भोपाल-सीहोर जिले के ग्राम तुरनिया के मंजू और राजकुमार अहिरवार के पिता रामगोपाल अहिरवार का 7 मई को कोरोना से निधन हो गया। माँ नानी बाई की मृत्यु पहले ही हो चुकी थी। दोनों बच्चों को दूर तलक अपना भविष्य अंधकारमय नज़र आ रहा था। पढ़ाई का सोचना छोड़ वे जीवन-यापन के लिये काम-धंधे की तलाश करने लगे, ऐसे में मुख्यमंत्री कोविड कल्याण योजना उनके सामने गहन तिमिर में उज्जवल किरण की भांति आयी।
कोविड के कारण कमाई करने वाले सदस्य को खोने वाले परिवारों को भी मिलेगी मदद
महाविद्यालीन परीक्षार्थियों के परीक्षा शुल्क को वापस लौटाए विश्वविद्यालय-अभाविप
राजकुमार ने बताया कि कोरोना से अचानक हुई पिताजी की मृत्यु ने मुझे इतना झकझोर दिया था कि मैं कुछ सोच ही नहीं पा रहा था। साथ में छोटी बहन भी है। पिताजी मेहनत-मज़दूरी करके घर चलाते थे। इसलिये घर में कोई संपत्ति या पूंजी भी नहीं थी, जिसके सहारे हम जीवन-यापन कर सकें। लगा संघर्षों का एक कठिन दौर शुरू हो गया है।
कोविड -19 से माता-पिता को खोने वाले बच्चों को मिलेगा PM CARES से सहायता
ऐसे में महिला एवं बाल विकास अधिकारी हमारे घर आए और पूरी जानकारी ली। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री बाल कोविड कल्याण योजना के तहत हमें मदद मिलेगी। हमारे लिये यह किसी चमत्कार से कम नहीं है। ईश्वर के साथ हम सरकार के भी शुक्रगुजा़र हैं, जो उन्होंने हमारे इस भयानक संकट में इतना बड़ा आसरा दिया। अब जीवन-यापन की चिंता छोड़ हम अपनी पढ़ाई जारी रख सकेंगे।