Bagbahra:-36गढ़ में आयातित काँग्रेसी राज्य सभा सदस्य का असली रँग पहले दिन से दिखने लगा उक्त बातें वरिष्ठ भाजपा नेता व पूर्व जनपद अध्यक्ष नरेन्द्र चन्द्राकर ने कही है उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस आलाकमान ने अपने प्रिय एवं वर्तमान में कांग्रेस के तारणहार नेता 36गढ़ के मुख्यमंत्री को दो ऐसे नेताओं का निर्यात किया है, जो छत्तीसगढ़ के किसी भी काम का नही है। उनका छत्तीसगढ़ की माटी,समाज, सँस्कार, सँस्कृति, समस्या, विकास, आदि से दूर दूर तक का रिश्ता नहीं है।।
उनमे से एक उत्तरप्रदेश बिहार के बाहुबली वर्ग को सँतुष्ट करने तथा दूसरा दिल्ली में अन्य राज्यों तथा नेताओं को मैनेज करने मे एक्सपर्ट माने जाने वाले नेता को अँदर के रास्ते से सदन मे भेजा गया है। ये महोदय निर्वाचित घोषित होने के बाद प्रमाण पत्र लेने के लिए भी छत्तीसगढ़ आना जरूरी नहीं समझा ।
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देश में छत्तीसगढ़ को पिछड़ा राज्य माना जाता है। राज्य सभा सदस्य राज्य की समस्याओं विशेष रूप से बेरोजगारी, असिंचित, को दूर करने के लिए सदन में क्षेत्र के भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार अपने तार्किक वक्तव्य से छत्तीसगढ़ की भावनाओं को रखकर विशेष योजना बनाने की जरुरत है ।जिसके लिए निर्वाचित सदस्य को अपने मातृ राज्य के प्रति अपने कार्य काल तक पूरे समर्पित भाव से कर्तव्य और दायित्व का निर्वहन करना जरूरी है ।
पूरे देश में शून्यता की ओर जा रही कांग्रेस अपने पहचान को बनाए रखने के
लिए जोड़-तोड़ की राजनीति में लगी हुई है।उन्हें छत्तीसगढ़ की विकास, समस्याओं से कोई लेना देना है।]
वरिष्ठ भाजपा नेता व पूर्व जनपद अध्यक्ष नरेन्द्र चन्द्राकर ने कांग्रेस आलाकमान
पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भी आलाकमान के सामने अपनी साख
बनाए रखने के लिए छत्तीसगढ़िया भावना की बलि देने मजबूर हैं ।
नरेन्द्र चन्द्राकर ने कहा कि ऐसे नेताओं से सदन में छत्तीसगढ़ की बात रखने की उम्मीद नहीं की जा सकती ।
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