महासमुंद- संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने शहर के बरोंडा चौक से मचेवा तक सड़क चौड़ीकरण कर मार्ग विभाजक निर्माण की स्वीकृति के लिए PWD मंत्री ताम्रध्वज साहू का ध्यानाकर्षित कराया है।
संसदीय सचिव विनोद चंद्राकर ने PWD मंत्री को बताया कि जिला मुख्यालय महासमुंद में जिलेभर से लोग पहुंचते हैं। जिससे शहर के मध्य बरोंडा चौक से कलेक्टोरेट होते मचेवा तक यातायात एवं वाहनों का दबाव बना रहता है। इसी मार्ग में कलेक्टोरेट कार्यालय सहित विभिन्न कार्यालय संचालित हैं।
रहता है वाहनों का दबाव
मचेवा में शासकीय महाविद्यालय एवं अन्य कार्यालय स्थित है। शासकीय कार्यालय होने के कारण वाहनों का दबाव ज्यादा रहता है। सड़क की चौड़ाई कम होने एवं मार्ग विभाजक नहीं होने के कारण आए दिन सड़क दुर्घटनाएं होती रहती है। पिछले दिनों हुए सड़क हादसों में कई जान भी जा चुकी है। जिससे इस मार्ग का चौड़ीकरण के साथ ही मार्ग विभाजक का निर्माण किया जाना अति आवश्यक है की बात PWD मंत्री ताम्रध्वज साहू से की है ।
जिला लघु वनोपज सहकारी संघ मर्यादित की हुई बैठक
जिला लघु वनोपज सहकारी संघ मर्यादित के अध्यक्ष विनोद सेवनलाल चंद्राकर की अध्यक्षता में आज शनिवार को आयोजित आमसभा में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा कर आवश्यक निर्णय लिए गए। अध्यक्ष विनोद चंद्राकर ने अपने संबोधन में बताया कि वर्ष 2020 तेंदूपत्ता सीजन में छत्तीसगढ़ शासन के निर्णय अनुसार तेंदूपत्ता का अग्रिम में निर्वतन किया गया था। जिला वनोपज संघ में कुल 75 वनोपज समितियों के 69 लाट हैं। 69 लाटों में से 56 लाटों के लिए अग्रिम में क्रेता नियुक्त हुए और 13 लाटों में अग्रिम क्रेता नियुक्त नहीं होने के कारण विभागीय संग्रहण किया गया।
20 करोड़ 74 लाख की राशि का किया गया भुगतान
शाखकर्तन का कार्य प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों द्वारा कराया गया था तथा शाखकर्तन मजदूरी का भुगतान संघ मुख्यालय द्वारा निर्धारित 55 रूपए प्रति मानक बोरा दर से निर्धारित तेंदूपत्ता संग्रहण लक्ष्य 95 हजार 400 मानक बोरा अनुसार प्राथमिक वनोपज सहकारी समिति के माध्यम से किया गया है। संग्रहण लक्ष्य के विरूद्ध कुल 51857.170 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण किया गया। तेंदूपत्ता संग्राहकों को चार हजार प्रति मानक बोरा की दर से 20 करोड़ 74 लाख की राशि तेंदूपत्ता पारिश्रमिक के रूप में भुगतान किया गया। इसी तरह 94516 तेंदूपत्ता संग्राहकों को प्रोत्साहन पारिश्रमिक बोनस संग्राहकों के खाते में सीधे आरटीजीएस के माध्यम से किया गया।
इस दौरान विभिन्न बिंदुओं पर भी चर्चा कर आवश्यक निर्णय लिए गए। इस अवसर पर डीएफओ पंकज राजपुत, एसडीओ आरपी दुबे सहित रामजी ध्रुव, बसंत सिन्हा, अमर नाग, मनोहर खाखा, जयसिंह ठाकुर, भागीरथी मार्कण्डेय, राधिका सिदार, सेतकुमार कानूनोगो, धनेश्वर चैहान आदि मौजूद थे।
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