रायपुर :मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कल 05 अक्टूबर को सवेरे 10.30 बजे रायपुर पुलिस लाइन हेलीपेड से हेलीकॉप्टर द्वारा रवाना होकर 10.40 बजे नया रायपुर पहुंचेंगे और 10.50 बजे जंगल सफारी स्थित जू-सफारी का उद्घाटन करेंगे। बघेल पूर्वान्ह 11.30 बजे नया रायपुर से रवाना होंगे और 12.10 बजे राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ पहुंचकर मां बम्लेश्वरी देवी शक्तिपीठ में दर्शन और पूजा अर्चना करेंगे। मुख्यमंत्री दोपहर दो बजे बिलासपुर जिले के रतनपुर पहुंचेंगे और वहां सिद्ध शक्तिपीठ मां महामाया देवी के दर्शन करेंगे। बघेल अपरान्ह 3.50 बजे जांजगीर-चांपा जिले की कृषि उपज मंडी चांपा पहुंचेंगे और 3.55 बजे वहां से रवाना होकर 4.50 बजे पुलिस ग्राउण्ड हेलीपेड भिलाई पहुंचेंगे.
पट्टाधारियों के नगर पंचायतों में 1500, नगर पालिकाओं में 1200 वर्गफुट भूमि का होगा नियमितिकरण-
नगरीय प्रशासन विभाग ने भू-नियमितिकरण प्रक्रिया में तेजी लाने
सभी कलेक्टरों को लिखा पत्र
रायपुर.- राज्य शासन ने शहरी क्षेत्रों में पट्टाधारी लोगों के पट्टों को भूमि स्वामी अधिकार में बदलने की कवायद तेज कर दी है। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने पट्टाधारियों की निर्धारित सीमा तक अतिरिक्त कब्जे की जमीन के नियमितिकरण, अवैध या अनियमित पट्टा हस्तांतरण के नियमितिकरण और भू-उपयोग में परिवर्तन के नियमितिकरण कार्यों में तेजी लाने सभी कलेक्टरों को पत्र लिखा है। विभाग ने पट्टों के नियमितिकरण, भू-स्वामी अधिकार और पट्टा नवीनीकरण की कार्यवाही शीघ्र सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टरों को विकास प्रभार के निर्धारण में पूर्ण सावधानी बरतने कहा गया है जिससे कि किसी प्रकार की वित्तीय हानि न हो।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ नगरीय क्षेत्रों के भूमिहीन व्यक्ति (पट्टाधृति अधिकारों का प्रदान किया जाना) अधिनियम-1984 में संशोधन कर पट्टाधृति अधिकार के पट्टों को भूमि स्वामी अधिकार में परिवर्तित करने, पट्टाधारियों के कब्जे वाली अतिरिक्त जमीन के निर्धारित सीमा तक नियमितिकरण, अवैध या अनियमित पट्टा हस्तांतरण के नियमितिकरण और भू-उपयोग में परिवर्तन का नियमितिकरण करते हुए भूमि स्वामी अधिकार प्रदान करने की पहल की है। इसे अमल में लाने शासन ने छत्तीसगढ़ नगरीय क्षेत्रों के भूमिहीन व्यक्ति (पट्टाधृति अधिकारों का प्रदान किया जाना) (संशोधन) अधिनियम-2019 को अधिसूचित भी कर दिया है। राजपत्र में अधिसूचना के प्रकाशन के साथ ही ये नए नियम राज्य के सभी नगरीय निकायों में प्रभावी हो गए हैं।
नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने सभी कलेक्टरों को निर्देशित किया है कि पट्टाधारी के निर्धारित सीमा तक अतिरिक्त कब्जे की भूमि के नियमितिकरण, अवैध या अनियमित पट्टा हस्तांतरण के नियमितिकरण और भूमि के प्रयोजन में परिवर्तन के नियमितिकरण का आवेदन या इस संबंध में शिकायत प्राप्त होने पर कलेक्टर द्वारा प्राधिकृत अधिकारी द्वारा शीघ्र कार्यवाही प्रारंभ की जाए। प्राधिकृत अधिकारी स्वप्रेरणा से भी ऐसे मामलों पर कार्यवाही कर सकते हैं। नियमितीकरण की कार्यवाही के लिए जिलों में आवश्यकतानुसार निरीक्षण दलों का गठन करने कहा गया है। इन दलों में राजस्व अधिकारी के साथ स्थानीय नगरीय निकायों के अधिकारी तथा ग्राम एवं नगर निवेश विभाग के अधिकारी शामिल रहेंगे।
नियमितिकरण के लिए प्राधिकृत अधिकारी द्वारा संयुक्त दल से स्थल निरीक्षण प्रतिवेदन लिया जाएगा। पट्टाधारी के अतिरिक्त कब्जा की भूमि नियमितिकरण योग्य होने पर अर्थात कब्जे के अधीन अधिक भूमि व्यवस्थापित मूल भूमि से 50 प्रतिशत की निर्धारित सीमा तक नियमितिकरण किया जाएगा। इसके तहत नगर पंचायतों में 1,500 वर्गफुट, नगर पालिकाओं में 1,200 वर्गफुट और नगर निगमों में 1050 वर्गफुट भूमि का नियमितिकरण किया जाएगा। रायपुर नगर निगम क्षेत्र में अधिकतम 900 वर्गफुट जमीन का नियमितिकरण किया जाएगा। पट्टाधारी द्वारा निर्धारित विकास प्रभार जमा कराए जाने पर कब्जे की अतिरिक्त भूमि को मूल पट्टाधारी के पक्ष में पट्टा प्रदान कर नियमितिकरण या भू-स्वामी अधिकार प्रदान किया जाएगा।
अवैध या अनियमित हस्तांतरण और भूमि प्रयोजन में परिवर्तन के मामलों में संयुक्त दल के प्रतिवेदन, कब्जाधारी के भूमिहीन होने, अधिनियम के अंतर्गत पात्र हितग्राही होने, भूमि प्रयोजन में परिवर्तन स्वीकार्य होने और वहां प्रभावी मास्टर प्लान के उल्लंघन नहीं होने की स्थिति मे निर्धारित विकास प्रभार जमा कराने के बाद पट्टा जारी कर नियमितिकरण या भूमि स्वामी अधिकार में परिवर्तित किया जाएगा।
वर्ष 1984 में दिए गए पट्टों की 30 वर्ष की अवधि पूर्ण हो चुकी है। इन पट्टों के नवीनीकरण की कार्यवाही बड़ी संख्या में लंबित है। नगरीय प्रशासन विभाग ने छत्तीसगढ़ नगरीय क्षेत्रों के भूमिहीन व्यक्ति (पट्टाधृति अधिकारों का प्रदान किया जाना) (संशोधन) अधिनियम-2019 के प्रावधानों के अनुसार अगले 30 वर्षों के लिए इनके नवीनीकरण के भी निर्देश कलेक्टरों को दिए हैं।
मेकाहारा से लौटे मरीज का जिला अस्पताल में हुआ सफल इलाज
मेकाहारा से लौटे मरीज का जिला अस्पताल में सफल इलाज
गत वर्ष 768 आपरेशन कर सर्जरी में राज्य के 27 जिला अस्पतालों में अव्वल
बलौदाबाजार-जिला खनिज न्यास निधि (डीएमएफ) के सहयोग से यहाँ जिला अस्पताल की बुनियादी सुविधाओं एवं सेवाओं में काफी बढ़ोत्तरी हुई है। गत वर्ष 2018 में जिला अस्पताल में रिकार्ड 768 सर्जरी हुई, जो कि राज्य के सभी 27 जिला अस्पतालों में सर्जरी के मामले में सबसे ज्यादा है। इसका श्रेय डीएमएफ के सहयोग से यहां सेवारत सुप्रसिद्ध सर्जन डॉ शंकर शरण बाजपेई एवं उनकी टीम को जाता है। उन्होंने हाल ही में एक जटिल आपरेशन तो ऐसे किये है,जिसे मेकाहारा रायपुर के डॉक्टरों ने गंभीर मानते हुए घर लौटा दिया था। कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के मार्गदर्शन एवं प्रेरणा से जिला अस्पताल मरीजों के सेवा में निरंतर आगे बढ़ रहा है।
सिविल सर्जन डॉ अभय सिंह परिहार ने बताया कि अमेरा निवासी मोतिन बाई साहू काफी दिनों से पेट दर्द और भारीपन से परेशान थी। उन्होंने रायपुर के बड़े अस्पताल मेकाहारा में दिखाया। डॉक्टरों ने जांच कर गंभीर बीमारी बताते हुए उन्हें वापस भेज दिया। मोतिन लौटकर निराश मन से जिला अस्पताल आई। जिला अस्पताल में उनका फिर से गहन जांच किया गया। जांच में उनके गर्भाशय में 600 सीसी का गांठ पाया गया। सर्जरी विशेषज्ञ डॉ. शंकर शरण बाजपेई और निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. अशोक तिवारी ने मिलकर पूरी टीम भावना के साथ कामयाब आपरेशन किये। मोतीन बाई आज पूर्णतः स्वस्थ है।
मोतिन बाई ने कहा कि मेकाहारा के डॉक्टरों के मना करने पर मैं निराश हो चुकी थी और मुझे अपनी मौत नजदीक लग रही थी। किसी तरह हौसला लेकर भयभीत मन से अंतिम रूप से दिखाने के लिहाज से जिला अस्पताल आई थी। मुझे खुद को बीमारी के ठीक होने की उम्मीद नहीं थी। लेकिन भगवान स्वरूप डॉक्टरों ने मेरी बीमारी को पहचान कर ठीक कर दिया। वह जिला अस्पताल के डॉक्टरों, नर्सों और दिगर स्टॉफजनों की सेवाओं और व्यवहार से काफी खुश है। उसने अपना सम्पूर्ण इलाज स्मार्ट कार्ड से कराया। उसे नगद रूप में अस्पताल को कुछ भी देना नहीं पड़ा। सिविल सर्जन डाॅ. परिहार ने कहा कि जिला अस्पताल में हायड्रोसिल, हार्निया, स्तन के गांठ, पेट में गोले आदि के आपरेशन बड़ी आसानी के साथ किये जा रहे हैं। यहाँ का ऑपेरशन थिएटर निजी अस्पतालों से भी ज्यादा अत्याधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण है। डॉ. बाजपेई की टीम में आयशा खान, सरिता पटेल, जगत, सुशील, दीपक, हरपाल जैसे कुशल कर्मचारी शामिल हैं।
अमृतसर से 12 किलो हेरोइन कीमत 60 करोड़ के साथ दो गिरफ्तार
पंजाब पुलिस ने बॉर्डर एरिया पर चलाए अभियान के दौरान 2 अंतर्राष्ट्रीय हेरोइन तस्करों को गिरफ्तार कर उनसे 12 किलो हेरोइन बरामद की गई है। बरामद की गई हेरोइन की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 60 करोड़ बताई जा रही है।पुलिस सब इस्पेक्टर रोहित कुमार का कहना है कि गुरुवार देर रात तक उन लोगो सामान सहित गिरफ्तार किया गया इन तस्करों का नाम गुरपीत गोपी व् गुरपाल सिंह है,इन लोगो से पूछताछ के लिए 3 दिन का रिमांड लिया गया है
महिला ने एक अधिकारी की सरेआम की पिटाई जानिए क्या है मामला
मध्यप्रदेश: ग्वालियर में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घरों के कथित आवंटन को लेकर एक महिला ने एक अधिकारी की सरेआम पिटाई कर दी, उपस्थित महिलाओँ का कहना है अधिकारी महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की है.वही महिलाओं ने आरोप लगाया कि अधिकारी द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घरों को गलत तरीके से आवंटित किया गया है।
#WATCH Madhya Pradesh: A woman thrashes a govt official with a slipper as a group of women engages in a verbal spat with him over alleged wrongful allocations of houses under Pradhan Mantri Awas Yojana, in Gwalior. The women alleged that houses have been wrongly allocated.(03.10) pic.twitter.com/5AEKR9eHUz
— ANI (@ANI) October 3, 2019
ज्वेलर्स दूकान से 13 करोड़ रुपये के सोने के गहने की चोरी
तमिलनाडु-दो नकाबपोश लोगों ने 2 अक्टूबर को त्रिची के एक ज्वेलर्स दूकान से 13 करोड़ रुपये के सोने के गहने चुराए पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है बुधवार तड़के चतीरम बस स्टैंड के पास ज्वेलर्स दूकान में दो नकाबपोश चोर घुसे। चोरों ने इस दौरान दीवार में छेद करके स्टोर के अंदर पहुंचने का रास्ता बनाया। सुबह जब ज्वेलर्स दूकान के स्टाफ ने दुकान खोली गई तो चोरी का पता चला इसकी जांच की जा रही है देखे वीडियो चोरो ने कैसे किया चोरी
#WATCH: Two masked men stole gold ornaments worth Rs 13 crore from a jewellery store in Trichy on October 2. A case has been registered and an investigation is underway. #TamilNadu pic.twitter.com/9BIm6ebl3F
— ANI (@ANI) October 3, 2019
गांधी विचार यात्रा‘ 4 अक्टूबर को कंडेल से होगी प्रारंभ :भूपेश बघेल-
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के अवसर पर प्रदेश में चार अक्टूबर से सप्ताहव्यापी गांधी विचार यात्रा शुरू हो रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में चार अक्टूबर को यह गांधी विचार यात्रा धमतरी जिले के गांधी ग्राम-कण्डेल से प्रारंभ होगी जो 10 अक्टूबर को राजधानी रायपुर के गांधी मैदान में समाप्त होगी। महात्मा गांधी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने और छत्तीसगढ़ के कण्डेल नहर सत्याग्रह की यादों को चिरस्मरणीय बनाने आयोजित इस गांधी विचार यात्रा में मुख्यमंत्री के साथ छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, प्रदेश मंत्रिमण्डल के सदस्यगण, सांसद, विधायक, जनप्रतिनिधिगण और बड़ी संख्या में नागरिकगण शामिल होंगे.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 4 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे गंाधी ग्राम-कण्डेल में महात्मा गाँधी मूर्ति का अनावरण और यहां आयोजित सभा को संबोधित करने के बाद गांधी विचार पदयात्रा का शुभारंभ करेंगे। यह पदयात्रा ग्राम गागरा में शहीद संतोष नेताम की मूर्ति पर माल्यार्पण के पश्चात् नेशनल हाइवे होते ग्राम छाती पहुचेंगी जहां सभा के बाद रात्रि विश्राम होगा। गांधी विचार यात्रा अगले दिन प्रदेश के मंत्रीगणों के नेतृत्व में ग्राम छाती से सवेरे 9 बजे प्रारंभ होगी। यह यात्रा पूर्वान्ह 11 बजे ग्राम डांडेसरा पहुंचेगी। वहां आम सभा के बाद यह यात्रा आगे बढ़ेगी। गांधी विचार यात्रा कुरूद, कन्हारपुरी होते हुए शाम 4 बजे भुसरेंगा पहुंचेगी। इस यात्रा के दौरान कुरूद में दोपहर एक बजे और कन्हारपुरी में दोपहर 2 बजे आमसभा होगी.
गांधी विचार यात्रा छह अक्टूबर को ग्राम भुसरेंगा से सवेरे 9 बजे प्रारंभ होकर 10 बजे ग्राम चोरभट्ठी पहुंचेगी, वहां आमसभा के बाद यह यात्रा दोपहर 1.30 बजे बागदेही आएगी। यहां भी सभा के बाद यह यात्रा 2.30 बजे ग्राम भिंडरवानी पहुंचेगी। वहां आमसभा के बाद यह यात्रा अपरान्ह 3.30 बजे देवरी, शाम 4.30 बजे कोसमर्रा, शाम 5 बजे सिहाद रेस्ट हाऊस और 5.30 बजे सिहाद मोड़ होते हुए शाम 6.30 बजे भखारा पहुंचेगी, वहां राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति के अनावरण के बाद आमसभा का आयोजन होगा। सभा के बाद यह यात्रा ग्राम भखारा में रात्रि विश्राम करेगी।
यह यात्रा अगले दिन 7 अक्टूबर को ग्राम भखारा से सवेरे 9 बजे आगे बढ़ेगी। जो सुपेला, सेमरा, सिलतरा होते हुए अपरान्ह एक बजे सिलीडीह पहुंचेगी। पूर्वान्ह 11 बजे सुपेला में, 12 बजे सेमरा में और 12.30 बजे सिलतरा में आमसभाएं होंगी। गांधी विचार यात्रा अगले दिन 8 अक्टूबर को सुबह 9 बजे सिलीडीह से प्रारंभ होकर 10 बजे कानामुका, 10.30 बजे कचना में सभा कर रायपुर जिले में प्रवेश करेगी। यहां दोपहर 12 बजे राखी मोड़ में सभा का आयोजन होगा। विचार यात्रा दोपहर 2 बजे खोरपा पहुंचेगी और रात्रि विश्राम करेगी। गांधी विचार यात्रा 9 अक्टूबर को सुबह 9 बजे खोरपा से प्रारंभ होगी और दोपहर 12 बजे कोलर, 1.30 बजे छछानपैरी, 3 बजे मुजगहन और 4.30 बजे सेजबहार में सभा करते हुए रात्रि विश्राम करेंगी। गांधी विचार यात्रा 10 अक्टूबर को सुबह 9 बजे सेजबहार से प्रारंभ होगी, जो सुबह 10.30 बजे डूंडा और 12.30 बजे संतोषी नगर में सभा के उपरांत दोपहर 2 बजे गांधी मैदान रायपुर पहुंचेगी, यहां समापन समारोह होगा।
मोबाइल एवं मोबाइल की सारी एसएसरीज का काम अब जैन म्यूजिक एंड मोबाइल में
महासमुंद-भव्य शुभारंभ जैन म्यूजिक एंड मोबाइल महासमुंद में mobilla mobile acessories ka authorised distribution दिवस जैन के द्वारा आज किया गया. जैन म्यूजिक एंड मोबाइल के संचालक दिवस जैन के द्वारा बताया गया कि यहां अब सभी प्रकार के मोबाइल एवं मोबाइल से जुड़ी सारी एसएसरीज जैसे बैटरी,चार्जर, हैडफोन,कवर,पवार बैंक ,एवं मोबाइल रिपेयरिंग का काम किया जाएगा
नवरात्रि एवं दीवाली के मौके पर नए मोबाइल में 200 से लेकर 3000 तक का 100% तुरंत उपहार दिया जा रहा है इतना ही नही मोबाइल का कार्ड से पेमेंट करने पर 10% डिस्काउंट एवं 0% ब्याज व 0% प्रोसेसिंग फीस में फाइनेंस किया जा रहा है। मोबाइल हार्डवेयर एवं सॉफ्टवेयर रिपेयरिंग कार्य भी किया जाता है। मोबाइल में samsung, oppo,vivo,apple, realme,oneplus, nokia, mi आल मोबाइल किस्त में उपलब्ध है। इस अवसर पर मोबिल्ला से मुकेश जी, ओप्पो से रोहन जी और सेमसंग से हार्दिक पत्रिका से महेन्द्र ,नईदुनिया से आशुतोष जी महासमुंद के मोबाइल रेटलेर राकेश,अशोक,सुरेश,बिकाश,टिक,नीरज,नवीन,सुभम,अमित, बजाज से बिबेक जीना,hdb से ओम साहू उपस्थित थे।
ईस्ट कोस्ट रेलवे ने ट्रेनों में व रेलवे परिसर में अनधिकृत फेरीवालों खिलाफ करेगी सख्त कार्यवाही
महासमुंद-ईस्ट कोस्ट रेलवे ने ट्रेनों में और रेलवे परिसर में अनधिकृत फेरीवालों ( खादय या अन्य सामग्री)के खिलाफ सख्त कार्रवाई तेज करने के लिए विशेष अभियान का दूसरा चरण शुरू किया है, जो ट्रेन में और प्लेटफार्मों पर अवैध रूप से सामान बेचने में लगे हुए हैं। एंटी-हॉकिंग ड्राइव का पहला चरण जुलाई-2019 में शुरू किया गया था और इसके अच्छे परिणाम सामने आए हैं।
पूजा की छुट्टी के दौरान ट्रेन में फेरीवालों की बढ़ती उपस्थिति को देखते हुए, ईस्ट कोस्ट रेलवे ने वाणिज्यिक और आरपीएफ टीमों सहित अपने अधिकारियों को अनधिकृत फेरीवालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। इस अभियान का नेतृत्व प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त राजा पूजा की भीड़ के मद्देनजर, यह आमतौर पर देखा गया है कि अनधिकृत फेरीवाले गाड़ियों पर एडिबेल, किताबें और खिलौने बेचना शुरू करते हैं। पारिवारिक यात्राओं के लिए और छुट्टियों की यात्रा के लिए भारतीय रेलवे के आधार पर यात्रियों की संख्या पूजा के मौसम में बढ़ रही है और इससे कई हॉकरों को ट्रेन को उनके स्थान के रूप में चुनने का संकेत मिल सकता है।
ईसीओआर इस खतरे से छुटकारा पाने के लिए विशेष आश्चर्य अभियान चला रहा है। इन फेरीवालों के पास ट्रेन में या प्लेटफार्मों पर सामान बेचने के लिए लाइसेंस या परमिट नहीं है।
ECoR ने जून-जुलाई, 2019 में स्पेशल ड्राइव शुरू की थी और अनधिकृत फेरीवालों के खिलाफ कार्रवाई की थी और अनधिकृत फेरीवालों द्वारा बिक्री कम कर दी थी। स्थिति अब काफी बदल गई है और यात्री आसानी से स्टेशन पर लाइसेंस प्राप्त विक्रेताओं से सामान खरीद सकते हैं।
इसके अलावा, फेरीवालों के बीच असामाजिक तत्वों की उपस्थिति का खतरा और संभावना भी अधिकारियों के लिए एक चिंता का विषय है। फेरीवालों की आड़ में कई चेन स्नेचर और चोर ट्रेन में सवार होते हैं और यात्रियों को निशाना बनाते हैं।
यात्रियों से कीमती सामान उठाना कभी-कभी ट्रेनों में दोहराया जाता है और यह रेलवे के लिए चिंता का विषय है। इस तरह के ज्यादातर अपराध फेरीवालों की आड़ में घूमने वाले लोगों द्वारा किए जाते हैं। रेलवे परिसर और ट्रेनों में विभिन्न वस्तुओं के अवैध कटान के कारण कचरे की वृद्धि देखी जाती है।
अधिकारियों को ट्रेन में सवार होकर और रेलवे स्टेशन के परिसर में प्रवेश करने वाले भिखारियों और भिक्षाटन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई तेज करने की सलाह दी गई है। भिखारियों को रेलवे स्टेशन परिसर से हटाया जा रहा है। ECoR ने यात्रियों से फेरीवालों को हतोत्साहित करके ट्रेनों से अनधिकृत फेरीवालों और भिखारियों के उन्मूलन के लिए अपना समर्थन प्रदान करने का भी आग्रह किया है। फेरीवालों को हटाने में सार्वजनिक सहयोग ट्रेनों और स्टेशनों में बेहतर वातावरण प्रदान करेगा और एक सुखद यात्रा का अनुभव देगा|
सभी शालाओं में तैयार की जाए सुरक्षा योजना: स्कूल शिक्षा मंत्री
शाला में बच्चों की सुरक्षा और आपदा प्रबंधन आदि के लिए पहले से तैयार रहने हेतु राज्य में शाला सुरक्षा योजना संचालित की जा रही है। जिलों में जिला शिक्षा अधिकारी इस योजना के नोडल अधिकारी हैं। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ.प्रेमसाय सिंह टेकाम की उपस्थिति में स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में योजना का प्रस्तुतिकरण किया गया। श्री टेकाम ने कहा कि सभी शालाओं में सुरक्षा योजना तैयार की जाए.
प्रस्तुतिकरण में बताया गया कि योजना के तहत शाला सुरक्षा की दृष्टि से शालाओं में बेसलाइन आंकलन कर विभिन्न प्रकार की आपदाओं का आंकलन और उससे निपटने के लिए वर्तमान में उपलब्ध संसाधन की जानकारी, शाला में सुरक्षा ऑडिट और आपदा प्रबंधन योजना तैयार करवाना, शिक्षकों एवं बच्चों का सुरक्षा की दृष्टि से क्षमता विकास, मॉक ड्रिल का अभ्यास करवाया जाए। बच्चों के लिए पाठयक्रम में आपदा प्रबंधन से संबंधित जानकारियों को शामिल किया जाए। सभी शालाओं में शाला सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियों का प्रदर्शन तथा शाला सुरक्षा आपदा प्रबंधन समिति का गठन कर जिम्मेदारियां सौपी जाएं.
योजना के प्रस्तुतिकरण में बताया गया कि राज्य में विभिन्न प्रकार की- स्वच्छ पेयजल, आंधी-तूफान, बाढ़, सड़क दुर्घटना, सर्प काटना, यौन उत्पीड़न, प्रदूषण, लू लगना, आग से बचाव, मध्यान्ह भोजन, बिजली कड़कना, नक्सल दुर्घटना, नौका दुर्घटना, भवन गिरना, पोषक आहार, मधुमक्खी से बचाव, जानवरों से बचाव, खुला बोरिंग, भीड़ से बचाव, औद्योगिक प्रदूषण, जमीन धसकना, बिजली करन्ट, खदान, बाल अधिकार, ठंड से बचाव जैसी सम्भावित आपदाएं हैं.
योजना के तहत जिला स्तरीय अधिकारियों से अपेक्षाएं की गई है कि सभी शालाओं में राज्य द्वारा तैयार और वहां उपलब्ध करवाये गए ई-सुरक्षा पठन सामग्री को उपलब्ध करवाएं, प्रत्येक शाला से कम से कम एक शिक्षक को आपदा प्रबंधन पर ऑनलाइन प्रशिक्षण में शामिल करवाएं। सभी शालाओं में सुरक्षा ऑडिट और शाला सुरक्षा योजना तैयार करवाएं। शिक्षक प्रशिक्षण के लिए प्रत्येक विकासखंड से दो-दो मास्टर ट्रेनर्स का चयन कर शिक्षण प्रशिक्षण का आयोजन किया जाए.
राज्य स्तर पर नीतिगत निर्णय में शालाओं में सुरक्षा की दृष्टि से उपयुक्त पोस्टर डिजाईंन कर उपलब्ध करवाया जाए। शिक्षकों केे प्रशिक्षण के लिए आवश्यक व्यवस्था और बजट दिया जाए। पाठयपुस्तकों में शाला सुरक्षा और आपदा प्रबंधन पर सामग्री उपलब्ध करवायी जाए। सभी शालाओं में सुरक्षा ऑडिट और मॉकड्रिल आदि के आयोजन हेतु निर्देश दिए जाए। विभिन्न स्थानीय भाषा में तैयार शाला सुरक्षा मार्गदर्शिका को मुद्रित कर उपलब्ध करवाया जाए।