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हनुमान जी की चरित्र में सेवा, भक्ति व ज्ञान तीनों भाव दिखता है:-बालयोगी विष्णु अरोड़ा

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महासमुंद। बालयोगी विष्णु अरोड़ा ने कहा कि हनुमान जी की चरित्र में सेवा, भक्ति व ज्ञान तीनों भाव दिखता है। जीवन में सफलता के लिए हनुमान जी को आदर्श बनाना चाहिए।भगवान हनुमान जी न केवल तन और मन से शक्तिशाली हैं बल्कि कुशाग्र बुद्धि वाले हैं। तन की पवित्रता सेवा कर्म से, मन की पवित्रता भक्ति से तथा बुद्धि की पवित्रता ज्ञान से होती है।

हनुमान चरित्र पर व्याख्यान

दादाबाड़ा में आयोजित श्री मारूति महायज्ञ के तीसरे दिन शनिवार को प्रवर्चनकर्ता बालयोगी विष्णु अरोड़ा ने हनुमान चरित्र पर व्याख्यान देते हुए कहा कि परमात्मा ने हमें तन, मन और बुद्धि दी है। तन से ज्यादा शक्तिशाली मन होता है। जहां तन की शक्ति खत्म होती है वहीं से मन की शक्ति प्रारंभ होती है। वहीं अगर बुद्धि नहीं होगी तो हम मनुष्य नहीं कहलाएंगे। उन्होंने कहा कि तन की पवित्रता सेवा कर्म से, मन की पवित्रता भक्ति से तथा बुद्धि की पवित्रता ज्ञान से होती है। गीता में भी इन तीनों चीजों का वर्णन मिलता है।

हनुमान जी की चरित्र में सेवा, भक्ति व ज्ञान तीनों भाव दिखता है:-बालयोगी विष्णु अरोड़ा

हनुमान जी हमारे आराध्य इसलिए हैं कि हनुमान जी के चरित्र में तीनों का भाव देखने को मिलता है। लिहाजा उन्हें अपना आदर्श बनाना चािहए। बालयोगी अरोड़ा जी ने शास्त्रों व ग्रंथों का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारे ऋषि-मुनियों ने हनुमान जी की बुद्धि की तुलना देवताओं के गुरू बृहस्पति से की है और ब्रम्हा बनने का योग्य भी समझा है।

रामायण का एक प्रसंग

उन्होंने रामायण के एक प्रसंग के बारे में बताते हुए कहा कि जब भगवान राम और हनुमान जी मिले तो राम जी ने साधारण सवाल पूछा कि आप कौन हो तो हनुमान जी ने इस साधारण सवाल का अलौकिक जवाब दिया। हनुमान जी ने कहा कि अगर आप देह की दृष्टि से सवाल कर रहे हैं तो मैं सेवक हूं और आप मेरे स्वामी, अगर जीव की दृष्टि से सवाल कर रहे हैं तो मैं जीव हूं और आप ब्रम्हा और अगर आप आत्मदृष्टि से सवाल कर रहे हैं तो जो आत्मा मुझमें हैं वहीं आत्मा आप में हैं। इससे हनुमान जी के अदभूत ज्ञान की झलक मिलती है।

हनुमान जी की चरित्र में सेवा, भक्ति व ज्ञान तीनों भाव दिखता है:-बालयोगी विष्णु अरोड़ा

उन्होंने भगवान हनुमान जी के जन्म की पहल घटना का जिक्र करते हुए कहा कि हनुमान जी को भूख लगनेे पर सूर्य को निगल लिया था। ग्रंथों के अनुसार जब हनुमान जी को खाना खिलाने के लिए उनकी माता अंजना फल लाने चली गई। जब बालक हनुमान को भूख लगी तो सूर्य को फल समझकर निगल लिया।

हनुमान जी को मिले कई वरदान

उसी समयय राहू, सूर्य पर ग्रहण लगाना चाहते थे। सूर्य के नहीं मिलने पर राहू, इंद्र के पास गए और बताया कि सूर्य का कही पता नहीं चल रहा है। तब इंद्र ने हनुमान जी पर व्रज से प्रहार किया। इससे वे नीचे गिर गए और उनकी ठुड्डी टूट गई। पवन देव ने जब अपने पुत्र हनुमान की यह दशा देखी तो उन्हें क्रोध आ गया और अपनी गति रोक दी। इससे पृथ्वी में हाहाकर मच गया। बाद इसके सभी देवता ब्रम्हा जी के साथ गए और हनुमान जी को आशीर्वाद देने के साथ ही कई वरदान दिए गए।

हनुमान जी की चरित्र में सेवा, भक्ति व ज्ञान तीनों भाव दिखता है:-बालयोगी विष्णु अरोड़ा

भगवान के साथ सच्ची प्रीत से ही ज्ञान प्रकट होता है:- पण्डित अरविंद पांडेय

इस प्रसंग के माध्यम से पं अरोड़ा जी ने तार्किक बाते रखते हुए कहा कि

हनुमान जी का ज्ञान रूपी सूर्य को पांखड़ियों से बचाने का लक्ष्य रहा था।

इसलिए इंद्र ने व्रज का प्रहार किया तो उन्हें क्षमा मांगनी पड़ी।

राहु और हनुमान जी दोनों ने सूर्य को मुंह पर रखा लेकिन राहू असुर था।

उन्होंने मन की ताकत बताते हुए कहा कि सच्चे मन से साधना करने से परमात्मा की प्राप्ति होती है।

सच्चे मन से कर्म करने से मंजिल मिलना तय

इसके लिए उन्होंने महाराज खटवांग का उदाहरण देते हुए बताया कि एक बार

महाराज खटवांग जी असूरों से युद्ध कर रहे थे तभी देवताओं ने उन्हें बताया कि

उनके जीवन का दो घड़ी ही शेष है। बाद इसके वे तत्काल सच्चे मन से साधना में

जुट गए और उन्हें परमात्मा को प्राप्त कर लिया। जीवन के किसी भी क्षेत्र में

सच्चे मन से कर्म करने से मंजिल मिलना तय होता है। जहां मन साथ देता है

वहां सफलता की संभावना बढ़ जाती है। प्रवचन उपरांत यजमान

विनोद सेवनलाल चंद्राकर सहित उपस्थित धर्मप्रेमी विशेष आरती में शामिल हुए।

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सुखोई-30 MKI लड़ाकू विमान में ऐतिहासिक उड़ान भरी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने

सुखोई-30 MKI लड़ाकू विमान में ऐतिहासिक उड़ान भरी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने

दिल्ली :-राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज 8 अप्रैल को असम के तेजपुर वायु सेना स्टेशन पर सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान में ऐतिहासिक उड़ान भरी। उन्होंने ब्रह्मपुत्र और तेजपुर घाटी को कवर करते हुए लगभग 30 मिनट तक उड़ान भरी और वायु सेना स्टेशन लौटने से पहले उड़ान के दौरान हिमालय के दृश्य भी देखे।

विमान को 106 स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर ग्रुप कैप्टन नवीन कुमार ने उड़ाया था। विमान ने समुद्र तल से करीब दो किलोमीटर की ऊंचाई पर और करीब 800 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरी। राष्ट्रपति मुर्मु, इस तरह की उड़ान भरने वाली तीसरी राष्ट्रपति और दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं।

राष्ट्रपति ने बाद में आगंतुक पुस्तिका में एक संक्षिप्त नोट लिखकर अपनी भावनाओं को व्यक्त किया, जिसमें उन्होंने कहा भारतीय वायु सेना के शक्तिशाली सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान में उड़ान भरना मेरे लिए एक उत्साहजनक अनुभव रहा।

सुखोई-30 MKI लड़ाकू विमान में ऐतिहासिक उड़ान भरी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने

वायुसेना ने ब्रह्मोस मिसाइल से लैस सुखोई-30 M K I का पहला स्‍क्‍वार्डन अपने बेड़े में किया शामिल

यह गर्व की बात है कि भूमि, वायु और समुद्र की सभी सीमाओं को कवर करने के लिए भारत की रक्षा क्षमताओं का अत्यधिक विस्तार हुआ है। मैं इस उड़ान के आयोजन के लिए भारतीय वायु सेना और तेजपुर वायु सेना स्टेशन की पूरी टीम को बधाई देती हूं।

राष्ट्रपति को विमान और भारतीय वायु सेना की परिचालन क्षमताओं के बारे में भी जानकारी दी गई।

उन्होंने भारतीय वायुसेना की परिचालन तैयारियों पर संतोष व्यक्त किया।

राष्ट्रपति की सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान में उड़ान, भारतीय सशस्त्र बलों के

सर्वोच्च कमांडर के रूप में, सशस्त्र बलों के साथ जुड़ने के उनके प्रयासों का एक हिस्सा है।

मार्च 2023 में, राष्ट्रपति ने आईएनएस विक्रांत का दौरा किया था और

स्वदेश निर्मित विमान पर अधिकारियों एवं नाविकों के साथ बातचीत की थी।

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विद्यापीठ के डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी बने बेस्ट ऑथर ऑफ़ द ईयर

विद्यापीठ के डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी बने बेस्ट ऑथर ऑफ़ द ईयर

उदयपुर:-जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ के सहायक आचार्य व विश्व भाषा अकादमी की राजस्थान शाखा के अध्यक्ष डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी को उत्तम लेखन के लिए स्टोरी मिरर द्वारा सम्पादकीय चयन में ऑथर ऑफ द ईयर 2022 (द्वितीय स्थान) का सम्मान प्रदान किया गया है। यह सम्मान उन्हें अपने साहित्यिक लेखन द्वारा सामजिक मनोबल बढ़ाने और यथार्थ को अपने विशिष्ट अंदाज़ में दर्शाने हेतु प्रदान किया गया।

पेट ,प्यार और जिंदगी एक अलावा अन्य लघुकथा पढिए महेश राजा की

विद्यापीठ के डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी बने बेस्ट ऑथर ऑफ़ द ईयर

कुलपति प्रो. कर्नल एस.एस. सारंगदेवोत ने डॉ. चंद्रेश को बधाई देते हुए कहा कि डॉ. छतलानी अपने साहित्यकार धर्म का निर्वहन जिस प्रकार कर रहे हैं, वह निःसंदेह सराहनीय हैं। विज्ञान के विद्यार्थी, शोधकर्ता और एक शिक्षक होने के कारण डॉ. छतलानी के पास चीज़ों को पैनी निगाहों से देखने की दृष्टि भी है और बगैर लाग-लपेट के अपनी बात को पारदर्शिता के साथ दर्शाने की शैली भी। विश्व भाषा अकादमी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश शर्मा ने कहा कि लाखों पाठकों और दस हजार से अधिक लेखकों के समुदाय में डॉ. छतलानी का सम्पादक द्वारा वर्ष के सर्वश्रेष्ठ लेखक (द्वितीय स्थान) पर चयन होना गौरव का विषय है।

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निर्माण कार्यो में धीमी गति होने पर कलेक्टर ने सीएमओ को थमाया नोटिस

निर्माण कार्यो में धीमी गति होने पर कलेक्टर ने सीएमओ को थमाया नोटिस

बलौदाबाजार:- कलेक्टर रजत बंसल ने मिनीमाता उद्यान का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने उद्यान में लाइटिंग और धीमी निर्माण कार्यो होने पर नाराजगी जाहिर की एवं नगर पालिका सीएमओ यमन देवांगन को कारण बताओ नोटिस जारी करतें हुए 3 दिनों के भीतर जवाब देने के निर्देश दिए है। इसके साथ ही उद्यान के निर्माण कार्य की गुणवत्ता जांच के लिए  PWD & RES की 2-3 इंजीनियरों की टीम लगाकर पुनर्मूल्यांकन करनें के निर्देश सम्बंधित अधिकारियों को दिए है।

कलेक्टर रजत बंसल ने नगर में चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यो, मटन बाजार का आकस्मिक निरीक्षण कर जायजा लिया। उन्होनें नगर के विभिन्न क्षेत्रों का सघन मुआयना करते हुए प्राथमिकता से साफ-सफाई करने के निर्देश दिए है. इस दौरान पौनी पसारी योजना के तहत सब्जी मार्केट का निरीक्षण किया जहां गंदगी की अधिकता पर कलेक्टर बंसल ने विशेष रुप से बाजार की सफाई व स्वच्छता, पेयजल व्यवस्था एवं अन्य बुनियादी सुविधाओं को सुदृढ़ करने का निर्देश दिए है ताकि बाजार के साथ साथ शहर में उचित साफ सफाई हो सके।

निर्माण कार्यो में धीमी गति होने पर कलेक्टर ने सीएमओ को थमाया नोटिस

मिनीमाता उद्यान व तालाब का होगा सौंदर्यीकरण

गौरतलब है कि मिनीमाता उद्यान के लिए राज्य प्रवर्तित योजना के तहत 9.40 लाख रुपये राशि स्वीकृत हुआ था। इसके साथ ही नगर पालिका कार्यालय के समीप मुरूम तालाब के सौंदर्यीकरण और विकास कार्य हेतु कुल 44.36 लाख रुपये का निर्माण कार्य जारी है।

कलेक्टर बंसल ने इन सभी कार्यों को समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए है। मुरूम तालाब सौंदर्यीकरण के साथ ही 30 फिट ऊंचा तिरंगा झंडा लगाया जायेगा व यहां चौपाटी कार्य को जल्द ही पूर्ण किए जाए ताकि नगर वासियों को जल्द ही लाभ मिल सके।

नगर के लाल बहादुर शास्त्री वार्ड क्रमांक 10 में सरकार की योजना के तहत गरीब वर्ग के लोगों हेतु 51.06 लाख रुपए की लागत से पौनी पसारी निर्माण कार्य हो रहा है व लटुवा रोड निर्माण कार्य नगर समीप अंतिम चरण में है जिसे जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए है।

निर्माण कार्यो में धीमी गति होने पर कलेक्टर ने सीएमओ को थमाया नोटिस

नए भवन में शिफ्ट होगा  मटन मार्केट

आम जनता की सहूलियत को देखते हुए सब्जी मार्केट के समीप मटन मार्केट का भी संचालन होता आ रहा है

जिसे जल्द ही लाल बहादुर शास्त्री वार्ड में मई माह के अंत तक शिफ्ट कर लिया जाएगा।

शहर में पहले से ही 38.95 लाख की लागत से नवीन मटन मार्केट भवन प्रस्तावित था।

कलेक्टर बंसल के निर्देश पर नवीन मटन मार्केट में 29.80 लाख रुपये की लागत राशि से

अतिरिक्त बुनियादी कार्य जैसे स्टॉलर हाउस,सीसी रोड एवं बाउंड्रीवाल कार्य कराया गया है।

जिसका निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है. मई माह के अंत तक मटन मार्केट को शिफ्ट किया जायेगा

ताकि आमजनता को साफ सुव्यवस्थित मटन मार्केट का लाभ मिलेगा।

इस दौरान एसडीएम रोमा श्रीवास्तव,तहसीलदार तंबोली, बलौदाबाजार नगर पालिका सीएमओ

यमन देवांगन सहित अन्य अधिकारी गण उपस्थित थे।

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नपाध्यक्ष ने सांसद से पूछा कि केन्द्र सरकार और सांसद मद से क्षेत्र के विकास में क्या उपलब्धि है ?

नपाध्यक्ष ने सांसद से पूछा कि केन्द्र सरकार और सांसद मद से क्षेत्र के विकास में क्या उपलब्धि है ?

महासमुंद। नपाध्यक्ष राशि महिलांग ने सांसद से पूछा कि केन्द्र सरकार और सांसद मद से क्षेत्र के विकास में क्या उपलब्धि है ? छत्तीसगढ़ के 14 विधायकों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चर्चा पर बुलाएं जाने को लेकर नगर पालिका अध्यक्ष ने चुटकी लेते हुए सांसद चुन्नीलाल साहू को एक पत्र सौंपा है।

जिसमें उन्होंने उन विधायकों सहित सांसद से सवाल किया है कि, देश की जनता क्या गुनाह किया है कि, एक के बाद एक कमर तोड़ महंगाई की मार पड़ रहीं। गरीबों के साथ प्रधानमंत्री उज्जवला गैस सिलेंडर वितरण कर उनके साथ भद्दा मजाक किया गया है। गरीब परिवार गैस सिलेंडर की बढ़ती कीमत के चलते फिर लकड़ी जलाने को मजबूर हो गए हैं।

सांसद को सौपा स्मरण पत्र

पालिकाध्यक्ष राशि ने शुक्रवार को सांसद चुन्नीलाल साहू से मिलकर उन्हें एक स्मरण पत्र सौंपा है। जिसमे लेख है कि  छत्तीसगढ़ के 14 विधायकों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बुलावे पर चर्चा पर जाने को इसे हास्यास्पद करार दिया है। उन्होंने कहा कि, छत्तीसगढ़ के पौने तीन करोड़ जनता ने उन विधायकों को भी अपना अमूल्य मत देकर चुना है तो क्या छत्तीसगढ़ की जनता के प्रति उनकी कोई जवाबदेही नहीं बनती कि प्रधानमंत्री से कमर तोड़ महंगाई से आम जनता को राहत पहुंचाने की अपनी ओर से मांग रखे।

नपाध्यक्ष ने सांसद से पूछा कि केन्द्र सरकार और सांसद मद से क्षेत्र के विकास में क्या उपलब्धि है ?

इस दौरान नपाध्यक्ष ने सांसद से कहा कि 2014 में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में जनमानस ने आपके दल भारतीय जनता पार्टी को सरकार बनाने व आपके पार्टी के सांसद चुने। पुनः लोकसभा चुनाव में आपको जनता ने भारी बहुमत से विजय का आशीर्वाद देकर लोकसभा का सदस्य निर्वाचित किया था। आपके विधायक और सांसद ने छत्तीसगढ़ के पौने तीन करोड़ जनमानस का विश्वास को तोड़ने के अलावा छत्तीसगढ़ के विकास में रोड़ा अटकाने का काम किया है।

मूलभूत समस्याओं का निराकरण आज तक अधूरी

आम जनता अपनी अनेक मूलभूत समस्याओं के निराकरण की आशा आप से की थी, जो आज तक अधूरी ही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में रसोई गैस के दाम 1100 रुपए से अधिक कीमत में मिल रही है जो पूर्व में कांग्रेस गठबंधन के समय 550 रुपए की कीमत थी । वर्तमान में दाल व खाद्य तेल के दाम भी आसमान छू रहा है, आप ने इन सभी जनसमस्याओं पर मौन धारण कर लिया है, जो हम सभी लोकसभा वासियों के लिए अत्यंत दुख का विषय है।

नपाध्यक्ष ने कहा कि क्षेत्र के अनेक योजनाएं विशेषतः सिंचाई योजनाएं केंद्र सरकार के

अधीन केंद्रीय वन पर्यावरण मंत्रालय में अनापत्ति प्रमाण के लिए लंबित है।

इन योजनाओं के क्रियान्वयन से क्षेत्र में कृषि का रकबा व पैदावार में बढ़ोतरी होगी।

उक्त विषयों में आपकी भूमिका प्रभावी ना रहीं।

बताए उपलब्धि

नपाध्यक्ष ने कहा कि आपके सांसद मद की राशि से पालिका क्षेत्र में कोई भी

उल्लेखनीय विकास संपन्न नही हुआ, जो अत्यंत दुख का विषय है।

क्षेत्र में पढ़े लिखे बेरोजगार युवाओं की तदात दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रहीं है व केंद्र की कोई भी

उपक्रम व निजी क्षेत्र आज पर्यांत तक स्थापित नहीं हो पाया है, जो आपके सरकार का नारा

सबका साथ सबका विकास को प्रदर्शित करता हो?

नपाध्यक्ष ने सांसद से आग्रह करते हुए कहा कि आपके संसदीय कार्यकाल में व केंद्र सरकार

की क्षेत्र व नगर में उपलब्धि बताने का कष्ट करें।

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हनुमान चरित्र से हमारे जीवन, व्यक्तित्व व समाज को प्रेरणा मिलती है :-पं विष्णु अरोड़ा

हनुमान चरित्र से हमारे जीवन, व्यक्तित्व व समाज को प्रेरणा मिलती है :-पं विष्णु अरोड़ा

महासमुन्द। बालयोगी पं विष्णु अरोड़ा ने कहा कि हनुमान चरित्र से हमें सीख लेना चाहिए। हनुमान चरित्र से हमारे जीवन, व्यक्तित्व व समाज को प्रेरणा मिलती है। दादाबाडा में चल रहे श्री मारुति महायज्ञ के मुख्य प्रवचनकर्ता पं विष्णु अरोड़ा ने हनुमान जन्मोत्सव पर हनुमान चरित्र को समझाते हुए भगवान हनुमान को शंकर सुमन कहने के पीछे के कारणों पर विस्तार से प्रकाश डाला।

पं विष्णु अरोड़ा ने शिव पुराण का उल्लेख करते हुए कहा कि एक बार भगवान शिव व पार्वती बैकुंठ गए और नारायण से कहा कि जब समुद्र मंथन हुआ तो मुझे जहर पीना पड़ा और जब अमृत निकला तो मैं आपके मोहिनी स्वरूप का दर्शन नहीं कर पाया। भगवान शिव की मंशा समझ नारायण ने मोहिनी स्वरूप का दर्शन कराया। इस रूप को देखकर भगवान शिव मोहित हो गए और उनका तेज गिर गया। जिसे सप्तऋषियों ने पत्ते

में एकत्र कर तपस्यारत अंजना के कर्ण माध्यम से प्रवेश कराया, इससे हनुमान का जन्म हुआ और शंकर सुमन कहलाए।

समर्पण भाव से भागवत सुनने से मन की शांति के साथ मोक्ष का मार्ग होता है प्रशस्त

हनुमान चरित्र से हमारे जीवन, व्यक्तित्व व समाज को प्रेरणा मिलती है :-पं विष्णु अरोड़ा

यहीं पर उन्होंने उपस्थितजनों को व्याख्यान के माध्यम से बताया कि हमें समझने की जरूरत है। जो व्यक्ति मोहनी का अर्थ समझ लेगा उसे सारी बाते समझ आएगी। मोहिनी का अर्थ है मोह का नाश। मतलब मोह नही रहेगा तो विरक्ति का भाव आएगा। विरक्ति के भाव के बाद जो दिव्य तेज प्रगट हुआ वह ज्ञान था। ज्ञान की सात अवस्था होती है। ज्ञान को जीवन में उतारना चाहिए। जिसे सप्तऋषियों ने भोजपत्र में उतारकर उस दिव्य ज्ञान को माता अंजना को सुनाया। सुनने का माध्यम कर्ण का काम है। उस दिव्य ज्ञान को प्राप्त करने जो पुत्र हुआ वह हनुमान कहलाए।

भव्य कलश यात्रा के साथ श्री मारूति महायज्ञ का हुआ आगाज,हजारों की संख्या में शामिल हुए श्रद्धालु

पं विष्णु अरोड़ा ने इसी तरह हनुमान के पवनपुत्र, केशरीनन्दन के नाम पड़ने का

भी विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने इतिहास व शास्त्र के अंतर को भी उदाहरण

सहित वर्णन करते हुए कहा कि दोनों बिलकुल अलग-अलग होता है।

भारतीय ऋषियों ने शास्त्र लिखने की परंपरा डाली है, शास्त्र बार-बार पढ़ी जाती है।

इसका हर काल में लाभ मिलता है। प्रवचन के बाद हनुमान चालीसा का पाठ किया गया

इसके बाद इसके प्रसादी का वितरण किया गया।

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केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने 6 लेन वाले दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का किया निरीक्षण

केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने 6 लेन वाले दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का किया निरीक्षण

दिल्ली :- 6 लेन वाले दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का निरीक्षण केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री, नितिन गडकरी ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति मे किया। 

इस 6 लेन वाले 212 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे का लागत 12,000 करोड़ रुपये है।यह एक्सप्रेसवे चार खंडों में विभाजित है और इसका निर्माण दिल्ली में अक्षरधाम के पास से शुरु होकर शास्त्री पार्क, खजूरी खास, मंडोला के खेकड़ा में ईपीई इंटरचेंज, बागपत, शामली, सहारनपुर उत्तर प्रदेश से होकर उत्तराखंड के देहरादून तक किया जा रहा है। देहरादून के दतकाली में 1,995 करोड़ रुपये की लागत से 340 मीटर लंबी 3 लेन वाली सुरंग का निर्माण भी किया जा रहा है।

राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे 600 से ज्यादा यात्री सुविधाओं का विकास करेगा NHI

केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने 6 लेन वाले दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का किया निरीक्षण

PM मोदी 8 और 9 अप्रैल को तेलंगाना, तमिलनाडु व कर्नाटक का करेंगे दौरा

इस कॉरिडोर के निर्माण में अनेक प्रकार के विशेष प्रावधान किए गए हैं, जिसमें गणेशपुर से देहरादून तक मार्ग को वन्यजीवों के लिए सुरक्षित रखा गया है। इसमें 12 किलोमीटर एलिवेटेड रोड, 6 पशु अंडरपास, 2 हाथी अंडरपास, 2 बड़े पुल और 13 छोटे पुलों का प्रावधान है।

पूरे एक्सप्रेसवे में 113 वीयूपी (वाहन अंडर पास), एलवीयूपी (हल्के वाहन अंडर पास), एसवीयूपी (छोटे वाहन अंडर पास), 5 आरओबी, 4 बड़े पुल और 62 बस शेल्टर का निर्माण किया जा रहा है। इसके साथ ही, 76 किलोमीटर सर्विस रोड,

29 किलोमीटर एलिवेटेड रोड और 16 प्रवेश-निकास बिंदु का भी निर्माण किया जा रहा है।

यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए, दिल्ली-देहरादून एक्सेस कंट्रोल्ड ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे

पर 12 सड़क सुविधाओं का प्रावधान किया गया है। इस राजमार्ग को हरिद्वार से जोड़ने

के लिए 2,095 करोड़ रुपये की लागत से 6 लेन वाले 51 किलोमीटर लंबे

ग्रीनफील्ड सड़क का निर्माण किया जा रहा है।

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PM मोदी 8 और 9 अप्रैल को तेलंगाना, तमिलनाडु व कर्नाटक का करेंगे दौरा

PM मोदी 8 और 9 अप्रैल को तेलंगाना, तमिलनाडु व कर्नाटक का करेंगे दौरा
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दिल्ली :-  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 और 9 अप्रैल को तेलंगाना, तमिलनाडु व कर्नाटक का दौरा करेंगे प्रधानमंत्री 8 अप्रैल, 2023 को लगभग 11:45 बजे सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पहुंचेंगे और सिकंदराबाद-तिरुपति वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे। प्रधानमंत्री दोपहर लगभग 12:15 बजे, हैदराबाद के परेड ग्राउंड में एक सार्वजनिक समारोह में भाग लेंगे, जहां वे एम्स बीबीनगर, हैदराबाद की आधारशिला रखेंगे।

पीएम मोदी पांच राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। वे सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे और रेलवे से संबंधित अन्य विकास परियोजनाओं का लोकार्पण भी करेंगे।

प्रधानमंत्री दोपहर बाद करीब 3 बजे चेन्नई एयरपोर्ट पहुंचेंगे, जहां वे चेन्नई एयरपोर्ट के न्यू इंटीग्रेटेड टर्मिनल बिल्डिंग का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री शाम 4 बजे, एमजीआर चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर चेन्नई-कोयम्बटूर वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे। कार्यक्रम के दौरान वे अन्य रेल परियोजनाओं का उद्घाटन और शुभारंभ भी करेंगे।

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की भव्‍य प्रतिमा का अनावरण करेंगे PM मोदी 8 सितम्बर को

प्रधानमंत्री शाम 4:45 बजे, चेन्नई में श्री रामकृष्ण मठ की 125वीं वर्षगांठ समारोह में भाग लेंगे।

प्रधानमंत्री शाम 6:30 बजे, अलस्ट्रॉम क्रिकेट ग्राउंड, चेन्नई में एक सार्वजनिक कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे,

जहां वे सड़क परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।

पीएम मोदी  9 अप्रैल, 2023 को सुबह करीब 7:15 बजे बांदीपुर टाइगर रिजर्व का दौरा करेंगे।

वे मुदुमलाई टाइगर रिजर्व में थेप्पाकडू एलीफेंट कैंप भी देखेंगे।

प्रधानमंत्री लगभग 11 बजे कर्नाटक राज्य मुक्त विश्वविद्यालय, मैसूरु में आयोजित कार्यक्रम

‘प्रोजेक्ट टाइगर के 50 वर्ष पूरे होने की स्मृति’ का उद्घाटन करेंगे।

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सैकड़ों श्रद्धालुओं ने डाली आहुति श्री मारूति महायज्ञ में

सैकड़ों श्रद्धालुओं ने डाली आहुति श्री मारूति महायज्ञ में

महासमुंद। शहर के दादाबाड़ा में आयोजित श्री मारूति महायज्ञ में यजमान विनोद सेवनलाल चंद्राकर व निर्मला चंद्राकर सहित सैकड़ों श्रद्धालुओं ने आहूति डाली। श्री मारूति महायज्ञ के यज्ञाचार्य पं पंकज महाराज ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ यज्ञ कराया।

श्री मारूति महायज्ञ के दूसरे दिन आज शुक्रवार की सुबह यजमान विनोद सेवनलाल चंद्राकर व निर्मला चंद्राकर ने वैदिक पूजन करते हुए यज्ञ मंडप में स्थापित सभी देवी देवताओं की पूजा अर्चना की। मुख्य हवन कुंड में अग्नि स्थापना के लिए प्राकृतिक तरीके से सूर्यदेव के माध्यम से अग्नि प्रज्वलित किया गया। यहां यज्ञ के लिए 21 कुंड बनाए गए हैं। जिसमें सौ से अधिक जोड़े ने सुंदर कांड के 60 दोहे पर आहुति डाली। यज्ञ का सिलसिला करीब दो घंटे चला।

भव्य कलश यात्रा के साथ श्री मारूति महायज्ञ का हुआ आगाज,हजारों की संख्या में शामिल हुए श्रद्धालु

सैकड़ों श्रद्धालुओं ने डाली आहुति श्री मारूति महायज्ञ में

श्रद्धालुओं ने भंडारे में किया प्रसाद ग्रहण

छह अप्रैल से दस अप्रैल तक दादाबाड़ा में आयोजित श्री मारूति महायज्ञ के दौरान भंडारे का आयोजन किया गया है। महायज्ञ के दूसरे दिन भंडारे में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। इसके अलावा प्रसादी का भी वितरण किया गया। भंडारे में क्षेत्रवासियों का सहयोग मिल रहा है।

बालयोगी का पुष्प वर्षा से स्वागत

समर्पण भाव से भागवत सुनने से मन की शांति के साथ मोक्ष का मार्ग होता है प्रशस्त

श्री मारुति महायज्ञ के प्रवचनकर्ता बालयोगी पं विष्णु अरोड़ा आज शुक्रवार को महासमुन्द पहुंचे।

श्री अरोड़ा का सर्वप्रथम त्रिमूर्ति कॉलोनी के पास स्वागत किया गया।

इसके बाद इसके यज्ञस्थल पहुंचने पर

श्री अरोड़ा का यजमान विनोद सेवनलाल चंद्राकर व निर्मला चंद्राकर सहित समिति के

सदस्यों ने स्वागत किया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।

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भव्य कलश यात्रा के साथ श्री मारूति महायज्ञ का हुआ आगाज,हजारों की संख्या में शामिल हुए श्रद्धालु

भव्य कलश यात्रा के साथ श्री मारूति महायज्ञ का हुआ आगाज

महासमुंद। भव्य कलश जल यात्रा के साथ श्री मारूति महायज्ञ का आगाज हुआ। इस दौरान हजारों की संख्या में माताओं व बहनों ने कलश यात्रा में भाग लिया। दुर्गा वाहिनी की बहनों द्वारा शौर्य प्रदर्शन ने मन मोह लिया। इसके पूर्व श्री मारूति महायज्ञ के यजमान विनोद सेवनलाल चंद्राकर यज्ञस्थल पर आयोजित विशेष पूजा में शामिल हुए।

गुरूवार को हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर श्री मारूति महायज्ञ आयोजन समिति के तत्वावधान में शहर के दादाबाड़ा से भव्य कलश जल यात्रा निकाली गई। श्री मारूति महायज्ञ के यजमान विनोद सेवनलाल चंद्राकर व  निर्मला चंद्राकर सहित हजारों की संख्या में शाम साढ़े चार बजे कलश यात्रा प्रारंभ हुई।

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भव्य कलश यात्रा के साथ श्री मारूति महायज्ञ का हुआ आगाज

कलश यात्रा में भगवान श्रीराम, हनुमान जी व भगवान शिव जी की आकर्षक झांकी आकर्षण का केंद्र रही। इस दौरान डीजे व धुमाल के भक्ति गीतों पर श्रद्धालुजन भाव विभोर होते रहे। दुर्गा वाहिनी की बहनों द्वारा शौर्य प्रदर्शन करते हुए कलश यात्रा के आगे-आगे चल रही थी। वहीं भगवान राम की झांकी के पीछे महिलाएं शंखनाद करते हुए चल रही थी।

कलश यात्रा दादाबाड़ा से हुई प्रारंभ

कलश यात्रा दादाबाड़ा से प्रारंभ होकर बस स्टैंड चौंक, अंबेडकर चौक, स्वामी चौक, कांग्रेस भवन चौक, नगरपालिका चौक, कचहरी चौक, बरोंडा चौक, शास्त्री चौक, बजरंग चौक, दुर्गा चौक, बाबा रामदेव मंदिर, गांधी चौक, महामाया मंदिर होते यज्ञस्थल दादाबाड़ा में समाप्त हुई। इस दौरान जगह-जगह आतिशबाजी के साथ स्वागत किया गया। इसके पूर्व आज गुरूवार की सुबह यज्ञस्थल पर यजमान विनोद सेवनलाल चंद्राकर विशेष पूजा अर्चना में शामिल हुए।

भव्य कलश यात्रा के साथ श्री मारूति महायज्ञ का हुआ आगाज

गौरतलब है कि छह अप्रैल से दादाबाड़ा में पंच दिवसीय श्री मारूति महायज्ञ आयोजित है।

जिसके लिए कल बुधवार को यज्ञाचार्य पं पंकज तिवारी ने यजमान विनोद सेवनलाल चंद्राकर व

उनके परिवार का विधि विधानपूर्वक विभिन्न संस्कार कराया।

श्री मारूति महायज्ञ आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि प्रतिदिन सुबह सात से 9 बजे तक पूजन,

दस बजे से 12 बजे तक यज्ञ, दोपहर 12 बजे मध्यान्ह आरती,

दोपहर दो बजे से चार बजे तक भजन कीर्तन, शाम चार बजे से साढ़े छह बजे तक प्रवचन

व शाम सात बजे आरती का कार्यक्रम होगा।

समिति के सदस्यों ने बताया कि श्री मारुती महायज्ञ के समापन के दिन विश्राम यात्रा निकाली जाएगी।

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