महासमुंद। दादा बाड़ा में चल रहे श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह में व्यास पीठ से कथा वाचन करते हुए पं. हिमांशु कृष्ण भारद्वाज ने भगवान श्री कृष्ण के बाल लीलाओं का विस्तार से वर्णन किया।
पर्यावरण संरक्षण के लिए पेड़ों का महत्व
उन्होंने पुतना वध, गौ संवर्धन, माखन चोरी, धरती पूजन के साथ ही गिरिराज धारण कथा का श्रवण कराते हुए कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने गोवर्धन धारण कर पर्यावरण संतुलन का संदेश दिया। उन्होंने इंद्र के अभिमान को तोडऩे के लिए गोवर्धन लीला की रचना की किंतु पर्यावरण संरक्षण के लिए पेड़ों के महत्व को समझाया भी। इसलिए जब गोवर्धन पूजा के लिए नंदबाबा, यशोदा माता व ग्वाल गोपियों ने कन्हैया की बात नही मानी तो उन्होंने इसके लिए गुरू का सहारा लिया।
नाबालिग युवती की संदिग्ध मौत पर कैबिनेट मंत्री अमरजीत ने जाँच के दिए निर्देश
जब गुरू आज्ञा हुई तो सभी गोवर्धन पूजा के लिए तैयार हो गए। इसी बीच जैसे ही भगवान गिरिराज का आगमन कथा पंडाल में हुआ तो नगरवासी झुम-झुमकर अगवानी करने लगे। गोवर्धन पूजा व नंदोत्सव के रूप में 56 भोग का आयोजन किया गया था। प्रसाद के रूप में लीनेश क्लब, मां शारदा सत्संग समिति साहू समाज, बंग समिति, पार्षद मनीष शर्मा का सहयोग रहा। मुख्य जजमान के रूप में प्रकाश चंद्राकर व उनकी धर्मपत्नी ललिता चंद्राकर, आकाश चंद्राकर, लीला चंद्राकर, सिम्मी, सह जजमान नेमी साहू उर्मिला साहू, पवन पटेल किरण पटेल मौजूद थे।
अपनी जन्मभूमि को प्रतिदिन प्रणाम करें
कथा श्रवण कराते हुए पं. हिमांशु ने कहा कि गोकुल पहुंचने के बाद भगवान श्री कृष्ण लीलाओं से गोकुलवासियों को आनंदित कर रहे थे। अपनी मातृभूमि को सम्मान देने के लिए प्रभु ने मिट्टी खाई जब शिकायत माता यशोदा के पास पहुंची तो उन्होंने मुंह खोलने कहा तो मुंह के भीतर बा्रम्हाण के दर्शन हुए। जिस धरती पर जन्म लो वह स्वर्ग के समान होता है इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने घर के आंगन को प्रणाम करना चाहिए। प्रतिदिनि भगवान सूर्य को जल अर्पण भी करना चाहिए।
दांतो में पीलापन व् शरीर की हड्डियों में टेढ़ापन है तो इस बीमारी से हो जाइए सावधान
कथा पंडाल में सनातनी वैभव नजारा
श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह के लिए नगर ही नही आसपास के क्षेत्रों से भी काफी संख्या में श्रद्धालु कथा श्रवण करने पहुंच रहे है जिसके कारण पंडाल का दायरा बढ़ाने के बावजूद कथा स्थल छोटा पडऩे लगा है। यहां पंडाल आने वाले श्रद्धालुओं को पंडितों व आयोजन समिति के सदस्यों द्वारा त्रिपुण्ड धारण कराया जा रहा है जिसके कारण सनातनी वैभव का नजारा देखने मिल रहा है। यह नगरवासियों का आयोजन है जिसके कारण सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के जनप्रतिनिधि प्रतिदिन इस कार्यक्रम में कथा श्रवण करने पहुंच रहे है।
हमसे जुड़े :
WatsApp https:FLvSyB0oXmBFwtfzuJl5gU
Twitter:https:DNS11502659
Facebook https:dailynewsservices/