बालोद-महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिला मुख्यालय में संचालित सखी वन स्टाप सेंटर में भटकी हुई महिला एवं बच्चे को शासन द्वारा निर्धारित सुविधा मिली है। सखी वन स्टाॅप सेंटर के प्रभारी केन्द्र प्रशासक ने बताया कि सखी वन स्टाप सेंटर में 29 जनवरी 2021 को दूरभाष के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि एक महिला एवं बच्चा बालोद से लगभग आठ किलोमीटर की दूरी पर दल्लीराजहरा मार्ग में दैहान मोड़ के पास भटक रहे हैं।
सूचना मिलते ही तत्काल सखी टीम द्वारा थाना बालोद को सूचना दिया गया एवं सखी टीम व थाना बालोद द्वारा रेस्क्यू कर महिला एवं बच्चे को लेकर आए और दोनो का स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया जिसमें स्वस्थ पाए गए। स्वास्थ्य जाॅच उपरांत महिला एवं बच्चे को सखी सेंटर में अस्थाई आश्रय हेतु लाया गया।
महिला एवं बच्चा कई दिनों से आसपास के गांव में भूखे-प्यासे भटकने के कारण महिला कुछ बोलने की स्थिति में नहीं थी। सखी सेंटर में आने के पश्चात् दोनो को शासन द्वारा निर्धारित उपलब्ध सुविधा मुहैया कराया गया। उन्होंने बताया कि दूसरे दिन महिला का काउंसलिंग परामर्शदाता के द्वारा किया गया परन्तु महिला कुछ बात नही की वह सिर्फ सामने वालों की भाषा समझ रही थी। इसके पश्चात् महिला धीरे-धीरे स्टाफ वालों से घुली-मिली तब कुछ-कुछ बोलना शुरू की।
उसने बताया कि वह लगभग दो माह से भटक रही है और भीख मांगकर खा रही थी। महिला ने अपना नाम नीमन पति मनुहर कण्डुल पता झारखण्ड बताई।
प्रभारी केन्द्र प्रशासक ने बताया कि भटकी हुई महिला के निवास स्थान
का सही पता नहीं होने के कारण व शासन द्वारा निर्धारित अवधि तक आश्रय दिया जाता है।
महासमुन्द- जिले के आगनबाड़ी केन्द्रों में माह फरवरी की पहली तारीख से कुपोषित बच्चें और 15 से 49 वर्ष के चिन्हांकित एनीमिक महिलाओं को सप्ताह में तीन दिन गुणवत्तापूर्ण स्वादिष्ट भोजन देने की शुरूआत की गई है। इसके लिए जिला खनिज न्यास निधि से आवश्यक राशि उपलब्ध कराई गई है।
अधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के तहत् आगनबाड़ी केन्द्रों में गुणवत्ता और हितग्राहियों को लाभान्वित किए जाने की स्थिति पर लगातार निगाह रखीं जा रही हैं। कलेक्टर डोमन सिंह आज विकासखण्ड बसना के ग्राम हाड़ापथरा आगनबाड़ी केन्द्र पहुंचकर हितग्राहियों से रूबरू होकर भोजन की गुणवत्ता एवं उपलब्धता के बारें में जानकारी ली। उन्होंने भोजन की गुणवत्ता भी जांची।
इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डाॅ. रवि मित्तल, महिला एव बाल विकास अधिकारी मनोज सिन्हा सहित विभिन्न विभागों के जिला एवं ब्लाॅक स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने इस मौकें पर उन्होंने आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से बातचीत भी की और आगनबाड़ी में जरूरी चीजों की जानकारी ली। आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बताया कि 01 फरवरी से शुरू हुआ है। गरम भोजन सप्ताह में तीन दिन सोमवार, बुधवार और शुक्रवार दिया जाएगा। कार्यकर्ता ने बताया कि आगनबाड़ी केन्द्र में बर्तन और गैस की व्यवस्था है। कलेक्टर ने कहा कि गरम भोजन की राशि सीधे आगनबाड़ी कार्यकर्ता के बैंक खातें में आएगी।
कलेक्टर ने हेल्मेट पहननें वालों को दिया पुष्पगुच्छ
महासमुन्द-कलेक्टर डोमन सिंह ने ग्राम हाड़ापथरा में कार्यक्रम में हेल्मेट का उपयोग कर आए वाहन चालकों को अपने पास बुलाया, उनमें से एक वाहन चालक सुनील उसके पास आया। उन्होंने पुष्पगुच्छ देकर उन्हें सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि हेल्मेट पहनकर बाईक चलाना और यातायात नियमों का पालन करना अच्छी बात है।
जयपुर-राजस्थान प्रदेश के लिए गर्व की बात है कि राजस्थान राज्य भारत स्काउट व गाइड ने कोरोना महामारी के दौरान प्रदान की गई उल्लेखनीय सेवाओं और समाज को प्रेरित करने में देशभर में प्रथम स्थान प्राप्त एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। राजस्थान की इस ऎतिहासिक उपलब्धि का श्रेय संगठन के समस्त स्काउट्स गाइड्स की मेहनत एवं निःस्वार्थ सेवाओं को देते हुए स्टेट चीफ कमिश्नर जे.सी. महान्ति ने सभी को हार्दिक बधाई देते हुए किये जा रहे कार्यो व सेवाओं की सराहना की।
भारत स्काउट व गाइड के राष्ट्रीय मुख्यालय, नई दिल्ली द्वारा कोविड-19 महामारी के दौरान सभी राज्यों द्वारा किये गये कायोर्ं व सेवाओं की समीक्षा करते हुए राष्ट्र स्तरीय पुरस्कारों की घोषणा की गई। राजस्थान राज्य भारत स्काउट व गाइड को प्रदेश के स्काउट गाइड रोवर रेंजर द्वारा इस दौरान किये गये उल्लेखनीय कार्यों, सेवाओं और जन-जागृति के परिणामस्वरूप प्रथम पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। पुरस्कार स्वरूप 50,000 रूपये. नकद राशि दी जायेगी।
इस अवसर पर स्टेट चीफ कमिश्नर जे.सी. महान्ति ने बताया कि गत मार्च माह से प्रदेश के 20 हजार से अधिक स्काउट्स गाइड्स ने स्व प्रेरित भाव से कोरोना योद्धा के रूप में अनेक कार्य किये। 7 लाख से अधिक मास्क एवं 11 लाख से अधिक भोजन व खाद्य सामग्री के पैकेट जरूरतमंदों को वितरित किये।
स्थानीय प्रशासन के साथ 17 लाख से अधिक स्थानों को सेनेटाइज किया तथा सोशल डिस्टेंसिंग, हाथ धोने, मास्क पहनने इत्यादि के प्रति जन-जागरूकता लाने के दृष्टि से 30 हजार से अधिक रैलियां निकाली।
स्काउट गाइड ने 58 लाख से अधिक राशि एकत्रित कर मुख्यमंत्री
एवं प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा करवाई। हमारे स्काउट्स गाइड्स
ने इस दौरान पशु-पक्षियों का भी पूरा ध्यान रखा और उनके आहार
व पानी की समूचित व्यवस्था की। इसी के परिणामस्वरूप राजस्थान
राज्य भारत स्काउट व गाइड ने उल्लेखनीय सेवाओं और समाज
को प्रेरित करने में देशभर में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
जयपुर- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सवाई मानसिंह चिकित्सालय जयपुर द्वारा एक सप्ताह में दूसरी बार सफलतापूर्वक अंग प्रत्यारोपण करने पर एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भण्डारी एवं अंग प्रत्यारोपण करने वाले चिकित्सकों की पूरी टीम को बधाई दी है।
सीएम गहलोत ने कहा कि देशभर में प्रतिवर्ष हजारों मरीजों की मृत्यु शरीर के महत्वपूर्ण अंगों के कार्य करना बंद करने से हो जाती है। ऎसे में सही समय पर अंग प्रत्यारोपित कर गंभीर बीमारियों से जुझ रहे कई मरीजों को जीवनदान दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अंगदान महादान है।
अंगदान कर दूसरों का जीवन बचाना मृत्यु के बाद भी अंगदाता और उसके परिजनों को गौरवान्वित करता है। यह सकारात्मक संदेश आज समाज के हर व्यक्ति तक पहुंचाने की आवश्यकता है ताकि ब्रेनडेड घोषित किए गए मरीज के परिजन समय पर उस मरीज के अंगों को दान करने के लिए मोटिवेट हो सकें।
उल्लेखनीय है कि सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती 14 वर्षीय विशाल के ब्रेन डेड घोषित होने के बाद डॉक्टरों की समझाइश से उसके परिजनों ने अंगदान करने का फैसला लिया। इसके बाद विशाल की दो किडनी एसएमएस अस्पताल में ही जरूरतमंदों को लगाई गईं। मरीज का लीवर महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल, जयपुर भेजा गया जबकि दोनों फेफडे एवं हृदय चार्टर्ड विमान से चेन्नई भेजे गए जहां उनका सफलतापूर्वक प्रत्यारोपण किया गया।
भोपाल-मध्यप्रदेश में खाद्य पदार्थों में पेस्टीसाइड्स की मात्रा और स्वास्थ्य के लिये घातक मेटल्स की मात्रा का परीक्षण राज्य खाद्य प्रयोगशाला में किया जाने लगा है। नव-निर्मित राज्य खाद्य प्रयोगशाला में यह पहल आधुनिक मशीनों के माध्यम से ऑनरेरियम पर अप्वाइंट किये गये छात्र-छात्राओं के माध्यम से की गयी है। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने आज ईदगाह हिल्स स्थित राज्य खाद्य प्रयोगशाला का निरीक्षण किया। स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. संजय गोयल और खाद्य सुरक्षा प्रशासन के अधिकारी साथ थे।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने मिलावट से मुक्ति अभियान की शुरूआत में अधिकारियों को निर्देश दिये थे कि नई प्रयोगशाला में लगायी गयी आधुनिक मशीनों को उपयोग में लाया जाना प्रारंभ किया जाये। नियमित नियुक्तियों की प्रतीक्षा किये बगैर फ्रेशर स्टूडेंट को शॉर्ट-टर्म रिफ्रेशर कोर्स के माध्यम से प्रशिक्षित कर कार्य प्रारंभ किया जाये।
विभाग द्वारा की गयी इस नयी पहल के सकारात्मक परिणाम सामने आये। अभियान के पहले एक माह में 700 नमूनों की जाँच करने वाली प्रयोगशाला में 2 हजार नमूनों की जाँच करने की क्षमता विकसित हुई और इससे अभियान के दौरान प्रयोगशाला में आने वाले नमूनों की जाँच समय अवधि के भीतर करने में कामयाबी प्राप्त हुई।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि खाद्य पदार्थों में पेस्टीसाइड के माध्यम से घातक रसायनों और लेड, मैग्नीशियम आदि घातक मेटल्स की खाद्य पदार्थ में कितनी मात्रा है और इस मात्रा का स्तर किस प्रकार घातक है, इसकी जाँच अब आधुनिक मशीनों से राज्य खाद्य प्रयोगशाला में हो रही है।
उन्होंने कहा कि आम नागरिकों के खाद्य पदार्थों की जाँच के लिये 9 चलित प्रयोगशाला संचालित की जा रही हैं। इन प्रयोगशालाओं में आम नागरिक मात्र 10 रुपये का शुल्क देकर खाद्य पदार्थ की जाँच करवा सकता है। हर जिले में तत्काल जाँच की सुविधा के लिये मैजिक बॉक्स उपलब्ध करवाये गये हैं।
उन्होंने बताया कि राज्य खाद्य प्रयोगशाला में नमूनों की जाँच क्षमता बढ़ाने के लिये इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में
रायपुर- परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर के निर्देश पर वाहनों में ओव्हर लोडिंग और बकाया कर वसूली की कार्रवाई की जा रही हैं। उड़नदस्ता रायपुर द्वारा इस संदर्भ में बिलासपुर जिले में विशेष अभियान चला कर 10 वाहनों पर ओव्हर लोडिंग और बकाया कर की कार्रवाई करते हुए 4 लाख 21 हजार 732 रूपए की राशि वसूल की गई है। इनमें शमन शुल्क के 68 हजार रूपए और बकाया कर वसूली के 3 लाख 53 हजार 732 रूपए शामिल है।
परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बिलासपुर जिले में विभिन्न वाहनों पर ओव्हर लोडिंग और बकाया कर वसूली की कार्रवाई की गई। इनमें वाहन क्रमांक सीजी 04 वाय0342 वाहन का प्रकार एचजीव्ही पर शमन शुल्क 3500 रूपए और बकाया कर 90241 रूपए की वसूली की कार्रवाई की गई। इसी प्रकार वाहन क्रमांक सीजी10वाय0639 वाहन का प्रकार एचजीव्ही पर शमन शुल्क 3500 रूपए और बकाया कर 110716 रूपए की वसूली की कार्रवाई की गई।
वाहन क्रमांक सीजी13एलए4851 वाहन का प्रकार एचजीव्ही पर शमन शुल्क 2000 रूपए और बकाया कर 126191 रूपए की वसूली की कार्रवाई की गई। वाहन क्रमांक सीजी10एएस5215 वाहन का प्रकार एचजीव्ही पर बकाया कर 26 ह जार 584 रूपए की वसूली की कार्रवाई की गई। वाहन क्रमांक सीजी10एएच9770 वाहन का प्रकार एचजीव्ही पर ओव्हर लोडिंग तीन टन अधिक पाए जाने पर कार्रवाई करते हुए 21 हजार रूपए की वसूली की गई।
इसी तरह वाहन क्रमांक सीजी10आर0395 वाहन का प्रकार एमजीव्ही पर ओव्हर लोडिंग दो टन अधिक पाए जाने पर कार्रवाई करते हुए 15 हजार रूपए की वसूली की गई। वाहन क्रमांक सीजी10डी6960 वाहन का प्रकार ट्रैक्टर पर ओव्हर लोडिंग एक टन अधिक पाए जाने पर कार्रवाई करते हुए 10 हजार रूपए की वसूली की गई।
वाहन क्रमांक सीजी10बीडी3368 वाहन का प्रकार एमजीव्ही पर
कार्रवाई करते हुए शमन शुल्क 2500 रूपए की वसूली की गई।
महासमुंद- बागबाहरा पुलिस के द्वारा मारुति सियाज कार क्रमांक UP 80 FN 4393 में सीट के पीछे चैम्बर बना कर छिपा कर 36.270 किलो ग्राम चांदी एवं 12,70,000 (बारह लाख सत्तर हजार)रुपये नगदी के साथ दो व्यकित को गिरफ्तार किया गया बताया जाता है कि दोनों व्यक्ति आपस मे रिश्तेदार जीजा साला है जो आगरा उत्तर प्रदेश के रहने वाले है धारा 102 जा0फौ0 के तहत जप्त किया गया
प्रेस को जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने बताया कि 02फरवरी को जरिये मुखबिर सूचना मिला कि एक संदिग्ध वाहन में नगदी रकम एवं चांदी लेकर कुछ लोग खरियार रोड से महासमुन्द की ओर आ रहे है कि सूचना पर NH353 रोड थाना के सामने चण्डी मंदिर मोड़ के पास कार क्रमांक UP 80 FN 4393 की तलाशी लेने पर कार के डिक्की के अंदर बने चेम्बर के अंदर रखे कुल वजनी 36.270 किलो ग्राम चांदी तथा नगदी रकम 12,70,000 रूपये रखा मिला।
वाहन में मिले उक्त नगदी रकम एवं चांदी के ज्वेलरी के संबंध में पूछताछ करने पर वाहन में बैठे व्यक्तियों का नाम पता पूछने पर अपना नाम 01. सचिन कुमार गुप्ता पिता नंद किशोर गुप्ता (30) निवासी अंसल नगर थाना ताजगंज आंगरा उत्तर प्रदेश 02. सचिन गुप्ता पिता रमेश चन्द्र (32) निवासी जंगजीत नगर थाना सदर आगरा उत्तर प्रदेश का रहने वाला बताये।
सचिन कुमार गुप्ता पिता नंद किशोर गुप्ता उसके घर में अणर्व ज्वेलर्स के नाम से चांदी की ट्रेडिंग अपने साले सचिन गुप्ता पिता रमेश चन्द्र के साथ मिलकर करना बताया तथा आगरा से लगभग 70 किलो ग्राम की ज्वेलरी को बिक्री करने हेतु उडीसा में विभिन्न ज्वेलरी शॉप में चांदी की ज्वेलरी को बिक्री कर बिक्री रकम व शेष बचे ज्वेलरी व व्यापरियों से ली कच्ची चांदी को लेकर वापस आगरा जाना बताया।
सचिन कुमार गुप्ता पिता नंद किशोर गुप्ता एवं सचिन गुप्ता पिता रमेश चंद गुप्ता को उक्त नगदी रकम तथा उन व्यापारियों से कच्ची चांदी तथा शेष ज्वेलरी के संबंध में कोई दस्तावेज नही होना लिखित में देने पर एवं अपराध के संबंध में कार के डिक्की में रखे चांदी कुल वजनी 36.270 किलो ग्राम
कीमत करीब 25,38,900 रूपये नगदी रकम 12,70,000
रूपये वाहन कीमती 8,00,000 रूपये कुल जुमला 46,08,900 रूपये को
धारा 102 जा0फौ0 के तहत जप्त किया गया। गहनों एवं नगदी रकम को सीलबंद किया गया।
दिल्ली-महिला और बाल विकास मंत्रालय ने प्रतिष्ठित नारी शक्ति पुरस्कार – 2020 के लिए नामांकन जमा करने की अंतिम तारीख 6 फरवरी, 2021 तक बढ़ा दी है। महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में व्यक्तियों आदि द्वारा उल्लेखनीय कार्य को सम्मानित करते हुए महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा प्रति वर्ष 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर नारी शक्ति पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं।
नारी शक्ति पुरस्कार निर्णय लेने वाली भूमिका में महिलाओं की भागीदारी, परम्परागत और गैर-परम्परागत क्षेत्रों में महिलाओं के कौशल विकास, ग्रामीण महिलाओंको बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने, विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी जैसे गैर-परम्परागत क्षेत्रों में महिलाओंकोप्रोत्साहित करने, खेलकूद, कला और संस्कृति तथा महिलाओं की संरक्षा और सुरक्षा, स्वास्थ्य और तंदरुस्ती, शिक्षा, जीवन शैलियों, सम्मान एवं गरिमा को बढ़ावा देने आदि के महत्वपूर्ण कार्य करने वाले व्यक्तियों/समूहों/स्वयंसेवी संगठनों/संस्थानों आदि को प्रदान किया जाता है। पुरस्कार के अंतर्गत प्रशस्ति पत्र औरदो लाख रुपए की सम्मान राशि दी जाती है।
दिशानिर्देशों के अनुसार इन क्षेत्रों में न्यूनतम पांच वर्ष तक काम करने वाला कम से कम 25 वर्ष आयु का कोई भी व्यक्ति और संस्थान पुरस्कार के लिए नामांकन का पात्र है।
पुरस्कार में ऐसे व्यक्तियों अथवा संस्थानों आदि की उपलब्धि को मान्यता दी जाती है जिन्होंने अपनी उम्र, भौगोलिक सीमाओं या संसाधनों के अभाव जैसी बाधाओं को पार करते हुए अपने सपने पूरे किए।
उनके मजबूत इरादे समाज को और विशेषकर युवाओं को स्त्री-पुरुष
के बीच रूढ़ीवादी भेदभाव को दूर करने के लिए प्रेरित करते हैं।
दिल्ली-वैश्विक महामारी के खिलाफ अपनी लड़ाई में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल करने के लिए भारत की तेज गति लगातार जारी है। एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करके भारत 40 लाख कोविड-19 टीकाकरण का आंकड़ा हासिल करने वाला दुनिया का सबसे तेज देश बन गया है। भारत ने यह लक्ष्य 18 दिनों में हासिल किया है।1 फरवरी, 2021 के अनुसार लोगों को कोविड-19 वैक्सीन देने की संख्या के रूप में भारत दुनिया के पांच शीर्ष देशों में शामिल है। भारत में टीकाकरण अभियान लगातार तेज गति से जारी है।
कोविड-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई से अन्य क्षेत्रों में भी रोजाना सफलता प्राप्त हो रही है। पिछले 24 घंटों में 14 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों में कोविड के कारण मौत का कोई भी मामला दर्ज नहीं हुआ है। ये राज्य हैं – अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दमन एवं दीव और दादरा एवं नगर हवेली, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, मिजोरम, नगालैंड, लक्षद्वीप, लद्दाख, सिक्किम, मणिपुर, पुदुचेरी, गोवा, ओडिशा और असम।
प्रतिदिन अधिक संख्या में कोविड मरीजों के ठीक होने और मृत्युदर में काफी गिरावट आने से देश में सक्रिय मामलों की संख्या में गिरावट का रुझान लगातार जारी है। पिछले 24 घंटों में देश में सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 1,60,057 हो गई है। देश में सक्रिय मामलों की संख्या भी घटकर कुल मामलों की 1.5 प्रतिशत (मौजूदा 1.49 प्रतिशत) हो गई है।देश में पिछले 24 घंटों के दौरान 11,039 नए मामलों की पुष्टि हुई है।
इसी अवधि के दौरान 14,225 नए मरीज ठीक हुए हैं। इस कारण कुल सक्रिय मामलों की संख्या में 3,296 मामलों की गिरावट दर्ज हुई है। कोविड से ठीक हुए मरीजों की कुल संख्या 1,04,62,631 हो गई है। राष्ट्रीय रिकवरी दर 97.08 प्रतिशत है, जो वैश्विक रूप से सबसे अधिक है। सक्रिय मामलों और ठीक हुए मरीजों के बीच अंतर लगातार बढ़ते हुए 1,03,02,574 हो गया है।
31 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में 5,000 से भी कम सक्रिय मामले हैं।आठ राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों में साप्ताहिक संक्रमण दर राष्ट्रीय औसत 1.91 प्रतिशत से अधिक है। केरल में सबसे अधिक 12 प्रतिशत साप्ताहिक संक्रमण दर है, जबकि छत्तीसगढ़ में यह दर 7 प्रतिशत है।
3 फरवरी, 2021 के अनुसार सुबह 8 बजे तक देशव्यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान के तहत 41 लाख (41,38,918) से अधिक लाभार्थियों को टीका लग गया है। .
1अंडमान और निकोबार द्वीप समूह-2,727 2 आंध्र प्रदेश-1,87,252 3 अरुणाचल प्रदेश-9,791 4 असम- 42,435 5 बिहार-2,22,153 6 चंडीगढ़-4,019 7 छत्तीसगढ़-79,676 8 दादरा और नगर हवेली-867 9 दमन और दीव-469 10-दिल्ली-74,068 11 गोवा-5,422 12 गुजरात-2,87,852 13 हरियाणा-1,27,893 14 हिमाचल प्रदेश-39,570 15 जम्मू-कश्मीर- 26,634 16 झारखंड-55,671 17 कर्नाटक-3,16,368 18केरल-2,24,846 19लद्दाख-1,234 20 लक्षद्वीप-807 21 मध्य प्रदेश-2,98,376 22 महाराष्ट्र-3,18,744 23 मणिपुर-4,739 24 मेघालय-4,694 25 मिजोरम-9,932 26 नगालैंड-4,093 27 ओडिशा-2,08,205 28 पुदुचेरी-3,077 29 पंजाब-61,381 30 राजस्थान-3,39,218 31-सिक्किम-2,647 32 तमिलनाडु-1,20,745 33 तेलंगाना-1,70,043 34-त्रिपुरा-32,196 35उत्तर प्रदेश-4,63,793 36उत्तराखंड-43,430 37पश्चिम बंगाल-2,88,245 38 विविध-55,606 कुल-41,38,918 टीकाकरण हुए है ।
पिछले 24 घंटों में 3,845 सत्रों में 1,88,762 स्वास्थ्य कर्मियों को टीके लगाए गए हैं। अब तक 76,576 सत्रों का आयोजन हो गया है। रोजाना टीका लगने वाले लाभार्थियों की संख्या में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है।85.62 प्रतिशत ठीक हुए नए मामले 8 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों से हैं।
केरल में नए ठीक हुए मामलों की संख्या 5,747 रही है, जो सबसे अधिक है। महाराष्ट्र और तमिलनाडु में क्रमश: 4,011 और 521 नए मरीज ठीक हुए हैं।83.01 प्रतिशत नए मामले 6 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से संबंधित हैं। केरल में कल सबसे अधिक 5,716 नए मामले दर्ज हुए हैं।
महाराष्ट्र और तमिलनाडु में पिछले 24 घंटों में क्रमश: 1,927 और 510 नए मामलों का पता चला है। पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड से 110 मरीजों की मौत होने का पता चला है। ऐसी मौत के 66.36 प्रतिशत मामले पांच राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों से संबंधित हैं। महाराष्ट्र में सबसे अधिक 30 नए मरीजों की मौत हुई है, जबकि केरल 24 घंटों के दौरान 16 नए मरीजों की मौत हुई है।
भोपाल-मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिए हैं कि समर्थन मूल्य पर उपार्जन के बाद संबंधित किसान को यदि उसकी उपार्जित फसल का भुगतान नहीं किया जाता है तो इसके लिए जिम्मेवार व्यक्तियों की संपत्ति नीलाम कर किसान को भुगतान कराया जाए। साथ ही दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही की जाए। सभी जिले के कलेक्टर इस संबंध में जाँच करा लें कि उनके जिले में कोई ऐसा प्रकरण लंबित तो नहीं है, यदि है तो तत्परता के साथ कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री ने ग्वालियर जिले के एक प्रकरण में कृषक को उपार्जन गेहूँ का भुगतान नहीं किए जाने तथा राशि का संबंधित सोसाइटी द्वारा फर्जीवाड़ा किए जाने पर कलेक्टर ग्वालियर द्वारा की गई कार्रवाई की सराहना की। कलेक्टर द्वारा न केवल संबंधित सोसाइटी के पदाधिकारियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की गई अपितु उसकी संपत्ति नीलाम कर कृषक को उपार्जित गेहूँ की पूरी राशि दिलवाई गई।
मुख्यमंत्री मंत्रालय में समाधान ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिकायतों का ऑनलाइन निराकरण कर रहे थे। वी.सी. में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन विनोद कुमार, प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कई जिलों में कलेक्टर जन-सुनवाई के दौरान प्राप्त शिकायतों को संबंधित विभाग को अग्रेषित कर देते हैं, यह पर्याप्त नहीं है। कलेक्टर सुनिश्चित करें कि जन-सुनवाई में प्राप्त शिकायतों का निराकरण हो जाए। सी.एम. हेल्पलाइन की शिकायतों में लगातार छह बार निम्न प्रदर्शन करने वाले भिंड जिले को कार्य सुधारने के निर्देश दिए गए। इसी प्रकार शिवपुरी, मुरैना, शाजापुर, दतिया को भी सुधार के निर्देश दिए गए।