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आदिवासियों पर अत्याचार कर जनजातीय दिवस मनाने का औचित्य नहीं:विनोद चंद्राकर

हसदेव जंगल की कटाई को रोक दें तो नाम से पेड़ लगाने की आवश्यकता नहीं
Vinod Chandrakar-1

महासमुंद:-आदिवासियों पर अत्याचार कर जनजातीय दिवस मनाने का औचित्य नहीं,जल, जंगल, जमीन बचाने लड़ रहे आदिवासियों पर अत्याचार कर भगवान बिरसा मुण्डा का अपमान किया जा रहा है धरती बाबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर उन्हें प्रणाम करते हुए पूर्व संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने कहा कि एक ओर पूरे प्रदेश में आदिवासियों पर अत्याचार हो रहे हैं, वहीं, दूसरी ओर प्रदेश की भाजपा सरकार जनजातीय दिवस मनाने का ढोंग कर रही है। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा जननायक थे, उन्होंने आदिवासी समुदाय को जल, जंगल, जमीन के बारे में जागरूक किया और उन्हें अपने हक की लड़ाई लड़ने की प्रेरणा दी।

साय सरकार बरसा रही है लाठियां

अपने अधिकार व हक की लड़ाई लड़ने वाले आदिवासियों पर भाजपा की साय सरकार लाठियां बरसा रही है। पूरे देश में आदिवासियों पर अत्याचार करना भाजपा की नीति बन गई है। जो आदिवासी सदियों से जंगलों के मालिक हैं, उन्हें बेदखल किया जा रहा है, ताकि अडानी की खदानें चल सकें।

छत्तीसगढ़ में संविधान की पांचवी अनुसूची के क्षेत्र समाप्त कर दिये गये हैं? इसके तहत संरक्षित क्षेत्र से आदिवासियों को बेदखल किया जा रहा है। आदिवादियों के जल, जंगल और जमीन के अधिकार और पुरखों की विरासत का नष्ट करने का काम भाजपा कर रही है। ऐसे में जनजातीय गाैरव दिवस मनाने का कोई औचित्य नहीं। पूरे प्रदेश में आदिवासियों पर अत्याचार बढ़ा है। जंगल बचाने शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करने वालों को पुलिस बल के माध्यम से खदेड़ा जा रहा है।

आदिवासियों पर अत्याचार कर जनजातीय दिवस मनाने का औचित्य नहीं:विनोद

पूर्व संसदीय सचिव ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने अंग्रेजों द्वारा थोपी गई ज़मींदारी प्रथा, जबरन धर्म परिवर्तन और आदिवासी लोगों के पारंपरिक जीवन पर अत्याचारों के खिलाफ़ लड़ाई लड़ी। धरती आबा बिरसा मुंडा ने ब्रिटिश शासन और उनके अत्याचारों के खिलाफ “उलगुलान” आदिवासी विद्रोह का नेतृत्व किया।

भगवान बिरसा मुंडा के बताए मार्ग पर चलने वाला समाज है। उन्हीं की प्रेरणा से अपने अधिकार व हक की लड़ाई आदिवासी लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने आदिवासियों की सम्मान व उनके अधिकार को सुरक्षित रखने विधानसभा में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया था कि हसदेव अरण्य क्षेत्र में पेड़ नहीं काटे जाएंगे। भाजपा ने भी प्रस्ताव का समर्थन किया था, लेकिन आज आदिवासियों के विरोध के बावजूद जंगल खाली करने को कहा जा रहा है और विरोध करने पर आदिवासी भाई-बहनों पर अत्याचार किया जा रहा है।

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अंकोरी में 879 कट्टा धान जप्त,मंडी अधिनियम के तहत किया गया कार्यवाही

अंकोरी में 879 कट्टा धान जप्त,मंडी अधिनियम के तहत किया गया कार्यवाही

महासमुंद:-बसना के ग्राम अंकोरी में 879 कट्टा धान जिला प्रशासन की टीम के द्वारा जप्त कर मंडी अधिनियम के तहत कार्रवाई किया गया। ।

बसना अनुविभागीय अधिकारी मनोज खांडे के निर्देशन में देर रात बसना के ग्राम अंकोरी मे विशाल गजेंद्र और जगदीश सिदार घर मे क्रमशः 479 और 400 कट्टा धान के अवैध भंडारण पर सख्ती बरतते हुए कुल 879 कट्टा धान जब्त कर मंडी अधिनियम के तहत कार्रवाई किया गया।

अधिकारियों को सूचना मिली थी कि अंकोरी विशाल गजेंद्र और जगदीश सिदार के घर में बिना पर्याप्त दस्तावेज के धान का भंडारण किया गया है। तत्पश्चात राजस्व की टीम ने छापामार कार्रवाई की और दस्तावेज मांगे, परंतु पर्याप्त दस्तावेज प्रस्तुत करने में असमर्थ रहे।

इस मामले में प्रशासन द्वारा धान को जब्त कर मंडी अधिनियम के तहत करवाई कर जब्त किया गया। ज्ञात है कि कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं कि अवैध परिवहन और भण्डारण पर सख्ती जारी रहेगी, और जांच में दोषी पाए जाने वालों पर उचित कार्रवाई की जाएगी। कार्रवाई मे अनुविभागीय अधिकारी मनोज खांडे, तहसीलदार ममता ठाकुर, फ़ूड इंस्पेक्टर, मंडी उपनिरीक्षक, पटवारी मौजूद थे। उल्लेखित है कि प्रशासन द्वारा पहले दिन ही सरायपाली, पिथौरा मे बड़ी कारवाई की गई है। जिसमे ट्रक मे अवैध परिवहन करते और 1000 कट्टा धान का भण्डारण किया गया था। जिसे जप्त किया गया।

सराईपाली के एक व्यापारिक प्रतिष्ठान से 188 क्विंटल धान व 6 क्विंटल महुआ जप्त

सरायपाली में अवैध धान परिवहन पर कार्रवाई

महासमुंद:-सरायपाली अनुविभागीय अधिकारी (IAS) नम्रता चौबे के निर्देशन में 14 नवंबर को सरायपाली क्षेत्र में अवैध धान परिवहन पर सख्ती बरतते हुए प्रशासन ने बिना दस्तावेजों के धान ले जा रहे एक ट्रक को जब्त कर मंडी के सुपुर्द कर दिया।

अधिकारियों को सूचना मिली थी कि एक ट्रक बिना वैध दस्तावेजों के धान का परिवहन कर रहा है। तत्पश्चात, जांच टीम ने कार्रवाई करते हुए ट्रक को रोका और दस्तावेज मांगे, परंतु चालक दस्तावेज प्रस्तुत करने में असमर्थ रहा। इस मामले में प्रशासन द्वारा ट्रक को जब्त कर मंडी में सुरक्षित रखा गया। प्रशासन का कहना है कि अवैध परिवहन पर सख्ती जारी रहेगी, और जांच में दोषी पाए जाने वालों पर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

 

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गीदम ब्लॉक स्तरीय बस्तर ओलंपिक संपन्न हुआ, विजेताएं जिला स्तर पर दिखाएंगे प्रतिभा

ब्लॉक स्तरीय बस्तर ओलंपिक संपन्न , विजेताएं जिला स्तर पर दिखाएंगे प्रतिभा

गीदम/दंतेवाड़ा :- गीदम ब्लॉक स्तरीय बस्तर ओलंपिक संपन्न हुआ, विजेताएं जिला स्तर पर दिखाएंगे प्रतिभा,जूनियर वर्ग एवं सीनियर वर्ग के लिए 11 विधाओं में कुल 4588 प्रतिभागी हिस्सा लिए। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक के तर्ज पर फुटबॉल, खोखो, बैडमिंटन, कराते, कबड्डी, तीरंदाजी, वॉलीबॉल एवं एथलेटिक्स एवं रस्साखींच आदि सम्मिलित है।

दंतेवाड़ा जिले के विकासखंड गीदम अंतर्गत अटल बिहारी वाजपेई एजुकेशन सिटी जावंगा में जिला प्रशासन दंतेवाड़ा के तत्वावधान में 4 दिवसीय विकासखंड स्तरीय बस्तर ओलंपिक खेल प्रतियोगिता जनपद पंचायत गीदम द्वारा पुलिस प्रशासन तथा खेल एवं युवा कल्याण विभाग दंतेवाड़ा नोडल सहयोग से 9 से 12 नवंबर 2024 तक भव्य रूप से आयोजित किया गया।

जूनियर वर्ग 14 से 17 आयु वर्ष में बालिका व बालिकाएं एवं सीनियर वर्ग 17 आयु वर्ष उपर पुरुष व महिलाओं के लिए इस प्रतियोगिता शामिल किया गया। पहले व दूसरे दिन जूनियर वर्ग खेल प्रतियोगिता एवं तीसरे व चौथे दिन सीनियर वर्ग विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं संपन्न किया गया।

छत्तीसगढ़ शासन एवं जिला प्रशासन दंतेवाड़ा के मार्गदर्शन पर बस्तर क्षेत्र के युवाओं एवं नागरिककों ओलंपिक खेल में सम्मिलित करने उद्देश्य से अंतरराष्ट्रीय तर्ज पर एकलव्य खेल परिसर जावांगा में बैडमिंटन, कराते, कबड्डी, तीरंदाजी, वॉलीबॉल एवं एथलेटिक्स एवं रस्साखींच एवं आस्था विद्या मंदिर जावंगा में फुटबॉल प्रतियोगिताएं आयोजित किया गया।

जनपद पंचायत गीदम, खेल एवं युवा कल्याण विभाग एवं विकासखंड शिक्षा विभाग गीदम के अधिकारियों ने विजेताओं को मोमेंटो, गोल्ड मेडल , सिल्वर मेडल, ब्रोंज मेडल एवं प्रमाण पत्र दे कर सम्मानित किया। विजेताएं जिला स्तर पर होने वाले बस्तर ओलंपिक में अपनी प्रतिभा दिखाएंगे।

इस चार दिवसीय विकासखंड स्तरीय बस्तर ओलंपिक में जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी कृपेंद्र तिवारी, विकासखंड शिक्षा अधिकारी शेख़ रफीक, सहायक खंड शिक्षा अधिकारी भवानी पुनेम के मार्गदर्शन पर सर्व अधिकारीगण, सर्व सचिव जनपद पंचायत, सर्व संकुल समन्वयक शिक्षा विभाग, सर्व पीटीआई, शिक्षक शिक्षिकाएं अहम भूमिका निभाकर प्रतियोगिताएं सुचारू रूप से संपन्न किया।

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शादी कर सोने चांदी के गहना व नगदी रकम की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश ,महिला सहित 04 आरोपी गिरफ्तार

शादी कर सोने चांदी के गहना व रकम की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश

महासमुन्द:- फर्जी तरीके से शादी कर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया गया है इस मामले मे महिला सहित 04 आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है । चौकी भवरपुर थाना बसना में 419,420,406,34 भादवि के तहत् कार्यवाही कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया गया। प्रकरण मे विवेचना के दौरान अन्य 02 साथी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है तथा सभी आरोपीयों के पुराने रिकार्ड खंगाले जा रहे है ।

घटना का विवरण इस प्रकार है

पैसा लुटने के नियत से दुल्हन और उसके साथियों के द्वारा साजिस के तहत ममता पटेल छद्म नाम के साथ प्रार्थी के साथ विवाह तय कराकर आरोपियों के द्वारा प्लानिंग के तहत 25 फरवरी 2024 को राधा स्वामी मंदिर सुहेला उडीसा मे प्रार्थी एवं ममता पटेल का फर्जी शादी कराया गया।

शादी कराने के एवज में प्रार्थी से तीन लाख रूपये लिया गया। शादी के पश्चात आरोपिया, ममता पटेल नाम की दुल्हन बनकर प्रार्थी के घर आयी और मौका देखकर उपहार स्वरूप मिले सोने का लाकेट एवं चांदी का मंगलसुत्र , चांदी का पायल , एक मोबाईल फोन, कुल कीमत 70,000 रूपये को लेकर भाग जाने का आवेदन पर चौकी भंवरपुर में थाना बसना में दिया गया ।

शादी कर सोने चांदी के गहना व रकम की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश

विवेचना दौरान पुलिस टीम के द्वारा उडीसा एवं छत्तीसगढ के कई संभावित जगहों पर छापे मारी कि गई । मास्टर माइंड आरोपी (01) गुप्ता सुनानी उर्फ राकेश पिता अनामा सुनानी साकिन ग्राम डुगरीगुडा थाना बेलपाडा जिला बलांगिर उडिसा (02) दुल्हन ममता सराफ उर्फ ममता पटेल (छद्म) पिता पुर्णा बाघ (30) साकिन डोंगरीगुडा थाना बेलपाडा जिला बलांगिर उडिसा को 12 नवंबर को खपराकोल बलांगीर नक्सल प्रभावित इलाके में छुपे हुये थे। 

उन्हे पुलिस अभिरक्षा में लेकर चौकी भंवरपुर लाया गया पूछताछ उपरांत आरोपी गुप्ता सुनानी उर्फ राकेश से मोबाईल फोन एवं ममता बाघ उर्फ ममता पटेल के द्वारा पेश करने पर पहने हुये सोने एवं चांदी के गहनों को जप्त किया गया ।

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अवैध धान परिवहन पर हुई कार्रवाई एक ट्रक जप्त

अवैध धान परिवहन पर हुई कार्रवाई एक ट्रक जप्त

महासमुंद :-सरायपाली में अवैध धान परिवहन पर कार्रवाई किया गया, ट्रक को जब्त कर मंडी के सुपुर्द किया गया । सरायपाली अनुविभागीय अधिकारी (IAS) नम्रता चौबे के निर्देशन में आज सरायपाली क्षेत्र में अवैध धान परिवहन पर सख्ती बरतते हुए प्रशासन ने बिना दस्तावेजों के धान ले जा रहे एक ट्रक को जब्त कर मंडी के सुपुर्द कर दिया।

अधिकारियों को सूचना मिली थी कि एक ट्रक बिना वैध दस्तावेजों के धान का परिवहन कर रहा है। तत्पश्चात, जांच टीम ने कार्रवाई करते हुए ट्रक को रोका और दस्तावेज मांगे, परंतु चालक दस्तावेज प्रस्तुत करने में असमर्थ रहा। इस मामले में प्रशासन द्वारा ट्रक को जब्त कर मंडी में सुरक्षित रखा गया। प्रशासन का कहना है कि अवैध परिवहन पर सख्ती जारी रहेगी, और जांच में दोषी पाए जाने वालों पर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

अवैध धान परिवहन पर हुई कार्रवाई एक ट्रक जप्त

अवैध धान परिवहन पर हुई कार्रवाई एक ट्रक जप्त

ज्ञात हो कि जिले मे कलेक्टर विनय लंगेह के मार्गदर्शन मे धान खरीदी की सभी तैयारी पूर्ण कर लिया गया है।
खाद्य अधिकारी अजय यादव के अनुसार जिले में 130 समिति के माध्यम से 182 उपार्जन केन्द्रो मे धान खरीदी की जाएगी । उन्होंने बताया कि खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में शासन द्वारा निर्धारित अनुमानित खरीदी 9,96,248 मे.टन के विरुद्ध 11,28,540 मे.टन की खरीदी की गई थी। इस वर्ष खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में शासन द्वारा 12,45,963 मे.टन अनुमानित धान उपार्जन का लक्ष्य प्रदान किया गया ।

धान खरीदी हेतु 6 विशेष जांच दल का गठन तहसीलवार किया गया है। जिसमे (तहसीलदार, खाद्य निरीक्षक, मंडी निरीक्षक, सहकारिता निरीक्षक होंगे ) इसी तरह 16 चेक पोस्ट अंतर्राज्यीय एवं अतिरिक्त पुलिस 05, वन जांच चौकी 02 के माध्यम से भी निगरानी किया जाएगा। जिले मे कृषक उन्नति योजना के तहत किसानों से 3100 रूपए प्रति क्विंटल की दर और प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से धान खरीदी का कार्य प्रारंभ होगा।

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बार–बार किसानों की उपेक्षा करना भाजपा की आदत: विनोद चंद्राकर

हसदेव जंगल व गंदमार्दन पर्वत को भाजपा सरकार से खतरा : विनोद चंद्राकर

महासमुंद :-बार–बार किसानों की उपेक्षा करना भाजपा की आदत बन गई है वही किसानों को फसल क्षति की मुआवजा से वंचित करना चाहती है उक्त बाते पूर्व विधायक विनोद चंद्राकर ने जारी प्रेस विज्ञप्ति मे कही है ।

पूर्व विधायक ने आगे कहा है कि कांग्रेस कार्यकाल के समय किसानों के हितचिंतक बनने का ढोंग रचने वाले भाजपा के बड़े नेता आज अपने सरकार में मुंह में दही जमाए बैठे हैं। पूर्ववर्ती कांग्रेस शासन काल में झलप पटेवा क्षेत्र के ओलावृष्टि प्रभावित किसानों को फसल क्षति का मुआवजा देने की प्रक्रिया प्रारंभ की गई थी।

अधिकतर किसानों को मुआवजा मिला भी। पश्चात विधान सभा चुनाव के चलते कुछ गांवों के किसानों को मुआवजा वितरण नहीं हो पाया था। लेकिन सरकार बदलने के बाद से किसानों को भाजपा ने फसल क्षति का मुआवजा देना मुनासिब नहीं समझा। उस समय मुआवजा वितरण को लेकर हाय तौबा मचाने वाले भाजपा नेता आज इस मुद्दे पर बचते नजर आ रहे हैं।

कोई सुनवाई नहीं

पूर्व संसदीय सचिव ने कहा कि बार बार क्षेत्र के किसानों द्वारा ज्ञापन आवेदन सौंपने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। मेरे द्वारा भी इस संबंध में कलेक्टर को पत्र के माध्यम से अवगत कराकर शीघ्र मुआवजा प्रदान करने निवेदन किया गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अभी अंतिम बार नायब तहसीलदार झलप को क्षेत्र के किसानों ने 4 नवंबर को ज्ञापन सौंपकर 9 नवंबर तक मुआवजा राशि प्रदान करने की मांग की थी।

लेकिन, 9 नवंबर तक भी किसानों को कोई मुआवजा नहीं मिला। किसानों ने कहा था कि 9 नवंबर तक मुआवजा नहीं मिली तो वे उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। जिसकी संपूर्ण जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी। अब यदि किसान विरोध करने पर उतर आए तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। सरकार द्वारा बार बार किसानों की उपेक्षा का परिणाम भयंकर हो सकता है। किसान कोई खैरात नहीं अपना अधिकार मांग रहे हैं।

फसल ओलावृष्टि से हुई बर्बाद

पूर्व संसदीय सचिव चंद्राकर ने कहा कि भाजपा की किसान विरोधी सरकार किसानों की फरियाद सुनने को तैयार नहीं है। हजारों एकड़ की फसल ओलावृष्टि से बर्बाद हो गई। किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया। फसल बर्बाद होने से किसान कर्ज में दब गए। किसानों के हित के इस महत्वपूर्ण मसले पर भाजपा नेताओं ने मौन साध लिया। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ओला प्रभावित किसानों को मुआवजा प्रदान करने की घोषणा की थी।

इसके बाद कई गांवों के किसानों को क्षतिपूर्ति राशि का भुगतान किया गया। कुछ ग्राम के किसान शेष रह गए थे। भाजपा ने ग्राम बरभाठा, गोडपाली, तेंदुवाही, सिनोधा, पचरी, नवागांव, बांसकुडा, जलकी, छपोराडीह, बिरबिरा, झाखरमुडा, धनगांव, रायतुम, रूमेकल, खरोरा के कृषकों के फसल क्षतिपूर्ति की राशि अटका दिया। साल भर से क्षतिपूर्ति राशि नहीं मिलने से किसान आक्रोशित हैं। परिणाम स्वरूप किसान आंदोलन की रणनीति बना रहे हैं।

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सराईपाली के एक व्यापारिक प्रतिष्ठान से 188 क्विंटल धान व 6 क्विंटल महुआ जप्त

एक व्यापारिक प्रतिष्ठान से 188 क्विंटल धान व 6 क्विंटल महुआ जप्त

महासमुंद:-सराईपाली के एक व्यापारिक प्रतिष्ठान पर जिला प्रशासन की टीम ने आकस्मिक निरीक्षण कर 188 क्विंटल धान और 6 क्विंटल महुआ अवैध रूप से जप्त किया है ।

सराईपाली अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) नम्रता चौबे के मार्गदर्शन में ग्राम तिहरीपाली के एक व्यापारिक प्रतिष्ठान पर प्राप्त शिकायत के आधार पर आकस्मिक निरीक्षण किया गया। इस कार्रवाई में नायब तहसीलदार सराईपाली हरिप्रसाद भोय, मंडी सचिव खिरभान सिंह ध्रुव, मंडी निरीक्षक सुशील कुमार साहू, अनुभाग अधिकारी जयंत सिंह चौव्हाण और मंडी कर्मचारी जैनेन्द्र कुमार पटेल सम्मिलित थे।

22 क्विंटल अवैध धान परिवहन का मामला दर्ज किया बसना पुलिस ने

निरीक्षण के दौरान प्रतिष्ठान पर 470 पाकिट धान का अवैध भंडारण पाया गया, जिनका कुल वजन लगभग 188 क्विंटल था। इसके अतिरिक्त, 6.00 क्विंटल महुआ भी अवैध भंडारण के रूप में बरामद किया गया। मंडी अधिनियम के तहत यह भंडारण अवैध होने के कारण इसे तुरंत प्रभाव से जप्त किया गया।

सराईपाली के एक व्यापारिक प्रतिष्ठान से 188 क्विंटल धान व 6 क्विंटल महुआ जप्त

खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन की अवधि को देखते हुए, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) सराईपाली के निर्देशन में आगे की कार्रवाई की जानी है। इस निरीक्षण अभियान का उद्देश्य किसानों के हक की सुरक्षा सुनिश्चित करना और मंडी अधिनियम का सख्ती से पालन कराना है, ताकि समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी प्रक्रिया में किसी प्रकार की अनियमितता न हो।

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5 शिकारी जंगली जानवरों का शिकार करते हुए रंगे हाथ पकड़ाया

5 शिकारी जंगली जानवरों का शिकार करते हुए रंगे हाथ पकड़ाया

बलौदाबाजार:-5 शिकारी को जंगली जानवरों का शिकार करते हुए वन विभाग की टीम ने रंगे हाथ पकड़ा। इनके पास से शिकार सामग्री करीब 6.7 कि.ग्रा.जी आई तार एवं सेट्रींग तार जप्त किया गया। जिसे जंगल में फैलाकर लकड़ी की खुंटी लगाकर 11000 वोल्ट के विद्युत खम्भे में कनेक्शन करके वन्यप्राणी के शिकार को अंजाम देने का प्रयास कर रहे थे।शिकार में संलिप्त 5 शिकारियों के विरूद्ध नियमानुसार वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत आवश्यक कार्यवाही कर जेल भेजा गया।

बलौदाबाजार वनमंडल के वन अमलों द्वारा संवेदनशील क्षेत्रों में नियमित रूप से गश्ती की जा रही है। इसी दौरान दिनांक 9 नवम्बर 2024 को रात्रि लगभग 09ः00 बजे, परिक्षेत्र अर्जुनी अंतर्गत वन क्षेत्र में गश्ती के दौरान परिक्षेत्र अर्जुनी रात्रि गश्ती टीम द्वारा कुछ लोगों को जंगल की तरफ गांजरडीह बीट में जाते हुए देखा गया।

गश्ती टीम द्वारा उनका पीछा किया गया और जंगल में छिपकर उनको पकड़ने के लिए घात लगाकर बैठे रहे। सुबह तड़के करीब 4 बजे शिकार के 5 आरोपियों को वन विभाग द्वारा धर दबोचा गया। जिसमें मुख्य शिकारी कमल सिंह ग्राम गांजरडीह है, जो पूर्व में भी वन्यप्राणी के शिकार केस में जेल भेजा जा चुका है और जमानत में बाहर आकर पुनः शिकार की घटनाओं को अंजाम देता है, उक्त व्यक्ति आदतन शिकारी है

इसके अलावा 4 आरोपी क्रमश कुंजराम विश्वकर्मा ग्राम करमेल,कुबेर सिंह भोई ग्राम करमेल, चैनूराम भोई ग्राम करमेल एवं युधिष्ठिर भोई ग्राम करमेल है। उपरोक्त गश्ती टीम में गोविंद राम निषाद वनरक्षक परिसर रक्षी गांजरडीह, सनद यादव, भानु प्रसाद केंवट, तुलाराम, मनोहर सुरक्षा श्रमिक शामिल थे।

5 शिकारी जंगली जानवरों का शिकार करते हुए रंगे हाथ पकड़ाया

इसके साथ ही 2 दिन पूर्व ही वन विभाग की टीम द्वारा गांजरडीह एवं सराईपाली के आस-पास के गांव में बाघ एवं अन्य वन्यप्राणी विचरण के संबंध में मुनादी कराया गया था ग्रामीणों को समझाईस दी गयी थी कि वन क्षेत्र में न जावें। उसके बाद भी शिकारियों द्वारा जंगली जानवरों का शिकार करने का प्रयास किया गया। हालाकि वन विभाग की टीम ने शिकार होने के पूर्व ही शिकारियों को धर दबोचा। इसके पूर्व सोनाखान परिक्षेत्र के भुसड़ीपाली बीट में भी दो बंदूकधारी शिकारियों को उनके शिकार के पूर्व ही उन्हें पकड़ लिया गया था।

उक्त उपरोक्त कार्रवाई में उप वनमंडलाधिकारी कसडोल हितेश कुमार ठाकुर,परिक्षेत्र अधिकारी अर्जुनी अनिरूद्ध भोई,परिक्षेत्र सहायक सोनाखान योगेश कुमार साहू वनपाल एवं परिक्षेत्र अर्जुनी के समस्त वन अमला शामिल थे।

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2 शिकारी बंदूक सहित 2 व्यक्ति गिरफ्तार 4 फरार तलाश जारी

2 शिकारी बंदूक सहित 2 व्यक्ति गिरफ्तार 4 फरार तलाश जारी

बलौदाबाजार:-वन परिक्षेत्र सोनाखान अंतर्गत 2 शिकारी आरोपियों को भरमार बंदूक सहित शिकार करने के पूर्व ही गश्ती टीम द्वारा पकड़ा गया वही इस मामले मे अन्य 04 आरोपी फरार है जिसकी तलाश विभाग के द्वारा की जा रही है। आरोपियों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के साथ आर्म्स एक्ट 1959 के तहत कार्रवाई हेतु थाना प्रभारी कसडोल जिला- बलौदाबाजार- भाटापारा के सुपुर्द में दिया गया। प्रकरण के संबंध में आगामी कार्रवाई पुलिस विभाग द्वारा की जावेगी।

गश्ती टीम ने पकड़ा

अर्जुनी परिक्षेत्र की रात्रि गश्ती टीम द्वारा 9 नवंबर को रात्रि 02:30 बजे,अर्जुनी- नवागांव मार्ग में परिक्षेत्र सोनाखान अंतर्गत आने वाले भुसड़ीपाली परिसर के कक्ष कमांक 242 में दो शिकारी आरोपियों को भरमार बंदूक सहित शिकार करने के पूर्व ही गश्ती टीम द्वारा धर दबोचा गया।

2 शिकारी बंदूक सहित 2 व्यक्ति गिरफ्तार 4 फरार तलाश जारी

शिकार के आरोपी क्रमशः हृदयलाल पिता भगवतिया चारपाली मोहल्ला टाड़डीपा थाना-सरसीवा, तहसील बिलाईगढ़, जिला सांरगढ़ बिलाईगढ़ एवं इंदल वल्द बलिराम रावत ग्राम दलदली थाना-बसना तहसील बसना जिला महासमुन्द है । उनके पास से एक मोटर सायकल एवं भरमार बंदूक गोली बारूद भरा हुआ और 01 नग टार्च भी जप्त किया गया। इसके साथ ही अन्य 04 आरोपी जिनके नाम क्रमशः अनिल कुमार बिंझवार, भोजप्रकाश पिता साहेब लाल यादव जीवन लाल पिता निर्मल यादव ग्राम चारपाली (टाड़डीपा) थाना सरसीवा, तहसील-बिलाईगढ़ जिला. सारंगढ़ बिलाईगढ़,उपनाम भट्ठा यादव ग्राम गढ़ गांव ग्राम पंचायत दलदली, थाना-बसना तहसील बसना, जिला महासमुंद के निवासी हैं, जो फरार है।

टीम मे ये रहे शामिल

उक्त रात्रि गश्ती टीम में परिक्षेत्र अर्जुनी के हरिराम साहू वनपाल, सुशील कुमार पैंकरा वनरक्षक, मुकुल बघेल वनरक्षक एवं अन्य सुरक्षा श्रमिक शामिल थे। उक्त कार्यवाही हेतु उप वनमंडलाधिकारी कसडोल, परिक्षेत्र अधिकारी सोनाखान,परिक्षेत्र अधिकारी अर्जुनी एवं वन कर्मचारियों की संयुक्त टीम द्वारा फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए छापामारी की कार्यवाही की गई। उक्त आरोपी अपने घरों से फरार हो गये थे किन्तु उनके पास से 01 नग मोटर सायकल हिरो डिलक्स (बिना नंबर) एवं अन्य शिकार संबंधी सामग्री जप्त किया गया। उक्त शिकार में संलिप्त 2 आरोपी को परिक्षेत्र अधिकारी सोनाखान सुनीत साहू द्वारा नियमानुसार कार्रवाई किया गया ।

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राज्योत्सव के अवसर पर कवि संगोष्ठी का आयोजन,पद्मश्री डॉ. सुरेन्द्र दुबे करेंगे शिरकत

राज्योत्सव के अवसर पर कवि संगोष्ठी का आयोजन

महासमुंद:-राज्योत्सव के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों और कवि संगोष्ठी का आयोजन जिला प्रशासन के द्वारा किया गया है । राज्य स्थापना दिवस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे प्रभारी मंत्री दयालदास बघेल होंगे । समारोह में पद्मश्री डॉ. सुरेन्द्र दुबे शिरकत करेंगे ।

राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर 05 नवम्बर को जिला मुख्यालय के मिनी स्टेडियम में आयोजित समारोह में खाद्य मंत्री एवं प्रभारी मंत्री दयालदास बघेल मुख्य अतिथि होंगे। शासन द्वारा राज्य स्थापना दिवस 01 नवम्बर को सभी जिला मुख्यालयों में दीप प्रज्ज्वलन किया जाएगा। इस अवसर पर जिला प्रशासन ने आमजनों को अपने घरों में भी दीप प्रज्ज्वलन करने अपील किया है।

राज्योत्सव के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों और कवि संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर पद्मश्री डॉ. सुरेन्द्र दुबे, मुख्य कवि के रूप में मौजूद रहेंगे। साथ ही कोरबा से किरण सोनी, मुंगेली से देवेन्द्र प्रसाद वीर रस, कवर्धा से अभिषेक पांडेय अपने कविताओं से श्रोताओं को आनंदित करेंगे।

बंबूरडीह सरपंच पद से हटा

महासमुंद:- ग्राम पंचायत बंबूरडीह में वित्तीय अनियमितताओं और विकास कार्यों में लापरवाही के मामले में सरपंच शत्रुघन चेलक को उनके पद से हटा दिया गया है। जांच में कई गंभीर खामियां सामने आने के बाद न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी राजस्व महासमुंद द्वारा यह कार्रवाई की गई है। जनपद पंचायत महासमुंद के पत्र के आधार पर परीक्षण पश्चात पंचायत राज अधिनियम 1993 की धारा 40 के तहत यह कार्रवाई की गई।

जारी आदेश में बताया गया है कि जनपद पंचायत महासमुंद द्वारा किए गए अभिलेखीय परीक्षण में पता चला कि ग्राम पंचायत बंबूरडीह में वर्ष 2019-20 और 2023-24 की कई योजनाओं के तहत स्वीकृत निर्माण कार्य आज तक अधूरे पड़े हैं। इनमें अतिरिक्त कक्ष, बाउंड्रीवाल, सीसी रोड और स्वागत गेट का निर्माण शामिल हैं। हालांकि, इन योजनाओं के लिए आवंटित धनराशि का आहरण पहले ही कर लिया गया था।

जांच में 16,94,644 के व्यय का विवरण पाया गया, लेकिन संबंधित बिल और वाउचर पेश नहीं किए गए। यह भी सामने आया कि कई महत्वपूर्ण बैठक प्रस्तावों पर सचिव और सरपंच के हस्ताक्षर नहीं थे। बिना पंचायत के प्रस्ताव पारित किए ही कई योजनाओं में धनराशि का उपयोग किया गया। सरपंच ने अपने जवाब में दावा किया कि निर्माण कार्य बरसात के कारण रुका है, लेकिन जांच अधिकारी इसे संतोषजनक नहीं मान सके। प्रतिवेदन के अनुसार, सरपंच ने बिना उचित निरीक्षण और प्रस्ताव के धनराशि आहरित कर शासन को आर्थिक नुकसान पहुंचाया।

छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम 1993 की धारा 40 (क) और (ख)’के अंतर्गत जांच टीम ने सरपंच शत्रुघन चेलक के इस कृत्य को लोकहित के विरुद्ध माना और उन्हें उनके पद से हटाने का निर्णय लिया। यह आदेश 28 अक्टूबर 2024 को न्यायालय अनुविभागीय दण्डाधिकारी द्वारा पारित किया गया है।

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