाने के लिए एथेनॉल डिस्टिलेशन क्षमता बढ़ाने का प्रयास कर रही है।
धान से बने एथेनॉल का विक्रय मूल्य शीरा, शक्कर से उत्पादित एथेनॉल मूल्य के होगा समतुल्य:

देश में जरूरत से अधिक चावल की उपलब्धता को देखते हुए सरकार अतिरिक्त चावल से एथेनॉल उत्पादन के लिए प्रयास कर रही है। इस एथेनॉल की सप्लाई एफसीआई द्वारा एथेनॉल सप्लाई वर्ष 2020-21 (दिसम्बर–नवम्बर) में तेल विपणन कंपनियों को पेट्रोल के साथ मिलाने के लिए की जाएगी। जिन राज्यों में मक्का उत्पादन पर्याप्त है उनमें राज्यों में मक्का से एथेनॉल बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
चालू एथेनॉल सप्लाई वर्ष 2019-20 में केवल 168 करोड़ लीटर एथेनॉल तेल विपणन कंपनियों को पेट्रोल के साथ मिलाने के लिए सप्लाई की जा सकी। इस तरह 4.8 प्रतिशत मिश्रण स्तर हासिल किया गया। लेकिन आगामी एथेनॉल सप्लाई वर्ष 2020-21 में पेट्रोल के साथ मिलाने के लिए तेल विपणन कंपनियों को 325 करोड़ लीटर एथेनॉल सप्लाई करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इससे मिश्रण का 8.5 प्रतिशत लक्ष्य हासिल होगा।
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